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न्यू इंडिया कालेज ऑफ़ मैनेजमेंट इस शहर और इलाके का सबसे बड़ा नामी कालेज था जहां 12 वीं पास करने के बाद 5 साल का MBA का डिग्री कोर्स कराया जाता था
कालेज में भर्ती होने के लिए 12 वीं पास होना और 18 साल की आयु होना अनिवार्य था -लड़के लड़कियों दोनों के लिए कालेज के दरवाज़े खुले हुए थे -कालेज में पांच साल बाद जब डिग्री मिलती थी तो कैंपस प्लेसमेंट में सभी को बड़ी बड़ी कंपनियां भर्ती करके ले जाती थीं
कालेज में सभी को हॉस्टल में रहना जरूरी था और पूरे पांच साल की फीस सभी स्टूडेंट्स से एडमिशन के समय ही ले ली जाती थी
कालेज में पढाई लिखाई के साथ साथ अनुशासन और नियम कायदों पर बहुत जोर दिया जाता था -नियम कायदों के ना मानने पर सभी स्टूडेंट्स को सजा भी दी जाती थी
पूरे कोर्स में कुल 5 सेमेस्टर होते थे और हर सेमेस्टर के सौ-सौ छात्र थे -इस तरह पांचो सेमेस्टर के छात्रों की संख्या 500 थी -कालेज की पालिसी के मुताबिक लड़के और लड़कियों को बराबर संख्या में एडमिशन दिया जाता था इसलिए कालेज में कुल 250 लडकियां और 250 लड़के थे
कालेज की गवर्निंग बॉडी हर सेमेस्टर के लिए हर साल एक हेड बॉय को नियुक्त करती थी -इस तरह पूरे कालेज में कुल पांच हेड बॉय हर साल चुने जाते थे -हेड बॉय का काम अपने अपने सेमेस्टर के अन्य स्टूडेंट्स की देख रेख, जाँच पड़ताल और उन्हें अनुशासन में रखने का होता था- अगर किसी पीरियड में कोई टीचर किसी वजह से नहीं आया है या फिर छुट्टी पर है तो हेड बॉय उस पीरियड में अपनी मर्जी के हिसाब से बाकी के स्टूडेंट्स को किसी भी काम में लगा सकता है जिससे की वे सब हुड़दंग न मचाएं और अनुशासन में रहकर कालेज की गरिमा को बनाये रखें -इस तरह से देखा जाए तो हर हेड बॉय को 50 लड़कों और 50 लड़कियों को अपने कंट्रोल में इस तरह रखना होता था ताकि वे सभी अनुशासन में रहकर अपनी पढाई लिखाई करते रहें.
कालेज में सभी स्टूडेंट्स को तीन अलग अलग लेवल का पनिशमेंट भी देने का नियम था. लेवल-1 का पनिशमेंट मामूली गलतियों और नियम-कायदों का उल्लंघन करने पर मिलता था- यह पनिशमेंट आम तौर पर हेड बॉय देता था. लेवल 2 का पनिशमेंट टीचर खुद देता था -यह थोड़े ज्यादा शरारती स्टूडेंट्स के लिए और उन स्टूडेंट्स को दिया जाता था जो एक ही नियम को बार बार तोड़ते हुए पाए जाते हों. लेवल 3 का पनिशमेंट कालेज के प्रिंसिपल द्वारा दिया जाता था और बहुत सीरियस मामलों में ही दिया जाता था . ज्यादातर पनिशमेंट लेवल-1 के होते थे और इसके चलते हेड बॉय का न सिर्फ काम बढ़ गया था बल्कि उन्हें यह एक तरह की "एक्स्ट्रा पावर" भी कालेज की तरफ से मिली हुई थी. किस मामले में किस स्टूडेंट को किस लेवल का पनिशमेंट मिलना है, यह तय करना टीचर का काम था लेकिन लेवल 1 का पनिशमेंट ऐसा पनिशमेंट था जिसे कोई भी हेड बॉय अपनी मर्ज़ी से किसी भी स्टूडेंट के लिए खुद तय कर सकता था-हेड बॉय को मिली इस पावर का बहुत सारे स्टूडेंट्स समय समय पर विरोध भी करते रहते थे लेकिन कालेज मैनेजमेंट उन सभी छात्रों की अनसुनी करके हेड बॉय को इस तरह की पावर देने का हमेशा ही समर्थन करता आया था.
सभी पाँचों हेड बॉय को कालेज की तरफ से एक-एक ऑफिस भी दिया गया था जहां वे सब अपने अन्य कामों को निपटाने के अलावा लेवल 1 का पनिशमेंट भी देते थे
हर लेवल पर दिए जाने वाले पनिशमेंट की पालिसी बनी हुई थी
लेवल 1 के पनिशमेंट में हेड बॉय किसी भी स्टूडेंट को 10 उठक बैठक लगवाने के साथ साथ उसकी 25 बार स्पैकिंग कर सकता था
लेवल 2 के पनिशमेंट में टीचर किसी भी स्टूडेंट को 50 उठक बैठक लगवाने के साथ साथ उसकी 50 बार स्पैकिंग कर सकता था
लेवल 3 के पनिशमेंट में कालेज का प्रिंसिपल किसी भी स्टूडेंट को 100 उठक बैठक लगवाने के साथ साथ उसकी 100 बार स्पैकिंग भी कर सकता था
पनिशमेंट के यह सारे नियम कालेज की पालिसी में लिखे हुए थे
जब भी कोई टीचर या हेड बॉय किसी स्टूडेंट के लिए पनिशमेंट तय करता था तो उसे सबसे पहले उस पनिशमेंट को उस स्टूडेंट की डायरी में दर्ज़ करना होता था -हर स्टूडेंट को तीन दिनों के अंदर अपना पनिशमेंट लेना होता था और पनिशमेंट लेने के बाद पनिशमेंट देने वाले को अपने दस्तखत करने होते थे यह दस्तखत की इस बात का प्रूफ होते थे की स्टूडेंट को जो पनिशमेंट दिया गया था, वह उसने ले लिया है या नहीं. अगर कोई स्टूडेंट किसी वजह से 3 दिनों के अंदर अपना पनिशमेंट नहीं ले पाता था तो उसकी सजा को डबल कर दिया जाता था
कालेज में स्टूडेंट को पनिशमेंट देने की यह जो पालिसी थी उसका नतीजा यह हुआ था की यहां पर स्टूडेंट टीचर और प्रिंसिपल से कम डरते थे, हेड बॉय से ज्यादा डरते थे क्योंकि उनके पास देखा जाए तो टीचर और प्रिंसिपल से भी ज्यादा पावर थीं.
कालेज का नया सत्र शुरू हो चुका था। 2022-23 के लिए सभी पांचों सेमेस्टर के हेड बॉय गवर्निंग बॉडी ने नियुक्त कर दिए थे।
पहले सेमेस्टर का हेड बॉय 19 साल का अनुराग, दूसरे सेमेस्टर का हेड बॉय 20 साल का गौरव, तीसरे सेमस्टर का हेड बॉय 21 साल का अभिनव , चौथे सेमेस्टर का हेड बॉय 22 साल का नितिन और पांचवे सेमेस्टर का हेड बॉय 23 साल का पंकज था।
पहले सेमेस्टर के हेड बॉय को कुछ पता नही था कि हेड बॉय नियुक्त होना कितनी बड़ी बात थी और उसके पास अचानक ही कितनी पावर बैठे बिठाये आ गयी थी। 4 बजे क्लास खत्म होने के बाद सब पांचों हेड बॉय एक औपचारिक मीटिंग के लिए इकट्ठे हुए तो उन्होंने अनुराग से कहा : भाई तुम कालेज में एकदम नए नए आये हो और आते ही तुम अपने सेमेस्टर के हेड बॉय बन गए हो, उसके लिए तुम्हें बहुत बहुत बधाई।
इसके बाद इसी मीटिंग में अनुराग को कई बातें पहली बार मालूम चलीं जो कालेज की किसी पॉलिसी में नही लिखी थी।
पहली बात तो यह अजीब थी कि पांचो हेड बॉय सिर्फ अपने सेमेस्टर के ही नही, किसी भी सेमेस्टर के स्टूडेंट को पनिशमेंट दे सकते थे। इसका मतलब हर हेड बॉय बाकी के 500 स्टूडेंट्स को पनिशमेंट दे सकता था जिनमे 250 लड़कियां भी थीं।
दूसरी अजीब बात यह पता चली कि कॉलेज की पालिसी में यह कहीं नही लिखा था कि स्टूडेंट्स को पनिशमेंट किस जगह दिया जाएगा और इसका फायदा हेड बॉय उठाकर किसी भी स्टूडेंट को कहीं भी सज़ा देकर ज़लील कर सकते थे
तीसरी मज़ेदार बात (जिसे सुनकर अनुराग का लण्ड खड़ा हो गया था), यह मालूम पड़ी कि स्टूडेंट्स की स्पैकिंग के लिए कुछ डिटेल में नही लिखा था और इसलिए हेड बॉय ने अपनी सुविधा के लिए यह रूल बना लिया था कि लड़कियों की स्कर्ट और पैंटी उतरवाकर और लड़कों की पैंट और अंडरवियर उतरवाकर की जाएगी और हेड बॉय उन्हें उल्टा करके अपनी टाँगों पर लिटाकर स्पैकिंग करेंगे। स्पैकिंग हेड बॉय कभी अपने हाथों से और कभी बेंत से करते हैं क्योंकि इसके बारे में भी किसी पॉलिसी में कुछ नही लिखा था
चौथी मज़ेदार बात यह बात मालूम पड़ी कि जो भी स्टूडेंट सज़ा के लिए हेड बॉय के पास आता है, पहले उसकी स्पैकिंग नीचे के कपड़े उतरवाकर की जाएगी और जब स्पैकिंग पूरी हो जाएगी तो उनसे उठक बैठक लगवाई जाएंगी। नीचे के कपड़े स्टूडेंट तभी पहन सकता है जब वह अपनी उठक बैठक भी लगा ले
पांचवी और आखिरी बात अनुराग को यह मालूम पड़ी कि ज्यादातर लड़कियाँ उठक बैठक तो आसानी से लगा लेती हैं, अपनी स्कर्ट और पैंटी भी उतार देती हैं लेकिन स्पैकिंग के नाम से ही उन्हें बुखार आ जाता है और हेड बॉय उनकी स्पैकिंग न करे, इसके लिए वे उसका लण्ड भी अपने मुंह मे लेने के लिए राजी हो जाती हैं
अनुराग की पैंट में यह सब सुनकर बहुत लंबा सा टेन्ट बन गया था। बाकी सब के लण्ड भी उनकी पैंट के अंदर कड़क होकर बाहर निकलने को बेकाबू हो रहे थे
बाकी के पुराने हेड बॉयज ने अनुराग को देखकर कहा : भाई तेरी तो आते ही लाटरी लग गई है। सबसे ज्यादा कच्ची कलियाँ तेरे सेमेस्टर में ही हैं। 50 कच्ची कलियाँ तेरे अंडर में हैं जो तेरे एक इशारे पर तेरा लण्ड भी अपने मुंह मे लेने को तैयार हो जाएंगी-हम सबके पास तो पुराना माल है। फ्रेश माल सिर्फ तेरे पास ही है। इसलिए हम सब आपस मे अपने माल का एक्सचेंज भी करते रहते है। बाकी तो हम लोग रोज मीटिंग करते रहेंगे तो तुम्हे सारी बातें धीरे धीरे पता चल ही जाएंगी। आज के लिए बस इतना ही काफी है। अब सब की सब लड़कियां तुमसे फ्रेंडशिप करने के लिए तुम्हारे आगे पीछे घूमेंगी क्योंकि तुम्हारी सज़ा से बचने का यही एक तरीका उनके पास है।
मीटिंग खत्म हो गई और सब लोग हॉस्टल में अपने अपने कमरों में चले गए।
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आज संडे का दिन था और कालेज की छुट्टी थी.
सारे स्टूडेंट्स आज अपने अपने हॉस्टल के कमरों में आराम और मौज़ मस्ती कर रहे थे
कालेज काफी बड़ी जगह में बना हुआ था और सभी स्टूडेंट्स को अलग अलग रूम मिला हुआ था
अनुराग अपने हॉस्टल के रूम में बैठा हुआ अपने हेड बॉय बनने के बाद की उन बातों के बारे में सोच रहा था जो कल बाकी से सीनियर सेमेस्टर्स के हेड बॉयज ने उसे बताई थीं.
अपनी बारहवीं क्लास में सबसे ज्यादा मार्क्स लाने की वजह से उसे इस कालेज में हेड बॉय भी बना दिया जाएगा, यह उसे कालेज में एडमिशन लेने से पहले नहीं पता था -लेकिन कालेज में अब वह अगले 5 सालों तक अपनी इस पोज़िशन का फायदा उठाने जा रहा था क्योंकि जो हेड बॉय एक बार बन जाता है, अगले सालों में अगले सेमेस्टर का हेड बॉय भी उसी को बनाया जाता है -इस तरह से जो लड़का एक बार हेड बॉय बन जाए उसकी पूरे कोर्स में अगले पांच सालों तक मौज़ रहती है
अनुराग यह सब सोच ही रहा था की उसके रूम के दरवाज़े पर किसी ने दस्तक दी. उसने अपने मोबाइल में समय देखा-सुबह के ग्यारह बजे थे. अनुराग अपनी कुर्सी से उठा और दरवाज़ा खोल दिया.
दरवाज़े पर दो बेहद खूबसूरत लडकियां खड़ी हुई थीं जिन्हे अनुराग ने पहले कभी नहीं देखा था और उन्हें जानता भी नहीं था
लडकियां इतनी खूबसूरत, हॉट और सेक्सी थीं की उन्हें देखते ही अनुराग के पायजामे में टेंट बन गया था -लड़कियों ने स्लीवलेस टॉप और बेहद छोटा सा टाइट निक्कर पहना हुआ था जिसमे उनकी केले जैसी चिकनी जाँघे एकदम साफ़ दिख रही थीं. टॉप और निक्कर के बीच में भी जो गैप था उसमे से उन दोनों का चिकना पेट और नाभि साफ़ दिख रही थी. दोनों ने अपने अपने हाथ में मोबाइल फ़ोन के अलावा एक एक डायरी भी पकड़ी हुई थी.
अनुराग इससे पहले कि उन लड़कियों से कुछ पूछता, उन दोनों ने खुद ही अपना परिचय देना शुरू कर दिया
पहली लड़की : सर मेरा नाम गीतिका है. मैं थर्ड सेमेस्टर की स्टूडेंट हूँ
दूसरी लड़की : सर मेरा नाम सोनाली है-मैं फोर्थ सेमेस्टर की स्टूडेंट हूँ. हम दोनों को आपसे कुछ बात करनी है-अगर आप परमिशन दें तो हम आपके रूम में बैठकर कुछ बातचीत करना चाहती हैं
अनुराग ने दोनों को अंदर बुला लिया और दरवाज़ा बंद करके रूम के अंदर आ गया
गीतिका और सोनाली को उसने कुर्सी पर बैठने के लिए कहा और खुद अपने बिस्तर पर बैठ गया और बोला : तुम दोनों मुझसे सीनियर हो और तीसरे और चौथे सेमेस्टर की स्टूडेंट हो -मैं तो अभी यहां नया नया आया हूँ और पहले सेमेस्टर में हूँ-फिर तुम लोग मुझे "सर" क्यों कह रही हो ?
गीतिका : सर आप हेड बॉय हैं इस कालेज के -इसलिए हेड बॉयज को पूरे रेस्पेक्ट के साथ "सर" कहकर ही बुलाया जाता है
सोनाली ( और थोड़ा मक्खन लगाए हुए ) : सर आपके पास बहुत ज्यादा "पावर" है -जिसके पास पावर हो, उसका रेस्पेक्ट तो सबको करना ही पड़ता है
अनुराग का लण्ड उसके पायजामे में लगातर बड़ा होता जा रहा था और वह अपने टेंट को एडजस्ट भी नहीं कर पा रहा था
अनुराग : ठीक है. अब बताओ, मुझसे तुम लोगों को क्या बात करनी है ?
गीतिका : सर हम दोनों को लेवल-1 की सजा मिली है और उसके 3 दिन कल मंडे को ख़त्म हो रहे हैं
अनुराग : ठीक है कल ऑफिस में जाकर अपना पनिशमेंट ले लो - मेरे पास क्यों आयी हो-अपने अपने सेमेस्टर के हेड बॉय के पास जाकर अपनी सजा क्यों नहीं पूरी करती हो ?
सोनाली : सर थर्ड और फोर्थ सेमेस्टर के हेड बॉय अभिनव और नितिन सर तो बहुत सख्त हैं-सब लडकियां उनसे सजा लेते हुए बहुत डरती हैं
गीतिका : और सर, ऑफिस में जाकर सजा तो सिर्फ पहले सेमस्टर के स्टूडेंट ही लेते हैं जिन्हे कुछ पता नहीं होता है-पुराने स्टूडेंट्स तो इसी तरह हेड बॉय के रूम में जाकर ही अपनी सजा पूरी कर लेते हैं
अनुराग : इसका मतलब यह हुआ कि तुम दोनों यह चाहती हो कि तुम्हारी सजा मैं यहां इसी समय निपटा दूँ ?
गीतिका : जी सर, आपकी बहुत मेहरबानी होगी -हम अपनी डायरी साथ लेकर आयी हैं -और सर प्लीज़ हमारी स्पैंकिंग की सजा को माफ़ भी कर दें -उसके बदले में आप जो कहेंगे वह हम करने के लिए तैयार हैं
दोनों अपनी अपनी डायरी अनुराग को खोलकर दिखाने लगीं
अनुराग ने दोनों की डायरी देखी-दोनों को लेवल-1 की सजा क्लास में आपस में बातचीत करने और पढाई पर ध्यान न देने के लिए दी गयी थी
अनुराग अब तक यह समझ चुका था कि यह दोनों लडकियां यहां इसलिए आयी हैं क्योंकि इन्हे लग रहा है कि फर्स्ट सेमेस्टर का नया नया हेड बॉय इन्हे थोड़ी नरम सजा देगा और इसलिए यह कपडे भी बहुत नाम मात्र के ही पहनकर आयी है -इसका यह भी मतलब है कि यह दोनों अपनी स्पैंकिंग की सजा माफ़ कराने के लिए सब कुछ करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं
अनुराग भी अब इन दोनों लड़कियों से मस्ती लेने के मूड में आ गया था. उसने अपने हाथ से अपने पायजामे में बने हुए टेंट को एडजस्ट किया और बोला : ठीक है तुम दोनों अपने अपने कपडे उतारो और अपने अपने हाथ ऊपर करके खड़ी हो जाओ
सोनाली : सर हम दोनों तो पहले से ही इतने कम कपडे पहनकर आयी हैं -आप सारे कपडे क्यों उतरवा रहे हैं
अनुराग ( सख्त आवाज़ में ) : मैं जो कह रहा हूँ, उसे करती जाओ वरना यहां से चली जाओ और कल ऑफिस में आकर मिलना. मुझे तुम्हारा पूरा खूबसूरत और सेक्सी बदन देखना है
गीतिका : अरे नहीं सर, हम आपको गुस्सा थोड़ी करना चाहते हैं -जो आप कहेंगे हम दोनों वही करेंगी
यह कहकर दोनों ने अपने अपने कपडे उतारने शुरू कर दिए
दोनों ने अपने अपने टॉप और निक्कर उतार फेंके थे
अनुराग : अपनी ब्रा और पैंटी भी उतारो
दोनों ने एक दुसरे की तरफ देखते हुए अपनी ब्रा और पैंटी भी उतार डाली
अब तुम दोनों अपने दोनों हाथ ऊपर उठाकर खड़ी हो जाओ
दोनों अब पूरी तरह निर्वस्त्र खड़ी थीं और उनके हाथ ऊपर की तरफ उठे हुए थे
अनुराग बिस्तर से उठा और सोनाली के पीछे जाकर उसके बदन से चिपककर खड़ा हो गया और अपने दोनों हाथों को आगे की तरफ ले जाते हुए उसके मक्खन मलाई जैसे मम्मों को पकड़कर दबाने सहलाने लगा -उसका पायजामे में खड़ा लण्ड अब सोनाली के मस्त मस्त नितम्बों की गर्मी महसूस कर रहा था -अनुराग अपने चेहरे को सोनाली के खूबसूरत चेहरे पर साइड से रगड़ रगड़ कर उसकी गर्दन और गालों पर चुम्बनों की बरसात कर रहा था -कुछ समय बाद अनुराग ने अपना पायजामा खोलकर एक तरफ कर दिया और अपनी टी शर्ट भी उतार फेंकी-उसके शरीर पर अब सिर्फ अंडरवियर ही बचा था -उसने पलटकर सोनाली को अपनी तरफ किया और उसके रसीले होंठों को अपने होंठों की गिरफ्त में लेकर चूमने-चूसने लगा-सोनाली अनुराग की गिरफ्त में लगातार कसमसा रही थी -अनुराग का खड़ा लण्ड अब सोनाली के चिकने योनि प्रदेश पर रगड़ खा खा कर और भी सख्त होता जा रहा था -सोनाली के मस्त मम्मे अनुराग के सीने से दबे हुए थे और उसे भरपूर मज़ा दे रहे थे -अचानक उसने सोनाली के होंठों पर से अपने मुंह को हटा लिया और सोनाली के मम्मों को अपने मुंह में लेकर चूसने लगा.
गीतिका यह सब कुछ खड़ी खड़ी देख रही थी और उसकी अपनी योनि भी यह सब देखकर अब तक पूरी तरह गीली हो चुकी थी
अनुराग ने काफी देर तक सोनाली के मस्त और मक्खन मलाई जैसे मम्मों को एक एक करके बारी बारी से चूसा और फिर उससे बोला : अब नीचे घुटनों के बल बैठो और मेरा लण्ड चूसो.
सोनाली घुटनों के बल बैठ गई और अनुराग के अंडरवियर की तरफ देखने लगी जिसके अंदर उसका लण्ड बेकाबू होकर बाहर निकलने को बेताब हो रहा था।
अनुराग कुछ समय तक अपने अंडरवियर में कैद लण्ड को सोनाली के होंठों और गालों पर रगड़ता रहा फिर सोनाली से बोला : अब मेरा लण्ड बाहर निकालो और अपने मुंह मे लेकर चूसो
सोनाली ने अनुराग के अंडरवियर को नीचे खिसकाकर उसके लंबे मोटे लण्ड को अपने हाथ मे पकड़ा और फिर उसे अपने मुंह मे लेकर उसे चूसने लगी।
अब अनुराग ने गीतिका को उंगली के इशारे से अपनी तरफ बुलाया : तुम भी मेरे नज़दीक आओ।
अनुराग के सामने तो उसकी टाँगों के पास पहले से ही सोनाली बैठी हुई थी, इसलिए गीतिका अनुराग की दाईं तरफ आकर खड़ी हो गई
अनुराग ने गीतिका के मस्त गोरे बूब्स अपने दोनों हाथों में पकड़कर उसके चेहरे को अपने चेहरे की तरफ खींचा और उसके गुलाबी होंठों को चूमने लगा। उसके हाथ गीतिका की मक्खन जैसी गोलाइयों को दबाने सहलाने और मसलने में लगे हुए थे और उसके होंठ गीतिका के रसीले होंठों को चूमने में व्यस्त थे। सोनाली उसके लण्ड पर अपनी जीभ और होंठों को गोल गोल घुमाकर उसे जन्नत का मज़ा दे रही थी
गीतिका का चेहरा सोनाली से भी ज्यादा सुंदर और सेक्सी था और इसीलिए अनुराग उसके चेहरे पर अपने चेहरे को लगातार रगड़ते हुए उसे चूमे जा रहा था। उसके चेहरे से अपना चेहरा अब अनुराग ने हटा लिया और उससे बोला : अपनी टाँगे खोलो
गीतिका ने अपनी टाँगे खोल दीं तो अनुराग ने अपनी हथेली उसकी टाँगों के बीच उसकी चिकनी चूत पर रख दी और उसे धीरे धीरे
सहलाने लगा। उसकी चिकनी चूत को काफी देर दबाने सहलाने के बाद अनुराग ने अपनी उंगली उसकी चूत में डाल दी और उसे आगे पीछे करने लगा। गीतिका पूरी तरह से गीली हो चुकी थी।
अपनी उंगली से काफी देर तक अनुराग गीतिका की चूत की चुदाई करता रहा। फिर उसने अपनी उंगली बाहर निकली और उसे उसे गीतिका के होंठों पर फिराते हुए बोला : इसे चाट चाट कर साफ करो
गीतिका ने अनुराग की उंगली अपने मुंह मे ले ली और उसे अपनी जीभ से चाट चाट कर साफ करने लगी।
उधर सोनाली जिस तरह से अनुराग के लण्ड पर अपनी जीभ फिरा फिराकर उसे मौज़ दे रही थी, उसने जल्द ही अपने लण्ड की पिचकारी उसके मुंह मे छोड़ दी। सोनाली उसके सारे वीर्य को एक एक्सपर्ट सेक्स वर्कर की तरह पी गई।
अनुराग ने अपने लण्ड को सोनाली के मुंह से निकाले बिना ही कहा : अब मेरे लण्ड को चाट चाटकर साफ करो
सोनाली के बाद अनुराग ने गीतिका से भी अपना लण्ड चुसवाया और फिर उन दोनों से बोला : अब तुम दोनों कान पकड़ो और 10-10 उठक बैठक लगाओ
दोनों उठक बैठक लगाने लगीं। इस बीच अनुराग ने अपने कपड़े पहन लिए। जब दोनों की उठक बैठक पूरी हो गई तो अनुराग उन दोनों की डायरी में उनकी सज़ा के आखिरी कॉलम में अपने साइन कर दिए जिसका यह मतलब था कि इन दोनों की सज़ा अब पूरी हो गई है।
दोनों अपने कपड़े पहनकर अपनी डायरी लेकर वहां से जाने लगीं, तभी गीतिका अनुराग से कहने लगी : सर, आपसे कुछ और बात करनी है
अनुराग : अब क्या है
गीतिका : सर पांचवे सेमेस्टर की एक लड़की है ऋतु । उसका लेवल-1 का पनिशमेंट बाकी है लेकिन उसका तीन दिन का समय कल ही निकल चुका है। अब वह इस बात से घबराई हुई है कि कल जब वह क्लास में जायेगी और टीचर उसकी डायरी चेक करेगा तो नियम के हिसाब से उसकी सजा डबल कर देगा
अनुराग मन ही मन यह समझ गया कि ऋतु यह चाहती है कि उसकी सजा को वह कल की तारीख में ही पूरा दिखा दे । लेकिन वह एकदम अनजान बनते हुए गीतिका से बोला : कोई बात नही, कल उसे डबल पनिशमेंट लेने मेरे पास भेज देना
सोनाली : नही सर, आप प्लीज़ उसकी हेल्प कर दीजिए। उसकी डायरी में आप कल की तारीख में साइन कर दीजिए । उससे वह डबल पनिशमेंट से बच जाएगी।
गीतिका : प्लीज़ सर उसकी हेल्प कर दीजिए। वह बहुत सेक्सी और खूबसूरत है। आप जो कहेंगे वह सब करने के लिए भी राजी हो जाएगी।
अनुराग : वह खुद क्यों आकर बात क्यों नही करती मुझसे। उसे रात के दस बजे मेरे पास भेजो। लौंडिया मुझे पसंद आ गयी तो मैं उसकी हेल्प जरूर करूंगा
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गीतिका और सोनाली वापस जाने लगीं तो अनुराग ने उन्हें रोककर फिर कहा : सुनो, उस लड़की ऋतू से कहना की मेरे पास जब यहां आएगी तो उसके बदन पर पैंटी और ब्रा नहीं होने चाहियें
सोनाली और गीतिका : ठीक है सर. हम उसे यह बता देंगे
यह कहकर दोनों वहां से चली गयीं और अनुराग ने दुबारा से कमरे को अंदर से बंद कर लिया
सोनाली और गीतिका के साथ मौज़ मस्ती करते करते दोपहर का एक बज चुका था -अनुराग अब कालेज कैंटीन में जाकर लंच करने के बारे में सोच ही रहा था, कि उसके पास पांचवें सेमेस्टर के हेड बॉय पंकज का फोन आ गया : अरे भाई अनुराग- नीचे लंच करने किस समय आ रहा है-हम सभी हेड बॉयज अभी अगले दस मिनट में कालेज कैंटीन में पहुँच रहे हैं-तुम भी जल्दी से पहुँच जाओ- वहां लंच करने के साथ साथ आगे के प्लान के बारे में भी बातचीत करनी है
अनुराग कालेज कैंटीन में पहुंचा तो उसने देखा कि बाकी के चारों हेड बॉयज पहले से ही वहां एक बड़ी सी टेबल पर बैठे हुए गप्पें लगा रहे थे. अनुराग भी वहां जाकर उनके पास ही बैठ गया
गौरव,अभिनव,नितिन और पंकज सभी अनुराग की तरफ अजीब तरह सी देखकर हँसते हुए पूछने लगे : हेड बॉय अनुराग साहब, कुछ मज़ा आ रहा है कि नहीं ? कल की रात कैसी रही ?
अनुराग : कल रात कुछ नहीं हुआ भाई -आप लोग क्या बोल रहे हो मैं समझा नहीं
अभिनव : कल रात तुम्हारे पास गीतिका और सोनाली नाम की लडकियां नहीं आईं क्या ?
अनुराग : नहीं, वे दोनों तो आज सुबह ग्यारह बजे आयी थीं , पर तुम्हे यह सब कैसे मालूम है ? क्या तुमने उन्हें भेजा था ?
नितिन : अरे भाई टेंशन मत ले -कल रात नहीं आईं तो आज सुबह आ गयीं-अब यह बता कि तुझे "माल" अच्छा लगा कि नहीं ?
अनुराग {थोड़ा शर्माते हुए ) : हाँ भाई, लडकियां तो बड़ी हॉट और सेक्सी थीं और उनके साथ मैंने मज़ा भी बहुत किया
नितिन : बस अब धीरे धीरे लड़कियों को तेरे बारे में मालूम चल रहा है- सबसे ज्यादा डिमांड में पहले सेमेस्टर का हेड बॉय ही रहता है-अगले पांच सालों तक लड़कियों की सजा लेरे लिए मज़ा ही मज़ा है
पंकज ( थोड़ा सीरियस होता हुआ): चलो अब काम की बात कर लेते हैं -देखों पहले सेमेस्टर में जो 50 नयी लडकियां आयी हैं -जिनका इंचार्ज अनुराग है, उनकी पूरी लिस्ट और फोटोग्राफ की कॉपी मैंने कालेज के ऑफिस से निकलवा ली है
गौरव : यार पहले अनुराग को सारी बैकग्राउंड समझाओ, नहीं तो इसे कुछ समझ नहीं आएगा
उसी समय कैंटीन का नौकर उन सबके के लिए खाने की प्लेट लगाकर चला गया और सबने अपना अपना खाना लेना शुरू कर दिया
खाना खाते खाते ही उन लोगों की बातचीत से अनुराग को जो कुछ भी मालूम पड़ा वह बड़ा चौंकाने वाला था - हेड बॉयज ने कालेज की सभी लड़कियों को A B C तीन कैटेगरीज में बांटा हुआ था -यह कैटेगरीज इस बात को देखकर तय की गयीं थीं की कौन सी लौंडिया कितनी खूबसूरत,हॉट और सेक्सी है-पहले सेमेस्टर में जब लडकियां जब "फ्रेश माल" होती हैं, उस समय ही यह केटेगरी तय कर दी जाती है और यही कैटेगरी पूरे पांच सालों तक चलती है-इस बार अनुराग वाले पहले सेमेस्टर में जो पचास लडकियां ( फ्रेश माल) आयी थीं, उनकी कैटेगरी तय करने के लिए कल कालेज ख़त्म होने के बाद पहले सेमेस्टर की सभी लड़कियों को दस दस का बैच बनाकर पांचों हेड बॉयज के पास उनके ऑफिस में 4 बजे और 6 बजे के बीच पेश होना है -कालेज ख़त्म 4 बजे हो जाता है और 4 बजे से 6 बजे तक हेड बॉय अपने ऑफिस में बैठकर स्टूडेंट्स को लेवल-1 का पनिशमेंट देते हैं. यह भी तय किया गया कि कल कोई पनिशमेंट नहीं दिया जाएगा और दो घंटों में पहले सेमेस्टर की लड़कियों का ओरिएंटेशन प्रोग्राम होगा और उन्हें कालेज में किस तरह के तौर तरीके अपनाने हैं,उनके बारे में बताया जाएगा -औपचारिकता के लिए पहले सेमेस्टर के लड़कों को भी 10-10 के बैच में बुलाया जाता है लेकिन उनकी कोई कैटेगरी वगैरा नहीं बनाई जाती है क्योंकि सभी हेड बॉयज का फोकस लड़कियों पर ही होता है.
खाना ख़त्म हो चुका तो अनुराग ने हँसते हुए सबसे पूछा : यह लडकियां सोनाली और गीतिका किस केटेगरी की हैं भाई ?
पंकज : यह दोनों B केटेगरी की हैं लेकिन जिस लौंडिया को तुमने आज रात बुलाया है, वह A केटेगरी की है
अनुराग का लण्ड एकदम कड़क हो गया-उसने सोचा कि जब B केटेगरी की लडकियां इतनी खूबसूरत,हॉट और सेक्सी थीं तो A केटेगरी की कितनी खूबसूरत और हॉट होंगी.
उसने फिर से पुछा : भाई मुझे जरा यह बताओ कि पुरानी लड़कियों में कितनी लडकियां A केटेगरी कि हैं और A केटेगरी और B केटेगरी की लड़कियों में क्या फर्क होता है
गौरव : पुरानी 200 लड़कियों में से सिर्फ 20 लड़कियां A कैटेगरी कि हैं- ९० लडकियां B केटेगरी कि और बाकी सौ लडकियां C केटेगरी क़ी हैं- जिस लौंडिया को देखते ही तुम्हारी लार टपकने लगे, वह A केटेगरी की होती है। B केटेगरी की लड़कियों से तुम आज मिल ही चुके हो। बाकी से भी जल्द मुलाकात होगी।
अभिनव : भाई अनुराग, तू अभी नया नया है, धीरे धीरे तुझे बहुत कुछ ऐसा मालूम पड़ेगा की अपने दांतों तले उंगली दबा लेगा
पंकज : अरे इसे सीधा सीधा बताते हैं कि कौन सी लड़की किस केटेगरी की है, इसकी भी हमने पहचान करने की तरकीब बना राखी है. A केटेगरी कि लड़की अपने कपड़ों के नीचे पैंटी नहीं पहन सकती है- B कैटेगरी कि लड़की अपने कपड़ों के नीचे ब्रा नहीं पहन सकती है और C केटेगरी कि लड़की अपने कपड़ों के नीचे न ब्रा पहन सकती है और न ही पैंटी पहन सकती है-हम लोगों ने इन सभी लड़कियों के लिए यह "सीक्रेट रूल्स" बनाये हुए हैं- जो लड़की इन रूल्स को नहीं मानती है उसे फिर अगले पनिशमेंट के समय हमारे गुस्से का शिकार होना पड़ता है इसलिए सभी लडकियां इन रूल्स को चुपचाप पूरे पांच साल तक फॉलो करती रहती हैं.
गौरव : ऐसा करते हैं, अनुराग को अभी लाइव डेमो करवा देते हैं-यहां कैंटीन में इस समय बहुत सारी लडकियां मौजूद हैं
अभिनव और नितिन : हाँ यार यह सही रहेगा और अनुराग को भी समझ आ जाएगा कि आगे से किसी भी लड़की की केटेगरी कैसे चेक करनी है और हमें कल पहले सेमेस्टर की लड़कियों के साथ भी तो यही काम करना है -इसलिए अनुराग को एक लाइव डेमो करवा ही देना चाहिए
यह कहते कहते गौरव ने उधर से गुजर रही एक लड़की को आवाज़ लगाई : अनुष्का इधर आओ
सहमी सहमी अनुष्का गौरव के पास आकर बोली : जी सर
अनुष्का ने इस समय एक टी शर्ट और स्कर्ट पहनी हुई थी
गौरव ( अनुराग की तरफ देखते हुए) : अनुष्का दूसरे सेमेस्टर की C केटेगरी की लड़की है -इसने इस समय ब्रा और पैंटी कुछ भी नहीं पहना हुआ है -चाहो तो तुम चेक कर सकते हो
गौरव ने अब अनुष्का को आर्डर दिया : जा अनुराग के पास जाकर अपनी केटेगरी चेक करवा
अनुष्का अब अनुराग के पास पहुँच गयी. अनुराग ने अनुष्का की टी शर्ट के ऊपर के दो बटन फटाफट खोलकर उसमे अपना हाथ डाल दिया -उसने ब्रा नहीं पहनी हुई थी लेकिन अनुराग ने उसके मस्त मक्खन मलाई जैसे मम्मों को ठीक से दबा सहला लिया था. अनुष्का का चेहरा शर्म और ज़लालत से एकदम लाल हो चुका था क्योंकि दूर खड़े लड़के लडकियां भी इस तरफ हो रहे इस तमाशे को देख कर हल्के हल्के मुस्करा रहे थे -अब अनुराग ने उसकी स्कर्ट के वेस्ट बैंड में अपना हाथ डालकर उसके अंदर टटोलकर यह देखा की उसने पैंटी पहनी हुई है या नहीं -चारों तरफ हाथ घुमाने के बाद उसने अपने हाथ को उसकी चिकनी चूत पर रखकर उसे दबाया सहलाया और फिर हाथ बाहर निकालकर हँसते हुए बोला : यह लौंडिया तो C केटेगरी की ही है
पंकज ने अब अनुष्का से कहा : तुम अब यहां से जाओ और देखो वहां वह भावना और निकिता पानी के काउंटर पर खड़ी हैं, उन्हें यहां भेज दो
अनुष्का वहां से सीधी भावना और निकिता के पास गयी और कुछ ही मिनटों में भावना और निकिता भी वहां पेश होते हुए बोलीं : जी सर आपने हम दोनों को बुलाया है
पंकज : हमारे पहले सेमेस्टर के नए हेड बॉय अनुराग तुम लोगों की केटेगरी चेक करना चाहते हैं-जाओ एक एक करके अपनी केटेगरी चेक करवाओ इनसे
पहले अनुराग ने भावना को अपनी तरफ बुलाया. भावना ने एक शर्ट और जींस पहनी हुई थी. अनुराग ने उसकी शर्ट के बटन खोलकर उसमे अपना हाथ डाल दिया -भावना ने ब्रा नहीं पहनी हुई थी लेकिन अनुराग ने उसके मस्त मम्मों को दबा सहलाकर अपनी मौज़ कर ली थी. इसके बाद उसने उसकी जींस के वेस्ट बैंड के अंदर अपना हाथ घुसा दिया-उसने पैंटी पहनी हुई थी लेकिन अनुराग के हाथ उसकी पैंटी के अंदर भी घुसकर उसकी चिकनी चूत को दबाने सहलाने में व्यस्त थे.
अनुराग : तो यह लौंडिया B केटेगरी की निकली
अब निकिता अनुराग के सामने आ गयी -उसने एक स्लीवलेस टॉप और छोटा सा निक्कर पहना हुआ था और उसे देखकर किसी का भी लण्ड खड़ा हो सकता था -उसका टॉप ऊपर से काफी चौड़ा था लेकिन उसमे बटन नहीं थे. अनुराग ने उसके अंदर ऊपर से ही अपना हाथ डाल दिया. निकिता ने ब्रा पहनी हुई थी -अनुराग ने ब्रा में कैद उसके मम्मे कुछ देर दबाये सहलाये और फिर उसके निक्कर में ऊपर से हाथ डालकर अपने हाथ को अंदर घुमाने लगा-उसे लगा की उसका हाथ किसी मक्खन के ढेर में फंस गया है-निकिता ने पैंटी नहीं पहनी हुई थी और उसकी चूत और टाँगे और जांघें एकदम चिकनी और मस्त थीं.
अनुराग : तो यह A केटेगरी का माल है
भावना और निकिता का चेहरा शर्म और ज़लालत से एकदम लाल हो उठा था लेकिन उनके साथ यह सब आम बात थी क्योंकि हेड बॉय कभी भी अपनी मौज़ मस्ती के लिए उन लोगों को ज़लील कर देते थे -अगर कोई लड़की इसका विरोध करती तो उसके साथ और ज्यादा बदतमीजी होती थी
गौरव अब उन दोनों से बोला : ठीक है तुम दोनों अब जा सकती हो -अनुराग ने तुम दोनों की केटेगरी चेक कर ली है
उन दोनों के जाने के बाद अनुराग उन सबसे बोला : यार हम इन लड़कियों को इस तरह सरे आम ज़लील करते हैं और यह सब चुपचाप करवा लेती हैं-यह सब कैसे होता है ?
पंकज : यह सब अभिनव और नितिन का किया धरा है. इन दोनों ने लड़कियों के दिमाग में इतना डर बिठा रखा है कि कोई लड़की हमारी किसी भी बात को मानने से इंकार नहीं कर सकती है -मैं तुम्हारी जानकारी के लिए एक सच्ची स्टोरी बता रहा हूँ जिसे सुनकर तुम्हे समझ आ जाएगा कि यह लड़कियां चुपचाप कैसे यह सब सहन कर लेती हैं
एक दिन लंच के समय हम सब आज की तरह कैंटीन में बैठे हुए थे-एक लड़की हमारे पास से गुज़री तो अभिनव ने उसे अपने पास बुला लिया और उससे बोला : किस केटेगरी की हो तुम आलिया ?
आलिया : सर मैं C केटेगरी की हूँ
अभिनव : अपनी केटेगरी चेक करवाओ - मेरे नज़दीक आ जाओ
आलिया : नहीं सर, मैं यहां सब के सामने यह सब कैसे कर सकती हूँ-यहां तो इस समय बहुत भीड़ है -मैं आपके ऑफिस में आकर अपनी केटेगरी चेक करवा दूंगी
अभिनव : मैं अगर कह रहा हूँ की केटेगरी यहाँ चेक करवाओ, तो यहीं करवानी पड़ेगी
आलिया फिर भी अभिनव के पास नहीं आयी तो नितिन उससे बोला : अपने बैग में से डायरी निकालो और मुझे दिखाओ
आलिया से डायरी निकालकर नितिन के हाथ में पकड़ा दी
नितिन ने डायरी खोलकर देखा लेकिन उसमे आलिया के लिए कोई पनिशमेंट नहीं लिखा था -नितिन ने अब अपनी स्पेशल पावर का इस्तेमाल करते हुए उसकी डायरी में लेवल-1 के एक पनिशमेंट कि एंट्री कर दी और उसका कारण लिख दिया-"अनुशासनहीनता"
अब नितिन आलिया से बोला : जाओ अभिनव सर से अपना पनिशमेंट ले लो
आलिया अब बुरी तरह फंस चुकी थी-वह हाथ जोड़ जोड़कर "प्लीज़ सर ....प्लीज़ सर" करती जा रही थी लेकिन अभिनव ने उसकी स्कर्ट उतरवाकर वहीं कैंटीन में ही अपनी टांगों पर उल्टा लिटाकर पहले उसकी अपनी हाथों से पच्चीस बार स्पैकिंग क़ी और फिर उससे उसी हालत में कान पकड़कर 10 बार उठक बैठक भी लगवाई
उस दिन यह तमाशा काफी स्टूडेंट्स ने लाइव देखा था और तब से ही अभिनव और नितिन से लड़के लडकियां कुछ ज्यादा ही खौफ खाते हैं -बीच बीच में यह सब करना इसलिए भी ज़रूरी है ताकि स्टूडेंट्स में हमारा रौब दाब और दबदबा बना रहे. यह कहकर सारे हेड बॉयज कैंटीन से बाहर निकले और अपने अपने हॉस्टल रूम की तरफ चले गए
यह सब बातें सुन सुनकर अनुराग का लण्ड एकदम कड़क हो गया था-वह भी अपने लण्ड को अपनी जींस में किसी तरह एडजस्ट करता हुआ अपने हॉस्टल रूम की तरफ चल दिया
अनुराग जैसे ही अपने हॉस्टल ब्लॉक के गेट पर पहुंचा उसे पीछे से एक सुरीली सी आवाज़ सुनायी दी : सर प्लीज़ सुनिए...
अनुराग ने पीछे मुड़कर देखा तो देखता ही रह गया-उसका लण्ड तो कैंटीन में सुनी हुई बातों से पहले ही बेकाबू हुआ जा रहा था- अब यह अप्सरा जैसी बला की खूबसूरत लौंडिया कहाँ से बीच में आ गयी
अनुराग ने उसे ध्यान से देखा. बेहद खूबसूरत और और चिकनी लौंडिया थी-उसकी उम्र 18 साल की लग रही थी और वह फ्रेशर यानी पहले सेमेस्टर की ही स्टूडेंट लग रही थी. उसका चेहरा किसी फिल्म एक्ट्रेस से मेल खा रहा था-उसने काले रंग की टाइट टी शर्ट और काले रंग का ही छोटा सा निक्कर पहना हुआ था -उसकी लम्बाई लगभग साढ़े पांच फ़ीट थी और छोटे निक्कर के नीचे उसकी गोरी चिकनी लम्बी टांगों ने अनुराग के लण्ड को उसकी जींस के अंदर और भी लम्बा कर दिया था-उसे तुरंत राहत की जरूरत थी-वह इसीलिए जल्दी जल्दी अपने रूम में जा रहा था ताकि मास्टरबेशन करके अपने लण्ड में से अपना जूस निकाल सके लेकिन इस कच्ची कली को देखकर उसका इरादा बदल गया और वह उसकी तरफ देखकर कड़क आवाज़ में बोला : चुपचाप मेरे साथ आओ
वह लड़की जैसे ही कुछ बोलने को हुई, अनुराग ने उसे रोक दिया : तुमसे कहा न चुप रहो और मेरे साथ मेरे रूम पर चलो. जब तक मैं तुम्हे बोलने के लिए परमिशन नहीं दूँ ,तब तक तुम चुप रहोगी-अगर मेरी बात मंजूर नहीं है तो यहां से वापस जा सकती हो
लड़की चुपचाप अब अनुराग के साथ उसके रूम में आ गयी. अनुराग बहुत उत्तेजना में था . उसने कमरे को अंदर से बंद किया और अपनी जींस उतारकर कुर्सी पर बैठ गया
लड़की अभी तक चुपचाप खड़ी खड़ी इस बात का इंतज़ार कर रही थी की कब उसे बोलने की परमिशन मिलेगी
अपनी टी शर्ट और अंडरवियर में अनुराग कुर्सी पर बैठा हुआ था और अपने खड़े लण्ड पर हाथ फिरा रहा था
उसने लड़की की तरफ देखा और उससे बोला : इधर आकर मेरी टांगों के बीच में अपने घुटनों के बल बैठ जाओ
लड़की फिर अनुराग से कुछ बोलना चाहती थी लेकिन अनुराग ने फिर उसे डांटते हुए कहा : जो मैं कह रहा हूँ, पहले उसे करो और जब तक मैं न कहूँ चुपचाप रहो और मेरा लण्ड चूसो
लड़की उसकी टांगों के बीच में आकर अपने घुटनों के बल बैठ गयी और उसकी तरफ देखने लगी . अभी भी ऐसा लग रहा था की वह उससे कुछ कहना चाह रही हो लेकिन अनुराग ने उसे जबरन चुप कराया हुआ था
अनुराग ने अपने अंडरवियर को थोड़ा से नीचे खिसकाते हुए उसमे से अपना लण्ड बाहर निकाला और उसे उस लड़की के गोरे चिकने खूबसूरत अनछुए चेहरे पर फिराने लगा. लड़की ने शर्म से आँखें बंद कर लीं लेकिन अनुराग ने उससे कहा : आँखें खोलो और मेरी तरफ देखो
अनुराग का लण्ड अब उस लड़की के खूबसूरत गुलाबी होंठों पर रखा हुआ था और अपने लण्ड को उसके होंठो पर काफी देर तक रगड़ने के बाद उसने कड़क आवाज़ में कहा : चल अपना मुंह खोल और इसे अपने मुंह में लेकर चूस
लड़की ने अपने मुंह में उसका लण्ड ले लिया और उसे चूसने लगी. जिस तरह से वह उसके लण्ड को चूस रही थी उससे ही लग रहा था की उसने आज से पहले कभी किसी का लण्ड नहीं चूसा है -अनुराग उसके चेहरे की खूबसूरती पर मर मिटा था और इस बात को सोच रहा था की अगर वह हेड बॉय नहीं होता तो सपने में भी इतनी खूबसूरत लौंडिया उसका लण्ड अपने मुंह में नहीं लेती-उसने यह भी सोच लिया कि कल जो नयी लड़कियों की केटेगरी बनाई जाएगी, उसमे जरूर इस लौंडिया को A केटेगरी में रखा जाएगा
लड़की को लण्ड ठीक से चूसना नहीं आ रहा था लेकिन अनुराग इस बात पर गुस्सा नहीं था -उसे इस बात की खुशी थी कि यह लड़की अपनी लाइफ में शायद पहली बार किसी का लण्ड चूस रही है और यह लण्ड उसका है
उसने उस लड़की को सिखाते हुए कहा : अपने होंठों के बीच में पकड़कर मेरे लण्ड पर अपनी जीभ को गोल गोल घुमाओ
लड़की अब पहले से बेहतर तरीके से उसका लण्ड चूसने लगी. कुछ देर में ही अनुराग अपने क्लाइमेक्स पर पहुँच गया और उसने अपने लण्ड का सारा जूस उसके मुंह में छोड़ दिया और बोला : मेरे सारे जूस को चुपचाप पी जाओ-एक बूँद भी तुम्हारे मुंह से बाहर नहीं आनी चाहिए
लड़की ने वही किया जो अनुराग ने कहा
अब अनुराग ने अपना लण्ड उसके मुंह से निकाल लिया और उससे बोला : देखो यह गीला हो गया है -तुम ऐसा करो इसे अपनी जीभ से चाट चाट कर साफ़ भी कर दो
लड़की ने अब उसके लण्ड को अपनी जीभ से चाट चाट कर साफ़ भी कर दिया
अनुराग ने पूरी तसल्ली करने के बाद उससे कहा : अब सामने रखी कुर्सी पर बैठ जाओ और बोलो क्या कहना चाहती हो
अनुराग ने अपना लण्ड अंडरवियर के अंदर कर लिया था और अपनी जींस भी पहन ली थी. लड़की को अभी भी अजीब सा लग रहा था. वह बोली : मैं कुल्ला करना चाहती हूँ-मुझे मुंह में अजीब अजीब सा स्वाद लग रहा है
अनुराग हँसते हुए बोला : अभी नयी नयी आयी हो-इस स्वाद की तुम्हे जल्द ही आदत लग जाएगी -इसलिए कुल्ला वुल्ला छोड़ो और यह बताओ कि तुम क्या बात कहने आयी हो
लड़की : सर मेरा नाम प्रियंका है-मैं पहले सेमेस्टर की फ्रेशर स्टूडेंट हूँ -मुझे मेरे बड़े भैया ने आपके पास भेजा है -मैं आपकी पर्सनल असिस्टेंट ( पी ए ) बनना चाहती हूँ
अनुराग का सर घूम गया : तुम्हारे बड़े भैया कौन है
प्रियंका : सर वह पांचवे सेमेस्टर के हेड बॉय पंकज मेरे सगे बड़े भाई हैं-उन्होंने मुझे आपके पास भेजा है
अनुराग को मनो करंट लगा हो : क्या ????????????? पंकज तुम्हारे बड़े भैया हैं -लेकिन उन्होंने मुझसे तो तुम्हारे बारे में कोई जिक्र नहीं किया -तुमने पहले क्यों नहीं बताया कि तुम पंकज की छोटी बहन हो-मैंने तो तुम्हारे मुंह में अपना लण्ड भी डाल दिया
प्रियंका : सर मैं तो बार बार आपको बताने की कोशिश कर रही थी लेकिन आप ने कहा कि मुझे आपकी परमिशन के बिना कुछ नहीं बोलना है
अनुराग : लेकिन पंकज तुम्हे मेरी पी ए क्यों बनाना चाहता है -अपनी पी ए क्यों नहीं बना लेता ?
प्रियंका : भैया के दो पी ए तो पहले से ही बने हुए हैं- अपने अपने पी ए सबको पहले सेमेस्टर में चुनने होते हैं-क्योंकि पांचो साल तक वही पी ए रहते हैं- एक लड़का और एक लड़की हर हेड बॉय को पी ए के तौर पर मिलते हैं -आपको भी एक लड़की और एक लड़का चुनना है अपने पी ए के रूप में. भैया चाहते हैं कि सभी लड़कियों में से आप मुझे अपना पी ए चुनें-वह सबके सामने आपसे यह बात नहीं कहना चाहते थे इसलिए जब वह लंच करके रूम पर वापस जा रहे थे तो उन्होंने मुझे फोन पर कहा कि अब अनुराग सर से जाकर मिल लो और उनसे पी ए बनने के लिए कह दो
अनुराग एकदम कन्फ्यूज्ड था. उसने फिर भी पूछा : मेरा पी ए बनकर तुम्हे क्या फायदा होगा ?
प्रियंका : किसी भी हेड बॉय के पी ए को बहुत सारे फायदे होते हैं- पहला फायदा तो यह कि पूरे पांच सालों तक कोई और हेड बॉय उसे हाथ भी नहीं लगा सकता है-उसे पनिशमेंट भी नहीं दे सकता है-उसे सार्वजानिक तौर पर ज़लील भी नहीं किया जा सकता है-पी ए एक तरह से जिस हेड बॉय का पी ए होता है, सिर्फ वही हेड बॉय अपने पी ए को पनिशमेंट दे सकता है
अनुराग को यह नया रूल आज ही मालूम पड़ा था -जो उसे समझ आया था कि हर हेड बॉय को दो पी ए (एक लड़का और एक लड़की) पर्सनल सेक्स स्लेव की तरह मिले हुए थे जो सिर्फ उसके साथ ही सब कुछ करेंगे और कोई और हेड बॉय उनके साथ कुछ भी गलत नहीं कर सकता था -एक तरह से पी ए को तो इसमें फायदा ही था क्योंकि पांच सालों में 9 हेड बॉय झेलने की बजाये पी ए को पांच सालों तक सिर्फ एक हेड बॉय को ही झेलना पड़ेगा
अनुराग ने मन में सोचा कि यह लौंडिया तो बहुत जबरदस्त सेक्सी सुन्दर और हॉट है- इसे पी ए बनाने में उसे भला क्या नुकसान है -उसने ऊपर से अहसान दिखते हुए प्रियंका से कहा : पंकज की छोटी बहन से मैं मना तो कर नहीं सकता- तुम्हारा नाम मैं कल सुबह ही अपने पी ए के लिए कालेज प्रशासन को फॉरवर्ड कर दूँगा
प्रियंका को पंकज ने पूरी तैयारी के साथ भेजा था . उसने एक फोटो लगा हुआ आई कार्ड निकाला और अनुराग को देते हुए बोली : यह मेरे पी ए होने का आई कार्ड है-इस पर आप अपने साइन कर दीजिये . मैं इस कार्ड को लैमिनेट कराकर अपने पास रख लूंगी
अनुराग ने आई कार्ड पर अपने साइन करके उसे वापस प्रियंका को दे दिया
प्रियंका खुश होती हुई बोली : थैंक यू सर -मेरा फोन नंबर आप सेव कर लीजिये- आज से मैं 24 घंटे आपकी सेवा में हाज़िर हूँ
प्रियंका की बातें सुनकर अनुराग का लण्ड फिर से कड़क होने लगा था लेकिन उसने फिलहाल उसे वापस भेजते हुए कहा : अब तुम जाओ और पंकज को बता दो कि मैंने तुम्हे पी ए बना लिया है
प्रियंका : जी सर
अनुराग : सुनो, पंकज को यह मत बताना कि मैंने तुम्हारे मुंह में अपना लण्ड डालकर तुम्हारे साथ मुख मैथुन किया है
प्रियंका (मुस्कुराते हुए ) : जी सर. लेकिन उन्हें इस बात से कोई ऐतराज नहीं होगा -वह खुद हेड बॉय हैं और इन सब बातों को बेहतर जानते हैं
इसके बाद प्रियंका वहां से चली गयी और अनुराग वाशरूम में चला गया
वाशरूम से बाहर आया तो उसने देखा शाम के पांच बज चुके थे. वह कुछ देर आराम करना चाहता था और इसलिए लाइट बंद करके बिस्तर पर लेट गया
बिस्तर पर लेटे अभी उसे पांच मिनट भी नहीं हुए थे कि फिर से किसी ने उसके कमरे का दरवाज़ा खटखटा दिया
अनुराग सोचने लगा : अब कौन आया होगा ? ऋतू को तो रात दस बजे आना था
वह बिस्तर से उठा और दरवाज़े की तरफ बढ़ गया
*********
अनुराग ने कमरे का दरवाज़ा खोल दिया
सामने आयुष खड़ा था. आयुष अनुराग के बचपन का दोस्त था और उसने फर्स्ट सेमेस्टर में अनुराग के साथ ही कालेज में एडमिशन लिया था
अनुराग ने आयुष से कहा : अंदर आ जा, बाहर क्यों खड़ा है
आयुष अंदर आ गया तो अनुराग ने उससे पूछा : बोल, कैसे आना हुआ ?
आयुष ( थोड़ा झिझकते हुए ) : अब आप मेरे दोस्त होने के साथ साथ हेड बॉय भी बन गए हो -मैं तुम्हारा पी ए बनना चाहता हूँ - वैसे तो ओरिएंटेशन के समय पी ए का चुनाव किया जाता है जो कि कल होने वाला है लेकिन मैं अपनी दावेदारी पहले से ही पेश करना चाहता हूँ
अनुराग : अरे तू तो मेरा पक्का दोस्त है-तुझे मेरा पी ए बनने की क्या जरूरत है- यहां तेरे अलावा 49 और लड़के हैं ना जो मेरा पी ए बनने के लिए कुछ भी करने के लिए तैयार हो जाएंगे-तुझे पी ए बनने की क्या जरूरत है भाई ?
आयुष : मेरी बात का जबाब तो तुमने खुद ही दे दिया है कि यहां मेरे अलावा 49 और लड़के हैं जो तुम्हारा पी ए बनने के लिए कुछ भी करने के लिए तैयार हो जाएंगे -अगर ऐसा ही है तो मुझ में क्या कमी है जो मैं तेरा पी ए नहीं बन सकता ?
अनुराग अब सोच में पड़ गया -उसे मालूम था कि आयुष पी ए बनने के सारे नफा नुकसान सोचकर ही यहां आया होगा-उसने आयुष को टालने के लिए कह दिया : यार अभी तो कल तक का वक्त है-मैं तुझे सोचकर बताता हूँ
आयुष : नहीं भाई, मैं तुमसे कह चुका हूँ कि मैं वह सब कुछ करने के लिए तैयार हूँ जो बाकी के 49 लड़के करने को तैयार हो जाएंगे-मुझे तुम्हारे दोस्त होने का यह फायदा तो मिलना ही चाहिए कि उन 49 का नहीं, मेरा सेलेक्शन तुम्हारे पी ए के तौर पर किया जाए
अनुराग ने मन ही मन सोचा कि किसी अनजान लड़के को अपना पी ए बनाने से बेहतर है कि अपने बचपन के दोस्त को ही अपना पी ए बना लिया जाए. आयुष वैसे भी देखने भालने में गोरा और हैंडसम था और उसकी बढ़िया पर्सनालिटी थी लेकिन फिर भी उसने यह जांचने के लिए कि वह उसके लिए क्या क्या कर सकता है, उससे पूछा : पी ए के काम के बारे में तुम्हे मालूम है कुछ आयुष ?
आयुष : हेड बॉय के हर आदेश को पी ए को बिना कोई सवाल किये मानना होता है-मुझे तो यही बताया गया है-पी ए बनने के बहुत सारे फायदे हैं और इसलिए अगर मैं तुम्हारे हर आदेश का पालन भी कर लूँगा तो मुझे कोई नुकसान नहीं है -इसलिए मुझे तुम्हारे किसी आदेश को मानने में कभी कोई संकोच नहीं होगा। प्लीज मुझे अपना पी ए बना लो
अनुराग : ठीक है -मैं तुमसे पांच अलग अलग काम करने के लिए अभी कहूंगा-अगर सभी काम करने के लिए तुम राजी हो जाते हो तो समझो कि तुम पी ए बन गए
आयुष : ठीक है-मुझे मंजूर है -आप हुक्म दो
अनुराग : अपने सारे कपडे उतारो
आयुष एक टी शर्ट और जींस पहना हुआ था-उसने बिना किसी देरी के अपनी टी शर्ट उतार फेंकी और और ऊपर से पूरी तरह नंगा होने के बाद अपनी जींस का बटन खोलने लगा-जींस उतारने के बाद उसके बदन पर अब सिर्फ बॉक्सर अंडरवियर ही बच गया था जिसके अंदर उसका अपना लण्ड बाहर निकलने को बेताब हो रहा था
अनुराग को हालांकि लड़कों में कोई दिलचस्पी नहीं थी लेकिन क्योंकि वह खुद सांवले रंग का था, इसलिए उसने जब उसने गोरे चिट्टे आयुष के नंगे बदन को देखा तो उसके लण्ड में हलचल जैसी होने लगी
जब आयुष ने अपने अंडरवियर उतारने के लिए हाथ बढ़ाया तो अनुराग ने उसे रोक दिया और बोला : अब दूसरा टेस्ट यह है कि तुम यहां अपने कान पकड़कर सौ उठक बैठक लगाओ
आयुष ने फटाफट कान पकडे और उठक बैठक लगानी शुरू कर दीं -वह गिनती भी बोलता जा रहा था- 20 उठक बैठक के बाद ही अनुराग ने उसे फिर रोक दिया और बोला : अब तीसरा टेस्ट होगा-दस मिनट के लिए यहां मेरे पैरों के पास कान पकड़कर मुर्गा बनकर दिखाओ
आयुष अनुराग के आगे कान पकड़कर मुर्गा भी बन गया
पांच मिनट बाद ही अनुराग ने उससे कहा : चलो खड़े हो जाओ और मेरे जूते उठाकर लाओ और मुझे पहनाओ
आयुष ने अनुराग के टेबल के नीचे रखे हुए जूते और मोज़े दोनों उठा लिए और जमीन पर अनुराग के पैरों के पास बैठकर उसके पैरों में मोज़े पहनने लगा -दोनों पैरों में मोज़े पहनाने के बाद आयुष ने जैसे ही उसके पैरों में जूता पहनाना शुरू किया, अनुराग ने उसे रोक दिया और बोला: अब तुम्हारा फाइनल टेस्ट बाकी है -ऐसा करो यहां मेरे सामने अपने घुटनों के बल बैठ जाओ और जो मैं कहूँ उसे करके दिखाओ
आयुष अनुराग की टांगों के बीच घुटनों के बल बैठ गया
अनुराग ने अब अपनी जींस की ज़िप खोलकर उसमे से अपने खड़े लम्बे लण्ड को बाहर निकाला और आयुष के होंठों पर उसे रखते हुए बोला : अब इसे अपने मुंह में लेकर चूसो
आयुष ने अनुराग के लण्ड को भी अपने मुंह में ले लिया और उसे चूसने लगा
आयुष का टेस्ट लेते लेते अनुराग अंदर से बहुत गर्म हो चुका था और उसका लण्ड एकदम कड़क होकर तुरंत राहत की तलाश में था -आयुष के मुंह में लण्ड डालकर अनुराग सोचने लगा कि देखो मेरे बचपन का दोस्त अपने फायदे के लिए किस तरह से मेरा लण्ड अपने मुंह में लेने के लिए खुशी खुशी राजी हो गया है -उसके साथ मुख मैथुन करते हुए अनुराग अपने क्लाइमेक्स पर पहुँच गया और आयुष में मुंह में अपने वीर्य की पिचकारी छोड़ दी-जिसे आयुष चुपचाप निगल गया
आयुष अब अनुराग का पी ए बन गया था-प्रियंका पहले ही उसकी दूसरी पी ए बन चुकी थी - आयुष अनुराग के पास से जाते जाते भी यह कहना नहीं भूला : मुझे मालूम है कि जो कुछ भी तुमने मुझसे अभी अभी करवाया है, उसे तुम किसी लड़की से भी करवा सकते थे, लेकिन मुझे इसका कोई अफ़सोस नहीं है- मुझे इसकी खुशी होगी अगर यह सब मुझे दुबारा करने के लिए कहा जाएगा
आयुष के जाने के बाद अनुराग ने दुबारा से कमरे की लाइट ऑफ की और बिस्तर पर लेट कर आराम करने की कोशिश करने लगा -बिस्तर पर लेटा लेटा वह दिन भर की घटनाओं के बारे में सोचता रहा कि कैसे अचानक उसके हेड बॉय बनते ही उसकी कालेज लाइफ एकदम बदल गयी है और वह इतना पावरफुल हो गया है कि हेड बॉय का पी ए होना भी कालेज के अंदर एक स्टेटस सिम्बल है -यह सब सोचते सोचते वह कब सो गया, इसका पता उसे तब चला जब उसके दरवाज़े पर किसी ने जोर जोर से दस्तक देनी शुरू कर दी- वह अपनी ऑंखें मलता हुआ बिस्तर से उठा और मोबाइल में टाइम देखा -रात के दस बज चुके थे -इसका मतलब ऋतू आयी होगी.
अनुराग ने दरवाज़ा खोल दिया-बाहर कॉरिडोर में हल्की रोशनी थी-उसमे से एक खुशबू का झोंका एकदम उसके चेहरे पर आया -ऋतू खड़ी थी
अनुराग ने ऋतू को अंदर बुलाकर दरवाज़ा अंदर से बंद कर लिया
A केटेगरी की ऋतू के बारे में जैसा बताया गया था, वह उससे भी कहीं अधिक सुन्दर,गोरी, हॉट और सेक्सी थी -उसकी फिगर इतनी जबरदस्त थी कि उसे देखने भर से ही किसी का भी लण्ड खड़ा होना तय था
ऋतू को अनुराग ने कुर्सी पर बैठने के लिए कहा- ऋतू ने सफ़ेद रंग की टाइट टी शर्ट और सफ़ेद रंग का ही टाइट शार्ट पहना हुआ था-उसकी चिकनी गोरी लम्बी टाँगे और जांघें अनुराग को एक तरह से आमंत्रित कर रही थीं.
उसकी सुंदरता का साइड इफ़ेक्ट अनुराग पर ऐसा हुआ था कि बिना कुछ किये ही उसका लण्ड एकदम कड़क होकर उसकी जींस से बाहर निकलने के लिए बेकाबू हो रहा था
कुर्सी पर बैठा हुआ अनुराग उससे कुछ पूछता, उससे पहले उसने खुद ही बोलना शुरू कर दिया : सर मेरा नाम ऋतू है -मैं पांचवे सेमेस्टर की स्टूडेंट हूँ और मेरा एक लेवल-1 का पनिशमेंट बाकी है जिसकी तारीख कल निकल चुकी है -आप प्लीज़ उसे कल की तारीख में ही पूरा किया हुआ दिखा दें-नहीं तो कल सोमवार को वह पनिशमेंट डबल हो जाएगा
यह कहकर ऋतू ने अपनी डायरी खोलकर अनुराग के सामने रख दी -अनुराग ने डायरी देखे बिना उसे एक तरफ रख दिया
अनुराग दो तीन घंटे की नींद लेकर अब थोड़ा फ्रेश महसूस कर रहा था और थोड़ी मौज़ मस्ती के मूड में था-ऋतू को रात के दस बजे उसने बुलाया भी इसलिए था ताकि वह तसल्ली से इस A केटेगरी की लौंडिया के साथ मौज़ मस्ती कर सके
अपने सामने बैठी हुई ऋतू के सेक्सी बदन पर अनुराग की आँखें मनो चिपक सी गयीं थी और हटने का नाम ही नहीं ले रही थीं-उसे यह भी मालूम था कि ऋतू ने अपने कपड़ों के अंदर ब्रा और पैंटी नहीं पहनी है और जो छोटे छोटे दो कपडे पहने वह बैठी हुई है, उन्हें उतारते ही वह पूरी तरह निर्वस्त्र हो जाएगी -इसलिए अनुराग को उसे नंगा करने की जल्दी नहीं थी क्योंकि उसने ज्यादा कुछ पहन ही नहीं रखा था
अनुराग ने ऋतू की तरफ देखते हुए कहा : आज सारा दिन बहुत भाग दौड़ रही-बहुत थकान भी हो रही है -तुम ऐसा करो मेरा जरा मूड बनाओ
ऋतू हालांकि अनुराग से 4 साल आयु में बड़ी थी और खाई खेली लड़की थी फिर भी वह उसके मूड बनाने की बात को नहीं समझी और पूछने लगी : सर मूड कैसे बनाते हैं ?
अनुराग : जरा ऐसा करो -एक दो फ़िल्मी आइटम नम्बर्स पर डांस करके मुझे खुश करो -हो सकता है मेरा मूड बन जाए
ऋतू को तो बस इशारे की जरूरत थी -उसने अपने मोबाइल पर सेक्सी आइटम नंबर लगा दिया और उस पर थिरक थिरक कर डांस करने लगी
डांस करते करते ही वह बार बार अनुराग के पास आकर अपने सेक्सी बदन को अनुराग के बदन पर रगड़ रही थी-अपने मस्त -मस्त मम्मों को भी वह बार बार उसके चेहरे से रगड़ रही थी-अचानक ही वह अनुराग की दोनों टांगों के ऊपर लेटकर उछल उछल कर "लैप डांस" करने लगी-अनुराग के जींस में कैद लण्ड पर कभी उसका हाथ, कभी उसके मम्मे और कभी उसका चेहरा लगातार रगड़ खा खाकर टकरा रहे थे-अनुराग एकदम जन्नत का मज़ा लूट रहा था
गाना ख़त्म हो गया था -अनुराग का मूड बन गया था
अनुराग ने अब ऋतू से कहा : अब अपने कपडे उतारो
ऋतू ने अपनी टी शर्ट उतारी और उसके मस्त गोरे मक्खन जैसे मम्मे अनुराग के सामने आ गए -अनुराग अपने लण्ड पर हाथ फिराए जा रहा था : अब अपना निक्कर भी उतारो
अब ऋतू एकदम नंगी खड़ी थी
अनुराग : अपने दोनों हाथ ऊपर उठाओ
ऋतू ने अपने दोनों हाथ ऊपर उठा लिए
अनुराग अब ऋतू के पास पहुंचा और उसके पीछे बदन से चिपककर खड़ा हो गया -ऋतू अपने मस्त मुलायम नितम्बों पर उसके खड़े लण्ड के दबाब को अच्छी तरह महसूस कर रही थी -अनुराग के हाथ उसके मख़मली मम्मों को दबाने सहलाने में व्यस्त थे और अपने चेहरे को वह उसकी गर्दन पर रगड़ रगड़ कर चूमे जा रहा था -इसी बीच अनुराग ने अपनी टी शर्ट और जींस भी उतार दी और ऋतू के सामने आकर उसे अपनी गिरफ्त में ले लिया- उसके सीने पर ऋतू के मस्त मम्मे दबे हुए थे और उसके होंठों को भी अनुराग ने अपनी गिरफ्त में लेकर बेतहाशा चूमना शुरू कर दिया था.
अनुराग ने इसी तरह उसके मखमली बदन को जी भरकर दबाने सहलाने और मसलने के बाद उससे कहा : चल नीचे बैठ
ऋतू कुछ समझी नहीं और नीचे घुटनों के बल बैठ गयी
अनुराग ने अपने अंडरवियर में कैद लण्ड को उसके खूबसूरत चेहरे और होंठों पर काफी देर तक रगडा और फिर ऋतू से बोला : चल अब मेरे लण्ड को बाहर निकाल और अपने मुंह में लेकर चूस
ऋतू : नहीं. यह मैंने पहले कभी नहीं किया है...प्लीज़ यह मुझसे नहीं होगा...आप जो कुछ भी और करने के लिए कहेंगे मैं करने के लिए तैयार हूँ...लेकिन यह नहीं..प्लीज़
अनुराग : ठीक है, तुम अपनी डायरी उठाओ और यहां से चली जाओ -जब कल डबल पनिशमेंट मिलेगा तो तुम्हारी अक्ल अपने आप ठिकाने आ जाएगी
ऋतू : प्लीज़ सर, कुछ और करवा लीजिये...मुझे यह सब करना अच्छा नहीं लगता है..प्लीज़
ऋतू की ना ना सुनकर अनुराग का लण्ड अब और कड़क हो चुका था , वह वहां से हटकर फिर से कुर्सी पर बैठते हुए बोला : इधर आ मेरी गोद में आकर लेट
ऋतू अनुराग के टांगों के ऊपर आकर लेट गयी. अनुराग ने उसके चेहरे को अपने चेहरे के नीचे किया और उसके गालों पर जोर से चपत मारकर बोला : चल मुंह खोल अपना
ऋतू ने जैसे ही अपना मुंह खोला, अनुराग ने उसके मुंह में दो-तीन बार जोर जोर से थूक दिया और बोला : अब मेरे इस थूक को फटाफट निगल जा
ऋतू उसकी टांगों पर लेटी हुई उसकी गिरफ्त में कसमसा रही थी लेकिन अनुराग ने उसके चेहरे को अपने हाथों में पकड़ रखा था और उसके गालों पर चपत मार मार कर पूछ रहा था : बोल साली, मेरा लण्ड अपने मुंह में लेगी या नहीं ?
ऋतू इंकार करते हुए फिर से अपना सर हिलाने लगी तो अनुराग ने फिर से उसके गालों पर दो चपत लगाते हुए कड़क आवाज़ में कहा : अब भी अगर नहीं मानी तो तेरे मुंह में अपना थूक नहीं,अपनी पेशाब डालूँगा
अपने मुंह में पेशाब डालने की बात सुनते ही ऋतू एकदम होश में आ गयी और बोली : नहीं सर मैं आपका लण्ड चूसने के लिए तैयार हूँ.
अनुराग ने हँसते हुए उसे अपनी टांगों के बीच घुटनों के बल बिठाया और उससे बोला : अपने हाथ को मेरे अंडरवियर पर धीरे धीरे फिराते हुए मेरे लण्ड को बाहर निकल और अपने मुंह में ले ले.
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23 साल की ऋतु ने आज से पहले कभी किसी का लण्ड नही चूसा था लेकिन लेकिन आज वह बेबस होकर अनुराग के लण्ड को चूसने जा रही थी। वह कुछ देर तक अनुराग के लण्ड को उसके अंडरवियर के ऊपर पर ही हाथ फिरा फिरा कर सहलाती रही। उसके हाथ फिराने से अनुराग को बहुत मज़ा आ रहा था।अनुराग को कोई जल्दी भी नही थी। ऋतु के मस्त सेक्सी बदन को भोगने के लिए उसके पास पूरी रात पड़ी थी।
कुछ देर इस तरह सहलाने के बाद ऋतु ने अनुराग के अंडरवियर को नीचे खिसकाकर उसका लण्ड अपने हाथ मे पकड़ लिया
अनुराग : इसे अपने होंठों पर इस तरह रगड़ जैसे लिपस्टिक लगा रही हो
ऋतु को अनुराग से इस तरह की बदमाशी की उम्मीद नही थी क्योंकि यह सब तो पिछले 4 सालों में उससे किसी और हेड बॉय ने नही करवाया था
ऋतु उसके लण्ड को अपने होंठों तक ले गई और अपने होंठों पर रगड़ने लगी
ऋतु को इस तरह करते देख अनुराग हंसते हुए बोला : गुड़ गर्ल ! पहले ही मान जाती तो इतनी पिटाई से बच जाती और मेरा थूक भी नही खाना पड़ता
चल कोई बात नही, अब अपना मुंह खोल और इसे अपने मुंह के अंदर ले। तुझे तो लगता है लण्ड चूसना भी मुझे ही सिखाना पड़ेगा
ऋतु ने उसके लंड को अपने मुंह मे ले लिया और उसे चूसने की कोशिश करने लगी लेकिन अनुराग को पूरा मज़ा नही आ रहा था
अनुराग ने उसके गाल पर चपत लगाते हुए कहा : वैसे चूस जैसे आइस क्रीम चूसते हैं। अपनी जीभ को गोल गोल उसके चारों तरफ घुमा रंडी
अब ऋतु अनुराग के बताए तरीके से उसका लण्ड चूसने लगी
अनुराग : वेरी गुड। अब आया मज़ा। तू तो बहुत जल्दी लण्ड चूसने में एक्सपर्ट हो गई
अनुराग पूरी उत्तेजना के साथ अपने लण्ड को उसके मुंह मे अंदर बाहर किये जा रहा था
अनुराग का क्लाइमेक्स आते ही उसने अपने लण्ड की तेज पिचकारी उसके मुंह में छोड़ दी और उससे बोला : मेरा सारा जूस पी ले। एक बूंद भी बाहर नही निकलनी चाहिये
ऋतु के मुंह से अनुराग ने लण्ड बाहर निकालकर फिर से उससे कहा : देख तूने इसे कितना गीला कर दिया है। चल इसे अपनी जीभ से चाट चाट कर साफ कर
अपनी पूरी तसल्ली करने के बाद अनुराग ने अपने लण्ड को अंडरवियर के अंदर कर लिया और ऋतु को खड़ा होने के लिए कहा
ऋतु : सर मुझे बहुत जोर की प्यास लगी है
अनुराग (हंसते हुए) : पानी पिएगी या मेरी पेशाब ?
ऋतु : प्लीज़ सर....नही...मुझे पानी चाहिए
अनुराग : कोई बात नही। आज तो पानी पी ले लेकिन आज के बाद तूने मेरी कोई बात पहली बार में नही मानी तो तुझे अपनी पेशाब पिलाऊंगा
अनुराग ने ऋतु को पीने के लिए पानी दे दिया
पानी पीने के बाद ऋतु अपने कपड़े पहनने लगी लेकिन अनुराग ने फिर से उसके गाल पर चपत लगाते हुए कहा : जब तक मैं ना कहूँ कपड़े नही पहनने हैं। अभी तो मौज़ मस्ती शुरू हुई है तेरे इस सेक्सी बदन के साथ।
अनुराग अंडरवियर पहने कुर्सी पर बैठा हुआ था। उसने ऋतु से कहा : मेरी गोद मे आकर बैठ जा। अब तेरे मस्त बदन के साथ कुछ खिलवाड़ किया जाएगा
ऋतु अनुराग की गोद मे आकर बैठ गयी और अनुराग उसके मस्त बदन से खेलने लगा। अपने एक हाथ से उसने ऋतु के सीने की मस्त गोलाइयों को पकड़कर दबाना सहलाना शुरू किया। दूसरे हाथ से उसने ऋतु के चेहरे को खींचकर अपने चेहरे की तरफ किया और उसके चेहरे को बेतहाशा चूमने चाटने लगा।
उसके मम्मे सहलाने के बाद उसका हाथ ऋतु के चिकने गोरे पेट पर फिसलता हुआ उसकी केले जैसी जाँघों पर आकर उसकी जांघों से खेलने लगा। जाँघे सहलाते सहलाते अनुराग ने अपनी उंगली उसकी चूत में घुसेड़ दी और उसे आगे पीछे करने लगा। ऋतु के गुलाबी होंठ इस समय अनुराग के होंठों की गिरफ्त में थे। अनुराग ने अपनी उंगली उसकी चूत में से निकलकर उसे ऋतु के होंठो पर रखते हुए कहा : चल इसे चाट कर साफ कर
काफी देर तक ऋतु से अपनी उँगली चटवाने के बाद अनुराग ने उसे अपनी गोद से उठाते हुए कहा : चल अब घोड़ी बनकर दिखा
ऋतु अपने दोनों हाथों और पैरों के बल ज़मीन पर घोड़ी बन गई
अब अनुराग ने ऋतु के मस्त सुडौल नितंबों पर अपने हाथ से थपथपाना शुरू कर दिया : साली, एकदम मस्त माल है। चल टाँगे खोलकर दिखा
ऋतु ने जैसे ही अपनी टाँगे फैलाईं, अनुराग ने अपना खड़ा लण्ड उसके दोनों नितंबों के बीच घुसेड़ते हुये उसकी पीछे से चुदाई शुरू कर दी
अनुराग को जल्दी ही क्लाइमेक्स आ गया और उसने ऋतु को हुक्म दिया : चल अब खड़ी हो जा कर बिस्तर पर जाकर लेट जा-अब तेरे से बाकी की मौज़ मस्ती बिस्तर में लेटकर की जाएगी
ऋतु के बिस्तर पर लेटते ही अनुराग भी बिस्तर पर पहुँच गया और एक बार फिर से उसके खूबसूरत बदन से खिलवाड़ करने लगा. जी भरकर उसके मस्त बदन के खेलने के बाद अनुराग ने अपन बदन को ऋतु के ऊपर डाल दिया और अपने खड़े लण्ड को उसकी चूत में डालकर उसकी चुदाई करने लगा
उसके गालों पर अपने चेहरे को रगड़ते हुए अनुराग उससे हंस हंस कर पूछ रहा था : क्यों साली, मज़ा आ रहा है या नहीं
ऋतु अनुराग की गिरफ्त में कसमसा रही थी और उसके मुंह से हर्ष और उत्तेजना मिश्रित अजीब अजीब आवाज़ें निकल रही थीं.
जब उसने अनुराग की बात का कोई जबाब नहीं दिया तो अनुराग ने उसे चोदते चोदते ही उसके गालों पर दो थप्पड़ लगाए और बोला : मेरी बात का जबाब दे रंडी, बता तुझे मेरी इस चुदाई से मज़ा आ रहा है कि नहीं ?
ऋतु (सुबकते हुए) : आ रहा है
अनुराग : क्या आ रहा है, जरा खुलकर बोल
ऋतु : मुझे इस चुदाई से बहुत मज़ा आ रहा है
इस बीच अनुराग फिर से अपने क्लाइमेक्स पर पहुँच गया-अपने लण्ड को उसने ऋतु की योनि में से बाहर निकाला और उसे ऋतु के मुंह के पास ले जाकर बोला : चल जरा इसे भी साफ़ कर अपनी जीभ से
ऋतु ने अपनी जीभ से उसके लण्ड को साफ़ करना शुरू कर दिया
पूरी तसल्ली के बाद अनुराग उससे बोला : चल अब उठकर अपने कपडे पहन ले और भाग यहां से
जब तक ऋतु ने अपने कपडे पहने अनुराग ने ऋतु की डायरी में बैक डेट में उसका पनिशमेंट मार्क कर दिया और डायरी उसे पकड़ते हुए बोला : ले तेरा काम भी मैंने कर दिया है
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अगले दिन अनुराग जैसे ही अपनी फर्स्ट सेमेस्टर की क्लास में पहुंचा, बाकी के सभी स्टूडेंट्स क्लास में उसके स्वागत के इस तरह खड़े हो गए मानो वह कोई बहुत बड़ा वी आई पी हो- दरअसल हेड बॉय बनने की घोषणा के बाद आज वह पहली बार क्लास में पहुंचा था.
क्लास में कुल 10 लाइन्स थीं और सबमे दस दस स्टूडेंट बैठे हुए थे. बायीं तरफ की पांच लाइन्स में लडकियां बैठती थीं और दायीं तरफ की पांच लाइन्स में लड़के बैठते थे.
लड़कों वाली साइड में सबसे आगे की एक सीट पर हेड बॉय लिखा हुआ था- वहां अनुराग जाकर बैठ गया -उसने अपनी दोनों तरफ की सीटों पर नज़र डाली तो देखा कि एक तरफ प्रियंका बैठी हुयी थी और दूसरी तरफ आयुष बैठा हुआ था - उन दोनों की सीटों पर लिखा हुआ था -"पी ए टू हेड बॉय "
कुछ ही देर में कालेज का पहला पीरियड शुरू हो गया और प्रोफेस्सर शर्मा आकर वहां पढ़ाने लगे. जब कालेज का आखिरी पीरियड 4 बजे ख़त्म हुआ तो आखिरी पीरियड के प्रोफ़ेसर गुलाटी जाते जाते अनुराग को कहने लगे : अनुराग तुम्हारे हेड बॉय बनने के बाद आज कालेज का पहला दिन है- आज इस सेमेस्टर के सभी स्टूडेंट्स का ओरिएंटेशन होता है-ओरिएंटेशन की पूरी किट हेड बॉय के ऑफिस में उपलब्ध है -तुम अपने साथ अपनी हेल्प के लिए अपने दोनों पी ए को भी ले सकते हो और बाकी के हेड बॉयज की भी इस काम में मदद ले सकते हो
अनुराग : जी सर, मैं सब देख लूँगा, आप बिलकुल फ़िक्र न करें
प्रोफ़ेसर गुलाटी के जाने बाद अनुराग ने क्लास में बैठे सभी स्टूडेंट्स को निर्देश दिया : सभी स्टूडेंट्स मेरी बात को गौर से सुनें - आप सब लोग इस कालेज में फ्रेशर हैं और कालेज की पालिसी के अनुसार कालेज के नियम कायदों को समझाने के लिए और बेसिक हेल्थ चेक अप के लिए स्टूडेंट ओरिएंटेशन का काम आज किया जाएगा -पांचो हेड बॉयज ऑफिस के बाहर 10 लड़के और दस लडकियां लाइन बनाकर खड़े हो जाएँ -मेरे ऑफिस के बाहर 9 लड़के और 9 लडकियां लाइन बनाकर खड़े हो जाएँ- प्रियंका और आयुष मेरे पी ए बन चुके हैं और यह दोनों मेरी इस काम में हेल्प करेंगे
इसके बाद प्रियंका और आयुष को छोड़कर सारे स्टूडेंट क्लास से जाने लगे- जब सारे स्टूडेंट्स वहां से चले गए तो अनुराग ने आयुष और प्रियंका की तरफ देखकर कहा : मेरे ऑफिस में पहुंचो और ओरिएंटेशन किट के अनुसार इन लोगों की चेकिंग करो
आयुष और प्रियंका हैरान होकर अनुराग की तरफ देखने लगे : सर हमें कुछ समझ नहीं आया कि क्या चेकिंग करनी है
अनुराग ( अपने पास रखी किट खोलकर उसमे से पढ़कर सुनाते हुए) चलो अपनी डायरी में लिखो कि क्या क्या चेक करना है-: कालेज की यूनिफार्म सबने पहनी है या नहीं, सबके जूते और मोज़े यूनिफार्म के हिसाब से हैं या नहीं, इनके हाथ देखने हैं कि नेल्स कटे हुए हैं और उन पर कोई नेल पोलिश तो नहीं है -लड़कों के बाल कटे हुए हैं या नहीं-लड़कियों के बाल बैंड से बंधे होने चाहिए-खुले बाल नहीं होने चाहिए -दांत साफ़ होने चाहियें और सबसे आखिर में अल्कोहल टेस्टिंग मशीन से यह टेस्ट किया जाएगा कि इन्होने हाल ही में या फिर पिछले 1 महीने में कोई नशीली चीज़ तो नहीं ली है- मशीन डिजिटल है -मशीन में अगर 1 से लेकर 7 नंबर की संख्या आये तो नार्मल माना जाएगा -अगर किसी का 8,9 या 10 नंबर आता है तो उसकी रिपोर्ट लिखी जायगी-हर स्टूडेंट की एक ओरिएंटेशन रिपोर्ट बनेगी जिसमे इन सभी बातों के बारे में विस्तार से लिखा जाएगा -9 लड़कों की चेकिंग आयुष करेगा और 9 लड़कियों की चेकिंग प्रियंका करेगी- कोई प्रॉब्लम हो तो मैं भी वहीं दफ्तर में ही मौजूद होऊंगा
जब अनुराग चेकिंग का प्रोसीजर आयुष और प्रियंका को लिखा रहा था तो उसका अपना लण्ड भी धीरे धीरे खड़ा होने लगा था और उसने नोटिस किया कि आयुष का लण्ड भी उसकी पैंट में धीरे धीरे टेंट बना रहा था- प्रियंका भी इस सारे चेकिंग के तमाशे से काफी खुश लग रही थी
अनुराग, आयुष और प्रियंका जब तक अपने दफ्तर पहुंचे तब तक उनके ऑफिस के बाहर 9 लड़कों और 9 लड़कियों ने लाइन लगा ली थी
ऑफिस में तीन केबिन बने हुए थे -एक केबिन अनुराग के लिए था और दो केबिन आयुष और प्रियंका के लिए थे. तीनों अपने केबिन में पहुँच गए और एक एक करके स्टूडेंट्स को बुलाना शुरू कर दिया
अनुराग के केबिन में दो बड़े टी वी स्क्रीन लगे हुए थे-जहां से वह प्रियंका और आयुष दोनों के केबिन में हो रही चेकिंग पर नज़र रख सकता था
अनुराग ने दोनों टी वी स्क्रीन ऑन कर दिए
प्रियंका अपनी कुर्सी पर बैठ चुकी थी और अपनी डायरी में लिखाये गए चेकिंग पॉइंट्स को एक बार फिर से देख रही थी
आयुष भी अपनी कुर्सी पर बैठ गया था और पहले स्टूडेंट के आने का इंतज़ार कर रहा था
आयुष और प्रियंका दोनों को ही यह नहीं मालूम था कि उनकी चेकिंग को अनुराग अपने केबिन में बैठकर लाइव टी वी स्क्रीन पर देख रहा है
अनुराग का सारा फोकस सिर्फ इस बात पर लगा हुआ था कि कौन सी लड़की किस केटेगरी में डाली जाएगी, उसका फैसला उसे आज ही करना था क्योंकि आज शाम को पांचों हेड बॉयज बैठकर इन 49 लड़कियों की केटेगरी के बारे में ही बातचीत करने वाले हैं
आयुष के कमरे में पहला लड़का चेकिंग के लिए आ गया था -आयुष ने उसकी यूनिफार्म,जूते, मोज़े वगैरा चेक करने के बाद उसका मुंह खुलवाकर उसके दांतों को चेक किया और फिर अल्कोहल टेस्टिंग मशीन उसके मुंह में डाल दी -मशीने में 6 नंबर दिख रहा था जो कि नार्मल था.
जैसे ही प्रियंका के कमरे में पहली लड़की घुसी, अनुराग ने आयुष के टी वी स्क्रीन की आवाज़ को म्यूट कर दिया और अपना सारा फोकस प्रियंका के केबिन पर लगा दिया
प्रियंका : नाम बताओ
लड़की : मानसी
प्रियंका : बात करने की तमीज नहीं है तुम्हे, बोलो- "जी मानसी"
लड़की : सॉरी , जी मानसी
प्रियंका : आओ इधर आओ और अपनी यूनिफार्म चेक करवाओ -प्रियंका अपने हाथ को उसके टॉप पर फिराती हुई बोली : यह बहुत लूस है-इसे टाइट करवाओ -ऐसे नहीं चलेगा
इसके बाद प्रियंका मानसी की स्कर्ट को उठाकर देखने लगी-उसकी गोरी चिकनी जांघें अनुराग को भी दिख रही थीं
प्रियंका ने उसकी जाँघों पर हाथ फिराते हुए उसकी स्कर्ट को नीचे कर दिया और बोली : इसे भी छोटा करवाओ-घुटनों से 2 इंच ऊपर स्कर्ट होनी चाहिए
इसके बाद प्रियंका ने मानसी के जूतों की तरफ देखकर कहा : और यह क्या है ? तुमने काले रंग के रबर के जूते पहन रखे हैं-यह लेदर के होने चाहियें
मानसी ( घबराते हुए ) : जी मैम-सॉरी मैम
प्रियंका अब उसके बालों को देखने लगी और बोली : यह चोटी बनाने के लिए किसने कहा तुमसे ? बालों को बैंड लगाकर बांधना है, चोटी से नहीं
प्रियंका : चलो अब अपना मुंह खोलो
मानसी ने अपना मुंह खोल दिया : प्रियंका हल्के हल्के मुस्कुराते हुए उसके मुंह को अपने हाथों से पकड़कर देखने लगी और फिर बोली : अपने मुंह को ऐसे ही खोलकर रखो
अब प्रियंका ने अल्कोहल टेस्टिंग मशीन मानसी में मुंह में डाल दी और डिजिटल मशीन के नंबर को देखने लगी -7 नंबर था
अब प्रियंका मानसी की तरफ देखकर बोली : तुम्हारी यूनिफार्म,बाल, जूते कुछ भी ठीक नहीं है-अगर यह सब तुम्हारी रिपोर्ट में लिख दूँ तो तुम्हे हेड बॉय सर लेवल -1 का पनिशमेंट मार्क कर देंगे
मानसी : प्लीज़ मैम, आगे से हम सब ठीक कर लेंगे -आज जाने दीजिये प्लीज़
प्रियंका : अपना टॉप और स्कर्ट उतारो और कान पकड़कर दस उठक बैठक लगाओ -जल्दी करो बाहर और भी लड़कियां लाइन में खड़ी हैं
मानसी : मैम मुझे बहुत शर्म आ रही है- ऐसे कपडे तो किसी ने नहीं उतरवाए आज तक
प्रियंका : ज्यादा नखरे करेगी तो ब्रा और पैंटी भी उतरवा लूंगी तेरी-चल जल्दी कर और समय बर्बाद मत कर मेरा
मानसी ने अब अपना टॉप और स्कर्ट उतार दिया और गिनती करते करते दस उठक बैठक लगाने लगी
इतनी देर में प्रियंका ने मानसी की क्लीन रिपोर्ट बना दी थी
अनुराग ने आयुष वाले म्यूट टी वी स्क्रीन पर देखा . आयुष ने किसी लड़के को अपने सामने मुर्गा बना रखा था और उसकी स्पैकिंग कर रहा था
अनुराग ने वहां से अपना ध्यान हटाकर फिर प्रियंका वाले स्क्रीन पर कर लिया क्योंकि वहां एक नयी लड़की आ चुकी थी
प्रियंका : नाम बताओ
लड़की : जी मैम मेरा नाम कोमल है
प्रियंका ने उसके बालों पर नज़र डाली ,उसकी यूनिफार्म पर नज़र डालते हुए उसके जूते भी चेक किये सब कुछ ठीक था
प्रियंका : चलो अब अपना मुंह खोलकर खड़ी रहो
कोमल ने अपना मुंह खोल लिया. प्रियंका ने उसके चेहरे को अपने दोनों हाथों से पकड़ा और उसके मुंह के अंदर देखने लगी -प्रियंका ने अब अल्कोहल टेस्टिंग मशीन उसके मुंह में डाल दी और नंबर दिखने का इंतज़ार करने लगी -8 नंबर आते ही, प्रियंका ने उसके गाल पर एक थप्पड़ मार दिया और बोली : ड्रग्स लेती हो या शराब ?
प्रियंका के अचानक पड़े इस थप्पड़ से कोमल एकदम सकपका गयी और सुबकते हुए कहने लगी : मैम हम कोई ड्रग्स या शराब नहीं लेते हैं -पिछले हफ्ते हमने एक बर्थ डे पार्टी में कुछ शराब पी ली थी बस.
प्रियंका को तो बस बहाना ही चाहिए था. उसने एक चपत कोमल के गालों पर और लगाया : अच्छा बर्थ डे पार्टी में शराब पीती हो ? अभी तुम्हारी रिपोर्ट में जब यह लिखकर जाएगा तो तुम्हे हेड बॉय सर लेवल-1 का पनिशमेंट मार्क करेंगे
कोमल एकदम घबराकर प्रियंका के पैरों में गिर पडी और उसके पैर पकड़कर गिड़गिड़ाने लगी : प्लीज़ मैडम, ऐसा मत करिये मैं आपके पैर पकड़ती हूँ प्लीज़.
प्रियंका के साथ ऐसा लाइफ में पहली बार हो रहा था-लडकियां उसके पैरों पर गिरी पडी हुई गिड़गिड़ा रही थीं
प्रियंका ने कोमल से कहा : चल कोई बात नहीं खड़ी हो जा और जो मैं कहती हूँ वह कर
कोमल उठकर खड़ी हो गयी
प्रियंका ने मुस्कुराते हुए कोमल की तरफ देखा और बोली : अपने सारे कपडे उतार और हाथ ऊपर उठाकर खड़ी हो जा
कोमल कुछ सोचने लगी -उसका चेहरा शर्म से लाल हो रहा था -उसी के क्लास की उसी की आयु की लड़की उसे अपने सामने नंगा करवा रही थी और वह अपने सारे कपडे उतारने के लिए मजबूर थी
उसे हिचकिचाते देख प्रियंका ने थोड़ी सख्त आवाज़ में कहा : कोमल रानी जल्दी से नंगी होकर अपना खूबसूरत बदन दिखाओ-बाहर और भी लौंडियाँ लाइन में हैं
कोमल ने अब अपने कपडे उतारने शुरू कर दिए
प्रियंका हल्के हल्के मुस्कुराते हुए उसे कपडे उतारते देखती रही-जब वह सारे कपडे उतार चुकी तो प्रियंका उससे बोली : अब अपने दोनों हाथ ऊपर उठाओ
निर्वस्त्र कोमल ने अपने दोनों हाथ ऊपर उठा लिए
प्रियंका : अब जरा पीछे घूमकर दिखाओ
कोमल पीछे घूम गयी और उसके मस्त नितम्ब प्रियंका के सामने आ गए
प्रियंका उसके नज़दीक पहुँची और कुछ देर तक उसके मम्मे और नितम्बों को दबाने सहलाने के बाद बोली : चल अब अपने कपडे पहन और भाग यहां से- आज तो मैंने तुझे बचा लिया है-लेकिन कभी न कभी तो हेड बॉय सर की पकड़ में आएगी ही
कोमल प्रियंका के केबिन से निकल गयी थी और अगली लड़की वहां घुस रही थी- उधर अनुराग ने देखा कि आयुष ने सभी 9 लड़कों की चेकिंग पूरी कर ली थी और वह उन सबकी फाइनल रिपोर्ट बना रहा था
कुछ ही देर में आयुष अनुराग के केबिन में आ गया : सर मैंने सभी 9 लड़कों की चेकिंग करके रिपोर्ट बना दी है-आप देख लीजिये
आयुष वहां से जाने लगा तो अनुराग ने उसे रोक लिया : अरे आयुष कहाँ जा रहा है --ऐसा कर अब तू प्रियंका के केबिन में चला जा और प्रियंका को मेरे पास भेज दे -मुझे प्रियंका से कुछ काम है -वहां अभी 5 लडकियां और आनी बाकी हैं-उन सबकी चेकिंग करके उनकी रिपोर्ट मुझे तुम बनाकर दो
अनुराग की यह बात सुनकर आयुष की पैंट के अंदर कुछ ही पलों के अंदर बहुत बड़ा टेंट बन गया था -उसे इस बात की उम्मीद बिलकुल नहीं थी इतना बड़ा सुनहरा मौका उसे आज ही मिल जाएगा -अनुराग ने उसकी पैंट के अंदर बन रहे इस टेंट को देख लिया था लेकिन इन दोनों की चेकिंग देख देख कर खुद अनुराग का लण्ड बेकाबू हो चुका था और वह प्रियंका को अपने पास अपने लण्ड को राहत देने के लिए ही बुलवा रहा था
प्रियंका अनुराग के कमरे में आ गयी थी और जिन चार लड़कियों की चेकिंग उसने अब तक की थी उनकी रिपोर्ट वह अनुराग को देती हुई बोली : सर आपने मुझे बुलाया है ?
अनुराग कुर्सी पर बैठा हुआ था. उसके आगे एक बहुत बड़ी बॉक्स टाइप टेबल राखी हुई थी.
अनुराग प्रियंका से बोला : इधर आकर टेबल के अंदर मेरी टांगों के बीच बैठो
प्रियंका समझ गयी कि अनुराग क्या चाहता है
वह टेबल के अंदर घुसी और अनुराग के सामने उसकी टांगो के बीच घुटनों के बल बैठ गयी
अनुराग ने अपनी जींस की ज़िप खोलकर अपना लण्ड पहले से ही बाहर निकाला हुआ था
प्रियंका ने उसके लण्ड को अपने मुंह में ले लिया और उसे धीरे धीरे चूसने लगी
अनुराग उससे बोला : कोई जल्दी नहीं है प्रियंका- चेकिंग देख देखकर मेरा लण्ड बार बार खड़ा हो रहा था इसलिए मैंने इसे अब तुम्हारे मुंह में डाल दिया है-जब तक आयुष वहां बाकी की पांचों लड़कियों की चेकिंग पूरी कर रहा है, तुम मुझे खुश करती रहो
प्रियंका : जी सर जैसा आप चाहते हैं वैसा ही होगा
अब अनुराग दुबारा से प्रियंका वाले टी वी स्क्रीन को देखने लगा, जहां इस समय आयुष प्रियंका की सीट पर बैठा हुआ अपने जींस में कैद खड़े हो चुके लण्ड पर हाथ फिरा रहा था
अचानक ही वहां एक लड़की घुसी और आयुष ने अपनी रिपोर्ट में नाम लिखने के लिए उससे उसका नाम पूछते हुए कहा : नाम बताओ अपना
लड़की : सर मेरा नाम रूपाली है
आयुष रूपाली से बोला : तुम्हारी चेकिंग करनी है -थोड़ा मैरे नज़दीक आओ
रूपाली आयुष के एकदम नज़दीक आकर खड़ी हो गयी
आयुष : अपने दोनों हाथ आगे करो
रूपाली ने अपने दोनों हाथ आयुष के आगे कर दिए
आयुष ने उसके कोमल हाथों को अपने हाथों में लेकर उन्हें सहलाते हुए अलट पलट कर देखा और फिर बोला : यह नेल पॉलिश नहीं चलेगी -कल से इसे हटाकर आओ
रूपाली : जी सर
आयुष : अपने बालों पर भी कल से बैंड बांधकर आओ-खुले बाल नहीं चलेंगे
रूपाली : यस सर
अब आयुष ने हिम्मत करते हुए उसके टॉप पर हाथ फिराना शुरू कर दिया और उसके मस्त मस्त मम्मों को हल्के से दबाते हुए कहा : यह टॉप बहुत ढीला है- एकदम टाइट होना चाहिए और यह स्कर्ट भी छोटी करवाओ-घुटनों से तीन इंच ऊपर स्कर्ट होनी चाहिए
यह कहते हुए आयुष ने उसकी स्कर्ट को एक बार काफी ऊपर उठा लिया और उसकी मांसल जांघों का नज़ारा देखने के बाद उसे दुबारा से नीचे गिरा दिया
अब आयुष रूपाली से बोला : इधर आओ मेरी दोनों टांगों के बीच आकर अपने घुटनों के बल बैठ जाओ
रूपाली को अब बहुत शर्म आने लगी थी. उसका चेहरा शर्म से लाल हुआ जा रहा था लेकिन आयुष तो यह सब जानबूझ कर इस तरह से कर रहा था जिससे उसे ज्यादा से ज्यादा मज़ा आये
रूपाली घुटनों के बल उसकी टांगों के बीच में आकर बैठ गयी.अब उसे आयुष की जींस में बना हुआ टेंट साफ़ नज़र आ रहा था लेकिन वह शर्माकर वहां से अपनी नज़रें हटाने की कोशिश कर रही थी
आयुष ने अपनी उंगली उसके होंठों पर फेरते हुए कहा : मुंह खोलो
रूपाली ने अपना मुंह खोल दिया
आयुष ने एक हाथ से रूपाली के चेहरे को थामा और दुसरे हाथ की उंगली उसके मुंह में डालकर उसके दांतों पर फिराता हुआ बोला : तुम्हारे दांत इतने पीले कैसे हैं-लगता है ब्रश नहीं करती हो -कल से ठीक से ब्रश करके कालेज आओ
आयुष ने अपनी उंगली उसके मुंह से निकाली तो रूपाली अपना मुंह बन्द करने लगी लेकिन आयुष सख्त आवाज़ में उससे बोला : अपना मुंह खोलकर रखो
रूपाली ने फिर से अपना मुंह खोल दिया
आयुष ने अल्कोहल टेस्टिंग मशीन उसके मुंह में डाल दी और उसमे नंबर देखने लगा
कुछ देर में नंबर डिस्प्ले होने लगा - 9 नंबर आया था
आयुष ने मशीन रूपाली के मुंह में से निकाली और नंबर उसे दिखाते हुए उसके दोनों गालों पर एक एक चपत लगाते हुए पूछा : इस 9 नंबर का मतलब समझती हो ?
रूपाली ने मशीन में नंबर देखा लेकिन कुछ नही बोली तो आयुष ने उसके गोरे गालों पर एक और चपत लगाते हुए पूछा : बोल शराब पीती है या ड्रग्स का सेवन करती है ?
रूपाली जिस तरह से डरी सहमी हुई आयुष की तरफ देख रही थी उससे आयुष को लग गया था कि रूपाली उसके जाल में फंस चुकी है- मौके का फायदा उठाते हुए आयुष ने रूपाली को और डरा दिया : अगर तेरी रिपोर्ट में मैं लिख दूंगा कि तेरा अल्कोहल टेस्ट स्कोर 9 आया है तो तुझे लेवल 1 की पनिशमेंट हेड बॉय सर जरूर देंगे।
रूपाली अब आयुष के हाथ जोड़ने लगी: प्लीज़ मत लिखो रिपोर्ट में। में आगे से कभी शराब नहीं पियूंगी। बस एक बार मुझे बचा लो प्लीज़
आयुष रूपाली से बोला : ठीक है, मैं तुझे बचा लूंगा लेकिन तुझे अभी इसी वक्त मेरा लण्ड अपने मुंह मे लेना पड़ेगा
रूपाली : प्लीज़ यह मत करवाओ मुझसे। यह मैंने पहले कभी नही किया है
आयुष ने रूपाली के होंठों पर अपनी उंगली फिराते हुए कहा : देख ले, तू इतनी हॉट और सेक्सी है, इसलिए मैं तुझे यह आफर दे रहा हूँ। अपनी खूबसूरती का फायदा उठा और मेरा लण्ड अपने होंठों में दबाने के लिए राजी हो जा, वरना हेड बॉय सर तेरे साथ क्या क्या कर सकते है, यह मैं बताना नही चाहता।
आयुष ने अपनी जीन्स की ज़िप सरकाकर अंडरवियर के अंदर से अपना लंबा हो चुका लण्ड निकाला और रूपाली से बोला : जल्दी मुंह खोल और इसे चूसना शुरू कर। और भी लड़कियां लाइन में है, उन्हें भी पेलना है मुझे
रूपाली ने अपने बचाव का और कोई रास्ता न देख, आयुष का लण्ड अपने मुंह मे ले लिया और उसे चूसने लगी
इस दौरान आयुष रूपाली के चिकने गोरे गालों पर हाथ फिराता रहा और एक हाथ से उसके टॉप में कैद सीने के मस्त उभारों को दबा दबा कर खेलता रहा
रूपाली जिस तरह से आयुष के लण्ड को चूस रही थी, उसे देखकर अनुराग के अपने लण्ड की पिचकारी प्रियंका के मुंह मे छूट गयी।
आयुष ने भी अपने लण्ड का जूस रूपाली के मुंह मे भर दिया और बोला : इस सारे जूस को बिना एक भी बूंद गिराए पी जा और उसके बाद मेरे लण्ड को चाट चाट कर साफ भी कर। आज से तू मेरी रंडी बन गयी है। अब मैं जब चाहूंगा तेरा मुंह खुलवाकर उसमे अपना लण्ड डाल दूँगा। चल अब खड़ी हो जा। तेरी क्लीन रिपोर्ट बना दी है मैंने। चल भाग यहां से और अगली लौंडिया को अंदर भेज
रूपाली के जाने के बाद वहां मेघा आ गयी थी। मेघा की फिगर और खूबसूरती किसी फिल्मी हेरोइन से कम नही थी और वह किसी लड़के को तो क्या, किसी लड़की से भी सीधे मुंह बात नही करती थी।
मेघा को सपने सामने खड़ा देखकर आयुष का लण्ड एक बार फिर से पत्थर की तरह कड़क हो गया
आयुष ने उसका नाम रिपोर्ट में लिखने के बाद ज्यादा टाइम बर्बाद न करते हुए कहा : घुटनों के बल यहां बैठो मेरी दोनों टाँगों के बीच मे
मेघा एकदम सकपका गई। पूरी लाइफ में उससे आज तक किसी ने ऐसे बात नही की थी जैसे आयुष कर रहा था
आयुष ने अपनी जीन्स में बन रहे टेंट पर अपना हाथ फिराते हुए मेघा से दुबारा कहा : जल्दी कर। बाहर और लड़कियां भी खड़ी हैं।
आयुष जानबूझ कर मेघा को शुरू से ही ज्यादा हड़का कर बात कर रहा था क्योंकि उसे मालूम था कि यह लौंडिया किसी के जल्दी काबू नही आती है।
मेघा आयुष के एकदम नज़दीक आकर खड़ी हो गई थी। आयुष गुस्सा होने का नाटक करते हुए उसके गालों पर दो जोरदार थप्पड़ लगाते हुए कहा : नीचे बैठ साली, मेरा टाइम बर्बाद मत कर
अब मेघा घुटनों के बल आयुष की दोनों टाँगों के बीच बैठी थी और उसकी नज़रें आयुष के जीन्स में बन रहे टेण्ट पर टिक गई थी।
आयुष : हाथ दिखाओ अपना
मेघा के हाथ को आयुष ने अलट पलट के देखा। उसके नेल्स भी ठीक थे और कोई नेल पॉलिश भी नही लगी थी। आयुष ने उसके हाथ को अपने टेंट पर रगड़ते हुए कहा : मुंह खोलो अपना
मेघा को बहुत बुरा लग रहा था । उसने अपना मुंह भी नही खोला और अपने हाथ को आयुष के हाथ से छुड़ाते हुए कहने लगीं : यह क्या बदतमीजी कर रहे हो
आयुष ने दो तीन थप्पड़ तड़ातड़ मेघा के मारते हुए कहा : तू बिल्कुल भी को ऑपरेट नही कर रही है। तेरी नेगेटिव रिपोर्ट बनाकर भेजनी पड़ेगी। चल भाग यहां से साली।
अब मेघा गिड़गिड़ाने लगी : नही मैं तो पूरा को ऑपरेट कर रही हूँ। मेरी रिपोर्ट ठीक बनाकर भेजना प्लीज़
आयुष : जल्दी से मुंह खोल
मेघा ने अब अपना मुंह खोल दिया। आयुष ने उसके खूबसूरत चेहरे को अपने एक हाथ से पकड़ा और दूसरे हाथ की उंगली उसके मुंह मे डालकर उसके दाँतों पर फिराते हुए बोला : दांत पीले हो रहे हैं। सुबह शाम दो बार ब्रश करने की आदत डालो। अपना मुंह खोलकर रखो। अभी अल्कोहल टेस्ट भी होगा। यह कहकर आयुष ने उसके मुंह मे टेस्टिंग मशीन घुसेड़ दी और उसका नंबर देखने लगा
जैसे ही मशीन में 8 नंबर आया, आयुष का लण्ड फिर से कड़क हो गया।
उसने मशीन के नंबर को मेघा को दिखाते हुए उसके गालों पर दो चपत और लगा दिए : क्यों शराब पीने का भी शौक है तुझे। बोल तेरी रिपोर्ट में 8 नंबर लिखकर भेज दूं ?
मेघा अब एकदम घबरा गई और अपनी सारी हेकड़ी भूलकर आयुष के पैरों को पकड़ने लगी : प्लीज़ ऐसा मत करो। मैं आगे से ऐसा नही करूंगी। प्लीज़ आज जाने दो और रिपोर्ट में मत लिखो प्लीज़
आयुष : मैं यह सब तभी कर सकता हूँ जब तुम वह सब करो जो में तुमसे करने के लिए कहूँ
मेघा : मैं कुछ भी करने के लिए रेडी हूँ
आयुष : अपने सारे कपड़े उतारो और अपना मस्त खूबसूरत सेक्सी बदन मुझे दिखाओ
मेघा : सिर्फ मुझे अपने कपड़े उतारने हैं- कुछ और तो नही करना पड़ेगा
आयुष : बस कपड़े उतारकर अपने सेक्सी बदन की नुमायश करनी है आज और कुछ करने के लिए वक्त ही नही है। लेकिन जल्दी करो। यह लिमिटेड टाइम डील है।
मेघा ने एक एक करके अपने सारे कपड़े उतार दिए। उसका खूबसूरत सेक्सी संगमरमरी तराशा हुआ बदन किसी को भी बहकाने में सक्षम था
आयुष ने अपने लण्ड को सहलाते हुए कहा : अब जरा अपने हाथ ऊपर उठाओ और धीरे धीरे चलती हुई मेरे नज़दीक आओ
मेघा अपने नंगे बदन की नुमायश करती हुई अपने दोनों हाथ ऊपर उठाएं हुए आयुष के नज़दीक आकर खड़ी हो गई
आयुष अब कुर्सी से उठकर खड़ा हो गया और अपने हाथों से उसके मम्मे पकड़कर बोला : वाह वाह क्या मस्त माल है। आज टाइम नही है। किसी और दिन तेरी इस मस्त जवानी का मज़ा लूंगा। आज के लिए बस इतना ही काफी है। यह कहकर आयुष ने मेघा के चेहरे को अपने हाथों में पकड़कर उसके चेहरे और होंठों को जी भरकर चूमा और फिर उसे अपनी गिरफ्त से आज़ाद करते हुए कहा : अब चल अपने कपड़े पहन और भाग यहां से। दूसरी लौंडिया को भेज
आयुष ने बाकी की तीनों लड़कियों से भी उनकी चेकिंग करते करते जी भरकर मज़े लिए। आयुष ने उन तीनों लड़कियों की अल्कोहल टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट दी थी क्योंकि उन तीनों ने आयुष की बात मानने से मना कर दिया था। इन लड़कियों के नाम ऋचा, सोनाली और कायनात थे। अब तीनों लड़कियों को नियम के अनुसार हेड बॉय अनुराग के सामने पेश होना था।
उधर अनुराग प्रियंका के मुंह को अब तक तीन बार चोद चुका था। आयुष जिस तरह से लड़कियों को पेल रहा था, उसे देखकर अनुराग एकदम गर्म हो चुका था और मुख मैथुन से उसका अब मन भर चुका था। वह अपने लण्ड को अब किसी की चूत में डालकर उसे चोदने के लिए बेचैन था।
जब आयुष ने बाकी की लड़कियों की रिपोर्ट अनुराग को सौंपी और उसमें 3 लड़कियों की रिपोर्ट अनुराग ने निगेटिव देखी तो उसने फौरन उन तीनों लड़कियों को अपने केबिन में बुला लिया
अनुराग के हिसाब से यह तीनों लड़कियां C केटेगरी की थीं। लेकिन फिर भी चुदाई के लिए मस्त माल थीं
जैसे ही तीनों लड़कियां अनुराग के सामने पेश हुईं, उसने उनसे उनकी डायरी लेकर उसमें उनके लिए लेवल 1 का पनिशमेंट मार्क कर दिया और बोला : तुम तीनों अभी अभी मेरे कमरे के बाहर जाकर खड़ी हो जाओ। तुम्हे मैं आज अपने कमरे में ही सज़ा दूंगा।
तीनों वहां से चली गईं। अनुराग ने बाकी सभी स्टूडेंट्स की रिपोर्ट फाइनल करके उन्हें फ़ाइल में लगाया और प्रियंका और आयुष को लेकर अपने रूम की तरफ चल दिया
अनुराग जब अपने होस्टल रूम पर पहुंचा तो तीनों लड़कियां डरी सहमी पहले से खड़ी हुई थी।
अनुराग ने रूम खोला और उन सब लड़कियों को रूम के अंदर करके कमरे को बंद कर लिया
अनुराग के दोनों पी ए प्रियंका और आयुष भी उसकी मदद के लिए वहां मौजूद थे।
अनुराग ने अपनी जीन्स उतार दी और टी शर्ट और अंडरवियर पहने हुए कुर्सी पर बैठ गया। प्रियंका की तरफ देखकर अनुराग बोला : इन तीनों की स्कर्ट और पैंटी उतार दो और एक एक करके इन्हें उल्टा करके मेरी जांघों पर लिटाओ। इनकी 25 बार स्पैकिंग होगी
प्रियंका ने फटाफट ऋचा, सोनाली और कायनात की स्कर्ट और पैंटी उतार डाली और ऋचा को पकड़कर उसने अनुराग की जांघों पर उल्टा करके लिटा दिया।
आयुष सोनाली और कायनात को नीचे से नंगा देखकर हल्के हल्के मुस्करा रहा था। वह उन दोनों से बोला : जब तक ऋचा की स्पैकिंग हो रही है, तुम दोनों अपने कान पकड़कर दस दस उठक बैठक लगानी शुरू कर दो
वे दोनों अपने कान पकड़कर उठक बैठक लगाने लगीं।
ऋचा के सीने की गोलाइयों को अनुराग ने अपने बाएं हाथ की जांघ पर टिका दिया। उसके टॉप को भी अनुराग ने ऊपर खिसका दिया था और अपने हाथों को उसकी पीठ पर फिराते हुए उन्हें ऋचा के मस्त मस्त नितंबों तक ले आया। अपने हाथों से ऋचा के नितंबों को थपथपाने के बाद अनुराग आयुष से बोला : अपनी बेल्ट निकालो और इसके नितंबों पर 25 बेल्ट स्ट्रोक लगाओ।
आयुष ने अपनी पैंट में से लेदर बेल्ट निकाली और ऋचा के नितंबों पर स्ट्रोक मारने शुरू कर दिए। स्ट्रोक इतनी जोर से लग रहे थे कि ऋचा अपना पूरा बदन हर स्ट्रोक पर जोर से उछाल रही थी। अनुराग की जांघों और लण्ड पर
उल्टी लेटी ऋचा उछल उछल कर एक सेक्सी लैप डांस का मज़ा दे रही थी
25 बेल्ट स्ट्रोक पूरे होते होते अनुराग के लण्ड ने पिचकारी छोड़ दी थी जिससे ऋचा का पेट भी अनुराग के वीर्य से गीला हो गया था और कुछ वीर्य अनुराग की टाँगों और पैरों पर आकर गिर गया था।
अनुराग ने अब ऋचा को अपनी टांगों से हटाकर उसे खड़ा कर दिया और उसे डांटते हुए बोला : चल नीचे बैठ और मेरा लंड अपनी जीभ से साफ़ कर
ऋचा फर्श पर बैठ कर अनुराग के गीले लण्ड को अपनी जीभ से साफ़ करने लगी
अपने दोनों हाथों को ऊपर किये हुए खड़ी सोनाली और कायनात ऋचा की इस दुर्दशा को अपनी आँखों से देख रही थीं और उन्हें डर लग रहा था कि अब जल्द ही उनका भी नंबर आने वाला है-उनकी घबराहट और बेबसी का भरपूर फायदा उठाते हुए आयुष उन दोनों के बदन से खूब छेड़खानी कर रहा था और कभी उन दोनों की नंगी चिकनी जाँघों को, कभी उनकी चिकनी चूत को और कभी उनके मम्मों को दबा दबा कर सहला रहा था -प्रियंका बारी बारी से अपने हाथ की उंगली पहले उन दोनों की चूत में घुसेड़ रही थी और फिर उन दोनों के मुंह में डालकर उसे चुसवा रही थी -उन दोनों को ज़लील करने का कोई भी मौका प्रियंका और आयुष नहीं छोड़ रहे थे.
ऋचा जब अनुराग का लण्ड साफ़ कर चुकी तो अनुराग ने उससे अपनी टाँगे और पैरों पर पड़ा वीर्य भी साफ़ करवाया और फिर उससे बोला : अब तुम अपने कान पकड़ो और दस उठक बैठक लगाओ
स्पैकिंग के दौरान अनुराग ने ऋचा का टॉप और ब्रा भी उतार फेंका था-पूरी तरह से निर्वस्त्र ऋचा अब कान पकड़कर गिनती बोलते हुए उठक बैठक लगाने लगी-आयुष,अनुराग और प्रियंका ऋचा को निर्वस्त्र अवस्था में इस तरह से उठक बैठक लगाते देख कर मुस्कराने लगे
उधर ऋचा ने उठक बैठक लगानी शुरू कीं, इधर अनुराग ने प्रियंका से कहा : अब इस सोनाली को मेरी टांगों पर उल्टा करके डाल दो- थोड़ा इसका भी पिछवाड़ा लाल करके इसके लैप डांस का भी मज़ा लिया जाए
सोनाली एकदम घबराकर कहने लगी : नहीं सर मुझे अपनी स्पैकिंग नहीं करवानी है ...उसके बदले में आप जो कहें, मैं करने के लिए तैयार हूँ...स्पैकिंग में बहुत दर्द होता है..प्लीज़ मैं स्पैकिंग से बचने के लिए कुछ भी करूंगी
अनुराग मुस्कराते हुए प्रियंका की तरफ देखने लगा : सुना तुमने, यह स्पैकिंग से बचने के लिए कुछ भी करने के लिए तैयार है -चलो अब इससे "कुछ भी" करवाते हैं
प्रियंका : जी सर, आप ठीक कह रहे हैं
अनुराग (सोनाली से) : तुम अब ऐसा करो घोड़ी बनकर दिखाओं और अपना पिछवाड़ा मेरे सामने करके खड़ी हो जाओ. अपने चेहरे और मुंह को तुम सामने कुर्सी पर बैठी प्रियंका की गोद में रखो और मेरे साथ साथ उसे भी खुश करो
सोनाली जैसे ही घोड़ी बनकर खड़ी हुई, अनुराग ने उसके मस्त नितम्बों पर अपने हाथ से कई बार थपथपाया और फिर बोला : चलो टाँगे खोलो अपनी
सोनाली के टाँगे खोलते ही, अनुराग ने अपना खड़ा लण्ड उसके नितम्बों के बीच में घुसेड़कर उसकी पीछे से चुदाई शुरू कर दी -उधर दूसरे छोर पर प्रियंका ने सोनाली के चेहरे और मुंह को अपनी दोनों जाँघों के बीच में दबाया हुआ था और उसके मुंह को अपने योनि प्रदेश पर रगड़वा रगड़वा कर मौज़ ले रही थी और बार बार कह रही थी : मेरी चूत को ठीक से चाट रंडी
इन दोनों को देख कर आयुष भी एकदम गर्म और बेकाबू हो गया था-उसने कायनात को घुटनों के बल जमीन पर बिठा लिया और उससे बोला : चल साली मुंह खोल और मेरा लण्ड चूस
इधर कायनात आयुष का लण्ड चूस रही थी, उधर आयुष ने ऋचा को अपने पास खींचकर खड़ा कर लिया और उसके मम्मे दबाने सहलाने लगा
अनुराग, आयुष और प्रियंका ने मिलकर इस तरह से ऋचा,सोनाली और कायनात को जी भरकर रौंदा और फिर जब उन्हें छोड़ा तो अनुराग ने उन्हें यह निर्देश दिया : तुम लोगों की केटेगरी C है-आज के बाद तुम लोग ब्रा और पैंटी पहनकर हॉस्टल रूम से बाहर नहीं निकलोगी -कालेज में किसी भी समय तुम्हारे कपडे उठाकर या खोलकर यह चेकिंग की जा सकती है कि तुमने ब्रा या पैंटी तो नहीं पहन रखी है -कोई भी हेड बॉय या फिर उनका पी ए तुम्हारी किसी भी वक्त चेकिंग कर सकता है- समझी कि नहीं ?
तीनों डरी हुई थीं-एक साथ बोली : जी सर हम समझ गए हैं
तीनों अब अपने अपने कपडे पहनकर वहां से जा चुकी थीं
आयुष और प्रियंका की भी अनुराग ने अब छुट्टी कर दी थी और वे भी चले गए थे
शाम के सात बज चुके थे -एक घण्टे बाद आठ बजे पांचो हेड बॉयज की एक मीटिंग होनी थी जिसमे आज की 49 लड़कियों की केटेगरी आदि पर चर्चा होनी थी
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शाम को 8 बजे अनुराग कालेज कैंटीन में ही तयशुदा कार्यक्रम के हिसाब से पहुंच गया। वहां पर बाकी हेड बॉयज गौरव,अभिनव, नितिन और पंकज भी पहुंच गए थे।
सभी ने आज दिन में जिन लड़कियों की चेकिंग की थी, उनके बारे में विस्तार से अपनी अपनी रिपोर्ट पेश की।
सब लोगों की बातचीत का निचोड़ यह निकला कि आज जिन 49 लड़कियों की चेकिंग हुई उनमे से 39 लड़कियां C केटेगरी में रखी गई, 9 लड़कियां B केटेगरी में और सिर्फ 1 लड़की A केटेगरी हासिल कर सकी थी।
सब लोगों की दिलचस्पी अब उस लडक़ी में बढ़ने लगी जो आज A केटेगरी हासिल करने में कामयाब रही थी। जिन 10 लड़कियों की चेकिंग गौरव ने की थी, यह लड़की उनमे से एक थी। नाम था मुस्कान। उम्र 18 साल। रंग गोरा दूधिया। लंबाई साढ़े पांच फीट । फिगर एकदम सेक्सी।
सब लोग अब गौरव से मुस्कान के बारे में और पूछने लगे। इतना सुनकर ही सब अपने अपने लण्ड पर हाथ फेरने लगे थे।
गौरव बोला : भाई मैंने खुद आज तक इतनी खूबसूरत और जबरदस्त सेक्सी लौंडिया नही देखी थी। अपने अनुराग की तो मौज़ ही मौज़ है। इसकी क्लास में ही है साली। क्या मस्त फिगर है। क्या मस्त हॉट और सेक्सी बदन है। एकदम अनछुई सी है मानो आज से पहले किसी ने उसे हाथ भी नही लगाया हो। बस एक ही कमी है उसमें
अनुराग : वह क्या ?
गौरव ( हंसते हुए) : एकदम डम्ब है। दुनियादारी की उसे कुछ खबर नही है। पास के किसी गांव से आई है मेरी पी ए पूजा को भी अपने बदन पर कहीं हाथ नही लगाने दे रही थी। उसके बाद मैंने उसे अपने केबिन में चेकिंग के लिए बुला लिया था औऱ उसकी चेकिंग करते करते अल्कोहल टेस्ट में उसे जबरन फेल कर दिया था।
पंकज : यह कैसे किया भाई
गौरव : उसकी ट्रिक मैं फिर कभी बताऊंगा। आज खुशखबरी यह है कि हम सब अभी डिनर करने के बाद मुस्कान के साथ ऐसी मौज़ मस्ती करेंगे जिसे न वह कभी भूलेगी और न हम लोग, क्योंकि हम में से किसी ने भी इतनी हॉट और सेक्सी कच्ची कली को आज तक नही चखा है
गौरव की बात सुनकर सबके लण्ड खड़े हो गए थे।
गौरव ने अल्कोहल टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट के लिए मुस्कान की डायरी में पनिशमेंट मार्क कर दिया था और मुस्कान को सज़ा देने के लिए उसे रात 10 बजे अपने कमरे पर बुलाया था
सब लोगों ने जल्दी जल्दी डिनर किया और सब एक साथ गौरव के कमरे पर आ गए।
ठीक 10 बजे मुस्कान ने दरवाजा खटखटाया। गौरव ने दरवाजा खोलकर मुस्कान को अंदर किया और दरवाज़े को फिर से बंद कर के अपनी कुर्सी पर आकर बैठ गया। बाकी चारों हेड बॉयज भी कुर्सी पर बैठे हुए मुस्कान की तरफ उसे खा जाने वाली नज़रों से देख रहे थे। उसकी जितनी तारीफ गौरव ने की थी, वह उससे कहीं अधिक सुंदर, सेक्सी और मस्त माल थी।
कमरे में एक साथ 5 लड़कों को देखकर वह बहुत नर्वस और डरी हुई लग रही थी। उसने सलवार सूट पहना हुआ था जो आमतौर पर गाँव की लड़कियां ही पहनती है।
ऐसे कपड़े पहने होने के बाबजूद उसके चेहरे की सुंदरता और तराशा हुआ सेक्सी बदन उन सबके लण्ड खड़े कर चुका था।
पांचो हेड बॉय उसके चारों तरफ घेरा डाले हुए कुर्सियों पर बैठे अपने अपने लण्ड पर हाथ फेरते हुए उसकी तरफ शरारती नज़रों से देख रहे थे
कुछ देर बाद गौरव उससे बोला : तुम्हे मालूम है ना कि तुम्हे आज किस बात के लिए यहां बुलाया गया है
मुस्कान : जी सर, पनिशमेंट के लिये
पंकज : ऐसा करते है हम लोग भी इसकी कुछ मदद कर देते है। सब लोग बारी बारी से इसके बदन पर से एक कपड़ा उतारेंगे।
यह कहकर सबसे पहले पंकज उठकर मुस्कान के पास पहुंचा और जैसे ही उसने मुस्कान को छुआ वह जोर से ऐसे चिल्लाई मानों उसे करंट लगा हो।
पंकज ने उसके चिल्लाने की परवाह किये बिना उसे अपनी गिरफ्त में ले लिया और उसके चिकने चेहरे पर अपना चेहरा रगड़ते हुए उसके होंठो को चूमने लगा। चूमने के बाद पंकज ने उसकी सलवार का नाड़ा खोल दिया और उसकी सलवार खिसक कर जमीन पर आ गिरी। मुस्कान की गोरी दूधिया टाँगे अब साफ दिख रही थी लेकिन उसका कुरता लंबा होने की वजह से उसकी मस्त जाँघे अभी भी छिपी हुई थी।
पंकज उसे छोड़कर अपनी कुर्सी पर आ गया तो अनुराग उसके पास पहुंच गया। अनुराग ने मुस्कान के दोनों गालों पर हाथ फिराते हुए कहा : यह लौंडिया तो एटम बम्ब है भाई। यह कहकर अनुराग ने उसके कुर्ते के बटन खोल दिये और उससे बोला : चल मेरी जान, जरा अपने हाथ ऊपर उठा। मुस्कान ने हाथ नही उठाये तो अनुराग ने उसके दोनों गालों पर दो चपत लगाते हुए दुबारा कहा : हाथ ऊपर करती है या फिर कैंची से तेरा कुरता काट डालूं?
कैंची का नाम सुनते ही मुस्कान ने अपने हाथ ऊपर उठा लिए और अनुराग ने उसका लंबा कुरता बाहर निकलकर फेंक दिया।
कुरता उतारने के बाद भी मुस्कान की ब्रा नज़र नही आ रही थी क्योंकि उसने ब्रा के ऊपर एक समीज़ (बनियान) पहनी हुई थी। लेकिन अब उसकी पैंटी और पैंटी में कसी उसकी चिकनी जाँघे साफ दिख रही थीं। अनुराग ने एक बार उसके मुंह को चूम लिया और वापस अपनी कुर्सी पर आकर बैठ गया। अब गौरव उठकर मुस्कान के पास गया और उसकी जांघों और पैंटी के ऊपर हाथ फेरता हुआ बोला : फिर से अपने हाथ उठा मेरी रंडी
गौरव ने जैसे ही उसके गालों पर चपत लगाए, मुस्कान ने अपने हाथ फिर से उठा लिए। उसके हाथ उठाते ही गौरव ने उसकी बनियान भी उतार फेंकी। अब वह सिर्फ ब्रा और पैंटी पहने खड़ी थी। गौरव ने उसके चिकने पेट पर हाथ फिराते हुए कहा : अपने दोनों हाथ ऊपर उठाकर ही खड़ी रह-बहुत मस्त और सेक्सी लग रही है
गौरव वापस आया तो अभिनव मुस्कान के पास चला गया और उसके पीछे उसके बदन से चिपककर खड़ा हो गया। अपनी जीन्स में खड़े हो चुके लण्ड को मुस्कान के मस्त मस्त गोल सुडौल नितंबों पर रगड़ते हुए अभिनव ने उसकी ब्रा का हक खोलकर उसे एक तरफ फेंक दिया और उसके मस्त दूधिया उरोजों को अपने दोनों हाथों से मसलने लगा
अभिनव के बाद उसके बदन के आखिरी कपड़े को उतारने के लिए नितिन उठा और उसने बिना किसी भूमिका के उसकी पैंटी में अपना हाथ डालकर उसकी चिकनी चूत पर अपना हाथ फिराने लगा । अचानक ही नितिन ने उसकी पैंटी को भी नीचे खिसकाकर गिरा दिया और मुस्कान अब एकदम नंगी उन सबके सामने अपने बदन की नुमायश करने पर मजबूर थी।
नितिन ने अपनी कुर्सी पर वापस आने से पहले मुस्कान के गालों पर चपत लगाते हुए कहा : आपने दोनों हाथ ऊपर उठाकर रखो और जरा गोल गोल घूमकर दिखाओ ताकि तुम्हारा यह मस्त सेक्सी बदन हम सब ठीक से देख सकें।
मुस्कान अपने हाथ ऊपर उठाए कमरे में गोल गोल घूमकर अपने बदन की नुमायश कर रही थी और पांचों हेड बॉयज उसकी सेक्सी फिगर को देख कर अपने अपने लण्ड को सहलाये जा रहे थे
अब पंकज बोला : चलो अब चिकनी लौंडिया को सज़ा देने का प्रोग्राम शुरू किया जाए
अनुराग : मेरा ख्याल है कि पहले इसे समझा दिया जाए कि इसकी सज़ा कैसी होने वाली है क्योंकि यह लौंडिया काफी छुई मुई सी लग रही है। पता नही हमारी सज़ा को झेल भी पाए या न झेल पाए
गौरव : यह बात तो है। लौंडिया है तो एकदम छुई मुई
अभिनव अब अपनी कुर्सी से उठा और अपनी पैंट में से लेदर बेल्ट निकालकर उसने एक बेल्ट का स्ट्रोक मुस्कान के नितंबों पर मार दिया। अभिनव ने बेल्ट इतनी जोर से मारी थी कि न सिर्फ मुस्कान की चीख निकल गयी, बल्कि उसका संतुलन बिगड़ने से वह गिरते गिरते भी बची।
अब नितिन मुस्कान के पास जाकर खड़ा हो गया और उसके होंठों पर अपनी उंगली फिराते हुए पूछने लगा : तुम्हारे अभी बेल्ट का स्ट्रोक मारा गया, उससे तुम्हे दर्द हुआ या मज़ा आया।
मुस्कान की आंखें भीग सी गईं थी : सर बहुत दर्द हुआ है मुझे। प्लीज़ मुझे ऐसे मत मारो। आप सब मेरे गालों पर थप्पड़ भी मार रहे हो। मुझे आज से पहले कभी किसी ने एक थप्पड़ तक नही मारा है। प्लीज़ मुझे और मत मारो
नितिन मुस्कान के गालों को सहलाता हुआ बोला : अरे तुम पहले बता देतीं तो हम तुम्हारे थप्पड़ नही मारते। चलो अब मैं तुम्हारे गालों को सहला देता हूँ
मुस्कान के दोनों गालों को सहलाते सहलाते नितिन उससे बोला : अभी तुम्हारे मस्त मस्त नितंबों पर लेदर बेल्ट का एक स्ट्रोक मारा गया था, वह सिर्फ सैंपल था। हमारी सज़ा में नियम है कि तुम्हें 25 बार ऐसे स्ट्रोक मारे जाएंगे
जैसे ही मुस्कान ने यह सुना कि उसके नितंबों पर बेल्ट से 25 बार स्ट्रोक मारे जाएंगे, वह फौरन जमीन पर नितिन के पैरों में गिरकर उसके दोनों पैर पकड़कर गिड़गिड़ाने लगी : नही। यह मत करो। मुझे बेल्ट के 25 स्ट्रोक मत मारो। यह मैं सहन नही कर पाऊँगी।
मुस्कान जिस तरह से एकदम टूटकर बिखर सी गई थी, उसे देखकर सब लोगों के लण्ड एकदम पत्थर की तरह कड़क हो गए थे
पंकज ने मुस्कान से थोड़े और मज़े लेते हुए कहा : नितिन सर के जूतों पर अपनी नाक रगड़ो और बोलो : मुझे इसके बदले कुछ आसान सी सज़ा दी जाए प्लीज़
मुस्कान ने नितिन के जूतों पर अपनी नाक रगड़ते हुए कहा : मुझे बेल्ट के 25 स्ट्रोक न मारे जाएं और कोई आसान सी सज़ा दी जाए प्लीज़
सब लोग मुस्कान को देख देख कर हंस रहे थे।
नितिन ने अपने जूते की नोक से उसकी ठोड़ी को ऊपर उठाया और कड़क आवाज़ में मुस्कान से बोला : जाओ अब बाकी सबके जूतों पर भी अपनी नाक रगड़कर यही रिक्वेस्ट करो
मुस्कान में बारी बारी से सबके जूतों पर जाकर अपनी नाक रगड़ते हुए इसी रिक्वेस्ट को बार बार दोहराया
मुस्कान जब पांचों हेड बॉयज के जूतों पर अपनी नाक रगड़ चुकी तो अनुराग सबकी तरफ देखकर बोला : मेरा ख्याल है कि इस छुई मुई सी लौंडिया की पिटाई बिल्कुल नही होनी चाहिए।
गौरव : ठीक बात है भाई, इतना खूबसूरत सेक्सी बदन पिटाई के लिए थोड़े ही है, यह तो हम जैसे हरामी लौंडों के मज़े लेने के लिए है।
अभिनव : मैंने इसके लिए एक बेहद आसान सा पनिशमेंट सोचा है। उसमें इस लौंडिया की न तो पिटाई होगी और न ही इसे कोई दर्द होगा
नितिन : ऐसा क्या पनिशमेंट है हमे भी तो बताओ
अभिनव : लेकिन उस सज़ा में थोड़ा इस लौंडिया को अपना दिमाग ज्यादा इस्तेमाल करना होगा। अब पता नही यह कितनी इंटेलिजेंट है
पंकज : तुम अपनी सज़ा इसे सुना दो। अगर यह अपना दिमाग लगाकर उस सज़ा को पूरा कर लेती है तो ठीक है, वरना इसे अपनी टाँगों पर उल्टा डालकर इसके पिछवाड़े को 25 बार इस लेदर बेल्ट से लाल कर दिया जाएगा
मुस्कान : नही सर, मुझे लेदर बेल्ट से मत मारना प्लीज़। मैं आपकी सज़ा को अपना दिमाग लगाकर पूरा कर दूँगी। मैं बहुत इंटेलीजेंट हूँ । 12 वीं में मेरे 90 प्रतिशत मार्क्स आये थे
अभिनव : ठीक है जब तू इतनी ही रिक्वेस्ट कर रही है तो मेरी बताई सज़ा को जरा गौर से सुन। हम पांचों लौंडे अलग अलग पांच गिलासों में अपनी पेशाब भरेंगे। तुझे सभी गिलासों में भारी पेशाब को बारी बारी से पीना है और आखिर में यह बताना है कि हम पांचों में से किस लौंडे की पेशाब तुझे सबसे ज्यादा टेस्टी लगी। अगर तुमने यह जबाब दिया कि किसी की भी पेशाब पसंद नही आई तो भी तुम्हारे बेल्ट स्ट्रोक मारे जाएंगे और अगर यह जबाब दिया कि सबकी पेशाब तुझे पसंद आई तो भी तेरा पिछवाड़ा 25 बार लाल किया जाएगा। तुझे हर हाल में किसी एक पेशाब के बारे में अपनी राय बतानी है जिसका स्वाद तुझे सबसे बढ़िया लगा हो। समझी चिकनी या फिर से समझाऊं ?
सब लोग मुस्कान को देखकर शरारत से मुस्कराने लगे और उन सब ने अपने अपने लण्ड निकालकर अलग अलग गिलासों में अपनी अपनी पेशाब भर कर रख दी
मुस्कान अब एकदम रोने चिल्लाने लगी : सर यह कैसी सज़ा है। मैं पेशाब कैसे पी सकती हूँ। यह तो बहुत गलत है
नितिन सख्त आवाज़ में मुस्कान से बोला : या तो तू वह करेगी जो हम सब चाहते है या फिर हम वह करेंगे जिससे तेरे पिछवाड़े में अगले एक महीने तक दर्द होता रहेगा। मर्ज़ी तेरी है। जल्दी कर। टाइम कम है हमारे पास
मुस्कान के सामने अब पांच पेशाब से भरे गिलास रखे हुए थे। लेदर बेल्ट से स्पैकिंग से बचने के लिए उसने पेशाब पीने का ही मन बना लिया और सबसे पहले इसने अनुराग की पेशाब वाले गिलास को उठा लिया
सब लोग हंस हंस कर उसे कहने लगे : वेरी गुड़, पियो इसे। अनुराग का पेशाब पीकर बताओ कि कितना टेस्टी है
मुस्कान ने एक एक करके सभी गिलासों में से पेशाब पीकर गिलास वापस टेबल पर रख दिये
अनुराग अब मुस्कान से बोला: अब बस तुम्हे सिर्फ यह बताना है कि किसका पेशाब सबसे ज्यादा टेस्टी है और उसके बाद तुम्हारी सज़ा खत्म और तुम यहाँ से जा सकती हो
मुस्कान का चेहरा शर्म और ज़लालत से एकदम लाल हो रहा था
वह बोली : सर मुझे बहुत शर्म आ रही है जबाब देते हुए
सब हंसते हुए कहने लगे : इसमे इतना शर्माने की क्या बात है। तुझे तो शर्म तब आनी चाहिए जब हम तुझे कालेज कैम्पस में इस हालत में नंगी ही घुमाएं लेकिन वह सब तो हम कर नही रहे है। अब तू फ़टाफ़ट बोल वरना तेरी स्पैकिंग शुरू कर दी जाएगी।
स्पैकिंग का नाम सुनते ही मुस्कान जल्दी से बोल पड़ी : सर मुझे अनुराग सर की पेशाब सबसे ज्यादा टेस्टी लगी
अब सब लोग हंस हंस कर अनुराग को बधाई देने लगे
अभिनव : एक आखिरी शर्त और है इस सजा की। अब तुझे अनुराग सर के आगे आकर घुटनों के बल बैठना होगा । अब यह अपने लण्ड को तेरे मुंह मे डालकर अपनी पेशाब तुझे पिलायेंगे
मुस्कान जैसे ही अनुराग के सामने आई, उसने अपने लण्ड को निकालकर पेशाब की मोटी धार उसके चेहरे पर डालनी शुरू कर दी और बोला : मुंह खोल और मेरी पेशाब को अपने मुंह मे जाने दे साली
मुस्कान को पूरी तरह से ज़लील करने के बाद पांचों लोगों ने उसके नंगे बदन के साथ फिर काफी देर तक छेड़छाड़ और मनमानी की और फिर उसे जाने दिया
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अगले दिन अनुराग जब अपनी क्लास में पहुंचा तो उसने क्लास के सभी स्टूडेंट्स से कहा : आज बनर्जी सर और मुखर्जी सर छुट्टी पर हैं, इसलिए पहले दो पीरियड नही होंगे। आप सब लोग चुपचाप शांत होकर अपनी सीट पर बैठे रहें। सब अपना अपना होम वर्क निकाल कर तैयार रखें। लड़कियों का होम वर्क आयुष और लड़कों का होम वर्क प्रियंका चेक करेगी।
अनुराग ने जान बूझकर लड़कियों के लिए आयुष को और लड़कों के लिए प्रियंका को लगाया था ताकि इन दोनों का भी क्लास में दबदबा बना रहे और यह लोग भी अपनी पोजीशन का फायदा उठा सकें।
अनुराग यह कहने के बाद क्लास से बाहर निकलकर जाते हुए आयुष और प्रियंका से बोल गया : ठीक है, तुम इन सबका होम वर्क चेक करो और कोई प्रॉब्लम हो तो मुझे बुला लेना। जिसका होम वर्क पूरा नही हो या ठीक नही हो उसे मेरे आफिस में भेजना। उसे मैं वहां खुद सज़ा दूँगा।
अनुराग के जाने के बाद प्रियंका और आयुष एकदम एक्शन में आ गए।
आयुष का लण्ड उसकी पैंट में एकदम तनकर खड़ा हो गया था। उसे मालूम था कि बहुत सारी लड़कियों ने होम वर्क किया ही नही होगा और बहुत सारी लड़कियों ने ठीक से नही किया होगा।
प्रियंका भी क्लास के 8-10 हैंडसम लड़कों पर अपना दबदबा बनाने के लिए इस मौके का फायदा उठाना चाहती थी।
प्रियंका सभी लड़कों की सीट पर जा जाकर उनका होम वर्क चेक करने लगी। उसने चुन चुन कर हैंडसम लड़कों के होम वर्क में कुछ न कुछ कमी बताकर उनसे कहा : तुम क्लास में सबसे पीछे जाकर अपने हाथ ऊपर करके खड़े हो जाओ। मैं अभी बाद में आकर यह तय करूंगी कि तुम्हारे साथ क्या करना है। सब लड़कों का होम वर्क चेक करने के बाद प्रियंका पीछे पहुंच गई जहां उसने 8 लड़कों को हाथ ऊपर उठवाकर खड़ा कर रखा था।
प्रियंका ने अपने हाथ मे एक छड़ी ले रखी थी। उस छड़ी को हवा में लहराती हुई वह सभी 8 लड़कों को देखकर बोली : बोलो तुम लोगों के साथ क्या किया जाए ?
लड़के उसके आगे गिड़गिड़ाने लगे : मैम प्लीज़ आज छोड़ दीजिए। आगे से हम अपना होम वर्क जरूर करके लाएंगे।
प्रियंका उनसे बोली : चलो आज पहली बार है। मैं तुम लोगों की रिपोर्ट हेड बॉय सर को नही करूंगी लेकिन तुम लोग कान पकड़कर 20-20 उठक बैठक लगाओगे। चलो जल्दी शुरू हो जाओ।
2 लड़कों कार्तिक और रोहन को छोड़कर सब लड़के उठक बैठक लगाने लगे।
प्रियंका कार्तिक और रोहन से सख्त आवाज़ में बोली : तुम दोनों उठक बैठक क्यों नही लगा रहे हो ?
दोनों गिड़गिड़ाते हुए प्रियंका से बोले : हम दोनों तो तुम्हारे दोस्त है। हमारे लिए कुछ तो रियायत करो प्लीज़। क्या हमें भी सबकी तरह सज़ा दोगी ?
प्रियंका को अब अपनी ताकत का अहसास हुआ । वह मुस्कुराते हुए बोली : ठीक है लेकिन आज के बाद से तुम मेरे इशारों पर ही नाचोगे
दोनों : हम तो पहले से ही तुम्हारे इशारों पर नाच रहे हैं और आगे भी नाचते रहेंगे।
प्रियंका : ठीक है, तुम दोनों 20 की जगह सिर्फ 5 उठक बैठक लगा दो। तुम्हारी सज़ा पूरी हो जाएगी
दोनों ने फटाफट 5 -5 उठक बैठक लगानी शुरू कर दीं
इधर आयुष ने भी क्लास की बेहद खूबसूरत 5 लड़कियों को क्लास में सबसे पीछे हाथ ऊपर करके खड़ा कर रखा था
सब लड़कियों का होम वर्क चेक करने के बाद वह क्लास के पीछे उन 5 लड़कियों के पास पहुंच गया और बोला : तुम लोगों ने अपना अपना होम वर्क नही किया है। बोलो तुम लोगों के साथ क्या किया जाए ?
सभी लड़कियाँ : यार आयुष, जो आप कहोगे, हम वह सब करने के लिए तैयार हैं- बस हेड बॉय सर को हमारी रिपोर्ट मत करो प्लीज़
आयुष : जो मैं कहूंगा, वह करोगी तुम सब , सोच लो
लड़कियां : सोच लिया। आप कहकर देखो
आयुष : तुम सब अपने टॉप या अपनी स्कर्ट में से कोई एक कपड़ा यहीं उतारकर दिखाओ
लड़कियां एक दूसरे की तरफ देखने लगीं। सभी B केटेगरी की लड़कियां थीं और उन्होंने ब्रा नही पहन रखी थी। इसलिए उन्होंने टॉप उतारने का ख्याल छोड़ दिया
लड़कियां : अरे आयुष हम सब आपके रूम पर आकर अपने सारे कपड़े उतार देंगी। प्लीज़ यहां सबके सामने हमे ज्यादा ज़लील मत करो
आयुष : चलो तुम लोगों के लिए रियायत कर रहा हूँ- सब लोग अपनी अपनी स्कर्ट को पूरा ऊपर उठाकर मुझे अपनी पैंटी दिखाओ और जब तक मैं ना कहूँ अपनी स्कर्ट को उठाकर ही रखना है
लड़कियों ने फिर एक दूसरे की तरफ देखा और फिर अपनी अपनी स्कर्ट उठाकर खड़ी हो गई।
आयुष ने अपने हाथ मे पकड़ी हुई छड़ी को हर लड़की की चिकनी जांघों और पैंटी के ऊपर काफी देर तक घुमाया और फिर बोला : ठीक है। आज के लिए बस इतना ही काफी है। आगे से अपना होम वर्क ध्यान से करके लाना।
आयुष और प्रियंका को होम वर्क चेक करते करते पूरे दो घंटे हो चुके थे.
जैसे ही तीसरे पीरियड का का टाइम शुरू हुआ, उसी समय अनुराग क्लास में वापस आ गया और आयुष और प्रियंका से पूछने लगा : सबका होम वर्क चेक कर लिया
आयुष और प्रियंका : जी सर, सबने अपना अपना होम वर्क ठीक से कर लिया है
अनुराग : वैरी गुड. अभी तीसरा पीरियड शुरू होने में दस मिनिट बाकी हैं- तुम दोनों जल्दी से रजिस्टर लेकर इन सबकी हाज़िरी भी चेक कर लो
आयुष लड़कों की और प्रियंका लड़कियों की हाज़िरी लगाने लगी
हाज़िरी लगाने के बाद प्रियंका अनुराग से बोली : सर यह प्राची सिर्फ एक दिन की छुट्टी लेकर अपने घर गयी थी और आज यह पूरे पांच दिन बीत जाने पर भी कालेज में वापस नहीं आयी है
अनुराग : ठीक है, यह जब भी कालेज में आये क्लास में आने के पहले मुझसे मेरे ऑफिस में मिलवाओ
कालेज की क्लासेज 4 बजे ख़त्म हो गयीं तो अनुराग रोज की तरह अपने ऑफिस में जाकर बैठ गया-वहां एक दो लड़के लडकियां अपने अपने पनिशमेंट के सिलसिले में आये हुए थे और आयुष और प्रियंका उनसे अपने हिसाब से निपट रहे थे.
अचानक जब पांच बजे का समय हुआ तो अनुराग ने देखा कि ऑफिस में प्राची आ गयी थी -उसके साथ साड़ी पहने हुए कोई और भी युवती थी जो या तो उसकी बड़ी बहन या फिर भाभी जैसी लग रही थी -अनुराग ने अपने केबिन में बैठे बैठे सी सी टी वी पर देखा कि प्राची अब प्रियंका से कुछ बात कर रही थी
कुछ ही देर में प्रियंका उन दोनों को लेकर अनुराग के केबिन में आ गयी और बोली : सर, यह प्राची की भाभी पल्लवी हैं-इनका कहना यह है कि प्राची की तबियत ख़राब हो गयी थी इसलिए यह कालेज में समय से नहीं आ सकी
अनुराग ने प्राची की भाभी पल्लवी की तरफ देखा तो उसका लण्ड एकदम खड़ा हो गया. नीले रंग की शिफॉन की साड़ी और मैचिंग ब्लाउज़ में वह एकदम क़यामत लग रही थी- उसकी उम्र भी 24 या 25 साल की लग रही थी-अपनी नाभि के नीचे उसने जिस तरह से साड़ी बाँधी हुई थी उससे उसका चिकना गोरा पेट और नाभि प्रदेश एकदम साफ़ दिख रहा था.
अनुराग ने प्राची पर से अपना ध्यान हटाकर सारा फोकस उसकी खूबसूरत सेक्सी भाभी पर कर लिया.
अनुराग ने प्रियंका को वापस उसके केबिन में भेज दिया और पल्लवी से कहने लगा : देखिये आपने यहां आने में काफी देर कर दी है -प्राची को तो अब कालेज से शर्तिया निकाल दिया जाएगा -आप बेहतर हो कि इसके लिए कोई दूसरा कालेज देख लें
पल्ल्वी : नहीं सर, इसकी तबियत ख़राब हो गयी थी-मेरे पास मेडिकल सर्टिफिकेट भी है-इसे अभी भी हल्का हल्का बुखार है और यह अभी भी दवाई ले रही है
अनुराग : देखिये आप बात समझने की कोशिश कीजिये. रूल्स के मुताबिक़ इसकी डायरी में एक पनिशमेंट बाकी है जो इसे पिछले बुधवार तक लेना था- एक दिन लेट होने पर डबल पनिशमेंट का नियम है लेकिन उसके बाद तो सीधे कालेज से निकाले जाने का ही नियम है
कालेज से प्राची को निकाले जाने की बात पर पल्ल्वी एकदम डर गयी और बाकायदा अपने दोनों हाथ जोड़कर अनुराग के आगे गिड़गिड़ाने लगी : देखिये सर, कोई तो रास्ता होगा-इसे कालेज से मत निकालिये प्लीज़..आपकी बड़ी मेहरवानी होगी
अनुराग के लण्ड का साइज उसकी जींस में और भी बढ़ गया था- उसे समझ में आ गया कि प्राची की भाभी उसके बिछाये जाल में बुरी तरह फंस चुकी है
अनुराग : देखिये आप इतना कह रही हैं तो मैं कोशिश कर सकता हूँ -दरअसल हम पांच हेड बॉयज की एक कमेटी है जो इस बात का फैसला कर सकती है कि इस तरह के मामले में क्या किया जा सकता है- इस तरह का यह पहला मामला हमारे सामने आया है -आप मुझे यह बताएं कि क्या प्राची की जगह डबल पनिशमेंट आप लेने के लिए तैयार हैं ? क्योंकि मेडिकल सर्टिफिकेट होने की वजह से हम इसे तो पनिशमेंट दे नहीं सकते
पल्ल्वी : प्राची का पनिशमेंट मुझे दिया जाएगा ? क्या होता है पनिशमेंट में ?
अनुराग : नार्मल पनिशमेंट में स्कर्ट और पैंटी उतरवाकर 25 बार स्पैकिंग की जाती है और फिर दस बार कान पकड़कर उठक बैठक लगवाई जाती हैं -लेकिन यह मामला डबल पनिशमेंट का है -इसमें पनिशमेंट हेड बॉयज की कमेटी ही तय करती है-अगर आप हेड बॉयज की कमेटी द्वारा तय किया गया डबल पनिशमेंट लेने के लिए तैयार हों तो मैं कमेटी की मीटिंग बुलाकर आपकी मदद कर सकता हूँ -नहीं तो आप प्राची के लिए कोई दूसरा कालेज देख सकती हैं
पल्ल्वी : जैसा आप ठीक समझें सर, अब साल के बीच में दूसरा कालेज कहाँ से एडमिशन देगा -आप जो ठीक समझें वह कर लें -लेकिन इसे कालेज से न निकालें प्लीज़
अनुराग : ठीक है, फिर आप एक एप्लिकेशन लिखकर मुझे दे दें कि आप प्राची का डबल पनिशमेंट लेने के लिए तैयार हैं और हेड बॉयज की कमेटी जो भी पनिशमेंट तय करेगी उसे लेने में आपको कोई संकोच या परेशानी नहीं होगी.
अनुराग ने पल्ल्वी को एक सादा कागज़ और पेन दे दिया और वह बैठकर एप्लिकेशन लिखने लगी
इतनी देर में अनुराग ने बाकी के चारों हेड बॉयज को फोन करके अपने केबिन में बुला लिया और कुछ ही देर में पांचो हेड बॉयज वहां इकट्ठे हो गए.
अनुराग ने उन सबको प्राची की सारी कहानी बताई और यह भी बताया कि किस तरह उसकी भाभी पल्ल्वी उसकी जगह उसका डबल पनिशमेंट लेने को तैयार हो गयी हैं
बाकी के सारे हेड बॉयज ने भी पल्ल्वी की साड़ी में लिपटी मस्त जवानी को देखा और अपने अपने लण्ड पर हाथ फिराने लगे
पल्ल्वी की लिखी हुई एप्लिकेशन को सारे हेड बॉयज ने एक एक करके पढ़ा और उसे पढ़ने के बाद उनके लण्ड और भी ज्यादा सख्त हो गए क्योंकि इस एप्लिकेशन में तो पल्ल्वी अपने साथ कुछ भी करने की पूरी छूट हेड बॉयज की कमेटी को दे रही थी
कुछ देर बाद पंकज ने बोलना शुरू किया : ऐसे मामलों में कालेज की पॉलिसी बहुत साफ़ है कि स्टूडेंट को कालेज से निकाल ही दिया जाता है लेकिन क्योंकि आप इतना जोर डाल रही हैं और आपने लिखित में भी सारा पनिशमेंट लेने को मंजूर कर लिया है, इसलिए हमारी कमेटी आपकी ननद प्राची को कालेज से नहीं निकलने देगी और जो डबल पनिशमेंट उसे मिलना चाहिए था उसे आपको देकर इस मामले को रफा दफा कर देगी
नितिन : ठीक हैं फिर इनका पनिशमेंट शुरू करते हैं ताकि यह भी अपना पनिशमेंट जल्द से जल्द निपटा कर अपने घर वापस जा सकें
सब हेड बॉयज ने अपनी अपनी कुर्सियां केबिन की दीवार से सटा ली थीं -प्राची को भी उन्होंने एक साइड में रखे स्टूल पर बैठने को कह दिया था
अब केबिन के बीचों बीच एक कुर्सी पर सिर्फ पल्ल्वी बैठी हुई थी और उसके चरों और पांचो हेड बॉयज अपनी अपनी कुर्सियों पर बैठकर अपने अपने लण्ड को धीरे धीरे सहलाये जा रहे थे
अभिनव : पनिशमेंट शुरू -चल खड़ी हो जा
पल्ल्वी एकदम उन लोगों के इस बदले रवैये और टोन से एकदम सकते में आ गयी लेकिन वह अपनी कुर्सी से खड़ी हो गयी
गौरव : चल अपनी साड़ी उतार फटाफट
पल्ल्वी : देखिये यह आप लोग क्या कर रहे हैं-मैं एक शादी शुदा औरत हूँ -कुछ तो सोचिये
नितिन : ठीक है, सोच लिया -शादी शुदा औरत है इसलिए तेरे साथ रियायत कर रहे हैं-वरना तो हम तुझे नंगा करके पूरे कालेज में परेड करवाते -अब जल्दी कर और नखरे मत दिखा
पल्ल्वी ने बेबसी में प्राची की तरफ देखते हुए अपनी साड़ी उतारनी शुरू कर दी
गौरव : भाभी तो एकदम चकाचक मस्त माल है -मज़ा तो बहुत आएगा इसे सजा देकर
पल्ल्वी अब ब्लाउज़ और पेटीकोट में खड़ी थी और उसकी पूरी सेक्सी और मस्त फिगर सबको साफ़ दिख रही थी
अनुराग : चलो ब्लाउज़ और पेटीकोट भी अलग करो अपने खूबसूरत बदन से
उधर कोने में स्टूल पर बैठी प्राची शर्म की वजह से अपनी ऑंखें बंद कर रही थी लेकिन नितिन उससे बोला : आँखें खोल साली और अपनी भाभी की जवानी को लुटता हुआ देख -तेरी खातिर वह अपनी मस्त जवानी हम सब को सौंपने के लिए तैयार हो गयी है और तू उसे देखने के लिए भी तैयार नहीं है
पल्ल्वी अब तक अपनी ब्लाउज़ और पेटीकोट भी उतारकर अलग कर चुकी थी और शर्म और ज़लालत की वजह से अपने हाथों से अपने बदन को छुपाने का प्रयास कर रही थी
नितिन : हाथ ऊपर उठाओ
पल्ल्वी ने अपने दोनों हाथ ऊपर उठा लिए
अभिनव : अब जरा गोल गोल घूमकर अपनी यह मस्त जवानी हम सबको दिखाओ मेरी जान
अपनी ब्रा और पैंटी पहने हुए और दोनों हाथ ऊपर उठाये हुए पल्ल्वी कमरे के बीचों बीच गोल गोल घूमकर अपने बदन की नुमायश करने लगी और सारे हेड बॉयज उसके सेक्सी बदन की नुमायश देखकर अपना अपना लण्ड सहलाने लगे
अब अनुराग ने प्राची की तरफ देखा : प्राची अब तुम जरा उठकर अपनी भाभी की ब्रा और पैंटी भी निकालो ताकि इसका पूरा सेक्सी और मस्त बदन हम बिना किसी रूकावट के देख सकें
प्राची अपने स्टूल से उठी और पल्ल्वी के पास आकर खड़ी हो गयी
अनुराग (प्राची को डांटते हुए) : खड़ी क्या देख रही है। जल्दी इसके कपड़े उतार साली
प्राची ने अब पल्लवी के पीछे जाकर उसके ब्रा के हुक को खोल दिया और अगले ही पल पल्लवी के मस्त दूधिया मक्खन जैसे मम्मे सबके सामने थे।
गौरव प्राची से बोला : जरा इसके दूधिया उरोजों को अपने हाथों से मसलकर बता कि यह कितने मस्त हैं
प्राची अपनी भाभी के मम्मे अपने हाथों से मसलने लगी
अभिनव : लगता है प्राची को भी मज़ा आ रहा है
नितिन : क्यों प्राची मज़ा आ रहा है या नही
पंकज : चल अब इसकी पैंटी भी उतारकर इसे पूरी तरह नंगा कर दे
प्राची अब पल्लवी की पैंटी उतारने लगी
अगले ही पल पल्लवी पूरी तरह निर्वस्त्र खड़ी थी और उसके दोनों हाथ ऊपर उठे हुए थे
प्राची अब अपने कोने में रखे स्टूल पर जाकर बैठ गयी थी और कमरे के बीचोबीच पल्लवी नंगी होकर अपने हाथ उठाये हुए खड़ी थी।
सबके लण्ड बेकाबू हुए जा रहे थे लेकिन सब उससे पूरा मज़ा लेना चाहते थे
नितिन : एक बार फिर से गोल गोल घूमकर दिखा
अभिनव : साली क्या मस्त माल है
गौरव : इसकी दूधिया जांघें तो एकदम तराशी हुई लग रही है
अनुराग : साली की चूचियाँ भी कितनी कसी हुई और मस्त है
पंकज : एकदम एटम बम्ब है लौंडिया
पल्लवी और प्राची दोनों ही हेड बॉयज की इन बातों को सुनकर शर्म और ज़लालत से मरी जा रही थीं।
अनुराग मुस्कुराता हुआ पल्लवी से बोला : चल कान पकड़कर 10 उठक बैठक लगा
पल्लवी अब हाथ जोड़ते हुए गिड़गिड़ाने लगी : बस अब मुझे और ज़लील मत करो प्लीज़। अब मुझे जाने दो प्लीज़
नितिन ने पास रखी एक छड़ी को उठाया और उसे जोर से पल्लवी के नितंबों पर मारता हुआ हंसकर बोला : अब 10 नही 20 उठक बैठक लगानी पड़ेंगी। ज्यादा नखरे दिखाएगी तो यह गिनती और बढ़ती जाएगी।
अभिनब : गिनती बोल बोलकर उठक बैठकें लगा। गिनती नही बोली तो वह उठक बैठक काउंट नही होगी
पल्लवी गिनती करते हुए उठक बैठक लगाने लगी और सारे हेड बॉयज हंस हंस कर उसे देखकर अपना लण्ड सहलाते रहे
20 उठक बैठक पूरी होने पर पंकज ने उसे हुक्म दिया : अब इधर मेरे नज़दीक आ
पल्लवी पंकज के पास जाकर खड़ी हो गई। पंकज ने पल्लवी की जांघों पर अपना दायाँ हाथ फिराते हुए अपने बाएं हाथ से उसके चिकने पेट को सहलाना शुरू कर दिया
कुछ देर बाद पंकज ने पल्लवी को अपनी गोद मे बिठा लिया। अपने दोनों हाथों से उसके मम्मे मसलता हुए उसने पल्लवी के होंठों और चेहरे को बेतहाशा चूमना शुरू कर दिया
पल्लवी पंकज की गिरफ्त में कसमसाने और छटपटाने लगी और अपने मुंह को उसके होंठों से छुड़ाते हुए कहने लगी : छोड़ो मुझे आपके मुंह से बहुत बदबू आ रही है
अब पंकज ने उसके दोनों गालों पर जोर से दो चपत लगाते हुए कहा : चल रंडी अपना मुंह खोल। तेरे मुंह मे खुशबू डालनी पड़ेगी।
पल्लवी ने जैसे ही अपना मुंह खोला, पंकज ने दो तीन बार उसके मुंह मे जोर से थूकते हुए कहा : अब मेरे सारे थूक को स्वाद ले लेकर निगल जा
पल्लवी उसके थूक को निगलती रही और वह उसके दोनों चिकने गालों पर हाथ फिरा फिरा कर मज़े लेता रहा
पल्लवी से काफी देर इस तरह मज़े लेने के बाद पंकज ने उसे अपनी गोद से उठाया और बोला : चल अब घोड़ी बन
पल्लवी कुछ समझी नही और पंकज के सामने खड़ी उसकी तरफ देखकर बोली : घोड़ी कैसे बनते हैं
इतनी देर में नितिन अपनी कुर्सी से उठा और पल्लवी की पीठ से चिपककर खड़ा हो गया और अपनी पैंट में खड़े लण्ड को उसके नितंबों पर रगड़ने लगा।
अपने दोनों हाथों से पल्लवी के सीने की गोलाइयों को मसलते हुए नितिन उससे बोला : चिंता मत कर, तुझे घोड़ी बनना मैं सिखाऊंगा
यह कहकर नितिन ने उसे झुकाते हुए घोड़ी की पोजीशन में जमीन पर खड़ा कर दिया। अब पल्लवी अपने दोनों हाथों और पैरों के बल जमीन पर घोड़ी बनी हुई थी।
पंकज ने इतनी देर में अपनी पैंट और अंडरवियर नीचे खिसकाकर अपने लण्ड को बाहर निकाल लिया था । उसने पल्लवी की तरफ गुर्राकर देखा : इसे अपने मुंह मे लेकर चूस और मुझे खुश कर
पल्लवी बोली : प्लीज़ यह नही ... मैं तो अपने पति के लिए भी यह सब नही करती हूँ। मुझसे यह सब नही होगा
पंकज ने पल्लवी के गालों पर फिर जोर से चपत लगाया और बोला : तेरा पति साला चूतिया है तो हम क्या करें। तेरी जैसी खूबसूरत लौंडिया का अगर वह ठीक से इस्तेमाल नही कर रहा है तो उसे बेबकूफ ही कहा जायेगा।
नितिन भी पंकज की बात सुनकर हंसने लगा : हाँ भाई, मेरी इतनी खूबसूरत और सेक्सी वाइफ होगी तो उसका 24 घंटे मुंह खुलवाकर ही रखूंगा।
अभिनव : भाई नितिन तू तो शादी से पहले ही पूरे मज़े ले रहा है। कालेज की कोई लौंडिया ऐसी बची है जिसके मुंह मे तूने अपना लण्ड न डाला हो
पंकज ने अब अभिनब से कहा : अभिनब जरा अपनी बेल्ट से इसके पिछवाड़े को गर्म करना शुरू कर। यह ऐसे काबू नही आएगी।
अभिनब ने जैसे ही बेल्ट का पहला स्ट्रोक पल्लवी के नितंबों पर मारा, उसने फटाफट अपना मुंह खोलकर पंकज का लण्ड अपने मुंह मे ले लिया।
उधर नितिन ने भी उसकी दोनों टाँगों को खोलकर उसके मस्त नितंबों के बीच अपना खड़ा लण्ड घुसेड़कर उसकी पीछे से चुदाई शुरू कर दी थी।
बीच बीच मे अभिनब पल्लवी के बेल्ट स्ट्रोक लगा रहा था जिससे पल्लवी उछल उछल कर पंकज और नितिन को एक्स्ट्रा मज़ा दे रही थी
पंकज और नितिन के बाद बारी बारी से सभी ने पल्लवी को हर तरफ से जमकर पेला
पल्लवी के साथ जो कुछ भी हो रहा था, उसकी मोबाइल पर वीडियो भी बनाई जा रही थी
जब सब लोगों ने पल्लवी के साथ अपने अपने ढंग से मनमानी कर ली तो उन्होंने उससे कहा : अब तू अपनी ननद के साथ उसके होस्टल रूम में ऐसे ही चली जा
पल्लवी एकदम सकते में आ गयी। प्राची का होस्टल रूम इस ऑफिस से लगभग आधा किलोमीटर दूरी पर था और पल्लवी इस समय एकदम नंगी थी।
पल्लवी ने गिड़गिड़ाते हुए अनुराग के पैर पकड़ लिए और कहने लगी : मैं तो इतना ज्यादा को ऑपरेट कर रही हूँ। जो आप सब कह रहे हो वह सब कर रही हूं। मुझे इस हालत में तो बाहर मत भेजो प्लीज़। मेरे कपड़े दे दो। मैं एकदम नंगी इतनी दूर के रास्ते मे कैसे जाऊंगी।
पंकज : बोल अनुराग, क्या कहता है। इसकी नंगे ही परेड करवाएं या फिर कपड़े पहनकर जाने दें
अनुराग : मेरे पास एक आईडिया है इसके लिए। इसे हम एक स्पेशल ड्रिंक पीने के लिए देंगे। अगर यह उस ड्रिंक को खुशी खूशी पी लेती है तो अपने कपड़े पहनकर जा सकती है, वरना इसे इसी हालत में नंगा ही जाना पड़ेगा
पल्लवी : मुझे वह स्पेशल ड्रिंक पीने में कोई ऐतराज नही है
नितिन : ठीक है, फिर हम इसके लिए स्पेशल ड्रिंक बना देते है
नितिन ने एक बड़ा सा कांच का गिलास लिया और उसमें अपने लण्ड से पेशाब भरने लगा। इसके बाद सबने अपनी अपनी पेशाब उस गिलास में डालकर उसे टेबल पर रख दिया और उससे बोले : चल अगर तुझे अपने कपड़े चाहियें तो हम सबकी पेशाब का यह कॉकटेल पी जा
पल्लवी पूरी तरह से टूट चुकी थी। निर्वस्त्र होकर रूम तक जाने के ख्याल से ही उसकी रूह कांप रही थी।
उसने ज़लालत और अपमान का घूंट पीते हुए उस पेशाब से भरे गिलास को उठा लिया और उसे धीरे धीरे पीने लगी स्वाद बहुत खराब होने की वजह से वह लाख चाहने के बाबजूद उसे जल्दी जल्दी नहीं पी पा रही थी।
सारे हेड बॉय मिलकर उसकी धीरे धीरे पेसाब पीते हुए वीडियो बना रहे थे और ताली बजा बजा कर उस पर हंस भी रहे थे
पल्लवी और प्राची अपने होस्टल रूम में जा चुकी थी।
प्राची की डायरी में अनुराग ने बैक डेट में सज़ा पूरी दिखाकर उसके मामले को रफा दफा कर दिया
अगले दिन शनिवार को कालेज की गवर्निंग बॉडी में सरकार ने 4 नए मेम्बर नियुक्त कर दिए
गवर्निंग बॉडी की अगली मीटिंग में जब हेड बॉय और उनके द्वारा लड़के लड़कियों के पनिशमेंट का मामला सामने आया तो सरकारी मेम्बर्स ने इसका पुरजोर विरोध करते हुए हेड बॉय और उनके पी ए की पोजीशन तो खत्म कर ही दी, स्टूडेंट्स को मिलने वाले पनिशमेंट पर पूरी तरह रोक लगा दी।
यह खबर फैलते ही काफी स्टूडेंट्स और उनके पेरेंट्स हेड बॉयज के कारनामों की शिकायत लेकर पुलिस के पास पहुंच गए। कुछ लोगों ने कुछ पनिशमेंट वीडियो भी पुलिस को सौंप दिए।
पुलिस ने अपना शिकंजा कसते हुए पांचों हेड बॉयज को अरेस्ट कर लिया और उनके हथकड़ियां लगाकर उनके डंडे लगाते हुए कालेज से घसीटते हुए जेल ले गई।
मामला अदालत पहुंचा तो अदालत में उन पांचों के कारनामों के वीडियो देखकर सबको 25 - 25 साल की सख्त सजा सुना दी गई। अब सब मिलकर जेल में चक्की पीसने लगे और अपने किये पर पछताने लगे।
The End
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