रवि कपूर सॉफ्टवेयर एक्सपोर्ट कम्पनी का मालिक एवम CEO था।कम्पनी में वैसे तो 100 के आसपास कर्मचारी काम करते थे जिनमे हर उम्र के पुरुष और महिला कर्मचारी थे लेकिन रवि को अपने लिए एक पर्सनल सेक्रेटरी की तलाश थी।
रवि ने अपनी पर्सनल सेक्रेटरी के लिए अखबार में विज्ञापन भी निकलवा दिया था जिसमे यह साफ साफ लिखा था कि 18 से लेकर 24 साल के बीच की बेहद खूबसूरत लड़कियां ही इस पोस्ट के लिए अप्लाई करें और साथ मे अपनी फोटो भी भेजें।
जितनी भी एप्लीकेशन आईं थीं, उनमे से फ़ोटो देखकर रवि ने सिर्फ 1 लड़की को ही मिलने के लिए बुलाया क्योंकि और कोई लड़की उसे पसंद नही आई। लड़की को संडे वाले दिन बुलाया गया था क्योंकि उस दिन आफिस की छुट्टी रहने की वजह से कोई और नही होता है सिर्फ़ आफिस का एक सिक्योरिटी गार्ड होता है जो रवि का काफी भरोसेमंद है और रवि की सभी बातों को सीक्रेट रखता है।
रवि की अभी शादी नही हुई थी और वह अभी 27 साल का था लेकिन इस उम्र में ही वह इतनी बड़ी कम्पनी का CEO बन गया था और इसकी वजह से ही वह निरंकुश होकर बेरोक टोक आफिस में अय्याशी करना चाहता था।
संडे को जैसे ही बुलाई गई लड़की 10 बजे आई तो आफिस के सिक्योरिटी गार्ड गौरव ने उसे सीधा रवि के केबिन में भेज दिया।
लड़की बेहद सुंदर,सेक्सी और हॉट लग रही थी और उसने जो ड्रेस पहन रखी थी उसमें उसकी फिगर और टाँगे साफ दिख रहीं थीं।
लड़की को देखते ही रवि की पैंट के अंदर लण्ड तनकर खड़ा हो गया।
रवि : अपने बारे में कुछ बताओ कि मैं तुम्हे अपनी पर्सनल सेक्रेटरी क्यों रखूं ?
लड़की बोलने लगी : सर मेरा नाम निधि है। मैं 20 वर्ष की हूँ और मैने 12 वीं तक पढ़ाई की है। मेरे पापा अब नहीं हैं। मेरा एक छोटा भाई और माँ हैं। घर के खर्चे की जिम्मेदारी अब मेरे ऊपर ही है। मुझे इस नौकरी की सख्त जरूरत है।
रवि समझ गया कि यह लड़की बहुत खूबसूरत होने के साथ साथ बहुत जरूरतमंद भी है और नौकरी को पाने के लिए कुछ भी करने को तैयार हो जाएगी।
रवि : तुम यह बताओ कि मेरे लिए क्या क्या काम कर सकती हो।
निधि : सर यह नौकरी पाने के लिए मैं कुछ भी कर सकती हूँ। आप जो कहेंगे मैं वही करूँगी।
रवि ने अपनी कुर्सी के अंदर ही अपने पैरों को फैलाते हुए कहा: इधर आकर मेरी गोद मे बैठो।
निधि थोड़ा सकपकाई लेकिन फौरन ही आगे बढ़कर रवि की गोद मे जाकर बैठ गयी।
रवि ने निधि के नितम्बों को अपने खड़े हो रहे लण्ड के ऊपर एडजस्ट करते हुए अपने हाथों को उसकी चिकनी जांघों पर फिराना शुरू कर दिया। इसके बाद रवि ने निधि के सीने की गोलाइयों को भी दबाया और सहलाया। निधि के चेहरे को रवि ने अपनी तरफ घुमाकर उसके होंठों को भी जी भरकर चूमा।
काफी चूमा चाटी के बाद रवि निधि से बोला: अब अपने सारे कपड़े उतारो और मुझे अपना खूबसूरत बदन दिखाओ।
निधि : सर यह आप क्या कह रहे हैं। मैं अपने सारे कपड़े उतारकर निर्वस्त्र कैसे हो सकती हूं ?
रवि थोड़ी कड़क आवाज़ में बोला: अगर तुम्हें यह नौकरी चाहिए तो तुम वही सब करोगी जो मैं कहूंगा। यह तुम्हारा टेस्ट है। मैं वह सब करवाकर देखूंगा जो तुम्हे हर रोज करना है। 12 वीं पास लड़की मेरे और किस काम की है? तुम्हे मैं अपना पर्सनल सेक्स स्लेव बनाकर रखूंगा। चल अब जल्दी कपड़े उतारकर मुझे अपना बदन चैक कराओ।
निधि ने कोई और रास्ता न देख अपने कपड़े उतारने शुरू कर दिए और कुछ ही पल में वह एकदम निर्वस्त्र अवस्था मे खड़ी हुई थी।
निधि का संगमरमर में तराशा हुआ बदन और कसी हुई सेक्सी फिगर देखकर रवि बेकाबू हो चला था।
रवि : गुड़। आओ मेरी गोद मे आकर बैठो।
निधि एकदम निर्वस्त्र अवस्था मे धीरे धीरे चलते हुए रवि के पास पहुंची और फिर से उसकी गोद में बैठ गई। रवि ने एक बार फिर से उसके नंगे बदन को हर तरफ से चूमना चाटना और दबाना सहलाना शुरू कर दिया।
काफी देर तक निधि के नंगे बदन से खिलवाड़ करने के बाद रवि ने निधि को ज़मीन पर घुटनों के बल बिठा लिया और बोला: मेरी पैंट के अंदर मेरा लण्ड तनकर खड़ा हो चुका है। इसे अपने हाथों से धीरे धीरे सहलाते हुए मेरी पैंट की ज़िप खोलो और लंड बाहर निकालो।
निधि समझ गई कि रवि क्या चाहता है। उसने नौकरी हासिल करने के लिए वह सब कुछ किया जो रवि कहता गया। रवि ने पहले उससे अपना लण्ड चुसवाया और उसके बाद अपने लण्ड को जीभ से चाटने के लिए भी कहा।
निधि का जी भरकर मुख मैथुन करने के बाद भी रवि का मन नही भरा था। उसका इरादा था कि वह निधि को आज तीन चार घण्टे अच्छी तरह से पेलने के बाद ही उसे नौकरी का ऑफर दे ताकि निधि की हर तरह से टेस्टिंग हो जाये।
रवि ने आज पूरे दिन निधि के साथ मौज़ मस्ती का जबरदस्त प्लान बनाया हुआ था। मुख मैथुन के बाद निधि एकदम निर्वस्त्र अवस्था मे ही उसके सामने खड़ी हुई थी। अब रवि ने निधि को अपने पास बुलाकर उसके दोनों हाथों को पीछे करके उनमे हथकडी लगा दी।
हथकडी लगाने के बाद रवि कुछ सेक्सी गेम खेलने के मूड में था लेकिन इससे पहले कि वह गेम शुरू करता, उसके फोन की घण्टी बजने लगी। रवि ने फोन पर बात की और फिर निधि से बोला: मुझे एक घण्टे के लिए अर्जेंट काम के लिए जाना पड़ेगा। चलो अब बाकी की मौज़ मस्ती एक घण्टे बाद की जाएगी। तुम यहाँ पर मेरा वेट करो।
रवि जल्दी में जाते जाते निधि की हथकडी खोलना भी भूल गया। जाते जाते वह सिक्योरिटी गार्ड गौरव से यह कह गया कि अंदर जो लड़की आई है, उसका ख्याल रखना। मैं खन्ना साहब के पास जा रहा हूँ। 2 बजे तक वापस आ जाऊंगा।
रवि के जाने के बाद सिक्योरिटी गार्ड गौरव रवि के केबिन की तरफ इसलिये जाने लगा कि वह आई हुई लड़की से लंच आदि के बारे में पूछ लें कि वह क्या लेगी।
लेकिन जैसे ही गौरव केबिन का दरवाजा खोलकर अंदर आया तो उसके होश उड़ गए। अंदर बेहद खूबसूरत और सेक्सी निधि एकदम निर्वस्त्र खड़ी थी और उसके दोनों हाथों में पीछे करके हथकडी भी लगी हुई थी।
सिक्योरिटी गार्ड को देखते ही शर्म और ज़लालत से निधि का चेहरा एकदम लाल हो गया।
वह हिम्मत करके गार्ड से कहने लगी; मेरी हथकड़ी खोल दो प्लीज़। मुझे कपड़े पहनने हैं।
गार्ड बोला: लेकिन हथकडी की चाबी तो साहब के पास ही होगी। मैं कैसे खोल सकता हूँ। जिस अवस्था मे निधि खड़ी थी, उसे देखकर किसी का भी मन बेकाबू हो सकता था। हथकडी में कैद इस कातिल हसीना के साथ कैसे मज़े लिए जा सकते हैं, यह सोचने से ही गौरव का लण्ड तनकर खड़ा हो चुका था।
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