जल्द शुरू होने वाली कहानी के पात्रों का परिचय :
[1] फ़िरोज़ खान की उम्र 40 साल है, वह सांवले रंग का है और 5 फिट 9 इंच लम्बा है -फ़िरोज़ खान ड्राई फ्रूट का खानदानी बिजनेस करता है और अपने बड़े बेटे सलीम खान (जो 20 साल का है, गोरे रंग का है और 5 फिट 7 इंच लम्बा है) के साथ दुकान को संभालता है
[2] रुबिका फ़िरोज़ खान की वाइफ है- उसकी उम्र 37 साल की है और वह गोरे रंग की होने के साथ 5 फिट 5 इंच लम्बी है -रुबिका बेहद खूबसूरत और सेक्सी होने के साथ साथ एक जबरदस्त फिगर की भी मालिक है.रुबिका थोड़े मॉडर्न ख्यालों की है और हिज़ाब और बुरका न पहनकर साड़ी ही पहनना पसंद करती है जिसमे उसके खूबसूरत बदन की झलक हर समय दिखाई देती रहती है
[3] सलीम खान फ़िरोज़ खान का बड़ा बेटा है (जिसका परिचय ऊपर दिया जा चुका है). सलीम ने 12 वीं पास करने के बाद पढाई लिखाई छोड़ दी थी और फ़िरोज़ खान के साथ दुकान पर बैठने लगा था
[4] परवेज फ़िरोज़ खान का दूसरा बेटा है-जिसकी उम्र 19 साल की है, वह सांवले रंग का है और 5 फिट 6 इंच लम्बा है. परवेज अभी बी कॉम की पढाई कर रहा है और उसका कालेज में पहला साल है
[5] हिना परवेज की इकलौती बेटी है जो 18 साल की है, गोरे रंग की बेहद खूबसूरत,सेक्सी और 5 फिट 5 इंच लम्बी है- अभी वह कॉलेज में है और 12 वीं की पढाई कर रही है
कहानी में समय समय पर अन्य पात्र भी कहानी की जरूरत के हिसाब से आते जाते रहेंगे जिनका परिचय उसी समय दिया जाएगा
Part-1
फिरोज खान की खानदानी ड्राई फ्रूट की दुकान सदर बाजार में थी। दुकान के ऊपर ही पहली और दूसरी मंजिल पर उसका घर था। पहली मंजिल पर एक ड्राइंग रूम, बेड रूम , किचिन और वाशरूम था। पहली मंजिल पर फ़िरोज़ और उसकी वाइफ रुबिका रहते थे। दूसरी मंजिल पर तीन कमरे बने थे और एक वाशरूम था। इन कमरों में सलीम, परवेज़ और हिना रहते थे। तीसरी मंजिल पर खाली छत थी और एक बड़ा सा कमरा मेहमानों के लिए बना हुआ था जो आमतौर पर बंद रहता था।
फ़िरोज़ खान का बिजनेस तो ड्राई फ्रूट बेचने का ही था और उसकी दुकान का शहर में बहुत नाम भी था जिसकी वजह से दुकान पर सुबह 10 बजे से लेकर रात 8 बजे तक ग्राहकों की लाइन लगी रहती थी। कुल मिलाकर उसका बिजनेस बहुत बढ़िया चल रहा था। लेकिन फ़िरोज़ खान और उसकी वाइफ के अलावा यह बात घर मे या बाहर किसी को भी नही मालूम थी कि दुबई,अफगानिस्तान और पाकिस्तान से ड्राई फ्रूट मंगवाने की आड़ में गोल्ड और ड्रग्स की तस्करी का धंधा भी धड़ल्ले से चल रहा था।
इस सारे गोरखधंधे की खबर सबसे पहले हिना को और फिर सलीम को कैसे मिली, आइए उसे देखते हैं।
रात को खाना खाने के बाद 10 बजे तक सब लोग अपने अपने कमरों में सोने के लिए चले जाते थे।
एक दिन रात को करीब 2 बजे सलीम की आंख खुली क्योंकि उसे वाशरूम जाना था। वह अपने कमरे से बाहर आया और वाशरूम चला गया। वाशरूम से बाहर आया तो उसने हिना के कमरे में कुछ हलचल सी महसूस की। उसके कमरे की लाइट भी जल रही थी और किसी के बोलने की हल्की हल्की आवाज़ भी आ रही थी। ऐसा लग रहा था कि कमरे में हिना के अलावा कोई और भी मौजूद था। लेकिन इतनी रात को उसके कमरे में कौन हो सकता था। कमरा अंदर से बंद था। पहले सलीम ने सोचा कि वह दरवाज़ा खुलवाकर देखे कि हिना इतनी रात को लाइट जलाकर आखिर क्या कर रही है लेकिन उसने अगले ही पल अपना इरादा बदल दिया और उसके कमरे के अंदर क्या चल रहा है, यह देखने के लिए उसमे कमरे की खिड़की के एक बड़े से छेद में झांकना शुरू कर दिया। अंदर जो कुछ भी सलीम ने देखा, उसे देखकर उसके पैरों के नीचे से मानो जमीन ही खिसक गई।
शेष अगले भाग में.....PART-2
सलीम ने देखा कि उसकी बहन अपना सफ़ेद रंग का नाईट गाउन पहने हुए कमरे में खड़ी हुई थी और उसके सामने एक कुर्सी पर अपनी टाँगे फैलाकर रवि वर्मा बैठा हुआ था
रवि वर्मा स्कूल में उसकी बहन हिना के साथ ही पढता था और पिछले तीन साल से लगातार फेल होने की वजह से वह 21 साल का होने के बाबजूद भी अभी तक 12 वीं क्लास में ही पढ़ रहा था. रवि का मकान सलीम के मकान से एकदम लगा हुआ था और सलीम को पूरा शक था कि वह अपनी छत को लांघकर ही यहां आया होगा
सलीम गौर से उन दोनों की तरफ देखने लगा
रवि ( हिना से) : खोल दे !
हिना : नहीं प्लीज़ ऐसा मत करवाओ. मुझे बहुत शर्म आती है. मैंने आज तक किसी के सामने अपने कपडे नहीं खोले हैं
रवि : मैं कह रहा हूँ खोल दे तो तो तुझे खोलना ही पड़ेगा- नहीं तो तुझे मालूम है कि मैं क्या करूंगा
हिना : तुम कुछ करोगे तो नहीं ?
रवि : नहीं मैं कुछ नहीं करूँगा. मैं तो बस अपने इस मोबाइल में तुम्हारी सिर्फ 10 मिनट की एक फिल्म बनाऊंगा और फिर चुपचाप चला जाऊँगा -अब ज्यादा देर मत करो और अपने गाउन को खोलो
सलीम को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि यह सब क्या हो रहा था -हाँ उसका अपना लंड जरूर अब तक तनकर खड़ा हो गया था. वह इस समय यह भूल गया था कि अंदर जो लड़की खड़ी है वह उसकी सगी बहन हिना है -उसके अंदर भी इस बात को लेकर रोमांच पैदा होने लगा कि क्या अब हिना अपने सब कपडे उतार देगी या नहीं
रवि अपने मोबाइल को लेकर उसमे वीडियो बनाने के लिए एकदम तैयार था.
हिना ने अपने गाउन की फ्रंट ज़िप नीचे खिसकानी शुरू कर दी -पहले उसकी काले रंग की ब्रा नज़र आयी और फिर उसकी काले रंग की पैंटी भी दिखने लगी
वीडियो बनाते बनाते रवि उससे बोला : अपने गाउन को निकालकर एक तरफ फेंक दे और गोल गोल घूमकर दिखा
हिना ने अपना गाउन अपने बदन से अलग कर दिया और वहीं खड़ी खड़ी गोल गोल घूमने लगी.
रवि उसकी वीडियो बनाये जा रहा था
सलीम ने भी हिना के खूबसूरत बदन को इस हालत में पहली बार देखा था और वह भी अपने खड़े हो चुके लंड को संभाल नहीं पा रहा था
रवि : साली, तू तो एकदम मस्त माल है ! चल अब जरा अपने बाकी के कपडे भी उतार दे और अपने हाथ ऊपर उठाकर गोल गोल घूमना शुरू कर
हिना एकदम बेबस सी लग रही थी-उसने एक एक करके अपनी ब्रा और पैंटी भी उतार दी और एकदम नंगी हो गयी
रवि : चल हाथ ऊपर उठा और फिर से गोल गोल घूमना शुरू कर -अभी सिर्फ पांच मिनट की फिल्म ही बनी है
हिना ने अपने हाथ ऊपर उठा लिए और अपने बदन की गोल गोल घूमकर नुमायश करने लगी
रवि लगातार इस सेक्सी तमाशे की अपने मोबाइल पर फिल्म बना रहा था. बीच बीच में वह भी अपनी पेंट में बन रहे टेंट पर हाथ फिरा रहा था
कुछ देर बाद रवि हिना से बोला : अब इधर आकर मेरे नज़दीक खड़ी हो जा
हिना धीरे धीरे चलकर रवि के एकदम नज़दीक आकर खड़ी हो गयी
रवि ने अपने मोबाइल कैमरा को ऑन करके उसे पास एक टेबल पर खड़ा करके सेट कर दिया और अपने दोनों हाथों से हिना के मस्त मम्मों को दबाते हुए कहने लगा : साली क्या गजब का माल है -एकदम मक्खन मलाई का ढेर है तेरा यह खूबसूरत सेक्सी बदन
कुछ देर तक हिना के मस्त मस्त मम्मों से खिलवाड़ करने के बाद रवि बोला : चल अब अपनी टाँगे खोलकर खड़ी हो जा
हिना ने जैसे ही अपनी टाँगे फैलायीं, रवि ने अपने हाथ से उसकी चिकनी चूत को दबाना सहलाना शुरू कर दिया -सहलाते सहलाते उसने अपनी एक उंगली उसकी चूत में घुसेड़ दी और उसे अंदर बाहर करने लगा और हिना की तरफ देखकर मुस्कुराते हुए बोला : क्यों चिकनी, मज़ा आ रहा है ?
हिना का पूरा चेहरा शर्म और ज़लालत से एकदम लाल हो रहा था-वह कुछ नहीं बोली तो रवि ने फिर से पुछा : बोल मेरी जान, मज़ा आ रहा है या नहीं ? जल्दी बोल-अगर जबाब नहीं दिया तो तुझे पता ही है कि मैं तेरा क्या हाल करूँगा
हिना : हाँ हाँ मुझे बहुत मज़ा आ रहा है
रवि (हँसते हुए) : गुड़ गर्ल. यह हुई न बात. बस इसी तरह मेरी हर बात मानती रहेगी तो सब कुछ ठीक चलता रहेगा , वर्ना तो तू खुद समझदार है
रवि ने उसकी चूत में से अपनी उंगली बाहर निकाल ली और उससे बोला चल अब घुटनों के बल नीचे बैठ मेरे पैरों के बीच में और जो मैं कहता जाऊं वह चुपचाप करती जा -अब एक 10 मिनट की एक फिल्म और बनाई जाएगी
हिना अब रवि की दोनों टांगों के बीच में घुटनो के बल बैठ गयी
रवि ने अपनी उंगली को उसके मुंह के आगे करते हुए कहा : इसे चाट चाट कर साफ़ कर
हिना ने उसकी सनी हुई उंगली को अपने मुंह में ले लिया और उसे साफ़ करने लगी
रवि लगातार मोबाइल पर वीडियो बना रहा था.
रवि ने अब अपनी जींस और अंडरवियर को नीचे खिसका दिया और अपने खड़े हुए लण्ड को बाहर निकाल लिया. अपने लण्ड पर हाथ फेरते हुए वह हिना से बोला : चल अब इसे अपने मुंह में लेकर इस पर अपनी जीभ फिरा फिराकर मुझे खुश कर
हिना (गिड़गिड़ाते हुए) : प्लीज़ यह सब मत करवाओ . यह सब मैंने कभी नहीं किया है. अब बस करो और मुझे छोड़ दो
रवि : आज से पहले जब तुझे रवि जैसा कोई दबंग लौंडा मिला ही नहीं तो तुझसे लण्ड कौन चुसवाता साली ? लेकिन मुझे तो तेरी जैसी खूबसूरत और सेक्सी लड़कियों से लण्ड चुसवाने में बहुत मज़ा आता है-चल खोल अपना मुंह और मेरा लण्ड अच्छी तरह से चूस
हिना ने रवि के लण्ड को न चाहते हुए भी अपने मुंह में ले लिया और उसे चूसने लगी. रवि फिर से इस मुख मैथुन की फिल्म अपने मोबाइल पर बनाने लगा
हिना के दोनों गालों पर रवि बीच बीच में हलके हलके चपत भी मार रहा था और बोल रहा था : ठीक से चूस साली , मज़ा नहीं आ रहा है !
कुछ समय बाद रवि ने अपने लण्ड की पिचकारी हिना के मुंह में छोड़ते हुए कहा : मेरे सारे जूस को चुपचाप पी जा. एक बूँद भी बाहर नहीं गिरनी चाहिए
लण्ड चुसवाने के बाद रवि ने अपने लण्ड को हिना से साफ़ भी करवाया : चल अपनी जीभ से मेरे लण्ड को साफ़ कर
लण्ड चुसवाने और उसे साफ़ करवाने के बाद रवि हिना से बोला : चल अब खड़ी हो जा और अपने कपडे पहन ले
जब तक हिना कपडे पहनती रही, रवि उसकी फिल्म बनाता रहा और फिर मोबाइल को एक तरफ रखता हुआ उससे बोला : अब मेरे पास वायरल करने के लिए एक फिल्म तेरी मम्मी की और दो फिल्मे तेरी हैं. अगर तू मेरी सेक्स स्लेव बनकर मेरे इशारों पर नाचती रही तो ठीक है, वरना यह सब फ़िल्में पूरे शहर में वायरल कर दी जाएंगी
यह कहकर रवि कुर्सी से उठकर खड़ा हो गया और अपनी जींस के बटन बंद करने लगा
सलीम को लगा की अब रवि कमरे से बाहर निकलने वाला है, वह एकदम खिड़की से हट गया और अपने कमरे की तरफ चला गया और कमरे के अंदर से ही बाहर की तरफ झांकते हुए रवि के बाहर निकलने का इंतज़ार करने लगा
जब पांच मिनट तक भी हिना के कमरे का दरवाज़ा नहीं खुला और रवि बाहर नहीं निकला तो सलीम बेचैन हो गया -कमरे की रोशनी भी अब बंद हो चुकी थी.
सलीम दुबारा से वाशरूम की तरफ जाते जाते कमरे की तरफ देखने लगा-अंदर लाइट बंद हो चुकी थी और अब कोई आवाज़ भी नहीं आ रही थी
सलीम जब वाशरूम से बाहर आया वह फिर से हिना के कमरे की खिड़की के छेद में से कमरे के अंदर झाँकने लगा. उसे इस बात की बड़ी हैरानी थी की अब तक रवि बाहर क्यों नहीं निकला. क्या वह हिना के साथ ही कमरे में सो रहा है ?
सलीम ने कमरे के अंदर झाँक कर देखा. अंदर हल्का सा नाईट बल्ब जल रहा था लेकिन यह साफ़ दिख रहा था कि हिना अपना गाउन पहने हुए अपने बिस्तर पर अकेली लेटी हुई थी और कमरे में रवि का कहीं नामों निशाँ तक नहीं था
सलीम अब हैरान परेशान मुद्रा में अपने कमरे में वापस आ गया और यह सब सोचते सोचते ही सो गया कि यह सब क्या हुआ और रवि अचानक कहाँ गायब हो गया -रात ज्यादा हो चुकी थी इसलिए उसकी इतनी हिम्मत भी नहीं हुई कि वह हिना के कमरे में ही जाकर उसी से यह सब पूछ ले कि यह सब क्या चल रहा है और रवि अचानक कहाँ गायब हो गया है
शेष अगले भाग में .....
Part 3
अगले दिन संडे था। दुकान, स्कूल, कालेज सब बंद था और इसके चलते सब लोग घर पर ही थे।
सुबह 9 बजे तक जब सब लोग नाश्ता वगैरा करके निपटे तो फिर से अपने अपने कमरों में आराम करने के लिए चले गए।
सलीम के दिमाग मे लेकिन अभी तक रात की सारी घटनाएं चलचित्र की तरह घूम रही थी। उसने अपने कमरे में छोटे भाई परवेज को बुला लिया और उसे पिछले रात की सारी बातें विस्तार से बताने लगा। परवेज भी सलीम की बातें सुनकर एकदम हक्का बक्का हो गया और बोला : अरे भाई, तेरी जगह मैं होता तो उस हरामी रवि को वहीँ ढेर कर देता। साला हमारे घर की इज़्ज़त से खेलता रहा और हमारी बहन के साथ बदमाशी करता रहा और तुमने उसे ऐसे ही जाने दिया।
सलीम : अरे परवेज जो तुम सोच रहे हो, उतना सिम्पल मामला नही है। यह कोई ब्लैकमेल का मामला लग रहा है। वह बार बार हिना से मम्मी के किसी वीडियो को वायरल करने की बात कहकर धमका रहा था।
परवेज : ऐसा है तो हमे हिना से इस बारे में बात करनी चाहिए
सलीम : हाँ वह तो ठीक है,लेकिन मुझे यह समझ अभी तक यह बात नही आई कि वह कल रात हिना के कमरे से बाहर निकले बिना ही गायब कैसे हो गया।
परवेज : हो सकता है वह हिना के कमरे में मोजूद बैक डोर से निकल गया हो
सलीम : क्या ?????? हिना के कमरे में यह बैक डोर कहाँ से आ गया जिसका मुझे पता ही नही है।
परवेज : अरे तुम हैदराबाद एक हफ्ते के लिए अपने दोस्तों के साथ पिछले महीने जब घूमने गए थे तो उस समय पापा ने कमरे की पिछली खिड़की को तुड़वाकर उसे बाकायदा दरवाज़ा बनबा दिया था । लेकिन उस दरवाज़े से तो हिना की मर्ज़ी के बिना कोई न कमरे में आ सकता है और न बाहर जा सकता है क्योंकि वह सिर्फ अंदर से ही बंद होता या खुलता है, बाहर से नहीं।
सलीम : अच्छा अब मुझे सब कुछ ठीक से समझ आ गया। अब चलकर हिना से बात करते हैं कि यह सब क्या झमेला है
दोनों अब हिना के कमरे में आ गए
सलीम : हिना तेरे पास रात रवि क्यों आया था ?
हिना (एकदम इस तरह चौंक पड़ी मानो उसकी कोई बड़ी चोरी पकड़ी गई हो) : लेकिन भैया आपको कैसे मालूम पड़ा कि वह मुझसे मिलने आया था
सलीम को कुछ समझ मे नही आया कि वह हिना को क्या जबाब दे। फिर कुछ सोचकर वह बोला : मैं वाशरूम जाने के लिए बाहर निकला तो तुम्हारे कमरे की लाइट जलती देखकर उसमे मैंने झाँककर देखा था, लेकिन तुम बात को घुमाने की बजाए साफ साफ यह बताओ कि यह सब क्या तमाशा चल रहा है और हम लोगों को कुछ पता भी नही है।
हिना : रवि के पास एक आधे घंटे का वीडियो है। उसने वह वीडियो मेरे मोबाइल पर भी भेजा है। वह वीडियो मम्मी और पापा का है। पिछले महीने मम्मी पापा दुबई गए थे । जब वहां से इंडिया वापस आये थे तो एयरपोर्ट पर उन्हें कस्टम वालों ने पकड़ लिया था। यह वीडियो उसी सिलसिले में है जिसे दिखाकर रवि मुझे ब्लैकमेल कर रहा है।
परवेज : आखिर ऐसा क्या है उस वीडियो में हिना ?
हिना : मुझे तो बताते हुए काफी शर्म आएगी। मैं वीडियो तुम लोगों के मोबाइल पर फारवर्ड कर देती हूं। खुद देख लेना । सब समझ आ जायेगा।
परवेज : ठीक है, मुझे भेज दे। मैं अपने लैपटॉप पर डाऊनलोड करके सलीम भाई के साथ देख लूंगा।
हिना ने वीडियो परवेज को फारवर्ड कर दिया और उसके बाद सलीम परबेज के साथ उसके कमरे में ही आ गया
परवेज ने वीडियो को अपने लैपटॉप में डाऊनलोड कर लिया और फिर सलीम की तरफ देखकर कहने लगा : मेरा ख्याल है हमे दरवाजा अंदर से बंद करके यह वीडियो देखना चाहिये
सलीम : हाँ ठीक कह रहा है तू
यह कहकर परवेज ने अपने कमरे के दरवाज़े को अंदर से बंद कर दिया और लैपटॉप पर वीडियो प्ले करना शुरू कर दिया
शेष अगले भाग में
Part 4
लैपटॉप पर वीडियो चलना शुरू हो गया था
सलीम और परवेज़ अपनी सांसें रोककर वीडियो को देख रहे थे
वीडियो की शुरुआत में फ़िरोज़ खान और रुबिका कस्टम जांच कक्ष में घुसते हुए दिखाई देते हैं। उनके साथ एक सिक्योरिटी गार्ड भी आया है।
जांच कक्ष में सब तरफ कैमरे लगे हुए है। एक कुर्सी पर खाकी वर्दी में एक पुलिस वाला बैठा था । उसकी जेब मे लगी नेम प्लेट पर हेड कांस्टेबल अर्जुन सिंह लिखा हुआ था। अर्जुन सिंह की उम्र 35 -40 साल के बीच लग रही थी।
कमरे के बीच मे एक बड़ी सी टेबल और उसके पीछे रखी कुर्सी पर एक नीली वर्दी में 30-35-साल का बेहद बदसूरत और काला कलूटा आदमी बैठा था। उसकी वर्दी की जेब पर जो नेम प्लेट लगी थी उस पर कस्टम अफसर रोहन वर्मा लिखा हुआ था।
सिक्योरिटी गार्ड : सर यह दोनों दुबई से आये है। ऐसा लग रहा है कि यह लोग कुछ तस्करी के धंधे में लिप्त है। इनकी जांच कर लीजिये।
रोहन : ठीक है, इन्हें यहीं छोड़ दो और तुम बाहर जाओ
सिक्योरिटी गार्ड बाहर चला गया तो रोहन ने अपने अस्सिटेंट अर्जुन सिंह से कहा : दरवाज़ा अंदर से बंद कर दो अर्जुन
अर्जुन "जी सर" कहता हुआ उठा और दरवाज़े को अंदर से बंद कर दिया
रोहन (बेहद कड़क और रौबीली आवाज़ में) ": कहां से आ रहे हो
फ़िरोज़ खान : जी हम दुबई से आ रहे हैं
रोहन : क्या नाम है तुम लोगो का
फ़िरोज़ खान : जी मेरा नाम फ़िरोज़ खान है और यह मेरी वाइफ रुबिका है।
रोहन ने रुबिका को एक बार ऊपर से नीचे तक देखा
रुबिका ने एक रेड कलर का गाउन पहना हुआ था जिसमे गोल्डन कलर के 6 बटन लगे थे। गाउन एकदम टाइट फिटिंग का था जिसमे रुबिका के खूबसूरत बदन की फिगर साफ दिख रही थी।
रोहन का लण्ड रुबिका को देखते ही कड़क होकर खड़ा हो गया और वह उस पर हाथ फिराते हुए बोला : तुम दोनों का सामान कहाँ है।
फ़िरोज़ खान : हमारे समान की बाहर चेकिंग हो रही है। हम लोग शरीफ आदमी है। हमारे पास कुछ नही है। हमे प्लीज़ जाने दीजिए
रोहन : इतनी जल्दी भी क्या है। अब आ ही गए तो पूरी जांच के बाद ही यहाँ से जा सकोगे
रोहन ने अब अर्जुन की तरफ देखकर उससे कहा : फ़िरोज़ खान की तलाशी लो जरा
अर्जुन आगे बढ़ा और फ़िरोज़ खान की तलाशी लेने लगा
तलाशी लेते लेते अर्जुन ने फ़िरोज़ खान के लगभग सारे कपड़े उतरवा लिए और दो सफेद पाउडर के पैकेट रोहन को देता हुआ बोला : लीजिये सर, यह ड्रग्स के पैकेट इसने अपने जूतों में छिपाए हुए थे।
रोहन का लण्ड अब और ज्यादा कड़क हो गया था। उसने फ़िरोज़ खान की तरफ देखा । वह सिर्फ अंडरवियर में खड़ा था और बेहद घबराया हुआ था
फ़िरोज़ खान : सर हम बैठकर बात कर लेते हैं साहब। कुछ ले देकर मामले को रफा दफा करना ही ठीक रहेगा
रोहन कड़क होकर बोला : क्या ठीक रहेगा और क्या नही, यह मुझे अच्छी तरह पता है। अर्जुन इसके हाथ पीछे करके हथकड़ी लगा दो
अर्जुन सिंह ने फ़िरोज़ खान के हाथ पीछे करके हथकड़ी से बांध दिए
रोहन : अर्जुन इसके अंडरवियर में हाथ डालकर चेक करो। हो सकता है इसने वहां भी कुछ छिपा रखा हो
अर्जुन ने मुस्कुराते हुए अपना हाथ फ़िरोज़ खान के अंडरवियर में डाल दिया और अंदर टटोलने लगा। काफी देर तक अर्जुन फ़िरोज़ खान के लण्ड पर हाथ फिराने के बाद उससे पूछने लगा : बता यहां क्या छुपा रखा है या फिर तेरा अंडरवियर भी उतार दूँ।
फ़िरोज़ खान : सर प्लीज़ जाने दो। अब बहुत ज़लील हो चुके है हम लोग
रोहन हंसते हुए अर्जुन से बोला : इसका अंडरवियर नीचे खिसकाकर दिखाओ
अर्जुन ने जैसे ही फ़िरोज़ खान का अंडरवियर नीचे खिसकाया उसके लण्ड के चारों तरफ सफेद रंग का कागज़ जैसा लिपटा हुआ था। अर्जुन ने उसे खोलकर हटाया तो मालूम हुआ कि उस कागज़ के पतले लिफाफे में भी ड्रग्स का पाउडर छुपाया हुआ था।
ड्रग्स का लिफाफा भी अर्जुन ने रोहन को पकड़ा दिया। रोहन ने टेबल पर उस लिफाफे को रख दिया। दो ड्रग्स के पैकेट पहले से ही वहां रखे थे जिन्हें फ़िरोज़ खान ने अपने जूतों में छिपाया हुआ था
रोहन : अर्जुन अब तुम ऐसा करो इस फ़िरोज़ खान के साथ कुछ देर खेल तमाशा करो तब तक मैं इसकी खूबसूरत और सेक्सी वाइफ की तलाशी लेता हूँ। देखें इस चिकनी ने क्या क्या माल कहाँ कहाँ छुपा रखा है
अर्जुन रोहन का इशारा समझ गया और कमरे के एक कोने में फ़िरोज़ को ले जाकर खड़ा कर दिया और खुद उसके सामने कुर्सी पर बैठकर उसकी तरफ देखकर हल्के हल्के मुस्कराने लगा
PART-5
रोहन का सारा फोकस अब रुबिका की मस्त जवानी पर था
उसने रुबिका को अपनी तरफ उंगली के इशारे से बुलाते हुए कहा : इधर आ जा मेरे पास -अब तेरी तलाशी भी ली जाएगी
रुबिका डरी सहमी सी धीरे धीरे चलती हुई आगे बड़ी और रोहन के पास उसके दायीं तरफ आकर खड़ी हो गयी
रोहन अब अपनी कुर्सी से उठकर खड़ा हो गया और रुबिका की तलाशी लेने लगा -रुबिका ने टाइट फिटिंग वाला रेड कलर का गाउन पहना हुआ था. रोहन ने उसके गाउन के ऊपर से ही अपने हाथ फिराते हुए उसके पूरे बदन को टटोला, सहलाया और दबाया. अपनी पैंट में खड़े लण्ड को उसने रुबिका के नितम्बों से सटाते हुए उसके मम्मों को भी काफी देर तक गाउन के ऊपर से ही दबाया -रुबिका उसकी गिरफ्त में कसमसाते हुए उसका विरोध करने लगी : देखिये मेरे पास कुछ भी नहीं है-आप प्लीज़ मेरे साथ इस तरह से बदतमीजी मत कीजिये
रुबिका की बातें सुनकर रोहन को गुस्सा आ गया . उसने रुबिका के गालों पर जोर का एक थप्पड़ मारते हुए कहा : चुपचाप खड़ी रह और मुझे अपना काम करने दे.एक तो हस्बैंड वाइफ दोनों मिलकर तस्करी करते हो और ऊपर से इतने नखरे भी दिखा रहे हो
रोहन के एक ही थप्पड़ से रुबिका उसके कंट्रोल में आ चुकी थी और अब बिना कुछ बोले चुपचाप खड़ी हो गयी थी.
रोहन ने अब उसके गाउन के आगे के हिस्से पर अपना हाथ फिराते हुए उसके गोल्डन बटनों को देखते हुए कहा : यह तुमने अपने गाउन में इतने बड़े बड़े गोल्डन बटन क्यों लगा रखे हैं- क्या तुम लोग गोल्ड तस्करी भी करते हो ?
रुबिका : नहीं सर, हम गोल्ड तस्करी नहीं करते हैं-यह बटन सोने के नहीं हैं- पीतल के हैं
रोहन : अभी सब पता चल जाएगा, हमारे पास चेक करने का सारा इंतज़ाम है
यह कहकर रोहन ने अपने टेबल की दराज़ में से एक कैंची निकाल ली और उस कैंची को लेकर रुबिका के पास आ गया : तुम्हारे यह सारे बटन मुझे कैंची से काटकर गाउन से अलग करने पड़ेंगे और उस मशीन में डालने पड़ेंगे ताकि यह टेस्ट हो सके की यह सोने के हैं या पीतल के
यह कहते ही रोहन ने उसके गाउन के बटन एक एक करके कैंची से निकालने शुरू कर दिए
ऊपर के दो बटन निकलते ही उसकी सफ़ेद रंग की ब्रा और उसके मस्त मम्मे रोहन को नज़र आने लगे.
कमरे के एक दुसरे कोने में खड़ा फ़िरोज़ खान रोहन के हाथों अपनी वाइफ के इस चीर हरण को होते हुए देख रहा था -उसके खुद अपने हाथ बंधे हुए थे और वह पूरी तरह नंगा खड़ा हुआ था
रोहन ने उसके गाउन के सारे बटन अलग कर लिए थे और उन बटनों को लेकर वह टेबल पर आ गया था.
रुबिका के गाउन से बटन होने के बाद वह उस गाउन को अपने दोनों हाथों से पकड़कर उसे बंद करने का असफल प्रयास कर रही थी
रोहन अपने खड़े लण्ड पर लगातार हाथ फिराए जा रहा था-रुबिका की मस्त जवानी का नशा उसके सर पर चढ़कर बोल रहा था. उसने देखा की रुबिका अपने हाथों से अपने गाउन को बंद कर रही थी और उसकी वजह से वह उसकी मस्त जवानी को ठीक से देख नहीं पा रहा था
रोहन अब रुबिका से कडककर बोला : चल अपने दोनों हाथ ऊपर उठाकर खड़ी हो जा
रुबिका ने अपने दोनों हाथ जैसे ही ऊपर उठाये, हवा के झोंके से उसका गाउन उड़ने लगा और ब्रा और पैंटी के अंदर कसा उसका गोरा और सेक्सी बदन रोहन को दिखने लगा
रोहन ने एक बार मुस्कराते हुए रुबिका की तरफ देखा और बोला : साली , एकदम मस्त माल है-आज तो बहुज मज़ा आने वाला है तेरे साथ . चल अब जरा अपनी टाँगे खोलकर खड़ी हो जा
रुबिका ने अपनी टांगों को थोड़ा और चौड़ा करके खोल दिया
रोहन ने कुछ देर रुबिका के मस्त बदन का जी भरकर दीदार किया और फिर अपने हाथ में पकडे हुए रुबिका के गाउन से निकले बटनों को अलट पलटकर देखने लगा -रोहन ने महसूस किया कि जितने बड़े बड़े बटन थे, उसके हिसाब से उनका वजन काफी कम लग रहा था. अचानक उसने देखा कि बटन को एक तरफ से हल्का सा दबाने पर वह खुल गया था और उसके अंदर भी सफ़ेद रंग का पाउडर भरा हुआ था.
रोहन ने खुला हुआ बटन रुबिका को दिखाते हुए कहा : देख ले अपनी आँखों से. तेरे बटनों में भी ड्रग्स भरा हुआ है -अब तुम दोनों हस्बैंड वाइफ को कम से कम 20-20 साल की सख्त सजा होने से कोई नहीं रोक सकता है
रुबिका रँगे हाथों पकडे जाने पर बहुत ज्यादा घबरा गयी. वह एकदम रोहन के पैरों में गिरकर उसके दोनों पैर पकड़कर गिड़गिड़ाने लगी : सर हमसे गलती हो गयी. हमें इस बार छोड़ दो. आगे से हम लोग ऐसा कभी नहीं करेंगे.
रोहन का लण्ड कड़क होकर एकदम पत्थर की तरह सख्त हो चुका था. बेहद गोरी,खूबसूरत,सेक्सी और हॉट आइटम रुबिका उसके पैरो में गिरकर गिड़गिड़ा रही थी.
रोहन ने भी इस सुनहरी मौके का पूरा फायदा उठाने का मन बना लिया था
उसने रुबिका से कहा : चल मेरे जूते खोल
रुबिका रोहन के जूतों के फीते खोलने लगी
जूते खोलने के बाद रोहन उससे बोला : मोज़े भी उतार
रुबिका ने रोहन के पैरों से मोज़े भी उतार दिए
रोहन : अब मेरे पैरों की मालिश कर
रुबिका अपने हाथों को रोहन के पैरों पर फिरा फिराकर उनकी मालिश करने लगी
रोहन : पैरों की मालिश हाथों से नहीं अपनी जीभ से कर
लगभग पांच मिनट तक रोहन ने अपने पैरों को और पैरों के तलवों को रुबिका से चटवाया और फिर उससे बोला : चल अब खड़ी होकर अपने बाकी के सारे कपडे भी उतार दे
रुबिका ने जितनी देर में अपना गाउन,पैंटी और ब्रा उतारी, उतनी देर में रोहन ने अपनी पैंट और अंडरवियर नीचे खिसका लिया था और उसका काला लम्बा लण्ड एकदम तनकर बाहर आ गया था
रोहन : चल रंडी, फिर से नीचे बैठ और मेरे इस लण्ड को अपने मुंह में लेकर मेरी सेवा कर.
रुबिका बेबस थी. वह नीचे घुटनो के बल बैठ गयी और रोहन के लण्ड को अपने मुंह में लेकर उस पर अपनी जीभ फिराने लगी
शेष अगले भाग में
Part 6
कमरे के दूसरे कोने में नंगा खड़ा फ़िरोज़ खान बेबस होकर यह देख रहा था कि उसकी खूबसूरत, जवान और सेक्सी वाइफ पूरी तरह से निर्वस्त्र होकर कस्टम अफसर रोहन का लण्ड चूस रही है।
हेड कांस्टेबल अर्जुन सिंह कुर्सी पर बैठा फ़िरोज़ खान की तरफ देख देखकर हल्के हल्के मुस्करा रहा था। उसने अपने हाथ मे एक डंडा पकड़ा हुआ था जिसे वह बीच बीच मे फ़िरोज़ खान के नितंबों पर जोर जोर से मार मार कर अपना लंड सहलाये जा रहा था
फ़िरोज़ खान डंडे की मार से एकदम उछल उछल कर चिल्ला रहा था : प्लीज़ और मत मारो मुझे बहुत दर्द होता है। आप जो कहोगे मैं सब करने के लिये तैयार हूं। बस अब और मत मारो प्लीज़।
अर्जुन सिंह : चल इधर आ और मेरी टाँगों के बीच बैठकर उसी तरह मेरा लण्ड चूस जैसे तेरी वाइफ रोहन सर का चूस रही है।
फ़िरोज़ खान बेबस था। वह जमीन पर बैठ गया और अर्जुन सिंह ने अपना लण्ड उसके मुंह मे डाल कर कहा : अब ठीक से इसे चूसता रह।
इधर फ़िरोज़ खान अर्जुन को मौज करा रहा था, उधर रुबिका का मुख मैथुन रोहन बड़ी मस्ती के साथ कर रहा था। उसने अपनी पैंट में से चमड़े की बेल्ट निकालकर अपने हाथ मे ले ली थी और उसे वह बीच बीच में रुबिका के मस्त बदन पर जोर जोर से यह कहते हुए मार रहा था : ठीक से चूस रंडी। आज से पहले क्या कभी किसी का लण्ड नही चूसा है तूने ?
बेल्ट के स्ट्रोक लगते ही रुबिका उछल उछल कर रोहन का लण्ड चूस रही थी। अचानक ही रोहन ने अपने लंड की पिचकारी जोर से रुबिका के मुंह मे छोड़ दी। उसके लंड से इतना ज्यादा वीर्य निकला कि रुबिका की लाख कोशिश के बाद भी काफी वीर्य रुबिका के मुंह से बाहर निकल कर रोहन के लण्ड के नीचे के भाग और जांघों के अंदरूनी हिस्से पर छलक गया।
रोहन ने अपनी पूरी तसल्ली के बाद रुबिका से अपने लंड को साफ करवाया और फिर बोला : देख साली, तूने मेरे सारे अंगों पर वीर्य डालकर उन्हें गंदा कर दिया। अब जरा इस सब को भी अपनी जीभ से चाट चाट कर साफ कर।
रुबिका अब रोहन के लण्ड के निचले हिस्सो और उसके अंडकोषों को चाटने लगी। रोहन के बाल भी उसे साफ करने पड़ रहे थे क्योंकि वीर्य उसके बालों में भी चिपक गया था। इसके बाद उसने रोहन की जांघों के अंदरूनी हिस्से को भी अपनी जीभ से चाट कर साफ किया।
अपनी सफाई ठीक से करवाने के बाद रोहन उठकर वाशरूम जाने लगा और जाते जाते अर्जुन सिंह से बोला : अर्जुन देख ले मस्त माल है। तू भी चख कर देख ले।
यह कहकर रोहन वाशरूम चला गया
अर्जुन अपनी कुर्सी से उठकर रुबिका के पास आ गया और उसके मस्त नितंबों पर जोर से डंडा मारते हुए बोला : चल उठकर मेरे पास आकर बैठ और मुझे भी खुश कर
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PART-7
रुबिका उठकर अर्जुन सिंह के पास जाकर खड़ी हो गयी
अर्जुन सिंह ने कुर्सी पर बैठे बैठे अपने खड़े लण्ड पर हाथ फिराते हुए फ़िरोज़ खान की तरफ मुस्कुराते हुए देखा और बोला : अब तेरी सेक्सी वाइफ तेरे सामने ही मेरा लण्ड अपने मुंह में लेकर चूसेगी
फ़िरोज़ खान ने शर्म और ज़लालत से बचने के लिए अपनी दोनों आँखें बंद कर लीं लेकिन अर्जुन सिंह ने एक जोर का डंडा उसके नितम्बो पर लगाते हुए कहा : आँखे खोलकर देख कि मैं तेरी इस चिकनी वाइफ से कैसे कैसे मज़े ले रहा हूँ
फ़िरोज़ खान ने अब अपनी आँखें खोल लीं और नज़रे झुकाकर अपनी वाइफ रुबिका को देखने लगा
रुबिका पूरी तरह निर्वस्त्र थी. उसका गोरा चिकना बदन, मस्त मस्त मम्मे, केले जैसी चिकनी जांघें और सुडौल नितम्बों को देखकर अर्जुन सिंह एकदम बौरा सा गया था
उसने रुबिका से कड़क आवाज़ में कहा : इधर आ मेरे नज़दीक साली
रुबिका अर्जुन सिंह के एकदम नज़दीक आ गयी
अर्जुन सिंह ने रुबिका के चिकने पेट पर हाथ फिराते हुए फ़िरोज़ खान की तरफ देखा और हंसकर बोला : रंडी, 37 साल की उम्र में भी 25 साल की लौंडिया लग रही है-एकदम मस्त माल है
अर्जुन के हाथ रुबिका के पूरे बदन पर घूम रहे थे. काफी देर तक वह रुबिका के सीने की मस्त मस्त गोलाइओं को दबाता सहलाता रहा -इसके बाद उसने रुबिका की चिकनी जाँघों को सहलाते हुए उसकी चूत को भी दबाना सहलाना शुरू कर दिया
इस सारे सेक्सी तमाशे को देखकर अर्जुन सिंह के साथ साथ फ़िरोज़ खान का भी लण्ड एकदम खड़ा हो गया था लेकिन फ़िरोज़ खान के हाथ हथकड़ी से बंधे हुए थे और वह पूरी तरह से बेबस होकर अपनी वाइफ के इस चीरहरण को देख रहा था
अर्जुन अब रुबिका से बोला : चल अपने दोनों हाथ ऊपर उठाकर खड़ी हो जा
रुबिका ने अपने दोनों हाथ ऊपर उठा लिए
अर्जुन अपनी कुर्सी से उठा और अपने डंडे से एक साथ चार पांच स्ट्रोक रुबिका के मस्त मस्त नितम्बों पर जड़ दिए
अपने नितम्बों पर अचानक पड़े डंडों की मार से रुबिका एकदम उछल उछल कर चिल्लाने और गिड़गिड़ाने लगी : प्लीज़ मुझे और मत मारो-आप जो कहोगे, वह मैं करने के लिए तैयार हूँ.
अर्जुन सिंह हँसते हुए कुर्सी पर जाकर बैठ गया और उससे पूछने लगा : बता क्या क्या करने के लिए तू तैयार है ?
रुबिका : जो आप कहेंगे, वह मैं करुँगी
अर्जुन : आ इधर आकर मेरी टांगों के बीच घुटनो के बल बैठ और मेरे लण्ड को अपने मुंह में लेकर मेरी मौज़ करा दे
जैसे ही रुबिका अर्जुन की पैंट की ज़िप खोलने लगी, रोहन भी वाशरूम से बाहर आ गया और रुबिका के नज़दीक आकर अपनी बेल्ट का स्ट्रोक उसके नितम्बों पर मारते हुए बोला : घोड़ी बन जा साली
रुबिका अपने दोनों हाथों और दोनों पैरों के बल घोड़ी बनकर खड़ी हो गयी लेकिन अभी तक वह अर्जुन की पैंट की ज़िप नहीं खोल पायी थी क्योंकि इससे पहले कि वह ज़िप खोल पाती,रोहन ने उसे घोड़ी बना दिया था.
रुबिका के दोनों गालों पर अर्जुन ने चपत मारकर कहा : साली , खोल मेरी ज़िप और निकाल मेरा लण्ड
इस बीच रोहन कुर्सी लेकर रुबिका के पीछे उसके नितम्बों के पास बैठ गया था -उसने रुबिका के दोनों नितम्बों को थपथपाते हुए उसके पैर खुलवाए और अपने लण्ड को उसके दोनों नितम्बों के बीच में घुसेड़ दिया
अर्जुन सिंह ने अब तक अपने लण्ड को खुद ही बाहर निकलकर उसके मुंह में डाल दिया था
दोनों मिलकर रुबिका को आगे पीछे से पेले जा रहे थे - रुबिका की इतनी दुर्गति आज से पहले कभी नहीं हुई थी.
काफी देर बाद दोनों ने अपनी पूरी तसल्ली के बाद उसे छोड़ा और कहा : चलो अब तुम दोनों अपने अपने कपडे पहन लो- अब आगे की कानूनी कार्यवाही की जाएगी
फ़िरोज़ खान की हथकड़ी भी अर्जुन सिंह ने खोल दी -दोनों ने फटाफट अपने अपने कपडे पहन लिए और अब रोहन और अर्जुन से गिड़गिड़ाते हुए कहने लगे : सर हम पर कोई कानूनी कार्यवाही मत करो- हमआपके लिए सब कुछ करने के लिए तैयार हैं
रोहन : ठीक है, तुम लोगों के पास से आज जो कुछ भी ड्रग्स बरामद हुआ है, मैं उसका पंचनामा बनाकर उस पर तुम लोगों के दस्तखत करवा लेता हूँ. इसके हिसाब से तुम लोगों को कम से कम बीस बीस साल की जेल होगी.
अगर तुम दोनों अगले बीस सालों तक मेरे सेक्स स्लेव बनकर रहने ले लिए तैयार हो तो मैं यह पंचनामा अपने पास ही रखूँगा- जिस दिन तुम लोगों ने मेरी कोई भी बात नहीं मानी तो इस पंचनामे का इस्तेमाल करके तुम दोनों को जेल में डाल दिया जाएगा
अर्जुन : बोलो, मंजूर है, तुम दोनों को ?
रुबिका और फ़िरोज़ एक साथ बोले : जी सर, हमें सब मंजूर है
रोहन : ठीक से बता चिकनी, तू क्या समझी और तुझे क्या मंजूर है
रुबिका : हम अगले बीस सालों तक आपके सेक्स स्लेव बनकर रहेंगे और आपकी हर बात को मानेंगे
रोहन : वैरी गुड़ | वैसे तुम लोगों की यह फिल्म भी मेरे पास ही रहेगी और इसे मैं जब चाहूँ जैसे चाहूँ, इस्तेमाल कर सकता हूँ. इसलिए ज्यादा होशियारी करने की जरूरत नहीं है
फ़िरोज़ : नहीं साहब, हम तो आपके खरीदे हुए गुलाम की तरह ही रहेंगे-बस हमें जेल जाने से बचा लो
इसके बाद वीडियो ख़त्म हो गयी थी
सलीम और परवेज़ दोनों हक्के बक्के होकर एक दूसरे की तरफ देखने लगे
सलीम : परवेज़ भाई, यह तो बड़ा सीरियस मामला है-हमें तो आज ही पता चला
परवेज़ : हाँ भाई, लेकिन यह वीडियो रवि के पास कहाँ से आया ? क्या उस कस्टम अफसर ने यह वीडियो लीक कर दिया है , फिर तो हमारी बड़ी बदनामी हो जायगी
यह सब बातें करते करते दोनों बोले : अब जरा हिना के पास चलकर पूछते हैं कि रवि के पास यह वीडियो कहाँ से आया
दोनों कमरा खोलकर हिना के पास आ गए और उससे यही सवाल करने लगे
हिना : कस्टम अफसर रोहन वर्मा, रवि वर्मा के मामा हैं-वह बता रहा था कि उसने अपने मामा के यहां एक दिन उनके लैपटॉप पर यह वीडियो देखा था और उनकी गैर हाज़िरी में उसे चुपचाप पेन ड्राइव में लेकर आ गया था. उसके मामा के पास ऐसे और भी कई वीडियो हैं, जिनके बल पर वह शहर की अन्य लड़कियों को भी अपनी सेक्स स्लेव बनाकर ब्लैकमेल करते रहते हैं. रवि मुझसे बोला कि वह मुझे अपनी सेक्स स्लेव बनाना चाहता है, और अगर मैंने उसकी बात नहीं मानी तो वह इस वीडियो को पूरे शहर में वायरल कर देगा
सलीम : हाँ, समझ आ गया सब. जैसा हरामी इसका मामा है, वैसा ही हरामी यह भांजा है-सब साले ब्लैकमेल करके खूबसूरत लौंडियों को फंसाते रहते हैं.
परवेज़ : वह सब तो ठीक है भाई, लेकिन यह बताओ कि आगे का क्या प्लान है ?
सलीम : मुझे थोड़ा सोचने का समय दो. आज शाम को बैठकर हम इस समस्या से बाहर निकलने का कोई प्लान जरूर बना लेंगे
शेष अगले भाग में
Part 8
अब सलीम, परवेज़ और हिना तीनो के दिमाग में वही वीडियो चल रहा था जिसके चलते रवि हिना को ब्लैकमेल कर रहा था।
सब लोग इस बात की भी चिंता कर रहे थे कि कैसे अपने मम्मी पापा को रोहन के चँगुल से मुक्त कराया जाए जिसने अगले 20 सालों के लिए उन्हें अपना गुलाम बना रखा था।
शाम को सब लोग डिनर के बाद एक बार फिर से सलीम के कमरे में इकट्ठे हुए और इस बारे में फिर से चर्चा करने लगे
परवेज : भाई मेरे दिमाग मे एक आईडिया आया है
सलीम : क्या आईडिया है बता तो जरा
परवेज : रवि वर्मा की बहन सोनाली वर्मा है वह ट्यूशन में मेरे साथ पढ़ती है
सलीम और हिना ( हैरानी से) : अच्छा, सच कह रहा है तू। हमे तो यह पता ही नही था
परवेज़ : मुझे पता नही यह हो पायेगा या नही लेकिन अगर हम किसी तरह से सोनाली को अपने जाल में फंसा लें तो हमारी काफी प्रॉब्लम खत्म हो जाएगी
हिना : आईडिया तो बहुत बढ़िया है लेकिन यह सब होगा कैसे ? तुम्हारी तो उससे दोस्ती हो ही गयी होगी
परवेज : नही, अभी तो नही है लेकिन मैं कल से इस कोशिश में लग जाता हूँ कि किसी तरह से वह मेरे जाल में फंस जाए
सलीम : ठीक है, अगर जरूरत पड़े तो उससे शादी के लिए भी हाँ कह देना
परवेज़ : लेकिन शादी तो तेरी पहले होनी चाहिए भाई। तुम मुझसे बड़े हो
सलीम : अरे मैं भी कर लूंगा। तू एक बार उसे फंसा कर इस घर मे तो लेकर आ।
परवेज़ : मैं कुछ समझा नही तेरी बात
सलीम : देख वह तेरी वाइफ बनकर आएगी। उसके बाद तू उसे तलाक दे देना। फिर मैं उसका हलाला करने के कुछ दिन बाद तलाक दे दूंगा और वह फिर से तेरी वाइफ बन जाएगी । यह सब तो हमारे यहाँ चलता ही है। मैं जिस लड़की से शादी करूँगा, उसका हलाला तुझसे भी करवाऊंगा। लड़कियां हमारे यहाँ मौज़ मस्ती का सामान होती हैं और बीच बीच मे उन्हें तलाक देते रहो तो वे वैसे भी अपने पति के कंट्रोल में रहती हैं कि पता नही कब पति गुस्सा होकर उन्हें तलाक दे दे और उन्हें फिर हलाला करवाना पड़े
हिना : आप लोगों ने इतनी प्लानिंग तो कर ली लेकिन वह हिन्दू लड़की है । क्या वह और उसके घर वाले इस तरह की शादी के लिए तैयार हो जाएंगे।
परवेज़ : वह सब तुम लोग मेरे ऊपर छोड़ दो। मैं कुछ न कुछ चक्कर चलाता हूँ।
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Part -9
सलीम ने अब हिना से पूछा : रवि क्या आज रात भी तुझसे मिलने आने वाला है ?
हिना : नही, आज की रात तो वह अपने मामा रोहन के फार्म हाउस पर एक पार्टी में जा रहा है
परवेज : कैसी पार्टी ? यह रोहन तो वही है तो इस वीडियो में कस्टम अफ़सर है।
हिना : वह कह रहा था कि…..
सलीम : क्या कह रहा था वह ? तुम रुक क्यों गई बोलते बोलते ?
हिना : वह कह रहा था कि आज उसके मामा ने अपने फार्म हाउस पर अपने खास दोस्तों के लिए एक मौज़ मस्ती पार्टी रखी है जिसमे पांच ऐसी लड़कियां और जवान औरतें भी बुलाई गई हैं जिन्हें रोहन ब्लैकमेल कर रहा है।
परवेज़ : उस पार्टी में लड़कियां और औरतें क्या करेंगी ?
सलीम : भाई हिना से क्या पूछ रहा है, मौज़ मस्ती की पार्टी में उन सब लड़कियों और औरतों को रोहन और उसके दोस्त मिलकर पेलेंगे
परवेज़ : रवि भी उस मौज़ मस्ती पार्टी में सबको पेलेगा क्या ?
सलीम : हिना तुम कुछ कहते कहते रुक गई थी। तुम कुछ छुपा रही हो हम दोनों से
हिना : भैया, मुझे बताते हुए बहुत शर्म आ रही है। दरअसल वह कह रहा था कि कल तेरी मम्मी को भी पार्टी में बुलाया गया है
सलीम : इसका मतलब मम्मी पापा ने हम सबसे झूठ बोला कि वह रफीक अंकल के यहां किसी जरूरी काम से जा रहे हैं। इसका मतलब वह इस मौज़ मस्ती की पार्टी में ही गए हैं।
परवेज़ : हिना तेरे पास फार्म हाउस का पता है क्या ?
हिना : नही भैया
सलीम : अगर पता मिल भी जाये तो हम वहां जाकर क्या कर लेंगे भाई। हमे जल्द से जल्द रोहन के इस ब्लैकमेल के चँगुल से निकलने का कोई रास्ता निकालना पड़ेगा
***** *****
इधर सलीम, परवेज़ और हिना आपस मे उलझे हुए थे, उधर दूसरी तरफ रोहन के फार्म हाउस पर मौज़ मस्ती पार्टी शुरू होने वाली थी। रोहन हर संडे की रात को 11 बजे ऐसी पार्टियां रखता था जिनमे वह हर बार 5 लड़कियों और औरतों को बुलाता था और अपने 4 दोस्तों यारों को बुलाता था। इस बार उसने पहली बार अपने भांजे रवि वर्मा को भी इस पार्टी में बुला लिया था। रवि के अलावा जो 3 और दोस्त आज की पार्टी में आ रहे थे उनमें एक गौरव था जो पुलिस इंस्पेक्टर था, एक सुधांशु था जो जनसत्ता पार्टी के विधायक का बिगड़ा हुआ बेटा था और एक था जयेन्द्र जो शहर में अवैध शराब और ड्रग्स का बहुत बड़ा कारोबारी था
जो लड़कियां और औरतें आज मौज़ मस्ती के लिए बुलाई गई थी, उनमे रुबिका सबसे अधिक उम्र की 37 साल की थी। उसके अलावा बाकी सभी लड़कियां रागिनी, शालिनी, करिश्मा और शिवानी 21 साल और 25 साल के बीच की उम्र की थीं। इन सभी लड़कियों को भी रोहन ने एयरपोर्ट पर कस्टम सिक्योरिटी चेकिंग पर ड्रग्स या गोल्ड तस्करी के लिए उसी तरह पकड़ा था जिस तरह से उसने रुबिका को पकड़ा था। अब यह खूबसूरत लड़कियां और औरतें उसकी सेक्स स्लेव बनकर उसका और उसके दोस्तों की मौज़ मस्ती का सामान बनकर रह गयी थीं।
11 बजे तक सभी लोग फार्म हाउस पहुंच चुके थे और मौज़ मस्ती पार्टी के शुरू होने का इन्तज़ार कर रहे थे
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Part 10
फार्म हाउस में एक बड़े से हाल में पार्टी के लिए सब इकट्ठे हुए थे। इसी हाल से लगे हुए 6 कमरे थे। पार्टी 2 -3 घंटे हाल में चलती थी जहां सब लोग मिलकर लड़कियों के साथ मौज़ मस्ती करते थे और उसके बाद सब लोग अपने अपने पसंद की लौंडिया को अपने अपने कमरे में ले जाकर बाकी की रात उसके साथ मौज़ मस्ती करते थे।
रोहन और रवि के अलावा जो तीन और मेहमान आज की पार्टी में शामिल थे उनमें से पुलिस इंस्पेक्टर गौरव 25 साल का था, गोरा रंग का और 5 फिट 8 इंच लंबा था और देखने मे रौबीला था। विधायक का बिगड़ा बेटा सुधांशु 22 साल का था। सांवले रंग का सुधांशु 5 फिट 9 इंच लबा और देखने मे अव्वल दर्जे का बदमाश लगता था। ड्रग और शराब कारोबारी जयेन्द्र 30 साल का था। जयेन्द्र एकदम काले रंग का था और 5 फिट 6 इंच लंबा होने के साथ देखने में एकदम औसत दर्जे की पर्सनालिटी का मालिक था।
रागिनी 21 साल की थी और उसकी लंबाई 5 फिट 5 इंच थी। शालिनी 22 साल की थी और उसकी लंबाई साढ़े 5 फिट थी। करिश्मा 23 साल की और 5 फिट 7 इंच लंबी और शिवानी 24 साल की और 5 फिट 4 इंच लंबी थी। सभी लड़कियां बेहद खूबसूरत, गोरी और सेक्सी फिगर की मालिक थीं।
रोहन, रवि और बाकी के सारे दोस्त हाल में सोफे पर बैठे हुए ड्रिंक्स ले रहे थे और आपस मे यही बात कर रहे थे कि आज की रात वे क्या क्या करने का प्लान बना कर आये हैं।
रोहन का भांजा रवि पहली बार इस पार्टी में आया था इसलिये उसका परिचय रोहन ने अपने बाकी सभी दोस्तों से करवाया और फिर कहा : अब पार्टी शुरू करते है- सबसे पहले पांचो लड़कियों को यहां बुलाया जाएगा और वे सब मिलकर हम लोगों का मूड बनाएंगी। मूड बनाने का प्रोग्राम आधे घंटे का होगा जिसका डायरेक्शन रवि करेगा।
रोहन का इशारा मिलते ही रवि उठकर एक बंद कमरे की तरफ गया और कुछ ही पलों बाद जब वह कमरे से बाहर आया तो उसके साथ पांच लड़कियां थीं।
रुबिका साड़ी, पेटीकोट और ब्लॉउज़ पहने हुए थी। बाकी सभी लड़कियां टी शर्ट और जीन्स पहने हुए थीं।
लड़कियों को देखते ही सबके लण्ड खड़े हो गए और वे सब अपने अपने लण्ड को हाथ से सहलाते हुए रवि के अगले कदम की प्रतीक्षा करने लगे।
रवि : तुम सब एक लाइन बनाकर खड़ी हो जाओ और जो मै कहता जाऊं उसे करती जाओ। एक बात को एक ही बार कहूँगा। मेरी बात एक बार मे जो लड़की नही मानेगी उसे मैं अपनी मर्ज़ी से बहुत सख्त सजा दूँगा। इसलिए तुम सब मेरी बात को बहुत गौर से सुनो और एक बार मे ही हुक्म की तामील करो। समझीं या नही ?
कोई लड़की कुछ नही बोली तो रवि कुर्सी से उठकर सभी लड़कियों के पास एक एक करके गया और सबके गालों पर थप्पड़ लगाता हुआ बोला : पहली बार है इसलिए सिर्फ थप्पड़ की सज़ा दे रहा हूँ। आगे से मुझे शिकायत नही होनी चाहिये। अब बोलो मेरी बात समझ आई या नही ?
सब लड़कियाँ (एक साथ एक स्वर में) : जी सर हम समझ गयी हैं
रवि : ठीक से बताओ क्या समझी हो
सब लड़कियाँ : हम सब आपके हर हुक्म को गौर से सुनकर एक बार मे ही उसकी तामील करेंगे वरना हम सबको आप अपनी मर्ज़ी से कोई भी सज़ा दी सकते हैं।
रवि : वेरी गुड। अब तुम सब अपने अपने कपड़े उतारने शुरू करो। मैं 1 से 10 तक गिनती करूँगा। मेरी गिनती पूरी होने से पहले सब के कपड़े उतर जाने चाहिए
इसके साथ ही रवि ने गिनती बोलनी शुरू कर दी
सब लड़कियां अब अपने अपने कपड़े उतारने की हड़बड़ी में थीं कि कही गिनती न खत्म हो जाये।
कुछ ही देर में पांचों लड़कियां पूरी तरह से निर्वस्त्र अवस्था मे खड़ी हुई थीं। शर्म और ज़लालत से उनका चेहरा एकदम लाल हो चुका था। सब लोग उनके इस खूबसूरत और सेक्सी बदन की नुमायश देखकर अपनी अपनी पेंट में बन आए टेन्ट को संभालने में लगे हुए थे
लड़कियाँ अपने एक हाथ से अपने मम्मे और दूसरे हाथ से अपनी चिकनी चूत को छिपाने की नाकाम कोशिश कर रही थीं लेकिन रवि उन सबसे रौबीली आवाज़ में बोला : अपने दोनों हाथ ऊपर उठाओ और घूम घूमकर अपने बदन की नुमायश करो। जब तक मैं रुकने के लिए न कहूँ तुम सब गोल गोल घूमती रहोगी चलो शुरू हो जाओ
सब लड़कियों ने अपने हाथ ऊपर उठा लिए और गोल गोल घूमते हुए अपने खूबसूरत बदन की नुमायश करने लगी।
सब लोग यह सेक्सी नुमायश देख रहे थे और ड्रिंक्स भी लेते जा रहे थे। बीस मिनट से यह तमाशा चल रहा था। अब रवि बोला : अब मैं म्यूजिक सिस्टम पर एक फिल्मी गाना बजाऊंगा। तुम सब उस गाने पर मटक मटक कर डांस करोगी। जो लड़की ठीक से सेक्सी डांस नही करेगी, उसे भी मैं सख्त सजा दूँगा।
यह कहने के साथ गाना शुरू हो गया : तू चीज़ बड़ी है मस्त मस्त...
सब लड़कियों ने अपने बदन को हिला हिलाकर डांस करना शुरू कर दिया
शेष अगले भाग में
Part 11
गाना खत्म होने पर सब लड़कियों ने डांस करना बंद कर दिया।
रवि : किसी भी लड़की का डांस एकदम परफेक्ट नही था इसलिये सबको सज़ा मिलेगी। अब मैं एक एक करके सबको अपने पास बुलाऊंगा और उनसे यह पूछुंगा कि वह किससे सज़ा लेना चाहती हैं। हर लडक़ी को हम पांचों में से किसी एक को चुनना होगा। सबसे पहले रुबिका तुम मेरे पास आओ।
रुबिका रवि के नज़दीक आकर खड़ी हो गई
रुबिका की चिकनी जांघों पर हाथ फिराता हुआ रवि उझसे पूछने लगा : बता तुझे किससे सज़ा लेनी है
रुबिका कुछ नही बोली तो रवि उसकी चूत में उंगली घुसेड़ते हुए फिर से बोला : शर्मा मत मेरी जान ! बता हम सब मे से तुझे किससे सज़ा लेनी है। जब तक नही बताएगी, मै तेरे बदन से ऐसे ही खिलवाड़ करता रहूंगा। रवि की उंगली अभी भी रुबिका की योनि में घुसी हुई थी
अपनी इस ज़लालत और शर्म से बचने के लिए वह रवि से जल्दी से बोल पड़ी : आप ही मुझे सज़ा दें दीजिये
रवि : गुड़, अब तुम साइड से खड़ी हो जाओ
अब रवि ने अगली लडक़ी को आवाज़ दी : रागिनी तुम आओ इधर
रागिनी रवि के पास आकर खड़ी हो गई
रवि : टाँगे खोलो अपनी
रागिनी ने टाँगे खोल दीं और रवि ने अपने हाथ से उसके योनि प्रदेश को सहलाते हुए पूछा : तुम बताओ कि तुम्हे किसके हाथों अपनी सज़ा पूरी करनी है
रागिनी ने शर्माते हुए सबकी तरफ देखा और फिर सर झुकाकर बोली : रोहन सर
रवि : गुड़, जाओ रोहन सर के पास चली जाओ
रवि ने उंगली से इशारा करते हुए शालिनी से कहा : इधर आ चिकनी
दरअसल शालिनी का बदन एकदम गोरा चिकना और अनछुआ सा लग रहा था जिसे देखकर किसी का भी लण्ड बेकाबू हो सकता था। पांचो लड़कियों में सबसे ज्यादा खूबसूरत और सेक्सी बदन भी शालिनी का ही था
रवि : चल अपने हाथ ऊपर उठाकर खड़ी हो जा
शालिनी ने अपने हाथ ऊपर उठा लिए तो रवि ने उसके मक्खन जैसे बदन को जी भरकर सहलाते हुए पूछा : बोल मेरी चिकनी तुझे अपनी सज़ा के लिए कौन पसंद है ?
शालिनी : मुझे सुधांशु सर से सजा लेनी है
रवि ने शालिनी को सुधांशु की तरफ भेज दिया और करिश्मा की तरफ देखकर बोला :तुम आओ करिश्मा
करिश्मा रवि के पास आकर खड़ी हुई तो उसने उझसे भी कहा : हाथ ऊपर उठाओ और पीछे घूम जाओ
करिश्मा हाथ ऊपर उठाकर पीछे घूमकर खड़ी हो गई
रवि ने उसके सुडौल नितंबों पर हाथ फिराते हुए जोर के दो चपत लगाए और बोला : बोल तेरी क्या पसंद है मेरी रंडी
करिश्मा : गौरव सर
रवि : ठीक है। गौरव सर के पास चली जाओ
अब सिर्फ शिवानी बची थी। उसे पता था कि अब उसे सजा देने के लिए जयेन्द्र ही बचा है लेकिन फिर भी रवि ने उसे बुलाते हुए कहा : चल इधर आ जा
शिवानी रवि के पास आकर खड़ी हो गई
रवि : थोड़ा और नज़दीक आ साली
शिवानी रवि के और नज़दीक आ गयी
रवि ने शिवानी के दोनों मम्मे अपने हाथों में पकड़ लिया और उन्हें मसलते दबाते हुए बोला : बोल हरामजादी तुझे कौन सज़ा देगा ?
शिवानी : मुझे तो अब जयेन्द्र सर ही सजा देंगे
रवि : ठीक है जयेन्द्र सर के पास जाकर खड़ी हो जा
रवि ने अब रुबिका की तरफ देखा और बोला : आजा तुझे अब मैं ऐसी सज़ा दूँगा जिसे तू सारी जिंदगी याद रखेगी
शेष अगले भाग में.....
Part 12
रुबिका रवि के सामने आकर खड़ी हो गई
बाकी सब लड़कियाँ भी अपनी अपनी सज़ा के लिए रोहन, गौरव, सुधांशु और जयेन्द्र के सामने जाकर खड़ी हो चुकी थीं।
रोहन : मेरा यह सुझाव है कि सब लोग एक साथ सज़ा न दें बल्कि बारी बारी से सजा दें ताकि एक लड़की को मिलने वाली सज़ा बाकी के 4 लोग भी देखकर मज़ा ले सकें। सबसे पहले हम रवि जो रुबिका को सज़ा दे रहा है, उसका मज़ा लेंगे। तब तक हम सब इन लड़कियों को अपनी गोद मे बिठाकर इनसे खिलवाड़ कर सकते हैं।
रोहन का यह सुझाव सबको पसंद आया और सबने अपने सामने खड़ी निर्वस्त्र लौंडियों को अपनी अपनी गोद मे बिठा लिया और रवि और रुबिका का सेक्सी पनिशमेंट शो देखने लगे
रवि ने अपने हाथ को रुबिका के चिकने पेट और उसकी चिकनी योनि पर फिराते हुए उझसे कहा : चल नीचे बैठ और मेरे जूते खोल
रुबिका फर्श पर बैठकर रवि के जूतों के फीते खोलने लगी। रुबिका का चेहरा शर्म और ज़लालत से एकदम लाल हो रहा था। उसने अपना चेहरा और नज़रें दोनों झुकाई हुई थीं
रवि उसकी तरफ देखकर शरारती ढंग से मुस्कराते हुए बोला : इतना शर्मा क्यों रही है मेरी चिकनी। आज से पहले क्या किसी मर्द के जूते नही उतारे ?
रुबिका कुछ नही बोली तो रवि ने उसके गालों पर चपत लगते हुए कहा : मेरी बात का जबाब दे साली
रुबिका : नही मैंने आज तक किसी के भी जूते नही उतारे हैं
रुबिका अब तक रवि के दोनों जूतों के फीते खोलकर उसके पैरों से निकाल चुकी थी
रवि : मोज़े भी उतारो
रुबिका मोज़े भी उतारने लगी
मोज़े उतारने के बाद रवि रुबिका से बोला : दोनों पैरों को बारी बारी से दस दस बार चूमो। हर चुम्मा पैर के अलग हिस्से पर होना चाहिए वरना वह काउंट नही होगा
रुबिका ने रवि के पैर को अपने दोनों हाथों में पकड़ा और उस पर अलग अलग जगह अपने होंठो का चुम्बन देने लगी। जब दोनों पैरों को रवि के हुक्म के हिसाब से रुबिका चूम चुकी तो रवि उझसे बोला : अब अपनी जीभ से मेरे दोनो पैरों के तलवे भी चाट
तलवे चाटते चाटते रुबिका ने शर्म के मारे अपनी आंखें बंद कर ली लेकिन रवि ने उसके गाल पर फिर एक चपत मारते हुए कहा : आंखे खोल हरामजादी। मेरी परमिशन के बिना तू अपनी पलके भी नही झपका सकती है। आई एम योर मास्टर एन्ड यू आर माई सेक्स स्लेव। आंखें खोल और मेरे पैर के तलवों को चाटती रह। बहुत मज़ा आ रहा है।
काफी देर तक अपने पैरों के तलवे चटवाने के बाद रवि ने अपने पैरों से उसके मम्मे दबाने सहलाने शुरू कर दिए। रुबिका के सीने की मस्त मस्त गोलाइयों पर रवि अपने पैरों को लगातार घुमा रहा था। अपने दोनों पैरों से रुबिका के दोनों मम्मे दबाने सहलाने के बाद रवि ने अब अपने पैरों को रुबिका के चेहरे और गालों पर रगड़ना शुरू कर दिया। अपने पैर के अंगूठे को उसने रुबिका के होंठों पर फिराते हुए कहा : इसे अंदर लेकर चूस। यह समझ ले कि तू मेरा अंगूठा नही लण्ड चूस रही है। चल शुरू हो जा
रुबिका अब रवि के पैर के अंगूठे को ही उसका लंड समझकर चूसे जा रही थी और रवि पैंट में बंद अपने लण्ड को सहलाये जा रहा था।
शेष अगले भाग में
Part 13
रुबिका जब रवि के दोनों पैरों के अंगूठे चूस चुकी तो रवि उझसे बोला: अब कान पकड़कर 10 उठक बैठक लगा। फिर तेरी सज़ा पूरी मानी जायेगी।
अब 37 साल की रुबिका ने 21 साल के रवि के सामने कान पकड़कर उठक बैठक लगानी शुरू कर दीं।
रवि और रुबिका के इस जबरदस्त सेक्सी पनिशमेंट शो को देखकर रोहन, गौरव, सुधांशु और जयेन्द्र सब के सब एकदम उत्तेजित और गर्म हो चुके थे और अपनी अपनी गोद मे बैठी लौंडियों के बदन को दबा सहला और चूम कर अपनी अपनी गर्मी शांत करने का प्रयास कर रहे थे
रुबिका अपनी 10 उठक बैठक लगा चुकी थी
रवि अब रुबिका से बोला : ठीक है, अब तुम अपने दोनों हाथ ऊपर उठाकर मेरे सामने खड़ी रहो और थोड़ा मेरे एकदम नज़दीक आ जाओ ताकि बीच बीच के मैं जब चाहूँ तुम्हारे इस मस्त बदन को दबा सहला सकूं।
इससे पहले कि अगला सेक्सी पनिशमेंट शो शुरू होता, रुबिका रवि से बोल पड़ी : सर मुझे पानी पीना है। मुझे बहुत जोर से प्यास लग रही है।
रवि को रुबिका की बात सुनकर कुछ और शरारत सूझी और कहने लगा : तुम्हे क्या, बाकी सभी लड़कियों को भी प्यास लग रही होगी। तुम ऐसा करो वह सामने टेबल पर बड़ी सी खाली बोतल रखी है, उसे मेरे पास लेकर आओ
रुबिका सामने टेबल पर रखी खाली बोतल उठा लाई और उसे रवि के हाथ मे पकड़ा दिया।
प्लास्टिक की बोतल काफी बड़ी और 2 लीटर कैपेसिटी की थी। रवि ने अपनी पैंट की ज़िप खोलकर अपना लण्ड बाहर निकाला और अपना पेशाब उसने बोतल में भर दिया।
अपना पेशाब बोतल में भरने के बाद रवि ने बोतल में अपने मुंह का थूक भी डाल दिया और उसे रुबिका के हाथ मे देते हुए बोला : जाओ इस बोतल में रोहन सर, गौरव सर, सुधांशु सर और जयेन्द्र सर का भी पेशाब और थूक डालकर लाओ।
रुबिका को कुछ समझ नही आ रहा था कि यह सब क्या चल रहा है। वह फिर से बोली : सर मुझे प्यास लगी है, पहले मैं पानी पी लूं क्या ?
रवि : साली रंडी, पानी नही तुम सब को हम सबका थूक मिश्रित पेशाब ही पीने को मिलेगा। अब जल्दी से सबके पास जा और इस बोतल में सबका थूक और पेशाब लेकर वापस मेरे पास आ।
रुबिका एकदम बेबस थी। वह बारी बारी सबके पास गई और सबका पेशाब और थूक उस बोतल में भरवाकर ले आयी।
रवि ने देखा कि बोतल अभी भी थोड़ी खाली थी।
रवि रुबिका से बोला : फ्रिज में से शराब की बोतल और आइस क्यूब भी लेकर आओ
अब पेशाब और थूक मिश्रित बोतल में रवि ने कुछ शराब और आइस क्यूब भी डाल दिये और बोतल को हिलाकर अच्छी तरह मिक्स करते हुए रुबिका से बोला : टेबल पर जो 5 ग्लास रखें हैं उन सबमे यह ड्रिंक डालो और अपना गिलास लेकर मेरे पास आओ
रुबिका ने बोतल में थूक पेशाब और शराब मिश्रित ड्रिंक 5 गिलासों में भर दिया और एक गिलास लेकर रवि के पास आ गयी
रवि : अब नीचे फर्श पर मेरी टाँगों के बीच बैठ जा और इस ड्रिंक को पीना शुरू कर
रुबिका : सर यह थूक और पेशाब मुझसे नही पिया जाएगा।
रवि : लेकिन तुझे तो जोर से प्यास लग रही है ना ?
रुबिका : जी सर
रवि : फिर इस टेस्टी ड्रिंक को पी और अपनी प्यास बुझा । मैंने इसमे शराब और बर्फ डालकर इसे टेस्टी भी बना दिया है
रुबिका ने जब अभी भी पीना शुरू नही किया तो रवि ने उसके गालों पर एक साथ दो तमाचे जड़ते हुए कहा : चल मुंह खोल और मेरे 10 तक काउंटिंग करने तक अगर यह गिलास खाली नही हुआ तो मैं तेरी बहुत दुर्दशा करूँगा।
रवि गिनती बोलने लगा।
10 की गिनती पूरी होने के साथ ही रुबिका ने गिलास खाली कर दिया
रुबिका का गिलास खाली होते ही कमरे में बैठे सभी लोगों ने तालियां बजाकर रुबिका के इस तरह ज़लील होने पर अपनी ख़ुशी का इज़हार किया। लेकिन बाकी की चारों लड़कियाँ डरी सहमी उन 4 गिलासों को देख रही थी क्योंकि उन्हें लग रहा था कि अब उन्हें भी यही ड्रिंक पिलाया जाने वाला है।
शेष अगले भाग में
Part 14
रुबिका की सज़ा खत्म हो चुकी थी
रवि ने अब रुबिका को फर्श पर अपनी दोनों टाँगों के बीच मे बिठा लिया था। उसका ध्यान अब सुधांशु और शालिनी की तरफ था क्योंकि अब सुधांशु शालिनी का पनिशमेंट शो शुरू करने जा रहा था।
रवि की पैंट के अंदर उसका लण्ड खड़ा होकर बड़ा सा टेन्ट बना चुका था। रवि ने पैंट में बन रहे टेण्ट को रुबिका के चेहरे पर रगड़ते हुए कहा : मेरा लण्ड बाहर निकाल और इसे अपने मुंह मे ले। मेरे गुस्से और सज़ा से बचना है तो मेरे कहे बिना ही मुझे खुश करती रह।
रवि रुबिका के गालों पर हल्का सा चपत लगाकर बोला : चल शुरू हो जा
रुबिका ने रवि की पैंट की ज़िप नीचे सरकाकर उसका लंबा और कड़क हो चुका लण्ड अपने हाथ मे ले लिया और कुछ देर उस पर अपना हाथ फिराने के बाद उसे अपने मुंह मे ले लिया
रुबिका का मुख मैथुन करते हुए रवि अब सुधांशु और शालिनी का पनिशमेंट शो देखने लगा
विधयक का बिगड़ा हुआ 22 साल का बेटा सुधांशु अव्वल दर्जे का बदमाश था और लड़कियों को बहुत बुरी तरह ज़लील करने में उसे मज़ा आता था। किस्मत की बात यह थी कि उसके हिस्से में सबसे खूबसूरत और सेक्सी लौंडिया शालिनी आयी थी
सुधांशु (शालिनी से) : चल अपने कान पकड़ और गिनती करते हुए 100 उठक बैठक लगा
शालिनी ने अपने दोनों कान पकड़ लिए और काउंटिंग करती हुई उठक बैठक लगाने लगी
सुधांशु ने अपने हाथ मे एक केन पकड़ी हुई थी। बीच बीच मे वह शालिनी की चिकनी जांघों पर केन मारते हुए कहा रहा था : ठीक से लगाओ उठक बैठक। फर्श पर नीचे तक बैठ और फिर खड़ी हो
50 उठक बैठक लगाने के बाद शालिनी फर्श पर बैठ गयी और सुधांशु के पैरों को पकड़ते हुए बोली : बस सर अब और नही। मैं बहुत थक गई हूं प्लीज़।
सुधांशु : जा टेबल पर जो पेशाब भरा गिलास रखा है, उसे उठाकर ला और मेरे सामने बैठकर पी। उसे पीकर तेरी थकान भी दूर हो जाएगी और प्यास भी। चल जल्दी कर
शालिनी : नही सर, पेशाब और थूक मिली शराब मै नही पियूंगी।
सुधांशु ने उसे केन मारते हुए हंसकर कहा : साली रंडी तू मेरी सेक्स स्लेव है। जो मैं कहूंगा तुझे वह करना ही होगा। अब तुझे मेरी बात न मानने की सज़ा मिलेगी। चल अब 100 उठक बैठक और लगा। चल खड़ी हो और शुरू हो जा
शालिनी : नही सर मैं पेशाब पीने के लिए तैयार हूं। अब मुझसे और उठक बैठक नही लगाई जाएंगी।
सुधांशु : बोल मुझे दबंग मर्दों की थूक मिली हुई पेशाब बहुत अच्छी लगती है
शालिनी : सर मुझे आप जैसे दबंग मर्दों की थूक मिली पेशाब पीनी बहुत अच्छी लगती है।
सुधांशु : फिर देर क्यों कर रही है। टेबल पर से पेशाब भरा गिलास उठा और पीना शुरू कर
शालिनी पेशाब का गिलास उठाकर उसे पी रही थी और सब लोग उसकी तरफ देखकर हल्के हल्के मुस्कुरा रहे थे
सुधांशु : रवि का यह पेशाब वाला आईडिया बहुत लाजबाब है और एकदम ओरिजिनल है।
रवि : खूबसूरत और सेक्सी लौंडिया तो यही चाहती है कि उन्हें कोई दबंग मर्द अपने कब्जे में लेकर उनसे अपनी मनमानी करवाये। दबंग मर्द की आवाज़ सुनकर ही ऐसी लड़कियां एकदम गीली हो जाती है
सुधांशु : भाई तूने बड़ी रिसर्च कर रखी है इन सेक्सी लौंडियों पर
रवि : आप चेक करके देख लो अभी मेरी बात 100 प्रतिशत ठीक निकलेगी
सुधांशु : ठीक है, तुम कहते हो तो चेक तो करना ही पड़ेगा
शालिनी अब तक सारा पेशाब पी चुकी थी
सुधांशु : चल अब मेरे सामने नज़दीक आकर खड़ी हो जा
शालिनी सुधांशु के नज़दीक आकर खड़ी हो गयी
सुधांशु : दोनों हाथ ऊपर कर और अपनी टाँगों को खोलकर खड़ी हो
शालिनी सुधांशु की रौबीली आवाज़ और उसकी दबंगई से एकदम गीली हो चुकी थी उसने अपने दोनों हाथ ऊपर उठा लिए और अपनी टाँगे फैलाकर खड़ी हो गयी
सुधांशु ने शालिनी की चिकनी चूत पर अपना हाथ फिराना शुरू कर दिया और हाथ फिराते फिराते ही अपनी उंगली उसकी चूत में डालकर उसे आगे पीछे करने लगा
सुधांशु : रवि तू बिल्कुल सही कह रहा था। यह लौंडिया तो पूरी गीली हो चुकी है। मतलब हमारे जैसे मर्द इन लौंडियों को इसी तरह ज़लील करके पेलते रहें तो इन्हें खूब मजा आता है।
सुधांशु ने अब तीन उंगलियां उसकी चूत में डाल दी थी और उससे हंसते हुए पूछने लगा : क्यों रंडी मज़ा आ रहा है न ?
शालिनी के मुंह से हर्ष मिश्रित आवाज़ें निकल रही थीं। वह बोली : जी सर आ रहा है
सुधांशु ने अपनी उंगलियां उसकी चूत से बाहर निकल ली और उससे बोला : चल अब नीचे बैठ
शालिनी फर्श पर सुधांशु की टाँगों के बीच मे बैठ गयी
सुधांशु ने अपनी तीनों उंगलियां उसके होंठो पर फिराते हुए कहा : इन्हें चाट चाट कर साफ कर
उंगलियां चटवाने के बाद सुधांशु ने शालिनी के दोनों गालों पर हल्के हल्के चपत लगाते हुए कहा : मेरी पैंट खोलकर लण्ड बाहर निकाल और उसे अपने मुंह मे लेकर मुझे खुश कर।
शेष अगले भाग में
PART-15
सुधांशु और शालिनी का पनिशमेंट शो ख़त्म हो चुका था
अगले पनिशमेंट शो की बारी अब रोहन और रागिनी की थी
रोहन ने रागिनी को अपनी गोद में से उठाकर अपने सामने खड़ा कर लिया था
रोहन एक बड़े से सोफे पर अकेला बैठा हुआ था-उसने रागिनी की तरफ देखा और बोला : जाओ टेबल पर रखे पेशाब भरे गिलास को उठाकर लाओ और मेरे सामने बैठकर पीना शुरू करो-पीने के बाद मुझे बताओ कि तुम्हे यह ड्रिंक कितना टेस्टी लगा
रागिनी : नहीं सर, मैं यह पेशाब नहीं पी सकती-मुझे तो गिलास को छूते हुए भी बहुत घिन आ रही है-मुझसे यह नहीं होगा सर-आप कुछ और सजा दे सकते हैं प्लीज़ लेकिन पेशाब पीने के लिए मजबूर न करें
रोहन : कोई बात नहीं. जब तक तुम खुद पेशाब पीने के लिए नहीं कहोगी, हम तुम्हे पेशाब नहीं पिलायेंगे -जैसे तुम कह रही हो तुम्हे कुछ और सजा दे देते हैं
यह कहने के साथ ही रोहन ने फार्म हॉउस में मौजूद अपने नौकर को आवाज़ देकर बुला लिया : रणजीत, इधर आओ
कुछ ही देर में पास के एक छोटे से कमरे से एक 18-19 साल का लड़का निकलकर रोहन के पास आ गया : जी साहब
पांचों लड़कियां जो बिलकुल नंगी खड़ी हुई थीं, रोहन के इस नौकर को देखकर और ज्यादा शर्माने लगीं.
रोहन का नौकर रणजीत 18-19 साल का था. एकदम काले रंग का रणजीत लगभग 5 फिट 8 इंच लम्बा था और उसने एक टी शर्ट और निक्कर पहना हुआ था -रणजीत अक्सर इस तरह की पार्टियां देखता रहता था इसलिए उसे कुछ हैरानी नहीं हो रही थी क्योंकि उसके लिए यह सब आम बात थी.
रोहन (रागिनी से) : एक बार फिर से सोच लो कि टेबल पर रखा पेशाब का गिलास पीना है या नहीं. एक बार सजा शुरू हुई तो पेशाब पीने का मौका भी सजा पूरी होने के बाद ही मिलेगा
रागिनी : प्लीज़ नहीं सर मैं पेशाब नहीं पी पाउंगी -उसमे तो पांच पांच लोगों का पेशाब और थूक दोनों मिला हुआ है
रोहन : ठीक है कोई बात नहीं . रणजीत तुम ऐसा करो -रागिनी को इधर मेरे पास लाकर मेरी गोद में उल्टा करके लिटा दो -इसके मस्त मस्त नितम्बों पर मैं इस मोटे बेंत से पचास स्ट्रोक लगाऊंगा -मेरे इस काम में तुम मेरी मदद करोगे
रणजीत समझ गया था कि रोहन क्या चाहता है क्योंकि वह अक्सर ही यह सब करता रहता था
रणजीत मुस्कराता हुआ निर्वस्त्र खड़ी रागिनी के पास पहुंचा और उसे पकड़कर रोहन के पास ले आया और उसे रोहन की गोद में उसकी टांगों के ऊपर इस तरह से लिटा दिया जिससे कि उसके नितम्बों पर रोहन आसानी से बेंत मार सके. रागिनी की चिकनी जांघें और पेट अब रोहन की टांगों और उसके लण्ड पर टिकी हुई थीं. सोफे पर ही कुछ दूरी पर रणजीत भी बैठ गया और उसने रागिनी के चेहरे को पकड़कर अपनी गोद में रख लिया था. अब रागिनी का चेहरा और उसके मम्मे रंजीत के लण्ड और टांगों पर टिके हुए थे और उसका पेट और जाँघे रोहन के लण्ड और टांगों पर टिके हुए थे.
सब लोग टकटकी लगा लगाकर यह तमाशा देख रहे थे -सबको यह पता था कि अब क्या होने वाला है. रोहन ने रागिनी के मस्त मस्त गोल सुडौल नितम्बों पर अपने हाथ को फिराते हुए कहा : अब मैं तुम्हारे इन मस्त मस्त नितम्बों पर इस बेंत से कम से कम 50 स्ट्रोक लगाऊंगा -अगर 50 स्ट्रोक के बाद भी तुम पेशाब पीने के लिए तैयार नहीं हुईं तो 50 की जगह 100 स्ट्रोक्स लगाए जाएंगे
यह कहने के साथ ही रोहन ने अपने हाथ में पकडे बेंत से गिनती करते हुए रागिनी के नितम्बों पर स्ट्रोक मारने शुरू कर दिए -हर स्ट्रोक पर रागिनी का पूरा बदन जोर से उछल रहा था और रोहन और रणजीत के लण्ड पर उसका बदन लगातार टकरा रहा था -रणजीत अपने हाथ को रागिनी की पीठ पर फिराता हुआ उसके चेहरे को अपने लण्ड के ऊपर रगड़वा रहा था. कुछ ही देर में चुपके से रणजीत ने अपने निक्कर की ज़िप खोलकर अपने लण्ड को बाहर निकाल लिया था और उस लण्ड को वह रागिनी के गालों, होंठों और चेहरे पर रगड़वा रहा था. रागिनी के दोनों हाथों को रणजीत ने कसकर पकड़ रखा था और इस तरह वह अपने चेहरे और होंठों को रणजीत की गोद में उसके खड़े लण्ड पर रगड़ने के लिए मजबूर थी -30 स्ट्रोक लग चुकने के बाद रागिनी कहने लगी : सर प्लीज़ अब मत मारो-मैं पेशाब पीने के लिए तैयार हूँ.
रोहन : मैंने कहा था कि कम से कम 50 स्ट्रोक तो जरूर लगाए जाएंगे -अब 50 स्ट्रोक के बाद ही तुम्हे पेशाब पीने का मौका मिलेगा यह कहकर रोहन ने फिर से उसके नितंबों पर बेंत मारना शुरू कर दिया और रागिनी फिर से रोहन और रणजीत की गोद में उछल उछल कर उनके लंड को और कड़क करने लगी-इस बीच रणजीत को शरारत सूझी और उसने रागिनी के मुंह को खुलवाकर अपना लण्ड उसके मुंह में घुसेड़ दिया और उसके साथ जबरन मुख मैथुन का मज़ा लेने लगा -रोहन के बेंत का स्ट्रोक लगने के साथ ही रागिनी उछल उछल कर अब रणजीत का लण्ड भी चूसने के लिए मजबूर थी -दोनों लोग उसके मस्त बदन से एक साथ भरपूर मज़ा ले रहे थे
50 बेंत लगते लगते रागिनी के मुंह में रणजीत अपने लण्ड की पिचकारी छोड़ चुका था पर क्योंकि वह उल्टी लेटकर उसका लण्ड चूस रही थी, इसलिए काफी वीर्य सोफे पर और रणजीत के निक्कर पर भी गिर गया था
50 बेंत लगने के बाद रागिनी पूरी तरह से सरंडर कर चुकी थी
रोहन ने उसे अपनी टांगों पर से हटा दिया था लेकिन रणजीत उससे यह कह रहा था : चल साली नीचे बैठ और मेरा लण्ड भी साफ़ कर, मेरे निक्कर पर लगे वीर्य को भी चाट चाटकर साफ कर और इस सोफे पर गिरे वीर्य को भी अपनी जीभ से चाट कर साफ़ कर
रागिनी रणजीत के काले मोटे खड़े लण्ड को अपनी जीभ फिरा फिराकर साफ़ करने लगी -इसके बाद उसने रणजीत के निक्कर और सोफे पर लगे वीर्य को भी अपनी जीभ से चाटकर साफ़ किया
इस बीच सुधांशु हँसता हुआ रोहन से बोला: यार तुम्हारे इस नौकर के तो बड़े मज़े हैं -यह सब लौंडियों से खूब मज़े लेता होगा
रोहन : हाँ लेकिन यह मेरा बहुत पुराना और वफादार नौकर है-पूरा फार्म हॉउस यही संभालता है और हमारी सारी बातों को एकदम गोपनीय भी रखता है -उसका इनाम तो इसे मिलना ही चाहिए
वहां बैठे सभी लोग रागिनी, रोहन और रणजीत के इस पनिशमेंट शो को देखकर बहुत उत्तेजित और गर्म हो चुके थे और अपनी अपनी गोद में बैठी हुई लड़कियों को दबा-सहला और मसलकर अपनी गर्मी को शांत कर रहे थे
जब रागिनी को रणजीत ने छोड़ा तो रोहन उससे बोला : चल साली अब पेशाब का गिलास उठा कर ला और मेरे सामने बैठकर पीना शुरू कर
रागिनी टेबल पर रखा पेशाब भरा गिलास उठा लाई और रोहन के आगे उसकी टांगों के बीच में आकर फर्श पर बैठ गयी
रागिनी ने जैसे ही गिलास का पहला घूंट पिया तो एकदम उसका चेहरा देखने लायक था लेकिन फिर उसे लगा कि उसने पीने से मना किया तो फिर से उसका पिछवाड़ा लाल होना शुरू हो जाएगा
रोहन ने रागिनी को थोड़ी सख्त आवाज़ में दुबारा से कहा : मैं तीन तक गिनती बोलूंगा -अगर तब तक यह गिलास खली नहीं हुआ तो तेरी सजा फिर से शुरू हो जाएगी
यह कहकर उसने गिनती बोलनी शुरू कर दी -एक...दो... तीन
तीन की गिनती के बाद रोहन ने देखा कि रागिनी का गिलास एकदम खाली हो चुका था
शेष अगले भाग में ....
Part 16
रागिनी पेशाब पी चुकी थी।
रोहन ने रागिनी की तरफ देखा और पूछने लगा : बोल हम सबका थूक मिला हुआ पेशाब कितना टेस्टी था ?
रागिनी कुछ नही बोली तो रोहन ने उसके गाल पर एक झन्नाटेदार थप्पड़ लगा दिया : बोल मेरी जान। मेरी बात का जबाब नही दिया तो तेरे नरम गालों पर ऐसे ही चपत लगते रहेंगे।
यह कहकर रोहन ने उसके दूसरे गाल पर भी एक चपत लगा दिया
अब रागिनी फटाफट बोल पड़ी : सर बहुत टेस्टी लगा
रोहन : ठीक है, अब जब तक मैं करिश्मा और गौरव का पनिशमेंट शो देखूं तब तक तू मेरा लण्ड मुंह मे लेकर चूसती रह।
रोहन ने यह कहते हुए अपनी पैंट की ज़िप खोलकर उसमे से अपना लण्ड बाहर निकाला और उसे रागिनी के खूबसूरत चेहरे पर उसे रगड़ने लगा। उसके होंठों पर अपने लण्ड को रगड़ते हुए रोहन ने उससे कड़क आवाज़ में कहा : चल मुंह खोल और इसे अंदर ले
रागिनी ने रोहन के लण्ड को अपने मुंह मे ले लिया और रोहन अब अपना लण्ड चुसवाते हुए गौरव और करिश्मा का पनिशमेंट शो देखने लगा।
शेष अगले भाग में....
PART-17
करिश्मा और गौरव का पनिशमेंट शो शुरू हो चुका था
खाकी वर्दी पहने पुलिस इंस्पेक्टर गौरव ने करिश्मा को अपनी गॉड में से उठाकर अपने सामने खड़ा कर लिया और उससे बोला : चल पीछे घूमकर खड़ी हो जा
करिश्मा पीछे घूमकर कड़ी हो गयी तो गौरव ने उसके दोनों हाथों में पुलिस वाली हथकड़ी लगाकर उसके हाथ पीछे की और बाँध दिए और फिर बोलै : अब मेरी तरफ घूम जा
करिश्मा घूमकर खड़ी हो गयी और गौरव को देखकर उसके अगले आदेश की प्रतीक्षा करने लगी
गौरव : अपनी टाँगे खोलकर खड़ी हो
करिश्मा ने अपनी टाँगे खोल लीं
गौरव ने काले रंग के चमड़े के नुकीले जूते पहने हुए थे -उसने अपना दायां पैर उठाया और उसके आगे के नुकीले सिरे को करिश्मा की चिकनी जाँघों और चूत पर फिराने लगा
करिश्मा का चेहरा शर्म से लाल हो चुका था -उसने अपनी ऑंखें बंद कर लीं लेकिन गौरव उससे बोला : अपनी ऑंखें खोलकर देख मैं तेरे साथ अभी क्या क्या करूँगा
करिश्मा ने अपनी ऑंखें खोल लीं
गौरव ने अपने जूते की नोक को अचानक उसकी चूत के अंदर घुसेड़ दिया और उसे आगे पीछे करने लगा -करिश्मा इस तरह से पहले कभी ज़लील नहीं हुई थी जितना उसे आज गौरव ज़लील कर रहा था. अब गौरव ने अपने हाथ में बेंत को पकड़ लिया और उसे करिश्मा के मस्त मस्त मम्मों पर गोल गोल फिराने लगा -उसके मम्मों पर बेंत फिराते हुए वह अपने बेंत को करिश्मा के चेहरे पर ले गया और उसके होंठों पर फिराने लगा
अपने बेंत को उसके होंठों पर फिराते हुए वह उससे बोला : अपना मुंह खोल और इस बेंत को अपने मुंह में लेकर इस तरह चूस जैसे मेरा लैंड चूस रही हो
कमरे में बैठे सभी लोग इस सेक्सी तमाशे को देख रहे थे. रोहन का नौकर रणजीत भी अपने निक्कर में बने टेंट पर हाथ फिराते हुए यह सब देख रहा था -करिश्मा एकदम बेबस अवस्था में निर्वस्त्र खड़ी हुई थी. उसके हाथ पीछे की तरफ हथकड़ी से बंधे हुए थे. उसकी चूत को गौरव अपने जूते की नोक से चोद रहा था और उसके पुलिसिया डंडे से उसके मुंह की चुदाई हो रही थी.
ऊपर और नीचे की इस डबल चुदाई से करिश्मा जल्द ही अपने क्लाइमेक्स पर पहुँच गयी थी और उसके मुंह से हर्ष मिश्रित आवाज़ें निकल रही थीं
गौरव ने अपने जूते की नोक और डंडा दोनं वापस निकाल लिए थे और अपने जूते की तरफ देख रहा था जो एकदम गीला हो चुका था -इससे पहले की वह कुछ बोलता, रोहन का नौकर रणजीत जो वहां पास में ही खड़ा यह सब देख रहा था, वह गौरव से बोला : साहब , इससे अपने जूते आप उतरवा लीजिये -यह आपके पैरों की मालिश भी कर देगी -आप कहें तो मैं आपकी मदद कर सकता हूँ.
गौरव समझ गया कि जरूर इस नौकर के पास कोई बढ़िया आईडिया है-वह उससे बोला : हाँ रणजीत तुम जरा कुछ मदद करो
रणजीत करिश्मा के पीछे गया और उसके हथकड़ी बंधे हाथों को पकड़कर उसने उसके सर के ऊपर उठा दिया और बोला : हाथ ऊपर करके खड़ी रह
रणजीत ने अपने बदन को करिश्मा की पीठ से चिपका दिया था और उसका निक्कर में बन रहा टेंट अब करिश्मा के मस्त मुलायम नितम्बों से सट गया था.
रणजीत ने करिश्मा के दोनों मस्त मम्मों को अपने हाथों से दबाते हुए कहा : चल नीचे बैठकर अपने मुंह से साहब के जूतों के फीते खोल
करिश्मा : मुंह से फीते कैसे खुल सकते हैं -मेरे हाथ खोलो तो मैं हाथों से फीते खोल दूंगी
रणजीत : लेकिन तुझे अपने मुंह से ही फीते खोलने पड़ेंगे चिकनी क्योंकि यह मेरा हुक्म है -चल नीचे बैठ और शुरू हो जा
कोई और रास्ता न देख, करिश्मा नीचे जमीन पर गौरव के जूतों के आगे बैठ गयी -उसके पीछे अभी भी रणजीत खड़ा हुआ था और इस सारे तमाशे का मानो निर्देशन कर रहा था
रणजीत ने करिश्मा के नितम्बों पर एक लात मारते हुए कहा : अपने चेहरे को साहब के जूतों के ऊपर ले जाकर फीते खोलने शुरू कर साली
करिश्मा ने अपने होंठों, दांतों और चेहरे का इस्तेमाल करते हुए एक एक करके दोनों जूतों के फीते खोल दिए
गौरव ने अपने जूते को थोड़ा ऊपर उठाकर उसकी नोक को अब करिश्मा के गालों पर फिराते हुए उसके होंठों पर टिका दी और उससे बोला : मुंह खोलो और जूते को अपने मुंह के अंदर लो
करिश्मा : नहीं प्लीज़ यह मत करवाओ प्लीज़
गौरव : मुंह खोल साली, अब कहीं जाकर तो मज़ा आना शुरू हुआ है और तू अब नखरे दिखा रही है
रणजीत भी झुककर अब करिश्मा के पास ही बैठ गया था, उसने करिश्मा के मुंह पर चपत लगाते हुए उसका मुंह खुलवा दिया और गौरव के जूते की नोक करिश्मा के मुंह में घुसेड़ते हुए बोला : इसे साहब का लण्ड समझकर चूस साली
करिश्मा अब गौरव के जूते की नोक को अपने मुंह में लेकर उस पर अपनी जीभ फिरा रही थी
शेष अगले भाग में
Part 18
इंस्पेक्टर गौरव करिश्मा से अपने जूते चटवा ही रहा था कि उसके मोबाइल फोन की घंटी बज उठी।
उसने फोन उठाकर किसी से बात की और जल्दी से फोन बंद करके अपने जूते को करिश्मा के मुंह से निकालते हुए रोहन से कहा : सब लोग यहाँ से भागो। क्राइम ब्रांच की टीम यहाँ रेड मारने के लिए निकल पड़ी है और अगले आधे घंटे में यहाँ पहुंच जाएगी। किसी ने क्राइम ब्रांच में शिकायत की है कि यहाँ यह सेक्स पार्टी चल रही है। वह तो भला हो मेरे दोस्त अभिनब का जो क्राइम ब्रांच में ही है जो उसने समय पर मुझे इस रेड की खबर लीक करके हम सबको बचा लिया।
इंस्पेक्टर गौरव की बात सुनते ही पार्टी में अफरा तफरी सी मच गई और सब लड़कियों ने अपने अपने कपड़े पहन लिए और बाक़ी के लोग भी वहाँ से अपनी जान बचाकर भागने लगे।
रोहन ने रवि से कहा : तुम भी यहाँ से फटाफट निकल जाओ और जाते जाते यह कैमरा भी लेते जाओ। इसमे आज की पार्टी का पूरा वीडियो है। हम लोगों की गैर हाज़िरी में अगर क्राइम ब्रांच वाले यहां आएंगे भी तो उन्हें कुछ भी सुबूत यहां नही मिलना चाहिए
कुछ ही मिनटों में फार्म हाउस पर सिर्फ फार्म हाउस का नौकर रणजीत रह गया और बाकी सब लोग वहाँ से निकल गए।
रवि देर रात को घर वापस आया और कैमरे को अपने पास रखकर सोने की कोशिश करने लगा लेकिन उसे नींद नही आ रही थी क्योंकि उस पर अभी तक सेक्स पार्टी का नशा चढ़ा हुआ था। उसने कैमरे को अपने लैपटॉप से कनेक्ट करके आज की पार्टी की पूरी वीडियो डाऊनलोड कर ली और उसे देखने लगा। हिना की मम्मी रुबिका को नंगा करके रवि ने उसके साथ जो मज़े लिए थे, वीडियो का वह हिस्सा लगभग आधे घंटे का था। रवि ने वीडियो के उस हिस्से को अपने मोबाइल में भी डाऊनलोड कर लिया और फिर उसके बाद वह सो गया।
अगले दिन हर रोज की तरह हिना और रवि स्कूल में पहुंचे क्योंकि वे दोनों एक ही स्कूल में एक ही क्लास में पढ़ते थे।
रवि के दिमाग मे रुबिका के वीडियो को लेकर लगातार शरारत चल रही थी। अभी तक वह हिना को एयरपोर्ट पर उसकी मम्मी रुबिका की तलाशी वाली वीडियो दिखाकर ब्लैकमेल कर रहा था। अब उसके पास रुबिका की ऐसी वीडियो भी थी जिसमे रुबिका को खुद रवि ने नंगा करके उझसे खूब मज़े भी लिए थे और अपना लण्ड भी चुसवाया था। रवि अब हिना को उसकी मम्मी रुबिका के इस नए वीडियो के बल पर कुछ नए लेवल की ब्लैकमेलिंग करने की स्कीम बनाने लगा।
शेष अगले भाग में
PART-19
दो बज चुके थे . स्कूल में लंच ब्रेक चल रहा था. एक घंटे का लंच ब्रेक के बाद वाला पीरियड भी खाली था क्योंकि इंग्लिश के टीचर आज छुट्टी पर थे.
रवि अपने दोस्तों के साथ स्कूल के गार्डन में एक कोने में बैठा गप्पे लगा रहा था-स्कूल गार्डन का यह कोना एकदम एकांत जगह में था और चारों तरफ पेड़ पौधे होने की वजह से यह सबकी नज़रों से ओझल ही रहता था. रवि अपने दोस्तों के साथ अक्सर ही यहां पर मौज़ मस्ती और गप्पे लगाता रहता था क्योंकि उसका और उसके दोस्तों का पढाई में मन तो लगता नहीं था और उनका स्कूल आने का मकसद ही मौज़ मस्ती करना था
गार्डन के कोने में पडी एक बेंच पर रवि अपने दोस्त मोहित, विवेक और दीपक के साथ बैठा हुआ था-सारे दोस्त गप्पें लगा रहे थे और अपने अपने मोबाइल पर पोर्न वीडियो देख देख कर अपने अपने लण्ड को सहला रहे थे
यह सब करते करते दीपक रवि से कहने लगा : यार , हम लोग चार बजे तक क्या इसी तरह यहां बैठे रहेंगे -अभी तो चार बजने में दो घंटे बाकी हैं
मोहित : हाँ , हम लोग बोर हो रहे हैं, कुछ मज़ा नहीं आ रहा है
विवेक : रवि भाई, तेरे पास कुछ जुगाड़ है क्या हम सबकी बोरियत दूर करने का ?
रवि : हाँ यार मेरे पास तो बोरियत दूर करने का बहुत बढ़िया उपाय है लेकिन यहां स्कूल में कभी भी कोई भी आकर हमें डिस्टर्ब कर सकता है
मोहित : नहीं यार, गार्डन के इस हिस्से में कभी कोई नहीं आता है-मैंने तो सुना है कि इस बेंच पर अक्सर लड़के लडकियां सेक्स तक करते हुए पकडे गए हैं
रवि : ठीक है, मुझे कुछ सोचने दो. मेरा लण्ड भी खड़ा होना चाह रहा है
यह कहकर रवि ने अपने मोबाइल से किसी को फोन लगा दिया : मेरे पास आओ-मैं गार्डन में सबसे आखिरी वाले दायीं तरफ के कोने वाली बेंच पर बैठा हुआ हूँ. जल्दी आओ दो मिनट के अंदर
रवि के तीनों दोस्त यह सोच ही रहे थे कि उसने फोन करके आखिर किसको यहां बुलाया है, इतनी ही देर में सबने देखा कि वहां हिना आ गयी थी -उसके हाथ में स्कूल का बैग था.
रवि और उसके तीनों दोस्तों को इस एकांत जगह में देखकर हिना एकदम डर सी गयी थी
रवि उससे बोला : अपना स्कूल बैग एक तरफ साइड से रख दो
रवि और हिना के बीच क्या चल रहा था, इसके बारे में उसके किसी दोस्त को कुछ पता नहीं था -इसलिए सब लोग यह देखकर हैरान थे कि हिना आखिर रवि के कहने पर यहां कैसे आ गयी है और उसकी हर बात को कैसे मानती जा रही है
हिना ने अपना स्कूल बैग साइड से जमीन पर रख दिया तो रवि उससे बोला : इधर आकर मेरे जूते उतार
रवि की इस बात पर हिना के साथ साथ उसके दोस्त भी एकदम चौंक गए थे और वे हिना की तरफ देखे जा रहे थे
हिना : प्लीज़ ...यहां सबके सामने यह सब मत करवाओ
रवि : नखरे मत दिखा साली...तुझे पता है न कि मेरी बात न मानने की क्या सजा है ? आजा और जो मैं कह रहा हूँ वह करती जा. हम लोग यहां बैठे बैठे बोर हो रहे हैं-इसलिए अब हम सब तुझसे मस्ती करके अपनी बोरियत को दूर करेंगे -जल्दी आ और मेरे जूते उतार
हिना ने बेबसी से सबकी तरफ देखा -सब लोग उसे देखकर हलके हलके मुस्कुरा रहे थे. हिना गार्डन की जमीन पर बैठ गयी और रवि के जूतों के फीते खोलने लगी
रवि और हिना के बीच चल रहे इस तमाशे को देखकर उसके दोस्तों के लण्ड एकदम कड़क होकर खड़े हो गए थे -जो खूबसूरत लड़की हिना उन लोगों को घास तक नहीं डालती थी, वह आज यहां आकर रवि के इशारों पर नाच रही है
हिना ने जब रवि के जूतों के फीते खोल दिए तो वह उससे बोला : अब मोज़े भी उतार
हिना ने रवि के पैरों से मोज़े भी उतार दिए
शेष अगले भाग में
PART 20
हिना ने अब रवि के मोज़े भी उतार दिए
रवि : अब अपने हाथ ऊपर करके खड़ी हो जा और जब तक मैं न कहूं अपने हाथ ऊपर करके इसी तरह खड़ी रह
हिना ने अपने दोनों हाथ ऊपर उठा लिए
अब रवि अपने तीनों दोस्तों की तरफ देखता हुआ बोला : तुम लोगों के पास 5 मिनट का समय है -इस चिकनी लौंडिया के साथ जितनी चाहों मस्ती कर सकते हो -यह कुछ नहीं कहेगी और इसी तरह अपने हाथ ऊपर उठाये खड़ी रहेगी
रवि के कहते ही उसके तीनों दोस्त भूखे शेरों की तरह हिना के ऊपर टूट पड़े.
दीपक बेंच से उठकर हिना के पास आया और उसके चेहरे को पकड़कर अपने चेहरे की तरफ लाते हुए उसके होंठों को बेतहाशा चूमने लगा. दीपक हिना के होंठो, गलों और गर्दन को चूम ही रहा था कि इसी बीच मोहित ने भी हिना की स्कर्ट को ऊपर उठा दिया और उसकी चिकनी जाँघों पर हाथ फिराने लगा और उसकी जांघों पर अपने चेहरे को रगड़ते हुए उन्हें चूमने लगा
मोहित और दीपक हिना के बदन से मस्ती ले रहे थे तो विवेक भी कहाँ पीछे रहने वाला था. विवेक बेंच से उठकर आया और हिना के बदन के पीछे उससे चिपककर खड़ा हो गया और उसके मस्त मस्त नितम्बों पर अपनी पैंट में बन रहे टेंट को रगड़ने लगा-अपने दोनों हाथों से उसने हिना के टॉप में कैद मम्मे पकड़ रखे थे जिन्हे वह दबाता सहलाता और मसलता जा रहा था.
हिना के साथ वे तीनों अलग अलग तरह से मौज़ मस्ती कर रहे थे और वह बेबस होकर अपने हाथ ऊपर किये उन सबकी इस मौज मस्ती और जबरदस्ती को सहने के लिए विवश थी
तीनों ने बारी बारी से हिना के साथ खूब मज़े ले लिए -अचानक ही गार्डन में काफी हलचल सी होने लगी -शायद कुछ लोग गार्डन में घुसे थे और इस तरफ ही आ रहे थे.
सब लोगों ने अब हिना को छोड़ दिया और वापस जाकर बेंच पर बैठ गए
तब तक जो लोग गार्डन में घुसे थे, वे सब वापस चले गए थे
हिना अभी भी रवि के सामने अपने हाथ ऊपर उठाये खड़ी थी -उसके तीनों दोस्त उसके बदन को बुरी तरह रौंद चुके थे और बेंच पर बैठे बैठे अपने अपने लण्ड पर हाथ फिरा रहे थे
रवि ने अब हिना से पूछा : क्यों चिकनी, मज़ा आया कि नहीं ?
हिना ने कुछ बोलने की बजाये शर्माते हुए अपना सर हिला दिया
रवि के सभी दोस्त यह देखकर हंसने लगे : अरे यार, इस लौंडिया को तो हमारी जबरदस्ती से मज़ा भी आता है -क्या और करें ?
रवि ( अपने दोस्तों से) : सिर्फ इसे ही नहीं, हर खूबसूरत लड़की को उस समय बहुत मज़ा आता है, जब उसके साथ कोई हमारे जैसा दबंग लौंडा जबरदस्ती करता है
रवि ने यह कहकर हिना की तरफ देखते हुए उससे कहा : इधर मेरे पास आकर खड़ी हो-अब मैं खुद चेक करूँगा कि मेरे इन दोस्तों ने तेरे साथ जो जोर-जबरदस्ती की, उससे तुझे कितना मज़ा आया है
हिना अब रवि के एकदम नज़दीक आकर खड़ी हो गयी
रवि : अपने दोनों हाथों को नीचे करो और अपनी स्कर्ट ऊपर उठाकर खड़ी हो जाओ
हिना ने अपने हाथों से अपनी स्कर्ट को ऊपर उठा लिया
हिना की चिकनी जाँघे अब सबके सामने नुमायश पर लगी हुई थीं.
रवि ने अपने हाथ को हिना की पैंटी के अंदर डाल दिया और उसकी चिकनी चूत पर अपना हाथ फेरते हुए उसे दबाने सहलाने लगा -उसकी चूत से खेलते खेलते ही रवि ने अपनी उंगली उसकी चूत में घुसेड़ दी और उसे आगे पीछे करने लगा
रवि सबकी तरफ देखते हुए बोला : देखों मैंने कहा था न कि इसे तुम लोगों की जोर जबरदस्ती से बहुत मज़ा आया है, मेरी बात एकदम सच निकली -इसकी चूत पूरी तरह गीली हो चुकी है-तुम सब चाहों तो एक बार खुद यहां आकर चेक कर सकते हो
यह सुनते ही हिना रवि को देखकर गिड़गिड़ाने लगी : नहीं प्लीज़ ऐसा मत करो. सबके सामने मुझे इतना ज़लील मत करो. प्लीज़ मुझे अब जाने दो ...अकेले में तुम जो कहोगे मैं सब करुँगी. प्लीज़ नहीं.
रवि : ज्यादा नखरे मत दिखा. मुझे मज़ा आ रहा है ...तू भी मज़े ले और चुपचाप हम सबको खुश करती रह
अब रवि के तीनो दोस्त बारी बारी से हिना के पास आये और अपने हाथ को उसकी पैंटी में घुसेड़कर उसकी चूत में उंगली डालकर मस्ती करने लगे.
सबने अपनी अपनी उंगली उसकी चूत में से निकाल ली थी
रवि ने सबसे कहा : अब यह हम सबकी उंगलियों को अपने मुंह में लेकर साफ़ भी करेगी
उसने हिना से कहा : चल फिर से जमीन पर बैठ और अपना मुंह खोल
हिना जमीन पर अपना मुंह खोलकर बैठ गयी
रवि और उसके तीनों दोस्तों ने एक साथ उसके मुंह में चारों उंगलियां डाल दीं और उन्हें हिना अपनी जीभ फिरा फिरा कर चाटने लगी
बीच बीच में उसके दोस्त अपने मोबाइल में हिना के साथ की जाने वाली इस मौज़ मस्ती के वीडियो भी बनाते जा रहे थे
अपनी उंगलियां चटवाने के बाद उन चारों ने हिना को छोड़ दिया था
रवि ने उससे कहा : इधर आकर मुझे मेरे मोज़े और जूते पहना साली
हिना जमीन पर रवि के पैरों के पास आकर बैठ गयी
रवि ने अपने पैरों को उठाकर हिना के चेहरे पर रगड़ना शुरू कर दिया. हिना के चिकने गालों पर अपने पैरों के तलवे काफी देर तक रगड़ने के बाद रवि उससे बोला : चल अब मेरे तलवों को पांच पांच बार चूम और फिर मुझे मोज़े और और जूते पहना
हिना ने रवि के पैर के दोनों तलवों को अपने नरम गुलाबी होंठों से पांच पांच बार चूमा और फिर उन्हें मोज़े पहनाने के बाद जूते भी पहना दिए
अब स्कूल की घंटी भी बजने लगी थी -इसका मतलब था कि अगला मैथ का पीरियड शुरू होने वाला था. सब लोगों ने अब अपने अपने स्कूल बैग उठाये और क्लास की तरफ जाने लगे
शेष अगले भाग में
PART-21
उधर हिना का बड़ा भाई परवेज़ रवि वर्मा की बहन सोनाली को अपने जाल में पूरी तरह फंसा चुका था
सोनाली और परवेज़ कालेज में बी कॉम के फर्स्ट ईयर में पढ़ते थे
दरअसल परवेज़ सोनाली को बातों बातों में एक दिन कालेज से ही छुट्टी के बाद सिनेमा दिखाने ले गया -सिनेमा हाल में उसने बॉक्स के टिकट लिए थे जहां सिर्फ दो सीटें ही होती हैं- सिनेमा देखते देखते उसने कोल्ड ड्रिंक का आर्डर किया और सोनाली के कोल्ड ड्रिंक में कुछ ऐसी नशीली दवा का पाउडर मिला दिया जिसकी वजह से सोनाली लगभग एक घंटे तक अपने पूरे होश में नहीं रही. इस घंटे के दौरान परवेज़ सोनाली के बदन से जी भरकर छेड़छाड़ करता रहा और उसकी अपने मोबाइल में वीडियो भी बनाता रहा. बॉक्स का दरवाज़ा उसने अंदर से बंद कर लिया था ताकि कोई गलती से भी वहां आकर उन्हें डिस्टर्ब न कर दे.
सोनाली के कपडे भी उसने उतार दिए थे और उसके बदन पर सिर्फ ब्रा और पैंटी ही थी -इस अर्धनग्न अवस्था में उसने सोनाली के बदन का वीडियो बनाया और फिर अपनी पैंट की ज़िप खोलकर अपना लण्ड बाहर निकलकर उसने सोनाली के चेहरे पर रगड़ते हुए और उसके होंठों पर रखते हुए इस तरह वीडियो बना लिया मानो वह परवेज का लण्ड चूस रही हो -इसी तरह परवेज़ ने सोनाली के चेहरे और होंठों को चूमते हुए और उसके मम्मों को दबाते सहलाते हुए भी वीडियो बना ली
लगभग आधे घंटे की मज़ेदार वीडियो बनाने के बाद परवेज़ ने सोनाली को सारे कपडे पहना दिए और उसे साथ सीट पर बिठाकर चुपचाप फिल्म देखने लगा
फिल्म देखते देखते भी वह सोनाली के बदन से अब छेड़खानी करता जा रहा था क्योंकि अब उसे किसी बात का डर नहीं था क्योंकि सोनाली को ब्लैकमेल करने के लिए उसने धमाकेदार वीडियो बना ली थी.
अभी भी एक घंटे की फिल्म बाकी थी. फिल्म में काफी सेक्सी सीन थे जिन्हे देख देखकर परवेज़ का लण्ड बार बार खड़ा हो रहा था -एक सेक्सी डांस इस समय परदे पर चल रहा था और परवेज़ हिना को अपनी गोद में बिठाकर उसके बदन को दबाते सहलाते हुए सेक्सी डांस का मज़ा ले रहा था-इस बीच दवा का असर लगभग ख़त्म हो गया और सोनाली को होश आना शुरू हो गया.
होश में आते ही जब सोनाली ने देखा की उसके बदन को परवेज़ ने अपनी गिरफ्त में ले रखा है और उसे वह मनमाने ढंग से छू छूकर दबा सहला रहा है, तो वह उसकी गिरफ्त में कसमसाती हुई बोली : यह क्या बदतमीजी है परवेज़. छोडो मुझे. तुम यहां मुझे फिल्म दिखाने लाये हो या फिर यह सब करने के लिए ?
परवेज़ : अरे मेरी जान. अभी थोड़ी देर पहले तो तुम मेरी हर बदतमीजी को चुपचाप खुश होकर सहन करती जा रही थीं -अब अचानक क्या हो गया -तुम्हारे जैसी दब्बू लड़कियों को तो इस बात में मज़ा ही आता है कि हमारे जैसे दबंग लौंडे तुम्हारे खूबसूरत बदन को दबाते सहलाते रहें और और तुम्हारे मस्त मस्त मम्मों को मसल मसल कर मनमानी करते रहें.
सोनाली : तुम यह सब क्या बकवास कर रहे हो -मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा है
परवेज़ : सब समझ में आ जाएगा -लो जरा यह वीडियो देखो और खुद समझने की कोशिश करो कि तुम किस तरह से अपना यह खूबसूरत बदन अपनी मर्ज़ी से मेरे हवाले कर चुकी हो
यह कहकर परवेज़ ने अपना मोबाइल खोलकर वीडियो चलाकर सोनाली को पकड़ा दिया और सोनाली वीडियो को देखने लगी
पूरा वीडियो देखने के बाद सोनाली एकदम चिल्ला कर बोली : यह सब तुमने क्या किया है मेरे साथ -प्लीज़ मुझे बताओ कि यह सब क्या है ? इस वीडियो को डिलीट कर दो प्लीज़
परवेज़ : यह वीडियो मैंने डिलीट करने के लिए नहीं बनाया है बल्कि तुझे ब्लेकमेल करके अपनी हर जायज़ नाजायज़ बात मनवाने के लिए बनाया है
सोनाली : नहीं प्लीज़ मेरे साथ ऐसा मत करो. मैंने तुम्हारा क्या बिगाड़ा है . मेरे साथ तुम ऐसा क्यों कर रहे हो ? इस वीडियो को डिलीट कर दो प्लीज़
परवेज़ : देख फिलहाल तो तू मेरी टांगों के बीच में आकर जमीन पर बैठ और मेरा लण्ड चूस -फिल्म में लगातार सेक्सी सीन आ रहे हैं और इन्हे देख देखकर मेरा लण्ड एकदम खड़ा होकर बेकाबू हो चुका है- चल इधर आ और मेरा लण्ड अपने मुंह में लेकर चूसना शुरू कर दे
सोनाली : नहीं यह मुझसे नहीं होगा
परवेज़ : फिर मैं यह वीडियो, कालेज के फ्रेंड्स ग्रुप में फॉरवर्ड कर देता हूँ - वे सब लोग अपने अपने फ्रेंड्स ग्रुप में इसे फॉरवर्ड कर देंगे. यह वीडियो जल्द ही वायरल हो जाएगा और तू बहुत जल्दी फेमस हो जाएगी
सोनाली : नहीं नहीं ऐसा मत करो मैं तुम्हारा ....
परवेज़ : हाँ , रुक क्यों गयी मेरी जान. पूरा बोल क्या बोल रही थी
सोनाली : मैं तुम्हारा लण्ड....
परवेज़ : हाँ मेरी जान बोलो, रुको मत नहीं तो यह वीडियो नहीं रुकेगा और आगे फॉरवर्ड हो जाएगा
सोनाली : मैं तुम्हारा लण्ड चूसने के लिए तैयार हूँ. इस वीडियो को कहीं फॉरवर्ड मत करो प्लीज़
परवेज़ : यही तो मैं कह रहा हूँ कि तुम मेरी हर बात को चुपचाप मानती जाओ और यह वीडियो सिर्फ मेरे पास ही रहने दो -अब आओ और मेरा लण्ड अपने मुंह में लेकर उसे चूसो।
सोनाली परवेज़ की दोनों टांगों के बीच घुटनों के बल बैठ गयी
परवेज़ ने अपना मोबाइल उठा लिया और वीडियो बनाने लगा : चल मेरी ज़िप खोलकर लण्ड बाहर निकाल और उसे अपने मुंह में ले ले
सोनाली ने ज़िप खोलकर लण्ड बाहर निकाला और उसे अपने मुंह में लेकर चूसने लगी. परवेज़ फिल्म देखते हुए सोनाली के इस हॉट ब्लो जॉब की वीडियो बनाने लगा
सोनाली ने लण्ड चूसा भी और उसके बाद उसके लण्ड को चाट चाट कर साफ भी किया- परवेज़ सोनाली के इस पूरे सेक्सी ब्लो जॉब की वीडियो बनाता रहा
जब सोनाली परवेज़ का लण्ड चूसकर अपनी सीट पर बैठकर बची हुई फिल्म देखने लगी तो परवेज़ उससे बोला : अब अगर तुझे इस ब्लेकमेल से बचना है तो तुझे मुझसे शादी करनी पड़ेगी. हम लोग तुम्हारे घर शादी का प्रस्ताव लेकर आएंगे -अगर तुमने हमारी शादी का प्रस्ताव मंजूर कर लिया तो ठीक है, वरना यह वीडियो जब तक मेरे पास है, तुम मेरे इशारों पर मेरी एक सेक्स स्लेव बनकर सारी जिंदगी नाचती रहोगी -अगर तुम मेरी वाइफ बन गयीं तो तुम्हे इस ब्लेकमेल से छुटकारा मिल जाएगा क्योंकि मैं अपनी वाइफ को तो ब्लेकमेल करूँगा नहीं, यह तुम भी समझती हो. कल संडे है-मेरे मम्मी पापा तुम्हारे घर मेरी और तुम्हारी शादी का प्रस्ताव लेकर आएंगे -अब यह तुम्हे देखना है कि आगे क्या करना है
फिल्म ख़त्म हो चुकी थी
सोनाली परवेज़ के साथ ही उसकी बाइक पर बैठकर अपने घर आ गयी थी. दोनों का घर पास-पास ही था. बाइक से उतरकर सोनाली अपने घर चली गयी और परवेज़ अपने घर आ गया
शेष अगले भाग में ....
Part 22
अगले दिन फ़िरोज़ खान और रुबिका अपने पड़ोस में रहने वाले रवि वर्मा और सोनाली वर्मा के मम्मी पापा से मिलने उनके घर पहुंच गए और उन्हें अपने आने का कारण भी बताया।
रवि और सोनाली के पापा महेश वर्मा स्टेट बैंक में मैनेजर थे। उनकी उम्र लगभग 40 साल की थी। उनकी पत्नी अंजली बेहद खूबसूरत और गोरी थी और 37 साल की उम्र में भी उसने अपने बदन की खूबसूरती, कसाव और फिगर को बरकरार रखा हुआ था।
शादी को लेकर बड़ी अड़चन इस बात की वजह से आ रही थी कि सोनाली हिन्दू और परवेज़ मुस्लिम परिवार से थी।
बात को बिगड़ते देख फ़िरोज़ खान ने चालाकी और मक्कारी दिखाते हुए सोनाली के मम्मी पापा से कहा : भाई साहब आजकल के बच्चों से गलती तो हो ही जाती है। हमारे परवेज़ की शादी तो कहीं न कहीं हो ही जाएगी लेकिन आपकी बेटी जो कि परवेज़ के बच्चे की माँ बनने वाली है, उसे शायद दूसरा लड़का मिलने में दिक्कत हो सकती है।
फ़िरोज़ खान का यह सफेद झूठ एकदम काम कर गया और सोनाली और परवेज़ की शादी हिन्दू रीति रिवाज के साथ आनन फानन में कर दी गई।
सोनाली अब परवेज़ के यहाँ आ गई थी। उसकी आज सुहागरात थी। हिना ने भी अपनी भाभी सोनाली को सुहागरात के लिए बिल्कुल तैयार करके उसे उसके कमरे में घूंघट करके बिस्तर पर बिठा दिया था।
रात को दस बजे परवेज़ कमरे में घुसा तो सोनाली साड़ी के घूंघट में बिस्तर पर बैठी हुई थी। परवेज़ ने कमरे को अंदर से बंद कर लिया और बिस्तर के सामने पड़े सोफे पर बैठते हुए सोनाली से बोला : बिस्तर से उठकर मेरे पास आओ
सोनाली शर्माते हुए बिस्तर से उठी और परवेज़ के सामने आकर खड़ी हो गईं।
परवेज़ : साड़ी उतारो
सोनाली ने लाल रंग की बनारसी साड़ी उतार दी
साड़ी उतरते ही सोनाली का खूबसूरत बदन ब्लॉउज़ और पेटीकोट में कसा हुआ परवेज़ के सामने था। परवेज़ का लण्ड खड़ा हो चुका था।
परवेज़ : ब्लॉउज़ और पेटीकोट भी उतारो
सोनाली ने धीरे धीरे ब्लॉउज़ और पेटीकोट भी उतार दिए। उसके बदन पर अब ब्रा और पैंटी बची थी और काफी सारे जेवरात भी उसके बदन पर नज़र आ रहे थे।
परवेज़ उसके बदन की खूबसूरती देखकर अपने लण्ड पर हाथ फिराते हुए बोला : सब कुछ उतारो। सारे जेवरात भी उतारो। मुझे तुम्हारा बदन एकदम नंगा चाहिए। तुम्हारे कोरे बदन को जब मैं अपने हाथों से सहलाऊँ तो कुछ भी बीच मे नही आना चाहिये। चलो शुरू हो जाओ
सोनाली ने एक एक करके अपने सारे जेवर उतारे और फिर बहुत शर्माते हुए अपनी ब्रा और पैंटी भी उतार दी।
परवेज़ ने एक नज़र ने उसके खूबसूरत और सेक्सी नंगे बदन को ऊपर से नीचे तक जी भरकर देखा-उसका खूबसूरत गोरा चेहरा, गुलाबी होंठ, मस्त मस्त मखमली मम्मे, चिकना समतल पेट, पतली चिकनी कमर और केले जैसी चिकनी और सुडौल जाँघे किसी को भी बेकाबू करने के लिए काफी थीं।
परवेज़ : यह हार क्यों पहना हुआ है, इसे भी उतारो
सोनाली : यह मंगलसूत्र है, इसे नही उतारा जाता है। यह हमारे सुहाग की निशानी है।
परवेज़ ( हंसते हुए) : यह सब हमारे यहाँ नही होता है। वैसे भी कल हम तुम्हारा धर्म परिवर्तन करवाकर काज़ी को बुलाकर अपनी रीति रिवाज से तुम्हारा निकाह करवाने वाले है। चलो इस मंगल सूत्र को भी उतारो।
सोनाली ने न चाहते हुए भी अपना मंगलसूत्र भी उतार दिया और अपने एक हाथ से अपने मम्मे और दूसरे हाथ से अपने चिकने योनि प्रदेश (चूत)को ढंककर खड़ी हो गई।
परवेज़ : अपने दोनों हाथ ऊपर उठाओ और अपने बदन को धीरे धीरे गोल गोल घुमाओ।
सोनाली ने अपने दोनों हाथ ऊपर उठा लिए और धीरे धीरे गोल गोल घूमने लगी।
काफी देर तक परवेज़ सोनाली के बदन की इस तरह से नुमायश देखता रहा और अपना लण्ड सहलाता रहा
शेष अगले भाग में
Part 23
परवेज़ सोनाली के निर्वस्त्र खूबसूरत बदन को गोल गोल घूमते हुए देख रहा था। दोनों हाथ ऊपर उठे होने की वजह से उसके सीने के मस्त मम्मे एकदम टाइट हो गए थे। इससे पहले कि परवेज़ कुछ और करता, उसके दरवाज़े पर किसी ने दस्तक दी।
रात के 11 बजे थे। परवेज़ को समझ नही आया कि इस समय कौन आया होगा। हिना और सलीम तो आम तौर पर इस समय तक सो जाते हैं। मम्मी पापा भी 9 बजे ही सो जाते हैं।
जब दरवाज़े पर दुबारा दस्तक हुई तो परवेज़ ने सोनाली से सख्त आवाज़ में कहा : तू अपने खूबसूरत बदन को बिना रुके ऐसे ही घुमाती रह
यह कहकर वह दरवाज़ा खोलने के लिए बढ़ा लेकिन दरवाज़ा खोलने से रोकते हुए सोनाली उझसे बोली : प्लीज़ मुझे कपड़े पहनने दीजिये। बाहर पता नही कौन है ?
परवेज़ : ऐसे ही नंगी होकर नाचती रह रंडी, सेक्सी लग रही है। मुझसे मिलने जो भी आया है, उसे भी यह मालूम होना चाहिये कि तेरी मेरे आगे क्या औकात है ।
यह कहक़र परवेज़ ने अपने कमरे का दरवाजा खोल दिया
दरवाज़ा खोलते ही परवेज़ का बड़ा भाई सलीम एक कैमरा हाथ मे लेकर अंदर आ गया और कमरे के दरवाजे को अंदर से बंद करता हुआ बोला : भाई, मुझसे कंट्रोल नही हो रहा था, जब से मैंने इस चिकनी को देखा है, मेरा लण्ड बेकाबू हुए जा रहा है।
सोनाली उन दोनों को एक साथ देखकर एकदम सकपका गई और शर्माकर अपने कपड़े पहनने लगी।
परवेज़ ने उसे डांटते हुए कहा : तुझसे कपड़े पहनने के लिए किसने कहा साली ? जब तक मैं ना कहूँ अपने हाथ ऊपर उठाकर गोल गोल घूमती रह। चल शुरू हो जा।
सोनाली हाथ ऊपर उठाएं बेबस होकर अपने खूबसूरत सेक्सी कोरे बदन को घुमा घुमाकर उसकी नुमायश करने लगी।
सलीम और परवेज़ सोफे पर बैठकर उसका यह सेक्सी शो देखने लगे
सलीम अपने साथ लाये कैमरे में सोनाली के इस सेक्सी शो का वीडियो बनाते हुए कहने लगा : साली एकदम मस्त माल है, तूने अभी तक इसे चखा है या अभी तक इसके मस्त बदन की नुमायश देखकर ही अपना मन बहला रहा है ?
परवेज़ : नही भाई, अपना लण्ड तो मैं इससे शादी के पहले ही चुसवा चुका हूं।बहुत मस्त लंड चूसती है यह रंडी
जिस तरह से सलीम और परवेज़ सोनाली के नंगे बदन को देखकर उसके बारे में भद्दी बातें कर रहे थे, उसकी वजह से सोनाली का चेहरा शर्म और ज़लालत से एकदम लाल हो गया था। उसने कभी यह कल्पना भी नही की थी कि सुहागरात वाले दिन ही उसे दोनों भाईयों के सामने इस तरह से अपने नंगे बदन की नुमायश करनी पड़ेगी।
सलीम लगातार वीडियो बना रहा था और बोल रहा था : क्या गज़ब का माल है- केले जैसी चिकनी जाँघे, सुडौल नितंब, पतली चिकनी क़मर, समतल चिकना पेट और मक्खन मलाई जैसे मम्मे। ऐसी खूबसूरत और सेक्सी लड़कियाँ हमारे जैसे दबंग लौंडों को खुश करने के लिए ही पैदा होती हैं।
सोनाली ने अब अपने बदन को गोल गोल घुमाना बंद कर दिया और बोली : अब मैं बहुत थक गई हूं। मुझसे खड़ा भी नही हुआ जा रहा है।
यह कहकर वह कमरे के फर्श पर ही सलीम और परवेज़ के पैरों के पास बैठ गई।
शेष अगले भाग में
Part-24
सलीम का लण्ड खड़ा हो चुका था। उसने परवेज़ से कहा : भाई जरा तुम यह कैमरा पकड़कर वीडियो बनाओ। मैं कुछ देर इस चिकनी के साथ मज़े लेना चाहता हूं।
परवेज़ कैमरा हाथ मे पकड़कर बैठ गया और सलीम के अगले कदम का इंतज़ार करने लगा।
सलीम काले रंग के नुकीले जूते पहने हुआ था। उसने अपने पैरों के पास बैठी निर्वस्त्र सोनाली की तरफ देखा। सोनाली ने शर्म की वजह से अपना चेहरा झुकाया हुआ था और वह उन दोनों से ही अपनी नज़रें बचा रही थी।
सलीम ने अपने जूते की नोक को सोनाली की ठोड़ी के नीचे रखकर उसके चेहरे को ऊपर उठाया और बोला : मेरी तरफ देख और जो मैं कहूँ चुपचाप वही करती जा
सोनाली सलीम की तरफ देखने लगी
सलीम ने अपने जूते की नोक को सोनाली के चेहरे पर फिराना शुरू कर दिया। चेहरे पर काफी देर तक जूते की नोक फिराने के बाद सलीम ने अब अपने जूते की नोक को उसके होंठों पर फिराना शुरू कर दिया। परवेज़ लगातार इस सारे खेल की वीडियो बना रहा था।
सलीम जूते की नोक को उसके होंठों पर फिराते फिराते अचानक उझसे कड़क आवाज़ में बोला : मुंह खोल और जूते की नोक को मुंह मे लेकर अपनी जीभ से चाट।
सोनाली को अब लग रहा था कि अब कुछ पानी सर के ऊपर से निकल रहा है, उसने अपना सर हिलाते हुए सलीम की बात को मानने से मना कर दिया और अपने हाथ से उसके जूते की नोक को अपने चेहरे से हटा दिया।
परवेज़ और सलीम को सोनाली की इस हिमाकत पर गुस्सा तो काफी आया लेकिन सलीम ने परवेज़ की तरफ देखकर हंसते हुए कहा : भाई तू तो बस वीडियो बनाता रह। इसके साथ क्या खेल करना है, वह सब मुझ पर छोड़ दे।
सलीम अब सोनाली से बोला : हरामजादी अब तुझे मेरा हुक्म न मानने की सज़ा मिलेगी। चल खड़ी हो जा
सोनाली डरी सहमी सी खड़ी हो गयी
सलीम ने एक बार फिर से उसके नंगे मस्त बदन को जी भरकर देखा और उससे बोला : चल अपने कान पकड़ और गिनती बोलते हुए 100 उठक बैठक लगाकर दिखा
सोनाली ने कान पकड़ लिए और गिनती बोलते हुए उठक बैठक लगाने लगी
सलीम ने अपने हाथ को उसकी टाँगों के बीच मे उसकी चिकनी चूत पर हाथ फिराते हुए कहा : अपनी टाँगों को फैलाकर रख
अपनी टाँगों को फैलाकर उठक बैठक लगाने में सोनाली को बहुत दिक्कत हो रही थी लेकिन वह बेबस थी और सलीम की हर बदमाशी को सहने के लिए मजबूर थी। अभी तक वह 20 उठक बैठक ही लगा पाई थी।
सलीम आराम से मुस्कुराते हुए सोनाली की तरफ देखता हुआ परवेज़ की जांघ पर हाथ मारता हुआ बोला : कुछ समझ मे आया तुझे भाई ?
परवेज़ : नही भाई
सलीम : अरे भाई, मैं तुझे यह समझाना चाहता हूं कि औरतों को पहली रात से ही उनकी औकात बता देनी चाहिए । हर औरत को पहले दिन से ही इस बात का पूरा अहसास हो जाना चाहिए कि वह मर्दों के पैरों की जूती है और इससे ज्यादा उसकी कोई औकात नही है। मैं भी इस चिकनी को उसकी औक़ात ही समझा रहा हूँ।
सोनाली अब तक 50 उठक बैठक लगा चुकी थी। उसकी हालत से लग रहा था कि वह अब बिल्कुल पस्त हो चुकी थी। वह अचानक जमीन पर फिर से ढेर हो गयी और बोली : अब मुझसे कुछ नही होगा। मैं बहुत थक गई हूं।
सलीम का लण्ड उसकी पैंट में बहुत बड़ा टेंट बनाकर खड़ा हुआ था। उसने अपने खड़े लण्ड पर हाथ फिराते हुए सोनाली से कहा : इधर आकर मेरे जूते को अपने हाथों में उठा और उसकी नोक को अपने मुंह मे लेकर उसे अपनी जीभ से चाट।
सोनाली ने सलीम के आगे झुकते हुए उसके जूते को उठाकर अपने हाथों में ले लिया और उसकी नोक को अपने होंठों के बीच मे लेकर उस पर अपनी जीभ फिराने लगी।
परवेज़ और सलीम मज़े लेते हुए सोनाली की तरफ देख रहे थे
परवेज़ वीडियो बनाते हुए सलीम से बोला : भाई यह सब देखकर ही मेरा लण्ड बेकाबू हुआ जा रहा है। इसका मतलब हम इस सेक्सी चिकनी से अपनी कोई भी बात मनवा सकते हैं।
सलीम : चल देर से ही सही, तुझे यह बात तो समझ मे आ गयी। यही बात समझाने के लिए मैं आज पहली ही रात तेरे कमरे में घुस आया। पहली ही रात को हर औरत को उसकी औक़ात बताकर उसे अपने कंट्रोल में लेना होता है। बस एक बार औरत कंट्रोल में आ गई फिर पूरी जिंदगी मौज़ ही मौज़ है।
शेष अगले भाग में
Part-25
अपने दोनों जूतों की नोक को सोनाली से चटवाने के बाद सलीम ने सोनाली को हुक्म दिया : अब घोड़ी बनकर इधर मेरे नज़दीक आ और मेरे लण्ड को अपने मुंह मे लेकर मुझे खुश कर
सोनाली घोड़ी बनकर सलीम के नज़दीक आ गयी। उसके दोनों हाथ और पैर जमीन पर टिके हुए थे और चेहरा सलीम की दोनों टाँगों के बीच मे था। सलीम ने अपनी पैंट की ज़िप खोलकर अपने खड़े लण्ड को बाहर निकाला और उसे सोनाली के गालों और होंठों पर फिराने के बाद बोला : मुंह खोल और इसे अंदर लेकर चूस
सोनाली सलीम के मोटे और लंबे लण्ड को अपने मुंह मे लेकर उस पर अपनी जीभ फिराने लगी। सलीम एकदम जन्नत का मज़ा लूट रहा था। उसने परवेज़ की तरफ देखकर कहा : इस कैमरे को ऐसे ही चालू करके टेबल पर रख दे और तू भी अपने लण्ड को इस लौंडिया के पिछवाड़े में डाल कर जी भरकर मौज़ मस्ती कर।
परवेज़ अपने बड़े भाई सलीम का इशारा समझ गया। वह सोफे से उठकर एक स्टूल पर सोनाली के पिछवाड़े वाले हिस्से पर बैठ गया और सोनाली के मस्त मस्त सुडौल नितंबों को सहलाने थपथपाने लगा। उसके नितंबों से काफी देर तक खेलने के बाद परवेज़ सोनाली से बोला : टाँगे खोल अपनी
सोनाली के टाँगे खोलते ही परवेज़ ने अपना लंबा मोटा लण्ड सोनाली के पिछवाड़े में घुसेड़ दिया
सलीम और परवेज़ दोनों ने बारी बारी से सोनाली को आगे पीछे से पेलने के बाद उससे कहा : चल अब सीधे होकर बिस्तर पर पैर खोलकर लेट जा, अब तेरी चूत की चुदाई की जाएगी
सोनाली अब तक वैसे ही बहुत थक चुकी थी।
वह बिस्तर पर जाकर सीधी होकर लेट गयी
सलीम और परवेज़ ने अपने अपने सारे कपड़े उतार फेंके थे
दोनों सोनाली के बदन से जबरन खिलवाड़ कर करके मौज़ मस्ती कर रहे थे
परवेज़ ने सलीम से कहा : भाई आप बड़े हो,पहले आप ही इसे पेलो और मज़े लो
सलीम ने अब सोनाली के बदन को चूमते सहलाते हुए उसकी गीली हो रही चूत में अपना लण्ड डाल कर उसकी चुदाई शुरू कर दी। सोनाली एकदम कच्ची कली थी इसलिए बहुत जोर से चीखी चिल्लाई लेकिन सलीम अपने होंठों में उसके होंठों को इस तरह लेकर चूम रहा था कि उसकी सारी चीख चिल्लाहट दब कर रह गई।
सलीम इस बात से ही बहुत उत्तेजित था कि सोनाली जैसी कच्ची कली को पहली बार वह चोद रहा था। क्लाइमेक्स आते ही सलीम ने अपना लण्ड बाहर निकाला और परवेज़ से बोला : बहुत मजेदार और करारा माल है साली, तू भी अपना लण्ड डालकर जी भरकर मौज़ मस्ती कर ले।
सलीम ने अपने कपड़े पहनने शुरू कर दिए और परवेज़ सोनाली के मस्त बदन से खिलवाड़ करते हुए उसे चोदने लगा।
सोनाली के साथ मौज़ मस्ती करते करते रात के 2 बज गए थे।
सलीम अब परवेज़ और सोनाली को छोड़कर कमरे से बाहर जाने लगा और जाते जाते बोला : अब तुम सब आराम करो। कल बहुत सारी रस्मे होनी है। काज़ी साहब सुबह 11 बजे ही आ जाएंगे। पहले धर्म परिवर्तन की रस्म अदा की जाएगी, उसके बाद पाकीज़गी की रस्म अदा होगी और सबसे आखिर में निकाह की रस्म अदा की जाएगी।
शेष अगले भाग में
Part 26
अगले दिन सुबह 11 बजे काज़ी साहब पहुंच गए। उनके साथ उनके दो असिस्टेंट ज़फर और असलम भी आये थे।
काज़ी साहब ने आते ही कहा : जिस हिन्दू लड़की का निकाह होना है, पहले उसका धर्म परिवर्तन किया जाएगा और फिर उसकी पाकीज़गी की रस्म अदा की जाएगी। यह सब करने में हम लोगों को 2 से 3 घंटे का समय लग सकता है। उस लड़की को हमारे सामने पेश करो।
मेहमानों वाला एक कमरा काजी साहब को अपनी रस्मे पूरी करने के लिए दे दिया गया था।
कमरे में डबल बेड, सोफा सेट, कुर्सियां आदि सभी जरूरत का सामान था और अंदर अटैच्ड वाशरूम भी था।
काज़ी साहब अपने असिस्टेंट ज़फर और असलम के साथ कमरे में आकर सोफे पर बैठ गए और वहाँ सोनाली के आने का इंतज़ार करने लगे।
काज़ी साहब की उम्र तकरीबन 50 साल के आसपास थी और ज़फर और असलम दोनों 24 -25 साल के नौजवान थे
कुछ ही देर में हिना सोनाली को लेकर काज़ी साहब के पास आ गई।
काज़ी ,ज़फर और असलम ने एक नज़र सोनाली पर डाली और फिर हिना से बोले : ठीक है,अब तुम जाओ। हमे इस लड़की का धर्म परिवर्तन और पाकीज़गी की रस्म पूरा करने में तकरीबन 3 घंटे का समय लगेगा। इस दौरान हम लोगों को कोई डिस्टर्ब नही करेगा।
हिना सोनाली को वहाँ छोड़कर वापस आ गयी
हिना के जाने के बाद काज़ी सोनाली से सख्त लहजे में कडककर बोला : दरवाज़े को अंदर से बंद करो
काज़ी की रौबीली आवाज़ सुनकर सोनाली ने जल्दी से दरवाज़े को अंदर से बंद कर लिया।
सोनाली ने इस समय हरे रंग की शिफॉन की साड़ी और मैचिंग ब्लॉउज़ और पेटीकोट पहना हुआ था जिसमे वह बेहद खूबसूरत और सेक्सी लग रही थी। साड़ी में उसकी मस्त फिगर भी नज़र आ रही थी और उसके चिकने पेट, नाभि, पतली कमर की भरपूर झलक भी उन तीनों को मिल रही थी। तीनों के लण्ड सेक्सी सोनाली को देखकर तनकर खड़े हो चुके थे।
काज़ी और उसके असिस्टेंट अक्सर यह तमाशा करते रहते थे और उन्हें यह अच्छी तरह मालूम था कि लड़कियों से सख्त और रौबीली आवाज़ में बात करने से ही वे उनके हुक्म की तामील ठीक से करती हैं। काज़ी के अस्सिटेंट ज़फर और असलम तो अव्वल दर्जे के बदमाश थे और लड़कियों पर पूरी दबंगई का इस्तेमाल करते थे।
काज़ी ,ज़फर और असलम सोफे पर बैठे हुए थे
काज़ी सोनाली से बोला : चल इधर आकर खड़ी हो हमारे सामने
सोनाली उन तीनों के सामने जाकर खड़ी हो गई
काज़ी : क्या नाम है तेरा ?
सोनाली : जी सोनाली वर्मा
काज़ी : हम तीनों मिलकर आज तेरा धर्म परिवर्तन करके तुझे मुस्लिम बना देंगे और फिर तेरा नाम सोनाली खान हो जाएगा। अब तुझसे जो भी सवाल किया जाए उसका सही सही जबाब देना है। समझी ?
सोनाली : जी समझ गयी
काज़ी : फिर यह बता कि शादी से पहले तेरे बदन को किसी मर्द ने छुआ है या नही ?
सोनाली को कुछ समझ नही आया कि क्या जबाब दे क्योंकि उसे पता था कि परवेज़ ने शादी से पहले ही सिनेमा हाल में काफी बदतमीजी की थी।
सोनाली : जी नही, शादी से पहले किसी मर्द ने मुझे नही छुआ
ज़फर : शादी के बाद कितने मर्दों ने तेरे बदन को छुआ है, यह बता
ज़फर के सवाल पर सोनाली का चेहरा शर्म और ज़लालत से एकदम लाल हो गया लेकिन फिर भी वह झूठ बोली : शादी के बाद बस मेरे पति ने ही मुझे छुआ है।
काज़ी : ठीक है, तुम सच बोल रही हो या झूठ बोल रही हो, हम इसकी भी जांच करते है। असलम जरा चेक करो कि यह लौंडिया सच बोल रही है या झूठ।
असलम की पैंट में उसका लण्ड बहुत बड़ा टेन्ट बना चुका था। अपने लण्ड पर हाथ फेरते हुए वह सोफे से उठकर सोनाली के पास आकर खड़ा हो गया और उससे बेहद रौबीली आवाज़ में बोला : चल अपने दोनों हाथ ऊपर उठा
शेष अगले भाग में
Part-27
सोनाली ने अपने दोनों हाथ ऊपर उठा लिए।
असलम ने सोनाली के साड़ी के पल्लू को अपने हाथ मे पकड़ा और एक ही झटके में उसकी साड़ी को उसके बदन से अलग करके एक ओर फेंक दिया।
सोनाली के बदन पर अब ब्लॉउज़ और पेटीकोट बचे थे
असलम सोनाली के पीछे उसके बदन से सटकर खड़ा हो गया और अपने दोनों हाथों को आगे लाकर उसके चिकने समतल पेट पर फिराने लगा। उसका खड़ा लण्ड सोनाली के मस्त मस्त नितंबों से चिपका जा रहा था।
काज़ी और ज़फर सोफे पर बैठे अपने अपने लण्ड को सहलाते हुए असलम के द्वारा सोनाली के साथ की जा रही इस बदमाशी को इस तरह से देख रहे थे मानो कोई पोर्न फिल्म देख रहे हों।
काज़ी : साली बहुत मस्त माल है। यह नही हो सकता कि शादी से पहले किसी ने इसे चखा न हो।
ज़फर : आप ठीक कह रहे हैं। यह झूठ बोल रही है कि शादी से पहले किसी मर्द ने इसे नही छुआ है। मुझे तो लगता है कि शादी से पहले और बाद में कई मर्दों ने इसकी मस्त जवानी को लूटा है।
सोनाली को उन तीनों की यह बातें बहुत भद्दी, बेहूदा और ज़लील करने वाली लग रही थी। उसने अपने हाथ नीचे कर लिए और अपने आप को असलम की पकड़ से छुड़ाते हुए विरोध करती हुई कहने लगी : यह आप सब लोग क्या बदतमीजी कर रहे हैं। यह कैसी रस्म है। मुझे यह सब नही करना है।
इससे पहले कि काज़ी या ज़फर कुछ बोल पाते, असलम ने सोनाली के गालों पर 2 थप्पड़ जड़ते हुए कहा : हाथ ऊपर उठा। अब तक मैंने कोई बदतमीजी नही की थी लेकिन अब तुझे यह पता चलेगा कि बदतमीजी कैसे की जाती है।
सोनाली ने डर कर फिर से अपने हाथ ऊपर कर लिए।
ज़फर : असलम भाई इसे नंगा करके खड़ा कर दे। साली रंडी बड़े नखरे दिखा रही है।
असलम : ज़फर भाई, तुम भी आ जाओ। काम जल्दी निपट जाएगा।
काज़ी : नही नही, असलम पहले तुम अकेले ही इसकी जवानी के मज़े लूटो। उसके बाद ज़फर भी इसकी चैकिंग करने के बहाने इससे जी भरकर मज़े लेगा। ज़फर तुम फिलहाल अपना कैमरा लेकर इसकी वीडियो बनानी शुरू कर दो। हम यहां क्या कर रहे हैं, उसका वीडियो नही बनाया तो हम लोगों को क्या बताएंगे कि हमने क्या किया है।
ज़फर ने अपने बैग में से कैमरा निकाल लिया और वीडियो बनाने लगा।
असलम फिर से सोनाली की पीठ से चिपककर खड़ा हो गया था और अपने दोनों हाथों से उसके ब्लॉउज़ में कैद मम्मे दबाते हुए अपने चेहरे को उसकी गर्दन पर रगड़ रगड़ कर उसे बेतहाशा चूम रहा था।
काज़ी : असलम इसकी ब्लॉउज़ निकाल दे
असलम ने सोनाली की ब्लाउज़ खोलकर नीचे गिरा दी और ब्रा में कैद उसके मम्मे दबाने सहलाने लगा।
काज़ी : पेटीकोट भी खोल दो। पूरा नंगा कर दो इसे
असलम ने सोनाली के पेटीकोट का नाड़ा खोल दिया। उसका पेटीकोट सरककर नीचे जमीन पर खिसक गया।
सोनाली के खूबसूरत जिस्म पर अब सिर्फ एक ब्रा और पैंटी बची थी
काज़ी : बाकी के कपड़ें भी उतार कर इसे बिल्कुल नंगा करो, तभी ठीक से चैकिंग हो पाएगी।
सोनाली : बस करो, अब और कपड़े मत उतारो प्लीज़। बहुत शर्म आ रही है मुझे
ज़फर : चुप साली। जितना तू शर्माएगी हमे उतना ही मज़ा आएगा।
असलम ने सोनाली की ब्रा और पैंटी उतारकर उसे बिल्कुल नंगा कर दिया था। हाथ ऊपर उठे होने की वजह से वह अपने हाथों से कुछ छिपाने की स्तिथि में नही थी।
ज़फर : असलम भाई, जरा आप हटकर खड़े हो जाओ। इसके बदन की दो मिनट की वीडियो बनानी है।
असलम सोनाली को छोड़कर साइड में हो गया तो ज़फर सोनाली से बोला : चल अपने बदन को गोल गोल घूमकर चारों तरफ से दिखा।
सोनाली अपने हाथ उठाये हुए अपने बदन को गोल गोल घुमाने लगी और ज़फर उसकी इस हालत में वीडियो बनाने लगा और बोलने लगा : लौंडिया का एक एक अंग तराशा हुआ लग रहा है। पता नही कितने दबंग लौंडों ने इसका मुंह खुलवाकर अपना केला इसे खिलाया होगा।
शेष अगले भाग में
Part 28
काजी : असलम अब तुम इस लौंडिया के बदन की चैकिंग शुरू करो और यह पता लगाओ कि यह सच बोल रही है या झूठ
असलम ने काज़ी का इशारा मिलते ही सोनाली के नंगे खूबसूरत बदन पर अपने हाथ फिरा फिरा कर दबाना सहलाना शुरू कर दिया।
सोनाली के सीने की दोनों गोलाइयों को असलम बहुत मज़े लेते हुए दबाने सहलाने लगा
काज़ी : क्या लगता है, पहले किसी मर्द ने इसके बदन को मसला है कि नही ?
असलम एकदम बौरा सा गया था, बोला : नही काज़ी साहब एकदम ताज़ा माल लग रही है साली, जहां भी हाथ फेरो, हाथ फिसल रहा है
ज़फर : हाँ लौंडिया एकदम चिकनी है इसमें तो कोई शक नही है
काज़ी : इसकी जांघों को सहलाओ
असलम ने सोनाली की चिकनी संगमरमरी जांघों को अपने हाथों से सहलाते हुए काज़ी से कहा : मुझे तो यह एकदम अनछुई और कच्ची कली लग रही है।
काज़ी : यह कच्ची कली है कि नहीं, यह भी चेक करो
असलम ने सोनाली की चिकनी चूत को काफी देर तक सहलाया और फिर उसकी चूत में अपनी उंगली डाल कर उसे आगे पीछे करने लगा।
ज़फर : क्या लग रहा है असलम भाई
असलम : साली पूरी तरह से गीली हो चुकी है। लगता है इसे भी हमारी इस दबंगई में खूब मजा आ रहा है
काज़ी : क्यों लड़की, तुझे मज़ा आ रहा है या नही ?
सोनाली कुछ नही बोली तो काज़ी को गुस्सा आ गया। काज़ी असलम से बोला : जरा इसका पिछवाड़ा गर्म करना पड़ेगा
काज़ी की बात सुनते ही ज़फर ने बैग में से एक छड़ी निकालकर असलम के हाथ मे दे दी
काज़ी (असलम से) : इसके नितंबों पर छड़ी के 10 स्ट्रोक लगाओ। अगर फिर भी मेरे सवाल का जबाब न दे तो 10 स्ट्रोक और लगाओ।
सोनाली घबराकर बोल पड़ी : नही, यह मत करो प्लीज़, बहुत दर्द होगा। अब मैं आपकी हर बात मानूँगी
असलम : काज़ी साहब के सवाल का जबाब दे जल्दी
सोनाली : हाँ मुझे मज़ा आया
काज़ी : चलो 10 की जगह इसे 5 छड़ी के स्ट्रोक मार दो ताकि इसे यह मालूम हो जाये कि हमारे हुक्म को न मानने का क्या अंजाम होता है।
काज़ी का फरमान सुनकर असलम ने सोनाली के सुडौल नितम्बो पर पहला छड़ी का स्ट्रोक लगा दिया
सोनाली "आई उई " करके चीखती चिल्लाती रही लेकिन असलम ने बिना किसी रियायत के उसके जोर जोर से 5 छड़ी के स्ट्रोक लगाए और फिर छड़ी को एक तरफ रखकर उसके नितंबों को अपने हाथों से सहलाने लगा।
असलम के हाथ फेरने से सोनाली को काफी राहत महसूस हो रही थी।
असलम : बोल हाथ फिराने से मज़ा आ रहा है या नही
सोनाली : हाँ बहुत मज़ा आ रहा है
ज़फर ( हंसते हुए) : पिछवाड़ा गर्म होते ही यह तो फटाफट बोलने लगी
असलम का लण्ड अब तक उसकी पैंट के अंदर बहुत बड़ा टैंट बना चुका था
असलम सोनाली से बोला : चल जमीन पर घुटनों के बल बैठ जा
सोनाली समझ गयी थी कि अब उसके साथ क्या होने वाला था लेकिन वह पूरी तरह से बेबस थी
वह ज़मीन पर बैठ गयी तो असलम उसके चेहरे के पास अपने पैंट में बन रहे टेन्ट को ले जाकर बोला : चल मेरा केला निकालकर अपने मुंह मे रख और मुझे खुश कर
सोनाली ने अपने हाथों से असलम की पैंट की ज़िप खोलकर उसके लण्ड को अपने हाथ मे ले लिया और उस पर अपना हाथ फिराने लगी।
असलम : चल अब मुंह खोल और इसे अपने मुंह मे डालकर इस पर अपनी जीभ घुमा घुमाकर चूस
सोनाली उसके लण्ड को अपने मुंह मे लेकर चूसने लगी।
काज़ी (असलम से) : इसके दोनों गालों पर बीच बीच मे हल्के हल्के चपत भी लगाते रहो ,और ज्यादा मज़ा आएगा। मुंह खुलवा ही लिया है तो पूरा मज़ा लो रंडी से
असलम ने जैसे ही सोनाली के गालों पर चपत लगाने शुरू किए वह और अच्छी तरह से लंड को चूसने लगी
शेष अगले भाग में
Part 29
असलम जब काफी देर तक सोनाली का मुख मैथुन कर चुका तो उसने क्लाइमेक्स आने पर अपने लंड की पिचकारी उसके मुँह में छोड़ते हुए कहा : ले अब मेरा जूस पी और पक्की मुसलमान बन जा।
सोनाली न चाहते हुए भी असलम का सारा वीर्य रस पीने लगी।
असलम ने अभी भी अपना लण्ड उसके मुंह मे ही रहने दिया और उससे बोला : अब अपनी जीभ से इसे साफ कर
सोनाली की जीभ से अपने लंड की सफाई करवाने के बाद असलम उझसे बोला : चल फिर से खड़ी हो जा और अपने दोनों हाथ ऊपर उठा ले। उस पोज में तू बहुत सेक्सी और मस्त लगती है।
सोनाली फिर से अपने दोनों हाथों को ऊपर उठाकर खड़ी हो गयी
अब ज़फर की बारी थी
ज़फर सोनाली से बोला : इधर मेरे नज़दीक आकर खड़ी हो जा। तेरी खबर अब मैं लूंगा।
सोनाली सोफे पर अपने पैरों को फैलाये ज़फर के नज़दीक जाकर खड़ी हो गयी
ज़फर : थोड़ा और पास आ , शरमा क्यों रही है, आजा मेरी जान
सोनाली ज़फर के एकदम नज़दीक आकर खड़ी हो गयी
ज़फर ने अपने हाथों को सोनाली के चिकने पेट पर फिराते हुए उससे कहा : अपनी टाँगों को खोलकर खड़ी हो
सोनाली के टाँगे खोलते ही ज़फर ने उसकी चिकनी चूत पर अपने हाथ को फिराया और अपने दोनों हाथों से उसकी कमर को पकड़कर उसे और नज़दीक किया और अपने खुरदरे चेहरे को सोनाली के समतल चिकने पेट पर रगड़ते हुए उसे चूमने लगा।
पेट को चूमने के बाद ज़फर ने सोनाली की चिकनी जांघों पर भी अपना चेहरा रगड़ते हुए काफी देर तक चुम्मा चाटी की और फिर उसके नितम्बो पर अपने हाथ से स्ट्रोक मारकर पूछने लगा : अब सच सच बता कि शादी से पहले किस किस मर्द ने तेरे इस सेक्सी जवानी के मज़े लूटे हैं ? अगर मुझसे झूठ बोली तो मैं तुझे नँगा करके सबके सामने परेड करवाऊंगा। सच झूठ का मुझे सब मालूम पड़ जाता है। हमारा रोजाना का काम है यह। बोल अब सच सच बता कि शादी से पहले किस मर्द ने तेरे इस मस्त बदन को मसला है।
सोनाली ज़फर की इस बात से डर गई कि वह सच झूठ का पता लगा सकता है और झूठ पकड़े जाने पर वह उसे नंगा करके सबके सामने घुमाएगा।
सोनाली : जी शादी से पहले मुझे मेरे पति ने ही छुआ था। वह मुझे सिनेमा दिखाने ले गए थे और फिर वहां पर...
सोनाली बोलते बोलते हुए रुक गयी तो ज़फर ने इसके नितंबों पर जोर से एक बेंत मारते हुए कहा : रुक क्यों गयी। बोलती रह की वहां सिनेमा हाल में तेरे साथ क्या क्या हुआ। पूरी डिटेल में बता
सोनाली : सिनेमा में मेरे पति ने मुझे काफी चूमा चाटा भी और मुझसे अपना लंड भी चुसवाया
शेष अगले भाग में
Part 30
ज़फर ने सोनाली के नितम्बों पर एक जोर का बेंत मारते हुए कहा : अब यह भी बता की शादी के बाद कितने मर्दों ने तेरी जवानी के मज़े लूटे हैं
सोनाली : मेरे पति के अलावा उनके बड़े भाई सलीम ने भी मेरे साथ...
सोनाली कहते कहते रुक गयी तो ज़फर ने उसके नितंबों पर जोर से बेंत मारते हुए कहा : रुक मत, सब कुछ डिटेल में बता। तूने क्या क्या गुल खिलाये हैं, सब सच सच बता
सोनाली : मेरे पति परवेज़ और उनके बड़े भाई सलीम ने भी पहली ही रात में मेरी जवानी के जी भरकर मज़े लिए हैं
ज़फर (क़ाज़ी की तरफ देखते हुए) : काज़ी साहब इसके लिए तो पाकीज़गी की रस्म भी अदा करनी पड़ेगी। यह तो कई पाप कर चुकी है।
काज़ी : हाँ, यह लौंडिया तो खुद ही अपने गुनाहों को कुबूल कर रही है, अब इसकी पाकीज़गी तो करनी ही पड़ेगी। लेकिन उससे पहले इसे इस बात की सज़ा भी मिलेगी कि इसने अब तक अपने इस गुनाह को हमसे छुपाकर रखा।
सोनाली :मेरा गुनाह कैसे हुआ ? मेरे साथ तो जबरदस्ती करके मेरे बदन को लूटा गया है
ज़फर ने सोनाली के नितंबों पर फिर से बेंत लगते हुए कहा : साली, काज़ी साहब से जुबान लड़ाती है। अगर तेरे साथ जबरदस्ती करके भी तेरे बदन को लूटा गया है, तब भी यही माना जायेगा कि यह तेरा ही पाप है जिसके लिए अब हम सबको तेरे साथ पाकीज़गी की रस्म पूरी करके तेरे इस बदन को फिर से "पाक साफ" करना होगा।
काज़ी : पाकीज़गी की रस्म बाद में। पहले इसे इधर मेरी टाँगों पर उल्टा करके लिटाओ। इसके नितंबों पर मैं 50 बेंत लगाकर इसे सज़ा दूँगा
यह कहने के साथ ही काज़ी ने अपना पाजामा नीचे खिसका दिया
ज़फर समझ गया था कि काज़ी साहब क्या चाहते थे
ज़फर का अपना लण्ड भी एकदम तनकर खड़ा हो चुका था और उसे भी राहत की बहुत जरूरत महसूस हो रही थी
ज़फर ने सोनाली को काज़ी की दोनों जाँघों पर उल्टा करके इस तरह से लिटा दिया ताकि के लण्ड के ऊपर उसका चिकना पेट टिका रहे और उसकी जाँघ के ऊपर सोनाली के दोनों नितंब टिके रहें जिन पर काज़ी 50 बेंत मारकर अपनी हनक पूरी कर सके।
ज़फर खुद काज़ी के पास इस तरह से बैठ गया ताकि सोनाली का चेहरा ज़फर के लण्ड के ऊपर आकर टिक जाए ताकि वह अपने लण्ड को सोनाली से साथ साथ ही चुसवा सके।
ज़फर के अंडरवियर में कैद लण्ड पर सोनाली का चेहरा टिका हुआ था। उसके नरम होंठ उसके लण्ड के उभार को मानो चूम से रहे थे। जैसे ही काज़ी ने सोनाली के मस्त नितंबों पर बेंत पेलने शुरू किए, वह उछलने लगी।
ज़फर ने अपने अंडरवियर को नीचे खिसका दिया और सोनाली के मुंह मे अपना केला घुसेड़ते हुए बोला : ले साली, मेरे केले को चूस चूस कर मुझे खुश कर।
शेष अगले भाग में
Part 31
सोनाली ज़फर के लण्ड को मुंह मे लेकर उसे चूसने लगी। उसके मम्मे काज़ी की बायीं जाँघ पर दबे हुए थे और उसकी चिकनी चूत काज़ी की दायीं जांघ की मालिश कर रही थी।
काज़ी जब उसके नितंबों पर बेंत के स्ट्रोक लगा रहा था तो हर स्ट्रोक के साथ सोनाली चिल्लाते हुए उछल रही थी। उसके उछलने से काज़ी और ज़फर दोनों को बहुत मज़ा आ रहा था।
असलम एक तरफ बैठा यह सारा सेक्सी गेम देख रहा था।
अचानक असलम काज़ी से बोला : काज़ी साहब लाइये यह बेंत मारने का काम आपके लिए मैं कर देता हूँ। आप अपने दोनों हाथों से इस चिकनी हसीना के बदन का भरपूर मज़ा लीजिये।
काज़ी को असलम की बात ठीक लगी और उसने बेंत असलम के हाथ मे पकड़ा दिया।
असलम एक स्टूल पर बैठकर गिनती करते हुए सोनाली के मस्त नितंबों पर बेंत मारने लगा। काज़ी अब अपने दोनों हाथों से सोनाली के निर्वस्त्र चिकने बदन को दबाने सहलाने में लग गया। उसके खड़े लण्ड पर सोनाली का चिकना पेट उछल उछल कर उसे अकल्पनीय आनंद की अनुभूति करा रहा था। काज़ी को लग रहा था कि थोड़ी देर सोनाली का बदन ऐसे ही उछलता रहा तो उसके लण्ड की पिचकारी ऐसे ही छूट जाएगी।
इधर सोनाली ज़फर का लण्ड चूस चुकी थी और उस पर अपनी जीभ फेरते हुए उसे साफ कर रही थी। अब तक असलम 25 बेंत सोनाली को मार चुका था।
सोनाली : अब प्लीज़ रहने दो, और बेंत मत मारो। बहुत दर्द हो रहा है। आप की हर बात तो मैं मानती जा रही हूं। अब मेरी सज़ा माफ कर दो प्लीज़
काज़ी का अपना लण्ड भी अब तक बेकाबू हो चुका था। उसने असलम को रोकते हुए कहा : चलो अब रहने दो। इसकी बाकी की सज़ा मैं माफ करता हूँ। उसके बदले में यह अब मेरा लण्ड अपने मुंह मे लेकर मुझे खुश करेगी।
सोनाली अब जमीन पर काज़ी की दोनों टाँगों के बीच घुटनों के बल बैठ गयी।
काज़ी ने अपना अंडरवियर नीचे खिसका दिया और उसका काला, मोटा और लंबा सा लण्ड सोनाली के गालों से टकराने लगा
काज़ी ने अपने लण्ड को कुछ देर तक उसके चेहरे और गालों पर रगड़ा और फिर उसके होंठों पर रगड़ते हुए कड़क आवाज़ में बोला : चल अब मुंह खोल और इसे अंदर लेकर मुझे खुश कर
सोनाली बेबस थी । उसने वही किया जो काज़ी चाहता था। लण्ड चुसवाने के बाद उसने उसकी जीभ से सहला सहला कर साफ भी करवाया
काज़ी,ज़फर और असलम सोनाली को देखते हुए हंसते हुए कहने लगे : एकदम मस्त लौंडिया है। लण्ड चूसने में एकदम एक्सपर्ट है साली।
जब सोनाली काज़ी को पूरी तरह से खुश कर चुकी तो वह बोला : अब इसकी पाकीज़गी की रस्म अदा की जाएगी। उसके लिए हम सबको अपने सारे कपड़े उतारकर वाशरूम में चलना होगा।
सोनाली इससे पहले कि कुछ समझ पाती, काज़ी,ज़फर और असलम अपने सारे कपड़े उतारकर एकदम नंगे हो गए और सोनाली से कडककर बोले : चल खड़ी हो जा और हमारे साथ वाशरूम में चलकर अपने बदन पर पाकीज़गी की रस्म को पूरा करवा।
शेष अगले भाग में
Part 32
वाशरूम में घुसकर असलम,ज़फर और काज़ी ने सोनाली की तरफ देखते हुए कहा : अब तेरे साथ पाकीज़गी की रस्म पूरी की जाएगी। हमारी हर बात को मानते हुए तुझे यह रस्म पूरी करनी होगी। अगर यह रस्म पूरी नही हुई तो न तो तू मुसलमान बन सकेगी और न ही तेरा निकाह हो पायेगा।
सोनाली को कुछ समझ नही आ रहा था कि यह अब कौन सी रस्म की बात हो रही है। वह बोली : ठीक है मैं इस रस्म के लिए तैयार हूं।
काज़ी : चल नीचे घुटनों के बल बैठ जा
सोनाली घुटनों के बल वाशरूम के फर्श पर बैठ गई।
काज़ी : असलम और ज़फर तुम दोनों इस लौंडिया के दाएं बाएं खड़े होकर इसके दोनों हाथों को पवित्र करो
असलम सोनाली के बायीं तरफ और ज़फर दायीं तरफ खड़ा हो गया।
काज़ी सोनाली से बोला : अपने दोनों हाथों से इन दोनों के खड़े हो रहे केलों को अपने हाथों से सहलाना शुरू कर दे। तेरे इन हाथों ने जो पाप किये हैं वे सब खत्म हो जाएंगे।
सोनाली उठकर खड़ी हो गई और विरोध करती हुई बोली : बहुत हुआ, अब इस बदमाशी को बंद करो। मैं अब तुम लोगों की कोई बात नही मानने वाली हूँ। तुम्हारा जो जी आये वह करो।
काज़ी, ज़फर और असलम यह सब सुनने के लिए बिल्कुल तैयार नही थे।
असलम ने सोनाली के गालों पर तड़ातड़ 2 थप्पड़ लगाते हुए कहा : साली हम लोगों ने तेरी सारी वीडियो बनाई हुई है। बोल तेरी वीडियो को अभी सारे ग्रुप्स में भेजकर वायरल करवा दूँ या फिर...
सोनाली गिड़गिड़ाते हुए फिर से ज़मीन पर बैठ गयी और असलम के पैर पकड़कर कहने लगी : नही नही यह मत करो प्लीज़
ज़फर : अब अगर तूने एक बार भी हमारा कोई भी हुक्म नही माना तो तेरी सारी वीडियो तुझसे बिना पूछे वायरल कर दी जाएंगी। समझी कि नही ?
सोनाली : जी समझ गयी। अब गलती नही होगी। अब आपकी हर बात मानूँगी
काज़ी : चल अब अपना मुंह खोलकर बैठ जा। सबसे पहले मैं खुद तेरे इस नापाक मुंह को पवित्र करके इसकी पाकीज़गी को अंजाम दूँगा
सोनाली मुंह खोलकर फर्श पर घुटनों के बल बैठ गई
काज़ी : थोड़ा और बड़ा करके मुंह खोल और जब तक मेरा हुक्म न हो, तेरा मुंह बंद नही होना चाहिए।
सोनाली ने अपने मुंह को बड़ा करके खोल लिया
काज़ी ने अब अपने लण्ड को हाथ मे पकड़ते हुए उसमे से अपने पेशाब की पिचकारी सोनाली के खुले मुंह की तरफ छोड़ दी और उससे बोला : सारा पेशाब पीकर अपने मुंह की पाकीज़गी कर
काज़ी की पेशाब से सोनाली का पूरा चेहरा भी भीग गया था
सोनाली का मुंह अभी भी खुला हुआ था
शेष अगले भाग में
Part 33
काज़ी अब सोनाली के आगे उल्टा होकर खड़ा हो गया और उससे बोला : चल अब अपने होंठों से मेरे नितंबों को चूमना शुरू कर
यह कहने के साथ काज़ी ने अपने नितंबों को सोनाली के चेहरे से सटा दिया
ज़फर : जल्दी शुरू हो जा और काज़ी साहब को खुश करना शुरू कर। उसके बाद तुझे हैम लोगों से भी अपनी पाकीज़गी करानी है। हमारे पास टाइम कम है इसलिए फटाफट शुरू हो जा
सोनाली अपने होंठों को काज़ी के नितंबों पर रगड़ रगड़ कर उन्हें चूमने लगी।
असलम सोनाली के पीछे आकर उससे सटकर खड़ा होते हुए बोला : अब अपनी जीभ निकालकर उससे काज़ी साहब के नितम्बो को ठीक से चाटना शुरू कर। काज़ी साहब को पूरी तरह खुश कर। उन्हें जब तक भरपूर मज़ा नही आएगा, तेरी पाकीज़गी की रस्म पूरी नही होगी
सोनाली अब अपनी जीभ से काज़ी के दोनों नितंबों को चाट चाट कर उसकी मौज़ करा रही थी।
ज़फर : अपनी जीभ को दोनों नितंबों के बीच मे घुसाकर ठीक से चाट रंडी।
सोनाली जब तक काज़ी के नितंबों की चूमा चाटी कर रही थी, असलम और ज़फर अपनी टाँगों को उसकी पीठ पर रगड़ रगड़ कर उसके नंगे बदन के साथ खिलवाड़ करने में लग गए ।
सोनाली की चूमा चाटी से जब काज़ी का मन भर गया तो उसने कहा : अब असलम तुम इसकी पाकीज़गी करो
असलम ने अपने लण्ड को हाथ मे पकड़ा और पेशाब की तेज पिचकारी सोनाली की पीठ और गर्दन पर छोड़नी शुरू कर दी। असलम की पेशाब से सोनाली का बदन पीछे से पूरी तरह भीग गया
पेशाब से सोनाली के बदन के पिछले हिस्से को भिगोने के बाद असलम सोनाली के सामने आकर खड़ा हो गया और उससे बोला : मेरी जांघों को अपने होंठों से चूमना शुरू कर।
सोनाली ने असलम की जांघों को चूमना शुरू कर दिया। असलम की जांघों पर बाल ही बाल थे और उसके लण्ड के नीचे अंडकोषों के पास भी बालों के गुच्छे बने हुए थे जिनमें बहुत बदबू आ रही थी
ज़फर यह सब देख रहा था। वह सोनाली से बोला : जीभ से चाट चाट कर असलम की मौज़ करा। तेरी जीभ हर तरफ घूमनी चाहिए।
सोनाली की जीभ असलम की जांघों और उसके अंदरूनी हिस्सों में चूमा चाटी में लगी हुई थी। जिस जगह पर सोनाली अपनी जीभ फिराने में हिचकिचा रही थी, असलम उसके चेहरे को पकड़कर उससे जबरन वहां चटवा रहा था।
असलम ने जब सोनाली से जी भरकर मौज़ ले ली तो उसे छोड़ते हुए कहा : अब ज़फर तेरी पाकीज़गी करेंगे
ज़फर बिना किसी देरी के सोनाली के सामने आकर खड़ा हो गया और अपने लण्ड से पेशाब की धारा को उसके बदन पर इस तरह छोड़ने लगा मानो वह उसे नहला रहा हो। सोनाली के मम्मे, पेट और जाँघे सब ज़फर की पेशाब से भीग गयी थीं।
काज़ी और असलम ज़फर और सोनाली की इस पाकीज़गी को एकटक देख रहे थे।
ज़फर ने अपने लण्ड के निचले भाग को सोनाली के चेहरे पर रखकर उसे रगड़ना शुरू कर दिया। सोनाली के चेहरे को उसने अपने दोनों हाथों में पकड़ा हुआ था और उसे वह अपनी मर्ज़ी के हिसाब से अपनी जांघों पर रगड़वा कर मज़े ले रहा था।
ज़फर अचानक सोनाली से बोला : अपनी जीभ निकालकर चाटना शुरू कर
सोनाली की जीभ से वह अपने लण्ड, लण्ड के निचले भाग, अंडकोषों और जांघों के अंदरूनी भागों को चटवाने लगा। ज़फर ने अपनी दोनों टाँगों को थोड़ा खोला और उससे बोला : अपनी जीभ को बीच मे घुसाकर चाटना शुरू कर अब।
जब सोनाली की चूमा चाटी से ज़फर की भी पूरी तसल्ली हो गई तो उसने उसे छोड़ दिया
काज़ी : अब शावर के नीचे खड़ी हो जा। हम सब मिलकर तेरे बदन को साफ करके उसे एकदम पाकीज़ा कर देंगे। ऐसा स्नान तूने आज से पहले कभी नही किया होगा।
सोनाली शावर के नीचे जाकर खड़ी हो गई। ज़फर से शावर चालू कर दिया।
शेष अगले भाग में
Part 34
शावर चालू होते ही पानी मे भीगती सोनाली पर तीनों टूट पड़े और उसके बदन से खिलवाड़ और छेड़खानी करते हुए असलम,ज़फर और काज़ी भी नहाने लगे।
काज़ी सोनाली की पीठ पर साबुन मलने लगा। असलम सोनाली के मम्मे मसल रहा था। ज़फर सोनाली की जांघों पर हाथ फिरा फिरा कर उन्हें साफ कर रहा था। सोनाली बेबस होकर उन सबके द्वारा की जा रही इस सेक्सी खिलवाड़ को सहने के लिए मजबूर थी।
नहाने के बाद जब सब लोग कमरे में वापस आ गए तो उन्होंने फटाफट अपने अपने कपड़े पहन लिए।
सोनाली ने भी अपने कपड़े पहनने शुरू कर दिए।
लेकिन ब्रा और पैंटी के बाद ही ज़फर ने सोनाली को रोकते हुए कहा : रुक जा, अभी बाकी के कपड़े मत पहन।
असलम ने काज़ी की तरफ देखते हुए कहा : अभी सिर्फ ढाई ही बजे है। 3 बजे तक इस रस्म को चालू रखते हैं।
काज़ी : हाँ हाँ, मेरी तरफ से तुम लोगों को पूरी छूट है। अगले आधे घण्टे में इस लौंडिया से जितने मज़े लेना चाहो तुम ले सकते हो
दरअसल नहाने के बाद ब्रा और पैंटी पहने सोनाली एकदम मस्त और सेक्सी लग रही थी और वे तीनों उसके साथ कुछ और मस्ती करने के मूड में आ गए थे।
काज़ी का इशारा मिलते ही ज़फर और असलम के लण्ड फिर से तन गए
ज़फर ने अपने मोबाइल पर एक सेक्सी गाना चालू कर दिया और सोनाली से बोला : चल इस गाने पर डांस कर और हम लोगों को खुश कर
सोनाली : मुझे डांस करना नही आता है। प्लीज़ अब बस करो और मुझे कपड़े पहनने दो।
असलम : नाच नही आता या करना नही चाहती है ? लगता है तेरी खाल उधेड़नी पड़ेगी।
यह कहकर असलम अपनी पैंट में से लेदर की बेल्ट निकालने लगा लेकिन ज़फर ने उसे रोकते हुए कहा : असलम भाई यह सब करने की जरूरत नही है। यह लौंडिया अपनी मर्ज़ी से ही हम सब के सामने मुजरा करेगी, तुम बस देखते जाओ।
अब ज़फर सोनाली से कड़क कर बोला : चल अपने कान पकड़ और गिनती करते हुए 100 उठक बैठक लगा।
ज़फर और असलम जिस तरह से सोनाली के साथ मौज़ मस्ती कर रहे थे उसे देखकर काज़ी को भी मज़ा आ रहा था और उसका लण्ड भी तन गया था।
सोनाली ने जैसे ही उठक बैठक लगाने का फरमान सुना, वह एकदम लाइन पर आती हुई कहने लगी : ठीक है मैं डांस करने के लिए तैयार हूं। मुझसे उठक बैठक मत लगवाओ प्लीज़
काज़ी : हमारी बात न मानने की सज़ा तो तुझे जरूर मिलेगी। चल अब कब तू डांस करने के लिए राजी हो ही गयी है तो 100 की जगह अब तू सिर्फ 50 उठक बैठक लगाकर दिखा। अब जल्दी शुरू हो जा
शेष अगले भाग में
Part 35
सोनाली ने बेबसी से उन तीनों की तरफ देखा और फिर अपने दोनों कान पकड़कर गिनती बोलते हुए उठक बैठक लगाने लगी।
ज़फर : काज़ी साहब कुछ भी कहो, माल तो एकदम जबरदस्त है। उठक बैठक लगाते हुए भी क्या मस्त और सेक्सी लग रही है।
काज़ी : इसके डांस में इतना मज़ा नही आएगा जितना उठक बैठक लगवाने में आ रहा है
असलम : थोड़ी अपनी टाँगे खोलकर उठक बैठक लगा। तेरी जांघों का अंदरूनी भाग भी हमे दिखना चाहिए
ज़फर : साली की क्या चिकनी और मक्खन जैसी जाँघे हैं
25 उठक बैठक के बाद सोनाली कहने लगी : अब मैं बहुत थक गई हूं। बस अब और उठक बैठक मत लगवाओ प्लीज़
ज़फर : अपने कान पकड़े पकड़े मेरे पास आकर खड़ी हो जा
सोनाली ज़फर के एकदम नज़दीक आकर खड़ी हो गई
ज़फर अब सोनाली की जांघों पर अपने हाथों को फिराने लगा : एकदम कयामत बदन है साली का। परवेज़ और सलीम दोनों की तो समझो लाटरी लग गई है।
सोनाली को उन सब की बातों को सुनकर बहुत शर्म और ज़लालत का अहसास हो रहा था । तीनों उसके बदन के बारे में इस तरह की बातें कर रहे थे मानो वह कोई खेल का सामान हो।
ज़फर के बाद असलम ने भी उसकी जाँघों को जी भरकर सहलाया और भद्दे कमेंट करता रहा। सोनाली को अपनी गिरफ्त से आज़ाद करते हुए असलम काज़ी से बोला : काज़ी साहब डांस को छोड़ो, आप भी बचे हुए 5 मिनटों में इस लौंडिया की चिकनी जांघों का लुत्फ उठाकर देखो। हाथ फेरते ही ऐसा लग रहा है मानो जन्नत में पहुंच गए हों
यह कहकर असलम हंसते हुए सोनाली से बोला : जा काज़ी साहब के पाक हाथों से अपने बदन की पाकीज़गी की रस्म पूरी करवा लें
सोनाली कान पकड़े पकड़े काज़ी के सामने आकर खड़ी हो गई
काज़ी ने कुछ देर उसकी जाँघों को सहलाया और फिर अपने खुरदुरे चेहरे को उसकी चिकनी गोरी जांघों पर रगड़ते हुए उन्हें चूमने लगा
तीन बजते ही काज़ी ने उसे छोड़ दिया और बोला : अब तू अपनी साड़ी पहन सकती है। तू अब हिन्दू से मुसलमान बन चुकी है और आज से तेरा नाम सोनाली खान है। तेरे बदन को भी हम लोगों ने पूरी तरह से पाकीज़ा कर दिया है और अब तू निकाह की रस्म के लिए पूरी तरह तैयार है।
सोनाली ने साड़ी पहन ली और वे तीनों सोनाली के साथ कमरे के बाहर आ गए।
शेष अगले भाग में
Part 36
ज़फर,असलम और काज़ी जब सोनाली को लेकर कमरे से बाहर आये तो घर मे काफी मेहमान आ चुके थे। निकाह की रस्म रात को दस बजे शहर के बाहर लाजबाब फार्म हाउस में होनी थी।
ज़फर ,असलम और काज़ी वहां से यह कहकर जाने लगे : हम लोगों ने इस लड़की का धर्म परिवर्तन करके इसे पक्का मुसलमान बना दिया है। अब यह सोनाली खान बन चुकी है। इसके नापाक बदन को भी हमने पाकीज़गी की रस्म अदा करके एकदम पाकीज़ा कर दिया है। अब हम शाम को सीधे फार्म हाउस पर साढ़े नौ बजे तक पहुंच जाएंगे।
फ़िरोज़ खान : काज़ी साहब, गज़ब हो गया है। जो फार्म हाउस हमने निकाह के लिए बुक कराया था, वहाँ अचानक पुलिस ने अभी अभी रेड कर दी है। फार्म हाउस के मालिक ने हमारे लिए किसी दूसरे फार्म हाउस का इंतज़ाम कर दिया है। उसका पता जैसे ही मालूम होगा, हम आपको फोन पर बता देंगे। आप वहीं आ जाना।
इसके बाद काज़ी अपने दोनों असिस्टेंट को लेकर वहाँ से चला गया।
कुछ देर में नए फर्म हाउस का नाम पता भी मिल गया-नए फार्म हाउस का नाम मौज़ मस्ती फार्म हाउस था और वह भी शहर के बाहर ही था। सलीम,परवेज़,हिना,फ़िरोज़ और रुबिका अब सब मेहमानों को फोन करके नए फार्म हाउस का पता बताने में लग गए क्योंकि निकाह मे लगभग 500 मेहमानों को बुलाया गया था।
सोनाली का मायका पास में ही था।
रुबिका सोनाली से कहने लगी : तुम अपने घर जाकर सबको निकाह में शामिल होने की दावत भी दे आओ और उन्हें नए फार्म हाउस का पता भी दे आना।
सोनाली फटाफट वहाँ से निकलकर अपने घर आ गयी
घर आकर उसने अपने मम्मी पापा और भाई रवि वर्मा को अपनी आप बीती सुनाई तो वे सब के सब आग बबूला हो गए।
रवि : इन बदमाशों की इतनी हिम्मत कैसे हुई कि मेरी बहन के साथ इस तरह की नीच और गिरी हुई ज़लील हरकत करें। मैं इन सबकी सारी वीडियो अभी वायरल किये देता हूँ।
सोनाली : भैया, वीडियो तो उन्होंने भी बना ली हैं, वे भी वायरल कर देंगे। फिलहाल तो मैं आप सबको यह बताने आई हूं कि उन लोगों ने मेरा धर्म परिवर्तन करके मुझे मुसलमान बना दिया है और वे मेरा निकाह आज शाम को किसी मौज़ मस्ती फार्म हाउस में करने जा रहे है। वहां आपको भी आना है, यही बताने मैं यहां आई हूं।
रवि : क्या कहा। मौज़ मस्ती फार्म हाउस तो मामाजी का है, जिसमे वह हर हफ्ते पार्टी भी करते हैं। ठीक है हम सब ठीक समय पर फार्म हाउस में पहुंच जाएंगे और उन लोगों को ऐसा सबक सिखाएंगे जिसे वह सारी जिंदगी याद रखेंगे।
शेष अगले भाग में
Part 37
शाम को जब रवि ने अपने मम्मी पापा से फार्म हाउस चलने के लिए कहा तो उन दोनों ने वहाँ यह कहकर जाने से साफ मना कर दिया कि हमने तो अपनी बेटी की शादी हिन्दू रीति रिवाज से पहले ही कर दी थी, अब हम इस निकाह की रस्म में क्यों जाएं।
रवि बोला : ठीक है फिर मैं चला जाता हूँ। किसी न किसी को तो सोनाली के निकाह में जाना चाहिए।
दरअसल रवि ने सब कुछ अपने मामा को पहले ही बता दिया था और उसके मामा ने भी सोनाली के निकाह की रस्म के लिए मौज़ मस्ती फार्म हाउस में जबरदस्त तैयारी कर रखी थी।
रवि फार्म हाउस में 9 बजे ही पहुंच गया
अभी वहाँ मेहमान आने शुरू नही हुए थे।
अगला भाग कुछ ही देर में....
Part 38
रवि ने देखा कि उसके मामा रोहन वर्मा( जो इस फार्म हाउस के मालिक भी थे और कस्टम ऑफीसर भी थे) अपने बाकी तीनों दोस्तों यानी पुलिस इंस्पेक्टर गौरव, विधायक का बिगड़ा बेटा सुधांशु और शराब कारोबारी जयेन्द्र के साथ बैठे हुए हंसते हुए शराब पी रहे थे।
रवि को देखते ही रोहन वोला : जीजी और जीजाजी नही आये, यह बहुत बढ़िया हुआ। अब हम अपने प्लान को सही से अंजाम देंगे और इन हरामजादों को ऐसा सबक सिखाएंगे जिसे यह सब मरते दम तक याद रखेंगे।
रवि को यह देखकर हैरानी हो रही थी कि पुलिस इंस्पेक्टर गौरव के साथ साथ सुधांशु और जयेन्द्र ने भी पुलिस की खाकी वर्दी पहन रखी थी। ममम जी भी अपनी कस्टम अफसर की यूनिफार्म में थे।
रवि की हैरानी को रोहन भाँप चुका था। वह बोला : दूसरे कमरे में हमने 5 कस्टम के और 5 पुलिस के सिपाही भी बिठाए हुए हैं। आज फुल धमाका होगा और बहुत मज़ा आएगा।
साढ़े 9 बजे से मेहमान वगैरा आने शुरू हो गये। काज़ी,ज़फर,असलम के अलावा सोनाली अपने सास ससुर और सलीम और परवेज़ और हिना के साथ वहाँ पहुंच गई।
10 बजे तक वहाँ लगभग 500 मेहमान जमा हो चुके थे।
इससे पहले कि निकाह की रस्म शुरू होती, अचानक ही कस्टम और पुलिस की वर्दी पहने 10 लोगों ने एकदम वहाँ छापेमारी जैसी करते हुए कहा : सब लोग चुपचाप रहकर हमारे साथ सहयोग करें। फार्म हाउस का मेन गेट बंद कर दिया गया है और हमारी मर्ज़ी के बिना कोई यहाँ से बाहर नही जाएगा।
रोहन के कहने पर कस्टम के दो सिपाही आगे बढ़े और उन्होंने रुबिका और फ़िरोज़ खान के दोनों हाथ पीछे करके हथकड़ी लगा दी।
रोहन : तुम लोगों का अरेस्ट वारंट यह रहा। ड्रग तस्करी के अपराध में मैं तुम दोनों को अरेस्ट कर रहा हूँ।
इंस्पेक्टर गौरव कडककर सिपाहियों से बोला : इन दोनों बदमाशों परवेज़ और सलीम को भी हथकड़ी लगाकर हिरासत में ले लो। इनके खिलाफ रेप का संगीन मामला दर्ज हुआ है।
सिपाहियों ने परवेज़ और सलीम के भी हाथ पीछे करके हथकड़ी लगा दी
रोहन ने सोनाली को एक कमरे में सुरक्षित भिजवा दिया जहां सभी सुविधाएं थीं और उससे कहा : तुम अपने कमरे में आराम करो। निकाह वगैरा कुछ नही होगा क्योंकि यह सब हवालात जाने वाले हैं।
सारे मेहमानों की भीड़ यह सारा तमाशा डरी सहमी देख रही थी।
कुछ मेहमान हिम्मत करके बोले : जब निकाह नही हो रहा है तो हम सब यहां क्या करेंगे। हम चलते हैं।
पुलिस की वर्दी पहने सुधांशु और जयेन्द्र ने दो तीन मेहमानों के नितंबों पर बेंत मारते हुए कहा : तुम सबकी तलाशी होगी। तलाशी के बाद जिसे हम जाने के लिए कहेंगे वह जा सकता है और जिसे हम अपनी खिदमत के लायक समझेंगे उसे हमे खुश करना होगा।
काज़ी, ज़फर और असलम बोले : हमारा काम तो निकाह करवाना था। अब हमारा यहाँ कोई काम नही, लिहाज़ा हम लोग चलते है।
पुलिस की वर्दी पहने जयेन्द्र ने सिपाहियों से कहा : इन तीनों को भी अरेस्ट करो। इन पर भी संगीन धाराओं में रेप का मामला दर्ज हुआ है।
उन तीनों को अरेस्ट करने के बाद जैसे ही एक सिपाही हथकड़ी लेकर हिना की तरफ बढ़ा, वह एकदम घबरा गई और रवि की तरफ देखने लगी : प्लीज़ मुझे बचाओ
रवि पुलिस के सिपाही से हंसकर बोला : इसे छोड़ दो। यह मेरा माल है।
यह कहने के साथ ही रवि ने हिना को खींचकर अपनी गिरफ्त में ले लिया और उसे बेतहाशा चूमने चाटने लगा। सजी धजी मेक अप में हिना बला की खूबसूरत लग रही थी। उसने लाल रंग की एक टाइट स्लीवलेस ड्रेस पहन रखी थी जिसमे उसकी फिगर एकदम साफ नजर आ रही थी।
शेष अगले भाग में
Part 39
हिना के साथ रवि जबरन छेड़खानी करते हुए उससे बोला : बोल तुझे भी अरेस्ट होकर जेल जाना है या फिर मेरी सेक्स स्लेव बनकर रहेगी ?
मेहमानों की भीड़ हिना और रवि की इस छेड़खानी और जबरदस्ती को देखकर हैरान हो रहे थे। लेकिन उन सबको इस बात का अंदाज़ा नही था कि यह तो पिक्चर का एक ट्रेलर मात्र था। असली फ़िल्म अभी शुरू होने वाली थी।
हिना कुछ नही बोली तो रवि ने उसके गाल पर हल्की सी चपत लगाते हुए फिर से पूछा : बोल जल्दी मेरी सेक्स स्लेव बनेगी या फिर जेल जाएगी
हिना : नही मैं जेल नही जाना चाहती। मुझे सेक्स स्लेव बनना मंजूर है।
रवि : ठीक है। अब तू चुपचाप इधर कुर्सी पर बैठ जा।
रवि के मामा रोहन ने अब बोलना शुरू किया : यहां जितने भी लोग मौजूद हैं, अब सबकी तलाशी ली जाएगी। सारे मर्द एक साथ सामने उस हाल में लाइन बनाकर पहुंच जाएं। वहां पुलिस के सिपाही सब मर्दों की तलाशी लेंगे और अगर तलाशी में उनके पास से कुछ नही मिला तो उन्हें घर जाने दिया जाएगा। जिस किसी के पास से कोई अवैध चीज़ बरामद होगी, उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
घबराए हुए सब मर्द सिपाहियों के साथ सामने हाल में चले गए।
मर्दों के जाने के बाद वहां लगभग 100 औरतें बच गई थीं। लगभग 20 औरतों ने बुरका भी पहन रखा था
अब पुलिस इंस्पेक्टर गौरव ने अपनी रौबीली आवाज़ में बोलना शुरू किया : तुम सब 20 - 20 की पांच लाइनें बनाकर खड़ी हो जाओ। बुर्के वाली औरतें एक लाइन में खड़ी हो जाये।
जब सब की सब 100 औरतें 20 - 20 की 5 लाइनें बनाकर खड़ी हो गई तो गौरव ने रवि से कहा : रवि इन बुर्के वाली औरतों की तुम तलाशी लो
बाकी की 4 लाइनों में खड़ी औरतों की तलाशी के लिए गौरव, रोहन, सुधांशु और जयेन्द्र उनके पास पहुंच गए और एक एक करके उनकी तलाशी लेने लगे।
जो औरतें बेहद बूढ़ी और बदसूरत थीं, उन्हें बिना तलाशी के ही छोड़ा जा रहा था।
सभी लाइनों में अब तीन तीन खूबसूरत लड़कियां और जवान औरतें बच गई थी जिनके बदन को सहलाते हुए उनकी तलाशी ली जा रही थी।
रवि की लाइन में क्योंकि सब औरतों ने बुरका पहना हुआ था इसलिए उसने सबसे कहा : अपने अपने बुर्के को उतारो फटाफट
लाइन के सबसे आगे जो औरत खड़ी थी, वह रवि से बोली : हमने आज तक किसी गैर मर्द के आगे अपना बुरका नही उतारा है। हम बुरका नही उतारेंगे।
रवि : अगर तुम सबने फटाफट अपने अपने बुर्के नही उतारे तो मैं फार्म हाउस के नौकरों को बुलाता हूँ। वे लोग तुम्हारे बदन से बुरका उतारकर तुम लोगों से थोड़ी मौज़ मस्ती भी कर लेंगे
रवि के यह कहते ही सब अपने अपने बुरकों को जल्दी जल्दी उतारने लगीं।
शेष अगले भाग में
Part 40
कुर्सी पर थोड़ी दूर पर बैठी हिना यह सारा तमाशा देख रही थी।
रवि ने हिना को अपने पास बुलाया और उससे बोला : यह औरतें बुरका उतार रही है। तुम इन सबका परिचय करवाओ क्योंकि यह सब तुम्हारे जानने वाले हैं।
सबसे आगे लाइन में एक 40 साल की बेहद खूबसूरत औरत थी। बुर्के के अंदर उसने ब्लॉउज़ और पेटीकोट पहना हुआ था।
रवि ने ब्लॉउज़ में कैद उसके मस्त मम्मे जोर से दबाते हुए हिना से पूछा : यह मस्त माल कौन है
हिना : यह काज़ी साहब की वाइफ है।
रवि : अच्छा तो यह उस बदमाश काज़ी की वाइफ है लेकिन वह तो अब जेल जाएगा। चल तू लाइन से निकलकर एक तरफ खड़ी हो जा।
काज़ी की वाइफ शर्माती हुई हिना के पास खड़ी हो गई।
लाइन में दूसरी, तीसरी और चौथी औरतें काफी बुजुर्ग थीं । रवि ने उन तीनों औरतों को जाने के लिए कह दिया और वे अपना बुरका पहनकर वहां से फटाफट भाग गई। लाइन में पांचवे और छठे नंबर पर दो कातिल हसीनाएं थीं। उनकी उम्र तकरीबन 21 या 22 साल के आसपास लग रही थी। बुर्के के अंदर उन्होंने सिर्फ ब्रा और चिपका हुआ छोटा सा निक्कर पहना हुआ था। उन दोनों हसीनाओं के चिकने पेट पर रवि ने बारी बारी से हाथ फिराते हुए पूछा : यह एटम बम्ब कौन हैं।
हिना : काज़ी साहब के साथ जो ज़फर और असलम हैं, यह उन दोनों की बहने हैं।
रवि : अच्छा, वे दोनों तो अब जेल में चक्की पीसेंगे। यह अब हमारी खिदमत करेंगी। चलो साइड से खड़ी हो जाओ।
सातवें नम्बर पर एक गेहुआँ रंग की लड़की थी। उम्र लगभग 24 साल की थी लेकिन देखने मे एकदम औसत थी। उसने सिर्फ ब्रा और पैंटी ही पहनी हुई थी। रवि ने उसकी जांघों पर हाथ फिराते हुए हिना से पूछा : यह लौंडिया कौन है ?
हिना : यह मेरी कजिन सिस्टर है। पीछे जो बाकी 3 हैं वे सब भी मेरी कजिन सिस्टर हैं।
रवि ने एक एक करके चारों को गौर से देखा। कोई भी बहुत ज्यादा सुंदर नही थी।
रवि उन सब से बोला : सब अपना अपना मुंह खोलकर खड़ी हो जाओ
उन सब लड़कियों के खुले मुंह मे रवि ने अपना थूक डालते हुए कहा : जाओ तुम सब हिना की सिस्टर ही इसलिए तुम्हे छोड़ रहा हूँ। हिना का शुक्रिया कहती हुई तुम सब भी यहां से चली जाओ।
रोहन, गौरव, सुधांशु और जयेन्द्र ने भी अपनी अपनी लाइन में से 3 सबसे बढ़िया लड़कियां और औरतें अलग कर ली थी और बाकी सबको छोड़ दिया था।
15 खूबसूरत और सेक्सी लड़कियां और औरतें अब इन लोगों के कब्जे में आ चुकी थीं।
हिना ने बाकी की 12 लड़कियों और औरतों का परिचय रवि को दे दिया था। सब उसकी नज़दीकी रिश्तेदार थीं
पुलिस इंस्पेक्टर गौरव अब रोहन से बोला : अब थोड़ा मौज़ मस्ती होनी चाहिए।
रोहन ने डी जे वाले से कहा : तुम अब सेक्सी आइटम नम्बर डी जे पर चलाओ। यह सब लड़कियां और औरतें उन सेक्सी गानों पर थिरक थिरक कर हम लोगो का मनोरंजन करेंगी
शेष अगले भाग में
Part 41
सभी 15 लड़कियां औरतें डी जे पर बजने वाले सेक्सी गानों पर डांस करने लगीं।
वीडियो बनाने वाला कैमरामैन हर एंगल से इस सेक्सी डांस का वीडियो बना रहा था।
दो लड़कियां ठीक से डांस नही कर रही थीं । शायद उन्हें डांस करना नही आता था।
रवि ने डी जे वाले से कहा : यह दोनों लौंडियाँ क्यों नही नाच रही हैं, जरा देखो।
डी जे वाले के दो लौंडे तो इसी मौके की तलाश में थे। वे दोनों रवि से बोले : आप चिंता न करें, हम इनसे डांस करवा लेंगे।
यह कहने के साथ वे दोनों लौंडे उन लड़कियों के पास आ गए और उन्हें अपनी गिरफ्त में लेकर उनसे डांस करवाने लगे। दोनों उन लड़कियों के नितंबों पर अपने खड़े लण्ड को रगड़ते हुए और उनके चिकने पेट पर हाथ फेरते हुए उनसे डांस करवाने लगे।
कुछ देर में डांस फ्लोर पर रोहन, गौरव, सुधांशु, जयेन्द्र और रवि भी आ गए और लड़कियों और औरतों के साथ खिलवाड़ और मनमानी करते हुए डांस करने लगे।
हिना दूर कुर्सी पर बैठी यह सेक्सी रास लीला देख रही थी। रवि ने जान बूझकर उसे इस सारे शर्मनाक तमाशे से अलग रखा था क्योंकि वह उसे अपनी पर्सनल स्लेव बनाना चाहता था।
डांस फ्लोर पर इस समय कुल 7 आदमी और 15 लड़कियां औरतें मौजूद थीं। हर लड़की को सभी 7 लड़कों और आदमियों की खिलवाड़ का शिकार होना पड़ रहा था।
रवि ने एक बेहद खूबसूरत और सेक्सी लौंडिया को अपनी गिरफ्त में लिया हुआ था। उस लौंडिया का नाम गुलाब था। रवि ने गुलाब के गुलाबी होंठों को अपने होंठों में लेकर उन्हें चूमते हुए अपने चेहरे को उसके चिकने चेहरे पर जी भरकर रगड़ा और फिर उससे बोला : चल अब नीचे बैठ और अपना मुंह खोल।
गुलाब जैसे ही नीचे बैठी, उसके खुले मुंह मे रवि ने अपना खड़ा लण्ड डाल दिया और कडककर बोला : मेरे लण्ड पर अपनी जीभ फेरते हुए इसकी मालिश कर मेरी रंडी गुलाब।
रवि ने देखा कि बाकी सभी लोग भी अपनी अपनी पसंद की लड़कियों औरतों को अपनी अपनी पसंद के हिसाब से पेल रहे थे।
इंस्पेक्टर गौरव ने अपने आगे दो सेक्सी लड़कियाँ बिठा रखी थीं । दोनो के मुंह उसने खुलवा रखे थे और अपने लण्ड को वह उन दोनों के मुंह मे बारी बारी से डाल रहा था।
डी जे वाले जिन दोनों लड़कों ने डांस सिखाने के बहाने जिन दो लड़कियों को पकड़ रखा था, उनकी चिकनी जांघों को चूम रहे थे।
वीडियो बनाने वाला कैमरामैन यह सब रिकॉर्ड करते करते खुद भी बेहद उत्तेजित हो चुका था। उसने मौका देखकर एक लड़की को पकड़कर अपनी तरफ खींच लिया और उससे बोला : चल नीचे बैठ और मेरा लण्ड निकालकर चूसना शुरू कर दे।
लण्ड चुसवाने के बाद सभी लड़कियों और औरतों की सबने मिलकर तबियत से चुदाई भी की।
यह सब मौज़ मस्ती चल ही रही थी कि रोहन को फार्म हाउस के मैनेजर ने बताया कि मिस्टर सबरवाल मिलने आये हैं।
रोहन : सब लड़कियां अपने हाथ ऊपर करके खड़ी हो जाओ। लड़कियां और औरतें इस समय पूरी तरह से निर्वस्त्र अवस्था मे थीं। सब अपने दोनों हाथ ऊपर उठाकर खड़ी हो गईं।
रवि को कुछ समझ नही आ रहा था कि यह सब क्या चल रहा था और यह अचानक मिस्टर सभरवाल कौन और कहाँ से आ गए।
रोहन ने सबकी तरफ देखते हुए बताया : मस्त माल के दबंग सौदागर मिस्टर सभरवाल आ गए हैं। उन्हें मैंने इन लौंडियों के डांस के कुछ वीडियो व्हाट्सएप्प पर भेजे थे। उन्हें पसंद आ गए हैं और अब वह खुद इस मस्त माल की खुद जांच करके डील फाइनल करने आये हैं।
शेष अगले भाग में
Part 42
दरअसल रवि को यह बात पता ही नही थी कि उसके मामा रोहन कस्टम अफसर होने के साथ साथ फार्म हाउस के साइड बिजनेस की आड़ में खूबसूरत लौंडियों और औरतों की खरीद फरोख्त का धंधा भी करते थे और इसीलिए वह अपने आप को "मस्त माल" का "दबंग सौदागर" भी कहते थे।
मिस्टर सभरवाल के साथ 2 और आदमी भी आये थे।
रोहन ने मिस्टर सभरवाल की तरफ देखते हुए कहा : आइए सभरवाल साहब। आज आपकी पसंद का काफी मस्त माल मैंने आपके लिए इकट्ठा करके रखा है। आप इस माल की सही कीमत लगाइए और इस सारे माल को अपने साथ ले जाइए।
मिस्टर सभरवाल और उनके साथ आये हुए दोनों आदमी 40-45 साल के आसपास थे और शक्ल से ही अव्वल दर्जे के बदमाश लग रहे थे। सबने जीन्स और टी शर्ट पहनी हुई थीं।
बिना किसी फॉर्मेलिटी के उन तीनों ने वहां खड़ी निर्वस्त्र लड़कियों के बदन पर हाथ फिरा फिरा कर इस तरह से जांचना शुरू कर दिया मानों वह सब जीती जागती लड़कियां औरतें नहीं बल्कि कोई "इस्तेमाल का सामान" हों।
सभरवाल के साथ आये बाकी के दो आदमी हर्ष चोपड़ा और धीरज वर्मा थे।
उन तीनों लोगों ने सब की सब 15 लड़कियों औरतों को 5-5 की 3 लाइनों में खड़ा कर दिया।
एक लाइन में 18 से 21 साल तक की उम्र की 5 लड़कियों को खड़ा कर दिया गया।
दूसरी लाइन में 22 साल और 30 साल तक की उम्र की 5 लड़कियों औरतों को खड़ा कर दिया गया।
तीसरी लाइन में 31 साल से लेकर 40 साल तक की उम्र की औरतों को खड़ा कर दिया गया।
पहली लाइन में खड़ी लड़कियों के सेक्सी और खूबसूरत बदन की चेकिंग खुद सभरवाल करने लगा।
दूसरी लाइन में खड़ी लौंडियों औरतों की चेकिंग हर्ष चोपड़ा और तीसरी लाइन में खड़ी पांचों औरतों के बदन की चेकिंग धीरज वर्मा करने लगे।
लड़कियों औरतों के बदन को तीनों लोग जी भरकर दबा सहला रहे थे। उनके मस्त मस्त मम्मे भी दबा दबा कर देखे जा रहे थे। सब के हाथ ऊपर उठे हुए थे और वे सब विरोध करने की स्तिथि में नही थीं।
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Last Part/Part-43
सभरवाल, हर्ष और धीरज के लण्ड उनकी जीन्स में तनकर खड़े हो गए थे।
उन तीनों ने रोहन की तरफ देखते हुए पूछा : इन रंडियों को लण्ड चूसने का अनुभव है या नही ?
रोहन : पूछने की क्या जरूरत है। अपना अपना लण्ड चुसवा कर पूरी तसल्ली कर लो
सभरवाल के सामने वाली लाइन में सबसे आगे 19 साल की एक सेक्सी लौंडिया खड़ी थी। सभरवाल उससे बोला : चल नीचे बैठ और मेरा लण्ड अपने मुंह मे लेकर चूस
लड़की गिड़गिड़ाते हुए कहने लगी : नही प्लीज़, यह सब मैंने पहले कभी नहीं किया है। यह मत करवाओ।
सभरवाल ने उसके होंठों पर उंगली फेरते हुए कहा : कोई बात नही अपना मुंह खोलकर बैठ जा, सब सीख जाएगी कि मर्द को कैसे खुश करते हैं। चल जल्दी नीचे बैठ साली।
इस तरह से उन तीनों ने पांचों लड़कियों औरतों के मुंह खुलवाकर उनसे अपने अपने लण्ड चुसवाये।
सब लड़कियां औरतें जब उन सबको खुश कर चुकीं तो सभरवाल रोहन से बोला : रोहन भाई, यह सारा माल हमारी उम्मीद से भी ज्यादा मस्त और सेक्सी है। पहले मैंने सोचा था कि ढाई करोड़ में डील फाइनल कर लेंगे लेकिन मैं इसमे 50 लाख का बोनस भी लगा रहा हूँ। पूरे 3 करोड़ में डील फाइनल करते हैं।
डील फाइनल होते ही सब लड़कियों औरतों को कपड़े पहनाकर उनके हाथों में हथकड़ियां लगा दी गई और उन सब को 8 सीटर गाड़ियों में बिठा दिया गया। तीनों गाड़ियों में 5-5 लड़कियों औरतों के साथ सभरवाल, हर्ष और धीरज वहाँ से रवाना हो गए।
3 करोड़ रुपयों को रोहन और उसके सभी दोस्तों ने हमेशा की तरह बराबर बराबर बाँट लिया। जिन जिन लोगों को गिरफ्तार किया था, उन सब को जेल भेज दिया गया।
हिना के दोनों भाई और मम्मी पापा जेल चले गए थे और वह घर मे अकेली रह गई थी। रवि ने उसे पूरी तरह से अपने कंट्रोल में ले लिया था। उसकी पढ़ाई भी बंद करवा दी थी। अब वह जब चाहें उसके घर मे आकर हिना के साथ मौज़ मस्ती करता था। उसने हिना से कह रखा था : अब तू पूरी जिंदगी मेरी सेक्स स्लेव बनकर रहेगी। अगर इस घर को छोड़कर कहीं गई तो तेरे सारे वीडियो वायरल कर दिए जाएंगे।
कुछ समय बाद रवि की शादी किसी और हिन्दू लड़की से हो गई । लेकिन शादी के बाद भी रवि का जब कभी मन करता वह हिना के साथ मौज़ मस्ती करने उसके घर बे रोक टोक आ जाता था।
हिना उझसे एक बार बोली : रवि अब तो तुम्हारी शादी हो गई है। तुम्हे अब मेरी क्या जरूरत है। अब तो यहाँ आना बंद कर दो और मुझे मेरे हाल पर छोड़ दो।
इस पर रवि उससे बोला था : साली रण्डी, तुझे कैसे छोड़ दूंगा। जो सब मैं तेरे साथ करता हूँ वह अपनी वाइफ के साथ कैसे करूँगा। वह वाइफ है मेरी। नखरे दिखाती है तब कहीं जाकर अपने बदन पर हाथ लगाने देती है। लेकिन तू तो नखरा नही कर सकती और वही सब करने के लिए विवश है जो मैं तुझे करने के लिए कहूँ। समझी ?
हिना कुछ नही बोली तो रवि ने उसके थप्पड़ लगा दिया : बोल साली चुप क्यों है ?
हिना : जी समझ गयी
रवि : ठीक से बता क्या समझ गयी
हिना : यही कि मैं आपकी सेक्स स्लेव हूँ और आपके हर हुक्म को मानने के लिए विवश हूँ लेकिन आपकी वाइफ आपकी सेक्स स्लेव नही हैं और आपके हर हुक्म को मानने के लिए विवश नही हैं।
रवि : ठीक समझी है तू। चल अब अपना मुंह खोलकर मेरा लण्ड चूस। बहुत दिनों से मेरे लण्ड पर किसी ने अपनी जीभ नही फिराई है।
हिना अपना मुंह खोलकर फर्श पर बैठ गयी और रवि ने अपना लण्ड उसके मुंह मे डाल दिया और उसका मुख मैथुन करने लगा।
The End
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