14 मई 2025 को देवगुरु बृहस्पति (Jupiter) वृषभ राशि से निकलकर मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे। यह गोचर वैदिक ज्योतिष में अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि बृहस्पति ज्ञान, विस्तार, भाग्य, धर्म, विवाह और संतान से संबंधित कारकों का प्रतिनिधित्व करते हैं। मिथुन राशि बुध की राशि है, जो संवाद, बुद्धिमत्ता, व्यापार और लचीलापन दर्शाती है। बृहस्पति का यह गोचर सभी 12 राशियों के जीवन के विभिन्न क्षेत्रों पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालेगा।
🔯 12 राशियों पर बृहस्पति गोचर 2025 का प्रभाव
1. मेष राशि (Aries):
बृहस्पति तीसरे भाव में गोचर करेंगे।
प्रभाव: साहस और प्रयासों में वृद्धि होगी। छोटे भाई-बहनों से संबंध मजबूत होंगे। यात्राओं में वृद्धि हो सकती है। करियर में नए अवसर प्राप्त होंगे। लेकिन अत्यधिक आत्मविश्वास से बचें।
2. वृषभ राशि (Taurus):
बृहस्पति दूसरे भाव में रहेंगे।
प्रभाव: आर्थिक स्थिति में मजबूती आएगी। परिवार में सुख-शांति रहेगी। वाणी में मधुरता आएगी जिससे सामाजिक सम्मान बढ़ेगा। निवेश के लिए समय अनुकूल है।
3. मिथुन राशि (Gemini):
बृहस्पति आपकी ही राशि में गोचर करेंगे।
प्रभाव: यह एक अत्यंत शुभ स्थिति मानी जाती है। आत्मविश्वास बढ़ेगा, निर्णय लेने की क्षमता बेहतर होगी। स्वास्थ्य में सुधार होगा और विवाह या संतान से जुड़ी अच्छी खबर मिल सकती है।
4. कर्क राशि (Cancer):
यह गोचर आपके बारहवें भाव में होगा।
प्रभाव: विदेश यात्रा के योग बन सकते हैं। व्यय में वृद्धि होगी, विशेष रूप से धर्म और स्वास्थ्य पर खर्च संभव है। ध्यान और साधना से लाभ होगा। अधिक खर्च से बचने की सलाह दी जाती है।
5. सिंह राशि (Leo):
बृहस्पति ग्यारहवें भाव में होंगे।
प्रभाव: आय के नए स्रोत खुलेंगे। लंबे समय से रुके हुए कार्य पूरे होंगे। मित्रों और उच्च अधिकारियों से सहयोग मिलेगा। यह समय आर्थिक दृष्टि से अत्यंत अनुकूल है।
6. कन्या राशि (Virgo):
बृहस्पति दशम भाव में गोचर करेंगे।
प्रभाव: करियर में उन्नति के संकेत हैं। पदोन्नति या नई जिम्मेदारियाँ मिल सकती हैं। समाज में प्रतिष्ठा बढ़ेगी। पिता से संबंध बेहतर होंगे। कार्य में विस्तार की संभावना है।
7. तुला राशि (Libra):
नवम भाव में बृहस्पति का गोचर।
प्रभाव: भाग्य का साथ मिलेगा। उच्च शिक्षा, धार्मिक यात्रा और अध्यात्मिक रुचि में वृद्धि होगी। विद्यार्थी वर्ग के लिए यह समय शुभ है। गुरु या मेंटर से मार्गदर्शन प्राप्त होगा।
8. वृश्चिक राशि (Scorpio):
अष्टम भाव में गोचर।
प्रभाव: यह गोचर कुछ मिश्रित परिणाम देगा। अचानक लाभ या हानि संभव है। गूढ़ विषयों में रुचि बढ़ेगी। गुप्त शत्रुओं से सावधान रहने की आवश्यकता है। स्वास्थ्य पर ध्यान देना आवश्यक है।
9. धनु राशि (Sagittarius):
सप्तम भाव में बृहस्पति।
प्रभाव: विवाहयोग्य जातकों के लिए अच्छा समय है। दांपत्य जीवन में सुधार होगा। साझेदारी में व्यापार लाभप्रद हो सकता है। हालांकि, रिश्तों में पारदर्शिता बनाए रखें।
10. मकर राशि (Capricorn):
षष्ठम भाव में गोचर।
प्रभाव: शत्रुओं पर विजय मिलेगी। नौकरी में प्रमोशन या बदलाव के योग बनेंगे। स्वास्थ्य में सुधार होगा। कर्ज से राहत मिल सकती है। यह समय प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए अच्छा है।
11. कुंभ राशि (Aquarius):
पंचम भाव में बृहस्पति।
प्रभाव: शिक्षा, संतान और प्रेम संबंधों के लिए अनुकूल समय है। रचनात्मक कार्यों में सफलता मिलेगी। निवेश में लाभ संभव है। संतान पक्ष से खुशखबरी मिल सकती है।
12. मीन राशि (Pisces):
चतुर्थ भाव में गोचर।
प्रभाव: पारिवारिक सुख, वाहन या संपत्ति खरीदने का योग बन सकता है। माता से संबंध मधुर होंगे। घर में सुख-शांति रहेगी। मानसिक संतुलन बना रहेगा।
📌 विशेष सुझाव:
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यह गोचर ज्ञान, वाणी, बुद्धि और विचारों को प्रभावित करेगा।
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जिन राशियों के लिए गोचर अनुकूल नहीं है, वे बृहस्पति मंत्र (“ॐ बृं बृहस्पतये नमः”) का जाप करें और पीले वस्त्र या पीले खाद्य पदार्थों का दान करें।
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बृहस्पति की कृपा पाने के लिए गुरुवार का व्रत तथा पूजा लाभदायक होगी।
निष्कर्ष:
14 मई 2025 को बृहस्पति का मिथुन राशि में प्रवेश संचार, विचारों और संबंधों के क्षेत्र में परिवर्तन की लहर लाएगा। कुछ राशियों को जबरदस्त लाभ मिलेगा, जबकि कुछ को संयम, विवेक और आध्यात्मिक साधना की आवश्यकता होगी। संपूर्ण रूप से यह गोचर मानसिक विकास और संवाद की नई दिशा में ले जाने वाला साबित हो सकता है।
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