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Sunday, May 11, 2025

राहु केतु गोचर 18 मई 2025 : सभी 12 राशियों पर कैसा रहेगा इस गोचर का प्रभाव ?

 

18 मई 2025 को राहु का गोचर कुंभ राशि में और केतु का गोचर सिंह राशि में होने जा रहा है, और यह स्थिति लगभग 18 महीनों तक बनी रहेगी। राहु और केतु छाया ग्रह होते हैं और इनका प्रभाव आध्यात्मिक, मानसिक, सामाजिक और कभी-कभी भौतिक जीवन पर भी गहरा पड़ता है। आइए जानते हैं इस गोचर का 12 राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा:


🔮 मेष राशि (Aries)

राहु: लाभ भाव (11वां घर)
केतु: पंचम भाव (5वां घर)
प्रभाव:

  • आय में वृद्धि होगी, नए संपर्क बनेंगे।

  • निवेश से लाभ मिल सकता है।

  • बच्चों की शिक्षा या संतान पक्ष को लेकर चिंताएं हो सकती हैं।

  • प्रेम संबंधों में भ्रम या दूरी संभव।


🔮 वृषभ राशि (Taurus)

राहु: दशम भाव (10वां घर)
केतु: चतुर्थ भाव (4वां घर)
प्रभाव:

  • करियर में उन्नति, विदेश से जुड़ा काम लाभदायक रहेगा।

  • मां का स्वास्थ्य या घर से संबंधित तनाव बढ़ सकता है।

  • नौकरी में बदलाव की संभावना।

  • प्रॉपर्टी से जुड़ा कोई बड़ा निर्णय लेना पड़ सकता है।


🔮 मिथुन राशि (Gemini)

राहु: नवम भाव (9वां घर)
केतु: तृतीय भाव (3वां घर)
प्रभाव:

  • विदेश यात्रा या उच्च शिक्षा के योग।

  • भाग्य का साथ मिलेगा, लेकिन धार्मिक मामलों में भ्रम हो सकता है।

  • छोटे भाई-बहनों से दूरी या मतभेद।

  • आत्मविश्वास में कमी सकती है।


🔮 कर्क राशि (Cancer)

राहु: अष्टम भाव (8वां घर)
केतु: द्वितीय भाव (2वां घर)
प्रभाव:

  • स्वास्थ्य को लेकर सतर्क रहें, अचानक खर्चे बढ़ सकते हैं।

  • पारिवारिक जीवन में असंतुलन संभव।

  • धन हानि या वाणी पर संयम रखने की आवश्यकता।

  • गुप्त शत्रु सक्रिय हो सकते हैं।


🔮 सिंह राशि (Leo)

राहु: सप्तम भाव (7वां घर)
केतु: प्रथम भाव (1वां घर)
प्रभाव:

  • वैवाहिक जीवन में तनाव या गलतफहमी।

  • साझेदारी के व्यवसाय में धोखा या उलझन।

  • स्वयं की पहचान, स्वास्थ्य और आत्मबल पर असर।

  • अहंकार को त्यागना जरूरी होगा।


🔮 कन्या राशि (Virgo)

राहु: षष्ठ भाव (6वां घर)
केतु: द्वादश भाव (12वां घर)
प्रभाव:

  • शत्रुओं पर विजय, कानूनी मामलों में सफलता।

  • स्वास्थ्य सुधरेगा, ऋण से मुक्ति के योग।

  • विदेश यात्रा संभव, पर खर्चों पर नियंत्रण जरूरी।

  • नींद की कमी या मानसिक तनाव।


🔮 तुला राशि (Libra)

राहु: पंचम भाव (5वां घर)
केतु: एकादश भाव (11वां घर)
प्रभाव:

  • संतान पक्ष से सुखद समाचार मिल सकता है।

  • निवेश से अच्छा लाभ मिलेगा।

  • प्रेम जीवन में रहस्य या छुपाव संभव।

  • मित्रों से दूरी या धोखा।


🔮 वृश्चिक राशि (Scorpio)

राहु: चतुर्थ भाव (4वां घर)
केतु: दशम भाव (10वां घर)
प्रभाव:

  • गृह सुख में कमी, मां के स्वास्थ्य पर ध्यान दें।

  • करियर में बदलाव या असंतोष।

  • ट्रांसफर के योग।

  • कार्यस्थल पर छुपे शत्रुओं से सावधान रहें।


🔮 धनु राशि (Sagittarius)

राहु: तृतीय भाव (3वां घर)
केतु: नवम भाव (9वां घर)
प्रभाव:

  • साहस, आत्मबल में वृद्धि।

  • छोटी यात्राएं लाभप्रद होंगी।

  • गुरु या पिता से मतभेद हो सकते हैं।

  • धार्मिकता से विचलन संभव।


🔮 मकर राशि (Capricorn)

राहु: द्वितीय भाव (2वां घर)
केतु: अष्टम भाव (8वां घर)
प्रभाव:

  • वाणी से सफलता मिल सकती है।

  • धन संचय में बाधाएं।

  • जीवनसाथी के स्वास्थ्य पर असर।

  • अचानक घटनाएं मानसिक अशांति ला सकती हैं।


🔮 कुंभ राशि (Aquarius)

राहु: प्रथम भाव (1वां घर)
केतु: सप्तम भाव (7वां घर)
प्रभाव:

  • आत्मविश्वास अधिक रहेगा, पर भ्रम और अहंकार से बचें।

  • वैवाहिक जीवन में गलतफहमियां संभव।

  • हेल्थ में उतार-चढ़ाव।

  • छवि को लेकर सतर्क रहें।


🔮 मीन राशि (Pisces)

राहु: द्वादश भाव (12वां घर)
केतु: षष्ठ भाव (6वां घर)
प्रभाव:

  • विदेश यात्रा के प्रबल योग।

  • खर्चों में अत्यधिक वृद्धि।

  • स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।

  • शत्रुओं से सतर्क रहें, कानूनी झंझट संभव।


🔚 सारांश:

राहु और केतु का यह गोचर मानसिक संतुलन, निर्णय क्षमता और रिश्तों पर गहरा असर डालेगा। योग, ध्यान और संयम से राहु-केतु के नकारात्मक प्रभाव को नियंत्रित किया जा सकता है।


Sunday, May 4, 2025

14 मई 2025 को देवगुरु बृहस्पति करेंगे मिथुन राशि में प्रवेश : जानिये 12 राशियों पर कैसा रहेगा इस गोचर का प्रभाव !



 
14 मई 2025 को देवगुरु बृहस्पति (Jupiter) वृषभ राशि से निकलकर मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे। यह गोचर वैदिक ज्योतिष में अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि बृहस्पति ज्ञान, विस्तार, भाग्य, धर्म, विवाह और संतान से संबंधित कारकों का प्रतिनिधित्व करते हैं। मिथुन राशि बुध की राशि है, जो संवाद, बुद्धिमत्ता, व्यापार और लचीलापन दर्शाती है। बृहस्पति का यह गोचर सभी 12 राशियों के जीवन के विभिन्न क्षेत्रों पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालेगा।


🔯 12 राशियों पर बृहस्पति गोचर 2025 का प्रभाव

1. मेष राशि (Aries):

बृहस्पति तीसरे भाव में गोचर करेंगे।
प्रभाव: साहस और प्रयासों में वृद्धि होगी। छोटे भाई-बहनों से संबंध मजबूत होंगे। यात्राओं में वृद्धि हो सकती है। करियर में नए अवसर प्राप्त होंगे। लेकिन अत्यधिक आत्मविश्वास से बचें।

2. वृषभ राशि (Taurus):

बृहस्पति दूसरे भाव में रहेंगे।
प्रभाव: आर्थिक स्थिति में मजबूती आएगी। परिवार में सुख-शांति रहेगी। वाणी में मधुरता आएगी जिससे सामाजिक सम्मान बढ़ेगा। निवेश के लिए समय अनुकूल है।

3. मिथुन राशि (Gemini):

बृहस्पति आपकी ही राशि में गोचर करेंगे।
प्रभाव: यह एक अत्यंत शुभ स्थिति मानी जाती है। आत्मविश्वास बढ़ेगा, निर्णय लेने की क्षमता बेहतर होगी। स्वास्थ्य में सुधार होगा और विवाह या संतान से जुड़ी अच्छी खबर मिल सकती है।

4. कर्क राशि (Cancer):

यह गोचर आपके बारहवें भाव में होगा।
प्रभाव: विदेश यात्रा के योग बन सकते हैं। व्यय में वृद्धि होगी, विशेष रूप से धर्म और स्वास्थ्य पर खर्च संभव है। ध्यान और साधना से लाभ होगा। अधिक खर्च से बचने की सलाह दी जाती है।

5. सिंह राशि (Leo):

बृहस्पति ग्यारहवें भाव में होंगे।
प्रभाव: आय के नए स्रोत खुलेंगे। लंबे समय से रुके हुए कार्य पूरे होंगे। मित्रों और उच्च अधिकारियों से सहयोग मिलेगा। यह समय आर्थिक दृष्टि से अत्यंत अनुकूल है।

6. कन्या राशि (Virgo):

बृहस्पति दशम भाव में गोचर करेंगे।
प्रभाव: करियर में उन्नति के संकेत हैं। पदोन्नति या नई जिम्मेदारियाँ मिल सकती हैं। समाज में प्रतिष्ठा बढ़ेगी। पिता से संबंध बेहतर होंगे। कार्य में विस्तार की संभावना है।

7. तुला राशि (Libra):

नवम भाव में बृहस्पति का गोचर।
प्रभाव: भाग्य का साथ मिलेगा। उच्च शिक्षा, धार्मिक यात्रा और अध्यात्मिक रुचि में वृद्धि होगी। विद्यार्थी वर्ग के लिए यह समय शुभ है। गुरु या मेंटर से मार्गदर्शन प्राप्त होगा।

8. वृश्चिक राशि (Scorpio):

अष्टम भाव में गोचर।
प्रभाव: यह गोचर कुछ मिश्रित परिणाम देगा। अचानक लाभ या हानि संभव है। गूढ़ विषयों में रुचि बढ़ेगी। गुप्त शत्रुओं से सावधान रहने की आवश्यकता है। स्वास्थ्य पर ध्यान देना आवश्यक है।

9. धनु राशि (Sagittarius):

सप्तम भाव में बृहस्पति।
प्रभाव: विवाहयोग्य जातकों के लिए अच्छा समय है। दांपत्य जीवन में सुधार होगा। साझेदारी में व्यापार लाभप्रद हो सकता है। हालांकि, रिश्तों में पारदर्शिता बनाए रखें।

10. मकर राशि (Capricorn):

षष्ठम भाव में गोचर।
प्रभाव: शत्रुओं पर विजय मिलेगी। नौकरी में प्रमोशन या बदलाव के योग बनेंगे। स्वास्थ्य में सुधार होगा। कर्ज से राहत मिल सकती है। यह समय प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए अच्छा है।

11. कुंभ राशि (Aquarius):

पंचम भाव में बृहस्पति।
प्रभाव: शिक्षा, संतान और प्रेम संबंधों के लिए अनुकूल समय है। रचनात्मक कार्यों में सफलता मिलेगी। निवेश में लाभ संभव है। संतान पक्ष से खुशखबरी मिल सकती है।

12. मीन राशि (Pisces):

चतुर्थ भाव में गोचर।
प्रभाव: पारिवारिक सुख, वाहन या संपत्ति खरीदने का योग बन सकता है। माता से संबंध मधुर होंगे। घर में सुख-शांति रहेगी। मानसिक संतुलन बना रहेगा।


📌 विशेष सुझाव:

  • यह गोचर ज्ञान, वाणी, बुद्धि और विचारों को प्रभावित करेगा।

  • जिन राशियों के लिए गोचर अनुकूल नहीं है, वे बृहस्पति मंत्र (“ॐ बृं बृहस्पतये नमः”) का जाप करें और पीले वस्त्र या पीले खाद्य पदार्थों का दान करें।

  • बृहस्पति की कृपा पाने के लिए गुरुवार का व्रत तथा पूजा लाभदायक होगी।


निष्कर्ष:
14 मई 2025 को बृहस्पति का मिथुन राशि में प्रवेश संचार, विचारों और संबंधों के क्षेत्र में परिवर्तन की लहर लाएगा। कुछ राशियों को जबरदस्त लाभ मिलेगा, जबकि कुछ को संयम, विवेक और आध्यात्मिक साधना की आवश्यकता होगी। संपूर्ण रूप से यह गोचर मानसिक विकास और संवाद की नई दिशा में ले जाने वाला साबित हो सकता है।

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