Sunday, November 6, 2016

मोदी जी, लातों के भूत बातों से नही मानेंगे !

पिछले कुछ समय से देशद्रोही विपक्षी नेताओं की बेशर्मी थमने का नाम नही ले रही है. दिल्ली की एक ऐसी यूनिवर्सिटी जिसके ज्यादातर छात्र और अध्यापक अपने देशद्रोह के लिये ही पूरी दुनिया मे कुख्यात है, उन लोगों ने यूनिवर्सिटी के अंदर एक देशद्रोही आतंकवादी के सम्मान मे ना सिर्फ एक कार्यक्रम आयोजित किया, उसमे यह नारे भी लगाये कि वे सब मिलकर इस देश को बर्बाद कर देंगे और इसके टुकड़े-टुकड़े कर देंगे.  शिक्षा संस्थान की आड़ मे सरकारी खर्चे पर चल रहे इस देशद्रोही संगठन मे आयोजित की गयी इस देशद्रोही वारदात के सदमे से देशवासी उबर भी नही पाये थे, उससे पहले ही कुछ विपक्षी राजनीतिक दलों के नेता  इन सभी देशद्रोहियों के समर्थन मे इस तरह से कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हो गये, मानो इन सबने इस देश के खिलाफ बगावत का बिगुल बज़ा दिया हो. इन लोगों के साथ मीडिया का एक बड़ा वर्ग भी खड़ा हो गया और "देशद्रोह" को "अभिव्यक्ति की आज़ादी" कहकर उसी तरह दुष्प्रचार करने लगा, जैसा अपने मालिकों के इशारे पर यह पिछले 60 सालों से करता आ रहा था. यह सारी बात सोशल मीडिया पर अच्छी तरह से प्रचारित हो चुकी है और इसलिये इसे यहाँ अधिक विस्तार से लिखने की आवश्यकता अब नही है.

यहाँ लिखने वाली बात यह है कि दिल्ली पुलिस ने इस देशद्रोही वारदात के लिये सिर्फ तीन मामूली छात्र नेताओं की गिरफ्तारी करके ही अपनी जिम्मेदारी कैसे पूरी कर ली ? इस घटना के लिये जो लोग जिम्मेदार हैं, वे देश की अलग-अलग राजनीतिक पार्टियों के मुखिया की भूमिका मे हैं और वे सभी इन देशद्रोहियों के समर्थन मे खड़े हुये हैं-पुलिस इन लोगों की गिरफ्तारी तो दूर, इनसे पूछताछ करने से भी घबरा रही है. इसी तरह जो टी वी चैनल और अखबार इन देशद्रोहियों के समर्थन मे खुलकर पूरी बेशर्मी के साथ आ खड़े हुये है, उनके सम्पादकों और मालिकों  से पूछताछ और उनकी गिरफ्तारी क्या किसी दूसरे देश की पुलिस आकर करेगी ?



यह ठीक है कि देश की जनता के बढते दबाब के चलते मोदी जी ने स्मृति ईरानी, अनुराग ठाकुर और अरुण जेटली को आगे किया, जिन्होने इन सभी देशद्रोहियों को जमकर फटकार भी लगाई, लेकिन सवाल यह है कि इन बेशर्म लोगों पर ऐसी फटकार का क्या असर होने वाला है ? कुछ दिन बीतने के बाद, यह लोग किसी और देशद्रोह की वारदात मे लिप्त हो जायेंगे और एक बार उन्हे फिर कोई भाजपा का नेता फटकार लगा देगा और बात आई गयी हो जायेगी. देश के कानून के हिसाब से जब तक इन लोगों पर कार्यवाही नही की जायेगी, तब तक यह लोग सुधरने वाले नही हैं-क्योंकि ये सब लातों के भूत है, जिन्हे मोदी जी बातों से मनाने की कोशिश कर रहे हैं.
Published on 26/2/2016

No comments:

Post a Comment

Featured Post

पुलिस हिरासत में खूबसूरत लड़कियों की तलाशी

मकनपुर पुलिस स्टेशन में संदीप पुलिस इंस्पेक्टर बनकर नया नया आया था। पहले से ही इस पुलिस स्टेशन में राजेश और विजय इंस्पेक्टर के तौर पर पिछले ...