पी एम मोदी ने अभी हाल ही मे गायों की रक्षा करने वालों पर निशाना साधते हुये कहा कि इन गौ रक्षकों मे से लगभग 80 प्रतिशत लोग अपराधी हैं. प्रधान मंत्री के पास ऐसे पुख्ता आकडे जरूर रहे होंगे कि जितने भी गौ रक्षक हैं, उनमे से लगभग 80 प्रतिशत लोग अपराधी है. यह भी ठीक है कि गौ रक्षा के नाम पर किसी को भी कानून अपने हाथ मे लेने का अधिकार नही दिया जा सकता. लेकिन पी एम मोदी के पास इन आंकड़ों के अलावा और भी बहुत सारे आंकड़े भी उपलब्ध रहते होंगे और यह संभव नही है कि बाकी के अपराधियों पर मोदी जी के नज़र ना हो. अगर यह मान भी लिया जाये की निर्दोष गायों की रक्षा करने वाले लगभग 80 प्रतिशत लोग अपराधी हैं, तो क्या जिन लोगों का जिक्र नीचे किया गया है, वे सभी निर्दोष हैं ?
1. गायों को माँ का दर्ज़ा दिया जाता है. इन्ही निर्दोष गायों की कुछ लोग बेरहमी से हत्या करके उसके मांस को चटकारे ले लेकर खाते है- कलियुग से पहले के युगों मे तो ऐसे लोगों को राक्षस कहा जाता था-आजकल क्या इस तरह के लोग "निर्दोष" लोगो की श्रेणी मे आते हैं और उन्हे बचाने वाले लोग अपराधी बन जाते हैं ?
2. प्रधान मंत्री जी, बलूचिस्तान, पाक अधिकृत कश्मीर एवं कश्मीरी आतंकवादियों जैसे मुद्दों पर कुछ विपक्षी दलों के राजनेता पाकिस्तान की भाषा लगातार बोलते आ रहे हैं, जिसकी वज़ह से पाकिस्तान के हौसले दुष्कर्म करने के लिये और भी अधिक बुलंद हो रहे हैं. पाकिस्तान के साथ सुर मे सुर मिलाने के लिये क्या यह लोग अपराधी नही है ?
3. कश्मीरी आतंकवादी कभी पाकिस्तान का झंडा फहराते हैं, कभी पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाते हैं और कभी देश की सुरक्षा मे लगे हमारे जवानो को मार गिराते हैं- इन लोगो से जब पुलिस या सेना सख्ती से पेश आने की कोशिश करती है तो इनके कुछ हितैषी सेना और पुलिस को संयम बरतने की सलाह देते हैं. आतंकवादियों से हमदर्दी रखने वाले यह सभी लोग क्या आपकी नज़र मे निर्दोष हैं ?
प्रधान मंत्री जी, कश्मीर के मुद्दे को मीडिया और विपक्ष इस तरह से पेश कर रहा है, मानो सारा का सारा दोष वहां तैनात सेना के जवानो का है या फिर पुलिस का है और जो कश्मीरी आतंकवादी वहां अराजकता और देशद्रोह का माहौल बनाये हुये हैं, उनके हाथों मे तो आप खुद भी "पत्थर" की जगह "लैपटॉप" देखना चाहते हैं-इसका मतलब तो यह हुआ कि सेना के जवानों को ही दोषी साबित करने की कोशिश की जा रही है. अब अगर इन सेना के जवानो के समर्थन मे कोई खड़ा होना चाहे तो शायद उसे भी तो अपराधी घोषित नही कर दिया जायेगा ? जम्मू कश्मीर मे आपकी जो गठबंधन सरकार चल रही है, उसकी मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती तो पुलिस को कश्मीरी आतंकवादियों से माफी मांगने को भी कह चुकी हैं. इसका सीधा साफ मतलब यही निकलता है कि सारा दोष पुलिस और सेना का है और कश्मीरी आतंकवादी निर्दोष है?
Published on 16/8/2016
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