रवि कपूर सॉफ्टवेयर एक्सपोर्ट कम्पनी का मालिक एवम CEO था।कम्पनी में वैसे तो 100 के आसपास कर्मचारी काम करते थे जिनमे हर उम्र के पुरुष और महिला कर्मचारी थे लेकिन रवि को अपने लिए एक पर्सनल सेक्रेटरी की तलाश थी।
रवि ने अपनी पर्सनल सेक्रेटरी के लिए अखबार में विज्ञापन भी निकलवा दिया था जिसमे यह साफ साफ लिखा था कि 18 से लेकर 24 साल के बीच की बेहद खूबसूरत लड़कियां ही इस पोस्ट के लिए अप्लाई करें और साथ मे अपनी फोटो भी भेजें।
जितनी भी एप्लीकेशन आईं थीं, उनमे से फ़ोटो देखकर रवि ने सिर्फ 1 लड़की को ही मिलने के लिए बुलाया क्योंकि और कोई लड़की उसे पसंद नही आई। लड़की को संडे वाले दिन बुलाया गया था क्योंकि उस दिन आफिस की छुट्टी रहने की वजह से कोई और नही होता है सिर्फ़ आफिस का एक सिक्योरिटी गार्ड होता है जो रवि का काफी भरोसेमंद है और रवि की सभी बातों को सीक्रेट रखता है।
रवि की अभी शादी नही हुई थी और वह अभी 27 साल का था लेकिन इस उम्र में ही वह इतनी बड़ी कम्पनी का CEO बन गया था और इसकी वजह से ही वह निरंकुश होकर बेरोक टोक आफिस में अय्याशी करना चाहता था।
संडे को जैसे ही बुलाई गई लड़की 10 बजे आई तो आफिस के सिक्योरिटी गार्ड गौरव ने उसे सीधा रवि के केबिन में भेज दिया।
लड़की बेहद सुंदर,सेक्सी और हॉट लग रही थी और उसने जो ड्रेस पहन रखी थी उसमें उसकी फिगर और टाँगे साफ दिख रहीं थीं।
लड़की को देखते ही रवि की पैंट के अंदर लण्ड तनकर खड़ा हो गया।
रवि : अपने बारे में कुछ बताओ कि मैं तुम्हे अपनी पर्सनल सेक्रेटरी क्यों रखूं ?
लड़की बोलने लगी : सर मेरा नाम निधि है। मैं 20 वर्ष की हूँ और मैने 12 वीं तक पढ़ाई की है। मेरे पापा अब नहीं हैं। मेरा एक छोटा भाई और माँ हैं। घर के खर्चे की जिम्मेदारी अब मेरे ऊपर ही है। मुझे इस नौकरी की सख्त जरूरत है।
रवि समझ गया कि यह लड़की बहुत खूबसूरत होने के साथ साथ बहुत जरूरतमंद भी है और नौकरी को पाने के लिए कुछ भी करने को तैयार हो जाएगी।
रवि : तुम यह बताओ कि मेरे लिए क्या क्या काम कर सकती हो।
निधि : सर यह नौकरी पाने के लिए मैं कुछ भी कर सकती हूँ। आप जो कहेंगे मैं वही करूँगी।
रवि ने अपनी कुर्सी के अंदर ही अपने पैरों को फैलाते हुए कहा: इधर आकर मेरी गोद मे बैठो।
निधि थोड़ा सकपकाई लेकिन फौरन ही आगे बढ़कर रवि की गोद मे जाकर बैठ गयी।
रवि ने निधि के नितम्बों को अपने खड़े हो रहे लण्ड के ऊपर एडजस्ट करते हुए अपने हाथों को उसकी चिकनी जांघों पर फिराना शुरू कर दिया। इसके बाद रवि ने निधि के सीने की गोलाइयों को भी दबाया और सहलाया। निधि के चेहरे को रवि ने अपनी तरफ घुमाकर उसके होंठों को भी जी भरकर चूमा।
काफी चूमा चाटी के बाद रवि निधि से बोला: अब अपने सारे कपड़े उतारो और मुझे अपना खूबसूरत बदन दिखाओ।
निधि : सर यह आप क्या कह रहे हैं। मैं अपने सारे कपड़े उतारकर निर्वस्त्र कैसे हो सकती हूं ?
रवि थोड़ी कड़क आवाज़ में बोला: अगर तुम्हें यह नौकरी चाहिए तो तुम वही सब करोगी जो मैं कहूंगा। यह तुम्हारा टेस्ट है। मैं वह सब करवाकर देखूंगा जो तुम्हे हर रोज करना है। 12 वीं पास लड़की मेरे और किस काम की है? तुम्हे मैं अपना पर्सनल सेक्स स्लेव बनाकर रखूंगा। चल अब जल्दी कपड़े उतारकर मुझे अपना बदन चैक कराओ।
निधि ने कोई और रास्ता न देख अपने कपड़े उतारने शुरू कर दिए और कुछ ही पल में वह एकदम निर्वस्त्र अवस्था मे खड़ी हुई थी।
निधि का संगमरमर में तराशा हुआ बदन और कसी हुई सेक्सी फिगर देखकर रवि बेकाबू हो चला था।
रवि : गुड़। आओ मेरी गोद मे आकर बैठो।
निधि एकदम निर्वस्त्र अवस्था मे धीरे धीरे चलते हुए रवि के पास पहुंची और फिर से उसकी गोद में बैठ गई। रवि ने एक बार फिर से उसके नंगे बदन को हर तरफ से चूमना चाटना और दबाना सहलाना शुरू कर दिया।
काफी देर तक निधि के नंगे बदन से खिलवाड़ करने के बाद रवि ने निधि को ज़मीन पर घुटनों के बल बिठा लिया और बोला: मेरी पैंट के अंदर मेरा लण्ड तनकर खड़ा हो चुका है। इसे अपने हाथों से धीरे धीरे सहलाते हुए मेरी पैंट की ज़िप खोलो और लंड बाहर निकालो।
निधि समझ गई कि रवि क्या चाहता है। उसने नौकरी हासिल करने के लिए वह सब कुछ किया जो रवि कहता गया। रवि ने पहले उससे अपना लण्ड चुसवाया और उसके बाद अपने लण्ड को जीभ से चाटने के लिए भी कहा।
निधि का जी भरकर मुख मैथुन करने के बाद भी रवि का मन नही भरा था। उसका इरादा था कि वह निधि को आज तीन चार घण्टे अच्छी तरह से पेलने के बाद ही उसे नौकरी का ऑफर दे ताकि निधि की हर तरह से टेस्टिंग हो जाये।
रवि ने आज पूरे दिन निधि के साथ मौज़ मस्ती का जबरदस्त प्लान बनाया हुआ था। मुख मैथुन के बाद निधि एकदम निर्वस्त्र अवस्था मे ही उसके सामने खड़ी हुई थी। अब रवि ने निधि को अपने पास बुलाकर उसके दोनों हाथों को पीछे करके उनमे हथकडी लगा दी।
हथकडी लगाने के बाद रवि कुछ सेक्सी गेम खेलने के मूड में था लेकिन इससे पहले कि वह गेम शुरू करता, उसके फोन की घण्टी बजने लगी। रवि ने फोन पर बात की और फिर निधि से बोला: मुझे एक घण्टे के लिए अर्जेंट काम के लिए जाना पड़ेगा। चलो अब बाकी की मौज़ मस्ती एक घण्टे बाद की जाएगी। तुम यहाँ पर मेरा वेट करो।
रवि जल्दी में जाते जाते निधि की हथकडी खोलना भी भूल गया। जाते जाते वह सिक्योरिटी गार्ड गौरव से यह कह गया कि अंदर जो लड़की आई है, उसका ख्याल रखना। मैं खन्ना साहब के पास जा रहा हूँ। 2 बजे तक वापस आ जाऊंगा।
रवि के जाने के बाद सिक्योरिटी गार्ड गौरव रवि के केबिन की तरफ इसलिये जाने लगा कि वह आई हुई लड़की से लंच आदि के बारे में पूछ लें कि वह क्या लेगी।
लेकिन जैसे ही गौरव केबिन का दरवाजा खोलकर अंदर आया तो उसके होश उड़ गए। अंदर बेहद खूबसूरत और सेक्सी निधि एकदम निर्वस्त्र खड़ी थी और उसके दोनों हाथों में पीछे करके हथकडी भी लगी हुई थी।
सिक्योरिटी गार्ड को देखते ही शर्म और ज़लालत से निधि का चेहरा एकदम लाल हो गया।
वह हिम्मत करके गार्ड से कहने लगी; मेरी हथकड़ी खोल दो प्लीज़। मुझे कपड़े पहनने हैं।
गार्ड बोला: लेकिन हथकडी की चाबी तो साहब के पास ही होगी। मैं कैसे खोल सकता हूँ। जिस अवस्था मे निधि खड़ी थी, उसे देखकर किसी का भी मन बेकाबू हो सकता था। हथकडी में कैद इस कातिल हसीना के साथ कैसे मज़े लिए जा सकते हैं, यह सोचने से ही गौरव का लण्ड तनकर खड़ा हो चुका था।
गौरव ने आगे बढ़कर निधि के निर्वस्त्र बदन पर हाथ फिराते हुए कहा: साहब को वापस आने में तो एक दो घण्टे लगेंगे। तब तक साहब का काम मैं ही निपटा देता हूँ।
निधि : प्लीज़ ऐसा मत करो। मुझे बहुत शर्म आ रही है। मुझे कपड़े पहनने दो प्लीज़।
गौरव हाथ आये इस सुनहरे मौके को गंवाने के मूड में बिल्कुल नही था। उसे पता था कि निधि के हाथ हथकडी से बंधे होंने की वजह से वह एकदम बेबस थी और वह उसके साथ इस समय जो चाहे कर सकता था।
गौरव निधि से कहने लगा: नीचे घुटनों के बल बैठ जा और मुझे भी खुश कर
निधि नही बैठी तो गौरव ने अपनी पैंट में से चमड़े की बेल्ट निकल ली और निधि के सेक्सी बदन पर चमड़े की बैल्ट के स्ट्रोक लगाते हुए बोला: अब तुझे मेरा हुक्म न मानने की सज़ा मिलेगी।
नंगे बदन पर बैल्ट के स्ट्रोक लगने से निधि उछलने लगी और गिड़गिड़ाते हुए गौरव से बोली: अब मत मारो। आप जो कहोगे वह मैं करूँगी।
गौरव अब मस्ती में था: कम से कम 10 बैल्ट स्ट्रोक तो तुझे सज़ा के तौर पर लगाऊंगा ही । अगर तूने फिर भी मेरी बात नही मानी तो और भी सख्त सजा मिलेगी तुझे।
10 बैल्ट स्ट्रोक लगने के बाद निधि घुटनों के बल ज़मीन पर बैठ गई। गौरव की पैंट के अंदर उसका लण्ड एकदम तनकर खड़ा हो चुका था। गौरव अपनी पैंट में कैद खड़े लंड को निधि के चेहरे पर रगड़ने लगा और उससे बोला: मेरा लण्ड पैंट में से निकालकर अपने मुंह मे ले जल्दी।
निधि: सर मेरे हाथ बंधे हुए हैं। मैं आपकी पैंट की ज़िप कैसे खोलूं ?
गौरव पूरी अय्याशी के मूड में था: तेरे पास सिर्फ 5 मिनट हैं। 5 मिनट के अंदर तुझे अपने मुंह से ही मेरी पैंट की ज़िप खोलकर उसमे से लण्ड को निकालकर अपने मुंह मे लेना है। अगर 5 मिनट में यह काम तुझसे नही हुआ तो फिर इस चमड़े की बैल्ट के 25 स्ट्रोक तेरे इस मखमली बदन और सज़ा के तौर पर और लगाए जाएंगे।चल जल्दी कर साली चिकनी!
बेबस होकर निधि अपने चेहरे को गौरव की पैंट के अंदर खड़े लण्ड पर रगड़ने लगी। गौरव को इस रगड़ाई में बहुत मज़ा आ रहा था। उसने निधि के गालों पर हल्की चपत मारते हुए कहा: चल मैं तेरी कुछ मदद कर देता हूं। गौरव ने उसके चेहरे को अपने दोनों हाथों में पकड़ते हुए कहा: मेरी पैंट की ज़िप को अपने होंठों में दबाकर उसे नीचे की तरफ खींचो।
निधि ने वैसे ही किया और ज़िप खुल गयी लेकिन लण्ड अभी भी अंडरवियर के अंदर कैद था।
गौरव अब अपनी पैंट को उतारकर अंडरवियर पहने हुए सोफे पर बैठ गया और निधि से बोला: अब अपने चेहरे और होंठों का इस्तेमाल करके मेरा अंडरवियर भी उतार और मेरे लण्ड को अपने मुंह मे लेकर चूस।
निधि समझ गई कि गौरव क्या चाहता है। वह घुटनों के बल ज़मीन पर खिसकते हुए सोफे पर बैठे गौरव के एकदम नज़दीक चली गई और उसके अंडरवियर पर अपना चेहरा टिकाकर अपने होंठों और दाँतों की मदद से अंडरवियर को नीचे खिसकाने में कामयाब हो गई। अंडरवियर उतरते ही गौरव का खड़ा लण्ड उसने अपने मुंह मे ले लिया।
गौरव पूरी मस्ती में था। हथकडी में जकड़ी निर्वस्त्र जवान और खूबसूरत लौंडिया निधि उसकी हर उस इच्छा को पूरा कर रही थी जिसे उसने अब तक सिर्फ पोर्न फिल्मों में ही देखा था। अपनी इस अय्याशी को गौरव अपने मोबाइल फ़ोन के कैमरा में रिकॉर्ड भी कर रहा था ताकि इस रिकॉर्ड की गई फ़िल्म के सहारे वह निधि को आगे भी ब्लैकमेल कर सके।
निधि से अपना लण्ड चुसवाने के बाद उसने निधि को फिर से आर्डर दिया: मेरा लण्ड गीला हो गया है। इसे अपनी जीभ से चाटकर साफ करो।
जीभ से चाट चाटकर निधि जब गौरव का लण्ड साफ कर चुकी तो उसे बहुत जोर की प्यास लगने लगी।
निधि: सर मुझे बहुत जोर की प्यास लगी है। मुझे पीने के लिए पानी चाहिए।
गौरव : तुझे पानी नही, मेरा पेशाब पीना होगा।
यह कहकर गौरव ने वहाँ रखे एक बड़े गिलास को उठा लिया और उसके अंदर अपनी पेशाब भरने लगा।
निधि: प्लीज़ सर ऐसा मत कीजिये मेरे साथ। मुझे पानी पीना है। मुझे पेशाब मत पिलाइये।
क्योंकि निधि के दोनों हाथ हथकडी से बंधे हुए थे, पेशाब से भरा गिलास गौरव ने अपने हाथ मे पकड़कर उसे निधि के होंठों से लगाते हुए कहा: इसे पीकर अपनी प्यास बुझाओ। तुम्हारे पास इस गिलास में भरे पेशाब को पीने के लिए सिर्फ़ 3 मिनट हैं। 3 मिनट में गिलास खाली नही हुआ तो 3 मिनट बाद मैं तुम्हारे इस बदन पर 25 बैल्ट स्ट्रोक लगाऊंगा।
25 बैल्ट स्ट्रोक का नाम सुनकर निधि न चाहते हुए भी गिलास में भरे सारे पेशाब को फटाफट एक ही घूंट में पी गई। गौरव लगातार अपने मोबाइल पर अपनी अय्याशी की वीडियो बनाता जा रहा था।
गौरव को निधि के साथ मौज़ मस्ती करते हुए लगभग एक घण्टा हो चुका था। उसने फटाफट अपने कपड़े ठीक किये और निधि के चेहरे को एक कपड़े से साफ करते हुए बोला: जो कुछ भी अभी हुआ है, उसकी ख़बर रवि साहब को नही लगनी चाहिए। अगर उन्हें तुमने कुछ भी बताने की कोशिश की तो मैंने तुम्हारी मोबाइल में जो फ़िल्म रिकॉर्ड की हुई है, उसे वायरल कर दूंगा। समझी ?
निधि: जी सर समझ गई।
कुछ ही देर में रवि वापस आ गया और कमरे में घुसते ही निधि को हथकडी लगे सोफे पर बैठे देखकर पूछने लगा: तुम तब से ऐसे ही बैठी हुई हो ?
निधि : जी सर।
रवि को लग रहा था कि निधि सच नही बोल रही है। 2 घण्टे तक वह ऐसे ही बैठी रहे और गौरव इसके साथ कुछ बदमाशी न करे यह तो संभव ही नही था। दरअसल रवि जान बूझकर निधि को इस हालत में छोड़ गया था ताकि वह यह जाँच सके कि उसकी गैर मौजूदगी में गौरव गार्ड इस चिकनी के साथ क्या करता है।
रवि ने अपने कमरे में एक सीक्रेट कैमरा फिट किया हुआ था जिसमे इस कमरे में होने वाली सभी हरकतों की वीडियो फ़िल्म तैयार हो जाती थी।
रवि फिर से मस्ती के मूड में आ चुका था। सोफे पर बैठते हुए वह निधि से बोला: अच्छा यही होगा कि तुम मुझे सब कुछ सच सच बता दो कि मेरी गैर मौजूदगी में तुम्हारे साथ क्या क्या हुआ है। अगर तुम्हारा झूठ पकड़ा गया तो तुम्हें उसके लिए सख्त सजा मिलेगी।
निधि : जी मुझे बहुत शर्म आ रही है सच बताने में। इसलिए मैं आपको कुछ नही बता पा रही हूँ।
रवि अब सोफे पर रिलैक्स होकर बैठ गया और निधि की तरफ देखकर बोला: चल मेरे सामने आकर खड़ी हो जा और विस्तार से सब कुछ बता कि तेरे साथ मेरे गार्ड गौरव ने क्या क्या किया। तेरे साथ गौरव ने क्या क्या किया उसकी मेरे पास पूरी वीडियो फ़िल्म भी है लेकिन मैं तेरे मुंह से ही सुनना चाहता हूँ। चल अब शुरू हो जा।
निधि ने रवि को सब कुछ विस्तार से बता दिया।
निधि को लग रहा था कि अब रवि गार्ड गौरव को बुलाकर डाँट लगाएगा और उसे शायद नौकरी से भी निकाल देगा। लेकिन ऐसा कुछ नही हुआ।
रवि ने गार्ड को आवाज़ देकर कमरे के अंदर बुला लिया।
गौरव अंदर आकर रवि से पूछने लगा: जी सर, आपने मुझे बुलाया ?
रवि : यह लौंडिया निधि है जिसे मैंने अपनी पर्सनल सेक्स स्लेव की पोस्ट पर 50000 रुपये सैलरी पर आज से रख लिया है। तुमने मेरी गैर मौजूदगी में इसे अच्छी ट्रेनिंग दी है। अब जरा ऐसा करो कि इसे इस कमरे में इसी हालत में उल्टा करके लटका दो
गौरव बहुत बदमाश था। वह समझ गया कि रवि क्या चाहता है।
गौरव ने अपनी जेब से एक मोटी रस्सी निकाली और कुर्सी पर बैठते हुए निधि से बोला : अपने पैर मेरी तरफ करके नीचे ज़मीन पर लेट जाओ।
निधि एकदम निर्वस्त्र थी और उसके हाथ हथकडी से बंधे हुए थे। गौरव और रवि की बदमाशियों को चुपचाप सहते जाने के अलावा उसके पास कोई और रास्ता नही था।
निधि ज़मीन पर लेट गई। गौरव ने उसके दोनों पैरों को खींचकर अपनी गोद मे रखा और दोनों पैरों को रस्सी से मजबूती के साथ बांध दिया। अब निधि के दोनों हाथ और दोनों पैर बांध दिए गए थे और वह बिल्कुल बेबसी की अवस्था मे थी।
कमरे की छत में एक लोहे का कुंडा लगा हुआ था। गौरव अब निधि के जिस्म को लेकर एक स्टूल पर चढ़कर खड़ा हो गया और निधि को उल्टा करके लटका दिया। निधि का खूबसूरत चेहरा अब नीचे लटक रहा था।
गौरव ने रवि से कहा: सर आप अपनी कुर्सी लेकर यहाँ बैठ जाइए जहाँ इसका चेहरा लटक रहा है।
रवि कुर्सी लेकर निधि के लटकते चेहरे के पास आ गया और उसके चेहरे को उसने अपनी गोद मे रखकर उसे सहलाने लगा।
रवि एक हाथ से उसके चिकने बदन और मस्त मम्मे भी दबाता सहलाता जा रहा था।
गौरव भी एकदम उत्तेजित अवस्था मे आ चुका था। वह पीछे से ही खड़ा खड़ा रौबीली आवाज़ में निधि से बोला: अपना मुंह खोलकर रख । जब तक तुझे कहा न जाये तेरा मुंह खुला रहना चाहिए।
निधि ने अपना मुंह जैसे ही खोला, रवि ने अपना खड़ा लण्ड उसके मुंह मे डाल दिया और बोला: इसे अपने मुंह मे लेकर अच्छे से चूस।
गौरव रवि से हंसकर कहने लगा: मैं इसके साथ कुछ ऐसा करूँगा कि यह लौंडिया आपकी पूरी मौज़ करा देगी।
यह कहने के साथ ही गौरव ने अपनी पैंट की चमड़े की काली बेल्ट निकाल ली और उसे निधि के बदन पर मारना शुरू कर दिया।
हर बेल्ट स्ट्रोक पर निधि का उल्टा लटका हुआ खूबसूरत नंगा जिस्म बुरी तरह उछल रहा था जिसकी वजह से वह रवि के लण्ड को और अच्छी तरह चूस रही थी। रवि भी उसके दोनों गालों पर लगातार हल्की हल्की चपत लगाकर उसे निर्देश देता जा रहा था: अपनी जीभ को गोल गोल मेरे लण्ड पर घुमाती रह।
रवि पूरी मस्ती में था और निधि का जी भरकर मुख मैथुन कर रहा था। क्लाइमेक्स आने पर रवि ने अपने वीर्य की धार निधि के मुंह मे छोड़ते हुए कहा: मेरे लण्ड के इस जूस को पीकर अपनी प्यास बुझा।
निधि रवि के सारे वीर्य को निगल गई लेकिन रवि ने अपना लण्ड उसके मुंह मे ही रखते हुए कहा: मेरे गीले लंड को अपनी जीभ से चाट चाट कर इसे साफ कर।
रवि पूरी तरह निधि के साथ मौज़ लेने के बाद वाशरूम जाने के लिए उठने लगा तो गौरव ने रवि को रोकते हुए कहा: सर आपको कहीं जाने की जरूरत नही है। यह आपकी पेशाब को भी इस तरह पीयेगी मानो कोल्ड ड्रिंक पी रही हो।
रवि को गौरव का आईडिया बहुत पसंद आया। उसने गौरव से कहा: पानी की खाली बोतल लेकर आओ।
गौरव पानी की खाली बोतल ले आया और रवि ने अपने लण्ड से उस बोतल को पेशाब से भर दिया।
निधि उल्टी लटकी हुई यह सब बदमाशी देख रही थी लेकिन वह एकदम बेबस थी।
रवि अब गौरव से बोला: अब इस लौंडिया को उतारकर मेरी गोद मे बिठा दो। इसके हाथ की हथकडी और पैरों की रस्सी भी खोल दो। अब यह मेरी सेक्स स्लेव बन चुकी है।
गौरव ने स्टूल के ऊपर चढ़कर निधि को नीचे उतार लिया। गौरव निधि के निर्वस्त्र बदन से खिलवाड़ भी करता जा रहा था। निधि के पैरों की रस्सी खोलते हुए उसने निधि की चिकनी जांघों को खूब सहलाया।
गौरव की बदमाशी को रवि देख रहा था लेकिन रवि को गौरव की बदमाशी देखकर भी मज़ा आ रहा था। दरअसल गौरव के पास खूबसूरत लड़कियों को ज़लील करके उन्हें अपने काबू में करने के नए नए आईडिया आते रहते थे, जिनका फायदा रवि भी उठाता था।
निधि की हथकडी खोलने के लिए गौरव ने निधि से कहा: इधर आकर मेरी गोद मे बैठ जा।
निधि गौरव की गोद मे आकर बैठ गयी। गौरव ने निधि की चिकनी पीठ को खूब सहलाने के बाद उसकी हथकडी खोल दी और उससे बोला: जा अब रवि साहब की गोद मे जाकर बैठ जा और उनकी पेशाब पीकर अपनी प्यास बुझा।
रवि अपने हाथ मे पेशाब से भरी बोतल लिए बैठा था। जैसे ही निधि उसकी गोद मे आकर बैठी, बोतल को उसने निधि के होंठों से लगाते हुए कड़क आवाज़ में कहा: 2 मिनट के अंदर सारी बोतल खाली नही की तो तेरे बदन पर लैदर बेल्ट के 100 स्ट्रोक लगाए जाएंगे।
गौरव और रवि दोनों को ही यह मालूम था कि अगर निधि चाहें भी तो 2 मिनट में सारी पेशाब नही पी सकेगी। वह दोनों निधि की तरफ देखकर हल्के हल्के मुस्करा भी रहे थे।
निधि ने धीरे धीरे बोतल को अपने होंठों से लगाया और पेशाब के घूंट पीने लगी लेकिन पेशाब का स्वाद इतना ज्यादा खराब था कि वह उसे बहुत हल्के हल्के ही निगल पा रही थी।
रवि ने गौरव से कहा: तुम घड़ी में टाइम देखते रहो। इस लौंडिया को मैंने सिर्फ 2 मिनट का टाइम दिया है।
गौरव ने कुछ ही पलों बाद कह दिया: सर 2 मिनट पूरे हो गए हैं। इसने अभी बोतल खाली नही की है।
रवि ने अब निधि से कहा: चल बोतल एक तरफ रख दे और उल्टी होकर मेरी जांघों पर लेट।
निधि रवि के सामने आकर खड़ी हो गई। रवि ने सोफे पर बैठे बैठे अपने पैरों को फैलाते हुए निधि को अपनी गोद मे लिटाकर पहले उसे जी भरकर दबाया सहलाया और फिर उल्टा करके लिटा लिया। निधि के मस्त मम्मे रवि के खड़े लण्ड पर टिके हुए थे और उसका चेहरा रवि की जाँघ पर टिका हुआ था। रवि ने निधि के मखमली बदन को अपनी दोनों जाँघों और बीच मे खड़े लण्ड पर इस तरह एडजस्ट करके लिटा लिया ताकि जब उसके बदन पर चमड़े की बेल्ट के स्ट्रोक लगाए जाएं तो निधि के जिस्म के उछलने से रवि को जन्नत का मज़ा आ सके।
रवि ने कुछ टाइम तक उल्टी लेटी हुई निधि की जांघों, नितम्बों और पीठ को अपने हाथों से दबाया सहलाया और फिर गौरव से बोला: गौरव अब तुम अपनी पैंट में से चमड़े की बेल्ट निकालो और इसके नितम्बों पर 100 स्ट्रोक लगाओ। हर स्ट्रोक की गिनती खुद इस लौंडिया को ही करनी है। जिस स्ट्रोक की यह गिनती नही करेगी, उसे काउंट नही किया जाएगा।
गौरव तो खुद अव्वल दर्जे का बदमाश था। उसने अपनी बेल्ट निकाली और स्ट्रोक लगाने से पहले निधि के नितम्बों पर एक बार अपना हाथ इस तरह फिराया मानों वह उसका इंस्पेक्शन कर रहा हो।
गौरव ने चमड़े की बेल्ट के स्ट्रोक निधि के मस्त नितम्बों पर लगाने शुरू कर दिए। निधि उम्मीद के मुताबिक उछल उछल कर रवि का मनोरंजन कर रही थी। हर स्ट्रोक के बाद वह गिनती भी बोलती जा रही थी।
रवि को निधि के उछलने से बहुत मज़ा आ रहा था। बेल्ट के हर स्ट्रोक के साथ निधि के मम्मे रवि के लण्ड पर उठ उठ कर गिर रहे थे। निधि का खूबसूरत चेहरा रवि की दायीं जाँघ पर टिका हुआ था।
अचानक निधि गिड़गिड़ाती हुई रवि से कहने लगी: प्लीज़ सर, अब मुझे छोड़ दो। आप जो कहोगे वह सब मैं करने के लिए तैयार हूँ।
रवि : कुछ भी करेगी ?
निधि : यस सर कुछ भी करूंगी। बस अब चमड़े की बेल्ट से मेरी पिटाई बन्द करवा दीजिए।
रवि मुस्कराता हुआ गौरव से बोला: रुक जाओ गौरव। यह लौंडिया अब शायद लाइन पर आ गयी है।
रवि ने निर्वस्त्र निधि को उठाकर फिर से अपनी गोद मे बिठा लिया और उसके मम्मे दबाते हुए गौरव से बोला: बोतल में से पेशाब को एक गिलास में भरकर मेरे पास लाओ।
गौरव ने एक खाली गिलास उठाया और उसमें बोतल में बची हुई रवि की पेशाब भरकर उसे रवि के पास ले गया।
पेशाब से भरा गिलास रवि ने अपने हाथ मे लेकर उसमे 2-3 बार थूक दिया और फिर मुस्करा कर निधि से बोला: चल अब इस थूक मिश्रित पेशाब को पी जा। यह आज का आखिरी टेस्ट है। इसमें पास हुई तो कल से तेरी नौकरी पक्की है।
इस बार निधि गिलास में भरे थूक मिश्रित पेशाब को जल्दी से पी गई।
रवि : चल अब अपने कपड़े पहन ले और घर चली जा। कल सुबह ठीक 10 बजे तुझे सीधे मेरे कमरे में आना है। कल तुझे सफेद रंग की ब्रा और पैंटी पहननी है और उसके ऊपर सफेद रंग का टॉप और शार्ट स्कर्ट पहनकर आनी है। टॉप और स्कर्ट के बीच मे कम से कम एक इंच का गैप होना चाहिए जिसमें से तेरी यह नाभि दिखनी चाहिए। स्कर्ट तेरे घुटनों से कम से कम 2 इंच ऊपर होनी चाहिए। हर रोज के लिए तुम्हारा यही ड्रेस कोड है। अगर किसी दिन तुमने ड्रेस कोड के हिसाब से कपड़े नही पहने तो तुम्हे सज़ा मिलेगी। समझी या नही?
निधि रवि की सभी शर्तें सुनकर बोली : यस सर! समझ गयी। अब मैं चलती हूँ।
अगले दिन ठीक 10 बजे निधि आफिस में आकर सीधे रवि के कमरे में चली आई। आज उसका आफिस में पहला दिन था।
निधि ने सफेद रंग का छोटा सा टॉप और स्कर्ट पहनी हुई थी । इस ड्रेस में बहुत ज्यादा सेक्सी लग रही थी।
रवि ने उसे एक बार ऊपर से नीचे तक जी भरकर देखा और अपने खड़े लण्ड पर हाथ फिराते हुए बोला: टॉप और स्कर्ट उतारो ताकि मैं यह देख सकूं की तुमने मेरे हुक्म के मुताबिक सफेद रंग की ब्रा और पैंटी पहनी है या नही।
निधि: पर सर, अगर यहॉं कोई आ गया तो ? बाहर तो बहुत सारे लोग आ चुके हैं।
रवि : कोई नही आएगा। मेरे कमरे का दरवाजा ऑटोमैटिक है जो अपने आप बंद हो जाता है। जब तक मैं इसे अपने इस रिमोट से नही खोलूंगा, यह दरवाज़ा बंद ही रहेगा। चलो अब शुरू हो जाओ।
निधि ने अपने टॉप के बटन खोलने शुरू कर दिए। सारे बटन खुलते ही उसकी सफेद ब्रा दिखने लगी।
रवि : वेरी गुड। अब इस टॉप को उतार दो और अपनी स्कर्ट भी खोलकर दिखाओ।
निधि ने अपनी स्कर्ट की बेल्ट खोलते हुए उसे थोड़ा सा नीचे खिसका दिया ताकि रवि उसकी सफेद पैंटी को देखकर अपनी तसल्ली कर सके। लेकिन रवि के इरादे कुछ और ही थे।
रवि निधि से बोला: स्कर्ट भी उतारो।
अब निधि सिर्फ एक ब्रा और पैंटी पहने खड़ी थी।
रवि फिर उससे बोला: अपनी स्कर्ट और टॉप सामने उस अलमारी में रख दो। शाम को जाते वक्त इन कपड़ों को पहन लेना। दिन भर तुम इन्ही कपड़ों में मुझे खुश करोगी। आओ, इधर आकर मेरी गोद मे बैठ जाओ।
निधि आगे बढ़ी और रवि के पास आकर उसकी गोद मे बैठ गयी।
रवि ने निधि को अपनी बायीं जाँघ पर एडजस्ट करते हुए बिठा लिया और उसके दाएं हाथ को अपनी पैंट में खड़े लण्ड पर लाकर बोला: इसे अपने हाथों से धीरे धीरे सहलाओ। दिन में मैं ज्यादातर वक्त फोन कॉल पर ही बिज़ी रहता हूँ। जब तक मैं फोन पर बातचीत करूं, तुम्हारी यह डयूटी है कि मेरे लण्ड को अपने हाथों से इसी तरह सहलाती रहोगी।
निधि रवि के पैंट में तन रहे लण्ड पर अपना हाथ फिराने लगी। कुछ ही देर में इण्टरकॉम की घण्टी बजी और रवि किसी कर्मचारी से बात करने लगा। फोन पर बात खत्म हुई तो रवि का मोबाइल बज उठा और वह मोबाइल पर बात करने लगा। बात करते करते रवि लगातार निधि के जिस्म को दबाते सहलाते हुए खिलवाड़ कर रहा था। निधि इस बीच रवि की पैंट में बन रहे उभार पर लगातार हाथ फेर रही थी जिसकी वजह से वह और भी सख्त हो गया था।
मोबाइल फोन पर बात खत्म होते ही रवि ने अपने पास रखे फोन को उठाकर कहा: शिल्पा मेरे रूम में आओ। कल जो प्रोजेक्ट बनाने के लिए कहा था, उसे लेकर जल्दी से आओ।
निधि को लगा कि अब कोई अंदर आने वाला है, वह रवि की गोद से उठने की कोशिश करने लगी। रवि ने उसके गालों पर हल्की सी चपत लगाते हुए कहा: जब तक मैं न कहूँ, ऐसे ही बैठी रह मेरी गोद मे। यहाँ कोई आये जाए, उससे तुझे कोई मतलब नही है।
निधि दुबारा से रवि की गोद मे बैठकर उसके खड़े लन्ड पर हाथ फिराने लगी। इस बीच रूम की घण्टी बजी और रवि ने रिमोट से रूम के दरवाजे को खोल दिया। शिल्पा अपने लैपटॉप को लेकर शायद अपना प्रोजेक्ट दिखाने आयी थी।
शिल्पा बेहद खूबसूरत और सेक्सी लग रही थी और उसने लाल रंग की टाइट ड्रेस पहन रखी थी।
रवि ने अपनी गोद मे बैठी निधि की ब्रा में हाथ डालकर उसके दूधिया स्तनों से खेलते हुए शिल्पा से पूछा: प्रोजेक्ट तैयार है?
शिल्पा : नही सर, अभी कुछ टाइम और लगेगा।
रवि : तुम्हे इस प्रोजेक्ट के लिये पहले ही काफी टाइम दिया जा चुका है।
शिल्पा: सर प्लीज़, कुछ टाइम और दे दीजिए। कल तक पूरा हो जाएगा।
रवि : अब तुम्हे टाइम नही मिलेगा-सिर्फ सज़ा मिलेगी। चलो लैपटॉप टेबल पर रखो और अपने कपड़े उतारो।
शिल्पा ने लैपटॉप टेबल पर रख दिया और अपनी ड्रेस को उतारने लगी। शिल्पा के बदन पर जब सिर्फ ब्रा और पैंटी ही बच गयी तो वह रुक गयी। उसकी फिगर बेहद सेक्सी और तराशी हुई लग रही थी। रवि ने अपने आफिस में ज्यादातर सेक्सी लड़कियाँ ही रखी हुई थीं जिन्हें वह सज़ा देने के बहाने इसी तरह निर्वस्त्र करके उन्हें ज़लील करता था।
निधि के सामने शिल्पा कुछ ज्यादा ही शर्मा रही थी । वह अपने बदन को अपने हाथों से छिपाने का प्रयास करने लगी। लेकिन रवि मस्ती के मूड में लग रहा था: अपने दोनों हाथ ऊपर उठाओ और गोल गोल घूमकर अपना सेक्सी जिस्म दिखाओ।
शिल्पा बेबसी में अपने दोनों हाथ ऊपर उठाकर गोल गोल घूमकर अपने सेक्सी जिस्म की नुमाइश करने लगी।
शर्म और ज़लालत के कारण शिल्पा ने अपनी आंखों को बंद कर लिया था। एक सेक्स टॉय की तरह शिल्पा लगातार घूम रही थी।
रवि ने अब निधि के हाथ मे एक लकड़ी की छड़ी पकड़ाते हुए कहा: जाओ इस लौंडिया के मस्त नितंबों पर 50 बेंत लगाओ।
निधि रवि का इशारा समझ गई और छड़ी लेकर शिल्पा के नज़दीक आ गई। शिल्पा अभी भी हाथ ऊपर उठाकर गोल गोल घूम रही थी।
निधि ने घूमती हुई शिल्पा के नितंबों पर एक जोर की छड़ी मारते हुए कहा: सीधी होकर खड़ी हो जा और अपने हाथ इसी तरह उठाकर रख। शिल्पा ने घूमना बन्द कर दिया और हाथ उठाकर खड़ी हो गई। इससे पहले कि निधि शिल्पा के नितम्बों की स्पैकिंग शुरू करती, रवि निधि से बोला: निधि मेरी एक अर्जेंट मीटिंग शुरू होने वाली है। तुम इस लौंडिया को साइड रूम में ले जाकर इसकी स्पैकिंग कर सकती हो।
रवि के रूम के अंदर ही एक साइड रूम था। निधि शिल्पा को लेकर साइड रूम में आ गयी और उसे अंदर से बंद करके छड़ी को हाथ मे लेकर सोफे पर बैठ गई। अब शिल्पा पूरी तरह से निधि के कंट्रोल में थी। निधि भी अपने हाथ आये इस सुनहरे मौके का भरपूर फायदा उठाने के चक्कर मे थी।
निधि खुद 12 वीं पास थी और उसके सामने हाथ उठाये जो शिल्पा खड़ी थी वह MBA पास किये हुए थी और कम्पनी में मैनेजर की पोस्ट पर थी।
निधि ने मुस्कुराते हुए शिल्पा से कहा: चल अब अपने हाथ नीचे कर ले और मेरी जाँघों पर उल्टी होकर लेट जा। रवि सर के हुक्म के मुताबिक तेरे इन मस्त नितंबों पर 50 बार इस बेंत से स्पैकिंग की जाएगी।
अब शिल्पा निधि के सामने गिड़गिड़ाने लगी: नही प्लीज़ ऐसा मत करो। स्पैकिंग से बहुत दर्द होता है। इसके बदले में मैं कोई और सज़ा लेने के लिए तैयार हूँ।
निधि को अपनी इस नई नई मिली "पावर" का अब अहसास हो रहा था। वह हंसते हुए शिल्पा से बोली: अपनी ब्रा और पैंटी भी उतार दे और कान पकड़कर गिनती करते हुए 100 उठक बैठक लगा।
शिल्पा एकदम निर्वस्त्र होने में हिचकिचा रही थी।
निधि ने उसकी जाँघों पर एक जोरदार छड़ी मारते हुए कहा: जल्दी नंगी हो वरना 50 बेंत तेरे नितम्बो पर लगाये जायेंगे।
50 बेंतों की स्पैकिंग का नाम सुनते ही शिल्पा ने फटाफट बाकी के कपड़े भी उतार दिए और बिल्कुल निर्वस्त्र होकर कान पकड़कर उठक बैठक लगाने लगी।
निधि : काउंटिंग करते हुए उठक बैठक लगाती रह। गिनती नही करेगी तो वह उठक बैठक काउंट नही होगी।
शिल्पा गिनती करते हुए उठक बैठक लगा रही थी लेकिन निधि बीच बीच मे उसके निर्वस्त्र बदन से खिलवाड़ कर रही थी।
25 उठक बैठक लगाने के बाद शिल्पा फिर निधि के आगे गिड़गिड़ाने लगी: प्लीज़ मैम। अब छोड़ दो। अब मैं बहुत थक गई हूं। प्लीज़ मैं आपके हाथ जोड़ती हूँ।
निधि भी अब मस्ती में आ चुकी थी।
निधि : इधर मेरे नज़दीक आ और अपनी टाँगे खोलकर खड़ी हो
शिल्पा निधि के नज़दीक आकर अपनी टाँगों को फैलाकर खड़ी हो गई।
निधि ने छड़ी को शिल्पा की चिकनी योनि पर घुमाना शुरू कर दिया।
छड़ी घुमाते घुमाते निधि ने अचानक ही छड़ी के एक सिरे को शिल्पा की योनि में घुसेड दिया और उसे अंदर बाहर करने लगी। शिल्पा की योनि एकदम गीली हो चुकी थी और उसमें से पानी बाहर निकल रहा था।
निधि हंसकर शिल्पा की तरफ देखते हुए बोली: तेरा पानी निकल आया साली। इसका मतलब तेरे साथ मैं जो कुछ भी कर रही हूँ उसमे तुझे भी मज़ा आ रहा है। क्यों आ रहा है कि नही?
शिल्पा कुछ नही बोली तो निधि ने उसके गालों पर एक चपत लगाकर फिर से पूछा: बोल बोल ! मेरी बात का जबाब नही दिया तो तुझे अभी भी 50 बेंत लगा सकती हूँ।
शिल्पा अब जल्दी से बोल पड़ी: हाँ हाँ। आप ठीक कह रही हैं मैम।
निधि ने शिल्पा के दूसरे गाल पर एक थप्पड़ और लगाया और बोली: साफ साफ बोल कि तुझे मैं जिस तरह से पेल रही हूँ उसमे तुझे मज़ा आ रहा है कि नही?
शिल्पा को बोलते हुए बहुत शर्म आ रही थी लेकिन निधि के डर से उसे बोलना पड़ा: यस मैम जिस तरह से आप मुझे एक के बाद एक आर्डर देकर मुझसे अपनी बातें मनवा रही है, उन सबसे मैं बहुत ज्यादा उत्तेजित हो रही हूँ क्योंकि मैं स्वभाव से एकदम Submissive हूँ और अगर मुझे इस तरह से कंट्रोल किया जाए जैसे आप कर रही हैं, तो मेरा पानी अपने आप निकल जाता है।
निधि की मौज़ ही मौज़ थी। वह शिल्पा से कड़क आवाज़ में बोली: इधर आकर मेरी टाँगों के बीच घुटनों के बल बैठ और वह सब कर जो मैं चाहती हूँ।
शिल्पा निधि की टाँगों के बीच आकर बैठ गयी। निधि की योनि अब तक पूरी तरह गीली हो चुकी थी और उसमें से पानी निकल रहा था।
निधि ने अपनी पैंटी को नीचे खिसका दिया और शिल्पा को हुक्म देते हुए बोली: अपनी जीभ से मेरी योनि को चाट चाट कर इसकी मालिश करना शुरू कर। मुझे मज़ा नही आया तो तो तेरी 50 बेंतों से स्पैकिंग जरूर करूँगी।
शिल्पा अपनी जीभ को निधि के गीले हो चुके योनि प्रदेश पर फिराने लगी।
निधि ने अपनी टाँगे चौड़ी करते हुए उसके गालों पर एक चपत लगाते हुए कहा: अपनी जीभ को मेरी योनि के अंदर डालकर तब तक घुमाती रह, जब तक मैं मना न करूँ। चल शुरू हो जा।
शिल्पा की जीभ निधि की योनि के अंदर घूम घूम कर उसे जन्नत का मज़ा दे रही थी। जब तक निधि क्लाइमैक्स पर नही पहुंची, तब तक उसने शिल्पा की जीभ को अपनी योनि के अंदर ही घुमवाया।
क्लाइमेक्स आने के बाद निधि खुश होकर शिल्पा से बोली: तूने अपनी जीभ का जो टैलेंट आज दिखाया है,उससे मैं बहुत खुश हूँ और आज की तेरी स्पैकिंग की सज़ा को माफ कर रही हूँ। अब तुम अपने कपड़े पहनकर घुटनों के बल चलते हुए मेरे साथ रवि सर के पास चलो। उनकी मीटिंग अब खत्म हो चुकी है और वह बाहर प्रतीक्षा कर रहे हैं।
शिल्पा को लगा था कि निधि को खुश करने के बाद उसे और ज़लील नही होना पड़ेगा लेकिन उसे यह नही मालूम था कि असली बदमाशी तो उसके साथ अब होने वाली थी।
शिल्पा निधि को घोड़ी बनाकर उसके नितंबों पर छड़ी मारते हुए रवि के पास लेकर आ गयी और रवि से कहने लगी: सर यह लौंडिया एकदम Submissive टाइप की है। इसे मज़ा ही तब आता है जब इसके साथ जोर जबरदस्ती करके इससे वह सब करवाया जाए जो यह करना नही चाहती है।
रवि निधि से हंसकर बोला: इसे मेरे पैरों के नीचे लेकर आओ। निधि ने शिल्पा के नितम्बों पर छड़ी मारते हुए कहा: चल चिकनी आगे बढ़। रवि सर तुझे अपना फुट रेस्ट बनाना चाहते हैं।
शिल्पा जैसे ही रवि के पैरों के नजदीक पहुंची, रवि ने अपने दोनों पर शिल्पा की पीठ पर इस तरह रख दिये मानों कि वह कोई फुट रेस्ट हो। अपने पैरों को कुछ देर तक रवि शिल्पा की पीठ और नितंबों पर रगड़ता रहा।
रवि निधि की तरफ देखकर कहने लगा: इस लौंडिया में तुमने क्या टैलेंट नोटिस किया है ?
निधि : सर मैं अब कुछ ऐसा करूँगी कि यह चिकनी अपना टैलेंट आपको खुद दिखाएगी।
यह कहने के साथ ही निधि ने शिल्पा के नितंबों पर एक जोर की छड़ी मारते हुए कहा: चल खड़ी हो और मेरे पास आकर खड़ी हो।
शिल्पा उठकर खड़ी हो गई और निधि के नज़दीक आकर खड़ी हो गई। निधि ने शिल्पा के दोनों हाथों को पकड़कर उन्हें पीठ की तरफ ले जाकर उन्हें एक रस्सी से बांध दिया और उससे बोली: अब घुटनों के बल चलती हुई रवि सर के नजदीक जा और उनकी दोनों टाँगों के बीच मे बैठकर उन्हें जन्नत का मज़ा दे।
रवि हैरानी और उत्तेजना से यह सब तमाशा देख रहा था कि आखिर निधि के मन मे क्या चल रहा था।
शिल्पा के दोनों हाथ पीछे की तरफ रस्सी से बंधे हुए थे इसलिए उसे घुटनों के बल चलने में काफी दिक्कत हो रही थी। काफी कोशिश के बाद वह रवि की टाँगों के बीच पहुंचकर घुटनों के बल बैठने में कामयाब हो गई और रवि की तरफ शर्माते हुए देखने लगी।
निधि शिल्पा से बोली: अब अपने होंठों से रवि सर की पैंट की ज़िप खोलो और उनका लण्ड निकालकर उसे अपने मुंह मे लेकर चूसो।
शिल्पा ने अपने चेहरे को आगे करते हुए रवि की दोनों जाँघों के बीच मे उस जगह पर टिका दिया जहाँ रवि का लण्ड तनकर खड़ा हो चुका था और उसकी पैंट की ज़िप को अपने होंठों से खोलने लगी। रवि को बहुत मज़ा आ रहा था। शिल्पा आखिरकार अपने होंठों से रवि की पैंट की ज़िप खोलने में कामयाब हो गई। रवि ने अपनी पैंट की बेल्ट खुद ही खोल दी थी ताकि शिल्पा का काम कुछ आसान हो जाये। शिल्पा ने अब अपने चेहरे और होंठों को रवि के अंडरवियर पर रगड़ते हुए बड़ी मुश्किल से अंडरवियर को नीचे खिसकाया और रवि के लण्ड को अपने मुंह मे लेकर उस पर अपनी जीभ फिराने लगी।
वैसे तो रवि दफ्तर की कई लड़कियों से अपना लण्ड चुसवा चुका था, लेकिन आज यह पहला मौका था जब शिल्पा उसके चंगुल में फंसकर उसका लण्ड चूसने पर मजबूर थी। शिल्पा के दोनों हाथ पीछे की तरफ बंधे होने की वजह से वह पूरी तरह बेबस होकर रवि का लण्ड चूस रही थी। रवि बीच बीच मे उसके गालों पर हल्की सी चपत मारते हुए बोल रहा था: ठीक से चूस साली
कुछ ही देर में रवि को क्लाइमैक्स आ गया और उसने अपने लण्ड से निकली वीर्य की धारा को शिल्पा के मुंह के अंदर छोड़ते हुए कड़क आवाज़ में आदेश दिया: मेरा सारा जूस पी जा और जब तक मैं न कहूँ मेरे लण्ड पर जीभ फिराती रह।
निधि पीछे खड़ी थी और इस मुख मैथुन की मोबाइल में वीडियो बना रही थी।
रवि को शिल्पा के इस मुख मैथुन से बहुत ज्यादा मज़ा आया और अपना लण्ड चुसवाने के बाद वह शिल्पा से बोला: आज से ही मैं तुम्हे प्रोजेक्ट मैनेजर की पोस्ट से ट्रांसफर कर रहा हूँ और अपनी पर्सनल सेक्रेटरी बना रहा हूँ। अब निधि के साथ साथ तुम भी मुझे सारे दिन खुश किया करोगी। समझी ?
शिल्पा को तो वैसे भी प्रोजेक्ट मैनेजर का काम बहुत मुश्किल और बोरिंग लगता था जिसकी वजह से वह अक्सर रवि से डांट भी खाती थी। उसने फौरन कह दिया: जी सर, मैं समझ गई।
रवि: क्या समझ गई, खुलकर बोल
शिल्पा: यही कि एक सेक्रेटरी के तौर पर मेरा मुख्य काम आपको हर हाल में खुश रखना है।
अब रवि के आफिस में निधि और शिल्पा दोनों सेक्रेटरी बनकर सारे दिन उसकी मौज़ मस्ती कराती रहती थीं।
रवि का छोटा भाई आकाश अभी 21 साल का था और कॉलेज में MBA की पढ़ाई कर रहा था। वह आमतौर पर आफिस में नही आता था लेकिन आज रवि आकाश को अपने साथ आफिस लेकर आया था। उसने आकाश से कहा: कालेज से एक हफ्ते की छुट्टी ले लो। मुझे एक हफ्ते के लिए बिजनेस ट्रिप पर बाहर जाना है। मेरी गैर मौजूदगी में आफिस में मेरी जगह कोई देखने वाला होना चाहिए।
आकाश अंदर ही अंदर तो रवि के इस प्रस्ताव से बहुत खुश था लेकिन ऊपर से दिखाने के लिए रवि से कहने लगा: अरे भैया, यह आप मुझे कहाँ आफिस के बोरिंग काम मे फँसा रहे हो। मुझे कालेज की पढ़ाई ही करने दो।
रवि हंसता हुआ आकाश से बोला: ठीक है, आज तू मेरे साथ आफिस चलकर देख ले। अगर तुझे बोरिंग लगे तो कल से मत आना।
आकाश तैयार हो गया और रवि के साथ आज वह भी दफ्तर आ गया था।
दफ्तर में रवि ने आकाश को बताया : यह निधि और शिल्पा दोनों मेरी पर्सनल सेक्रेटरी हैं। इन दोनों का काम मेरी हर जरूरत का ख्याल रखना है। शिल्पा तो मेरे साथ ही बिजनेस ट्रिप पर जा रही है लेकिन निधि यहीं पर रहेगी और मेरी गैर मौजूदगी में यह तुम्हारी पर्सनल सेक्रेटरी बनकर तुम्हारी हर जरूरत का ख्याल रखेगी।
शिल्पा और निधि जिस तरह की शार्ट और टाइट ड्रेस पहनकर खड़ी थीं, उन्हें देखकर ही आकाश का लण्ड उसकी पैंट में एकदम तनकर खड़ा हो गया था।
रवि और आकाश दोनों अपनी अपनी कुर्सियों पर बैठे हुए बातचीत कर रहे थे। रवि आकाश को कुछ जरूरी बातें समझा रहा था ताकि उसकी गैर मौजूदगी में आकाश आफिस को ठीक से चला सके।
रवि आकाश से कह रहा था: इस दफ्तर में हर किसी को मेरी गैर मौजूदगी में तुम्हारी हर बात माननी पड़ेगी। जो कर्मचारी तुम्हारी कोई बात न माने या फिर तुम्हारे मन मुताबिक काम न करे, उसे तुम नौकरी से निकाल भी सकते हो। बाकी तुम मुझसे फोन पर बात करते रहना।
रवि ने हर रोज की तरह शिल्पा को अपनी गोद में बिठा रखा था और उसके बदन को सहला सहला कर मस्ती कर रहा था। शिल्पा की जाँघों पर हाथ फिराते हुए रवि ने निधि से कहा: तुम खड़ी क्या देख रही हो। जाओ जाकर आकाश सर की गोद मे बैठ जाओ और उन्हें खुश करो। आकाश को तुमसे कोई शिकायत नही होनी चाहिए।
निधि फौरन ही आकाश के नज़दीक पहुंच कर उसकी गोद मे बैठ गई। आकाश को कुछ समझ नही आ रहा था कि यह सब क्या हो रहा था। उसके लिए यह सब हैरान करने वाला था। इससे पहले कि आकाश कुछ आगे सोचता, निधि के खूबसूरत और अर्धनग्न बदन की खुशबू से वह सराबोर हो चुका था। निधि आकाश की जाँघों पर इस तरह बैठ गयी जिससे आकाश का पैंट के अंदर तनकर खड़ा लण्ड उसकी गिरफ्त में आ गया और उसे वह अपने हाथ से धीरे धीरे सहलाने लगी। आकाश के साथ यह सब पहली बार हो रहा था और उसे मज़ा भी बहुत आ रहा था लेकिन रवि के सामने वह काफी शर्मा रहा था।
रवि समझ गया कि उसका छोटा भाई उसके सामने कुछ भी करने में झिझक महसूस कर रहा है।
वह निधि से बोला: आकाश सर को साइड रूम में ले जाओ और इन्हें वहीं खुश करो। मुझे कोई शिकायत नही मिलनी चाहिए।
निधि "जी सर" कहती हुई आकाश को लेकर साइड रूम में आ गयी और रूम को अंदर से बंद करने के बाद आकाश से कहने लगी: अब बताइये सर, मैं आपकी क्या सेवा करूं। इस कमरे में अब कोई नही आ सकता है। हम दोनो के अलावा यहाँ और कोई नही है।
आकाश की भी हिम्मत अब बढ़ गयी। वह इस अचानक मिले सुनहरे मौके का भरपूर फायदा उठाना चाहता था। सोफे पर बैठते हुए आकाश ने अपनी टाँगों को फैला लिया और अपने लण्ड को सहलाता हुआ बोला: तुम्हारी फिगर तो एकदम एटम बम है। मैं इसे देखना चाहता हूँ। अपने सारे कपड़े उतारकर मुझे अपनी फिगर दिखाओ।
आकाश को यह पक्का नही था कि निधि उसकी बात मानेगी या नही मानेगी। लेकिन निधि ने आकाश की बात मानते हुए फटाफट अपनी स्कर्ट और टॉप उतार दिए।
निधि के बदन पर अब सिर्फ एक ब्रा और पैंटी बची थी। उसकी पूरी फिगर और मक्खन जैसा नंगा बदन आकाश के सामने था।
आकाश के मन मे शरारत और बदमाशी दोनों आने लगीं। उसने निधि से कहा: ब्रा भी खोलो।
जब निधि ने ब्रा भी खोलकर फेंक दी और अपने दूधिया स्तन अपने हाथों से ढककर खड़ी हो गई तो आकाश की हिम्मत और भी बढ़ गई। वह निधि से बोला: पैंटी भी उतारो। बिल्कुल नंगी होकर दिखाओ।
निधि ने बिना किसी देरी के अपनी पैंटी भी उतार दी और पूरी तरह निर्वस्त्र होकर आकाश की मौज़ कराने लगी।
आकाश ने ऐसा नजारा आज तक सिर्फ पोर्न मूवीज में ही देखा था लेकिन आज उसके सामने ही पोर्न मूवी चल रही थी जिसका हीरो भी खुद वही था।
आकाश को अब एक पोर्न मूवी का सीन याद आ गया और वह निधि से कड़क आवाज़ में बोला: चलो कान पकड़ो और 100 बार उठक बैठक लगाओ।
निधि समझ चुकी थी कि जब मामला किस दिशा में आगे बढ़ रहा था। उठक बैठक लगवाने के बहाने दरअसल लड़के या पुरुष लड़की की खूबसूरत फिगर को देखकर अपने लण्ड पर हाथ फिराते हैं।
निधि ने कान पकडकर उठक बैठक लगाना शुरू कर दिया और 10 उठक बैठक लगाने के बाद ही वह आकाश के आगे गिड़गिड़ाते हुए कहने लगी: सर अब बस करो। आप और जो सज़ा देना चाहें दे सकते हैं लेकिन अब उठक बैठक न लगवाएं प्लीज़।
आकाश ने जब निधि के मुंह से "सजा" का शब्द सुना तो उसके मन मे आ रही बदमाशी को और पंख लग गए।
उसने निधि से कहा: ठीक है अब तुम्हे मैं दूसरी सज़ा दूंगा। इधर आकर मेरी टाँगों पर उल्टी होकर लेट जाओ। बाकी की सज़ा अब तुम्हे स्पैकिंग के जरिये मिलेगी।
निधि ने देखा कि अब आकाश ने भी अपने सारे कपड़े उतार दिए थे और उसके बदन पर भी अब सिर्फ एक अंडरवियर ही बचा था।
निधि के मस्त स्तनों को आकाश ने अपने अंडरवियर के अंदर तन रहे लण्ड पर टिकाते हुए उसके चेहरे को अपनी बाईं जाँघ पर टिका दिया। निधि की चिकनी जाँघे आकाश की दायीं जाँघ पर टिकी हुई थीं। आकाश पूरी मस्ती में था और निरंकुश होकर निधि के खूबसूरत बदन से खिलवाड़ कर रहा था। निधि के नितम्बों पर हाथ फिराते हुए आकाश हाथों से ही उसके नितम्बों पर स्ट्रोक लगाने लगा। हाथों की स्पैकिंग से निधि के खूबसूरत जिस्म का मज़ा लेने के बाद अब आकाश को नया आईडिया आया और उसने अपनी पैंट की बेल्ट हाथ मे लेकर उससे निधि के मस्त नितम्बों की स्पैकिंग शुरू कर दी। बेल्ट की स्पैकिंग से निधि आकाश की गोद मे जोर जोर से उछलकर चिल्लाने लगी। निधि जितना ज्यादा उछल रही थी, आकाश को उतना ही ज्यादा मज़ा आ रहा था।
कुछ ही देर की बेल्ट स्पैकिंग से निधि गिड़गिड़ाने लगी: बस करो सर। बहुत दर्द हो रहा है। किसी और सज़ा के लिए मैं रेडी हूँ। अब स्पैकिंग बन्द करो प्लीज़।
आकाश की अब मौज़ ही मौज़ थी। वह निधि से बोला: चल मेरी टाँगों के बीच ज़मीन पर अपने घुटनों के बल बैठ और शुरू हो जा।
निधि आकाश का इशारा समझ चुकी थी।
आकाश की पैंट के अंदर उसका लण्ड तनकर खड़ा हुआ था। निधि ने उस तने हुए लण्ड पर हाथ फिराना शुरू कर दिया। हाथ फिराते फिराते निधि ने पैंट की ज़िप खिसकाकर अपना हाथ अंडरवियर के अंदर डाल दिया और लण्ड को बाहर निकालकर उसे अपने मुंह मे लेकर उस पर अपनी जीभ फिराने लगी।
आकाश को जन्नत का मज़ा आ रहा था। पहली बार किसी लड़की ने उसका लण्ड अपने मुंह मे लिया था। अभी तक उसने लण्ड चूसने और चुसवाने के सीन पोर्न मूवीज में ही देखे थे। आज खुद उसका लण्ड एक सेक्सी लौंडिया मुंह मे लेकर चूस रही थी।
आकाश को जल्दी ही क्लाइमैक्स आ गया और निधि ने जल्द ही उसके लण्ड को चाटकर साफ कर दिया। इसके बाद निधि आकाश को लेकर साइड रूम से बाहर रवि के दफ्तर में आ गई जहाँ रवि शिल्पा को अपनी गोद मे बिठाकर उसकी जाँघों पर हाथ फिरा रहा था।
आकाश और निधि को देखकर रवि बोला: 5 बज चुके हैं। दफ्तर बन्द होने का समय हो चुका है। मेरी आज शाम 7 बजे की फ्लाइट है और इसलिए मैं अभी शिल्पा को लेकर एयरपोर्ट के लिए निकल रहा हूँ। अब कल से अगले 7 दिनों तक आकाश मेरी सीट पर बैठेगा और निधि आकाश की सेक्रेटरी बनकर आकाश की उसी तरह सेवा करेगी जैसे मेरी करती है।
निधि : जी सर आप बिलकुल चिंता न करें। आपकी गैर मौजूदगी में मैं आकाश सर का पूरा ख्याल रखूंगी।
अगले दिन आकाश जब ऑफिस में आकर रवि की सीट पर बैठा तो उसे अलग तरह की ही फीलिंग आ रही थी। उसे लग रहा था कि अचानक उसकी लाइफ बिल्कुल बदल गयी है और अगले 7 दिनों तक वह इस दफ्तर में निरंकुश होकर अपनी मनमानी करने वाला है।
निधि ने हर रोज की तरह सफेद रंग की बेहद शार्ट ड्रेस पहनी हुई थी जिसमे से उसका 90% जिस्म और फ़िगर आकाश को नज़र आ रहा था।
आकाश ने निधि से कहा: इधर आकर मेरी गोद मे बैठ जा।
निधि आकाश की गोद मे जाकर बैठ गई तो आकाश ने उसकी जाँघों पर हाथ फेरते हुए उसके होंठों को बेतहाशा चूमना शुरू कर दिया। इस बीच आफिस के फोन की घण्टी भी बजने लगी जिसे निधि ने उठाकर कड़क आवाज़ में किसी को बोला: अभी सर किसी अर्जेंट काम में व्यस्त हैं। 15 मिनट बाद अंदर आ जाना।
आकाश के हाथ निधि के खूबसूरत बदन से लगातार खिलवाड़ कर रहे थे। निधि की ब्रा के अंदर आकाश ने अपना हाथ डालकर उसके मक्खन जैसे स्तनों को मसलते हुए आकाश बोला: किसका फोन था? 15 मिनट बाद किसे बुलाया है तुमने मुझसे मिलने?
निधि : मोहिनी है सर। यह एकाउंट्स असिस्टेंट का काम करती है। रवि सर ने इसे 5000 रुपये की हेराफेरी के मामले में पकड़ लिया था और आज यह उस हेराफेरी पर अपनी सफाई देने के लिये आपसे मिलना चाहती है। मैंने उसे 15 मिनट बाद बुलाया है। आप उससे मिलकर अपने तरीके से सफाई ले लेना।
आकाश : पर मुझे इस हेराफेरी के बारे मे कुछ पता नही है। मैं उससे मिलकर क्या करूँगा ?
निधि ने अपने हाथ को आकाश के लण्ड पर फिराते हुए कहा: सर आप मोहिनी से मिलकर क्या करेंगे, यह मैं कैसे बता सकती हूँ। जब वह सेक्सी लौंडिया आपके सामने आएगी तब आप ही यह तय करना कि आप उसके साथ क्या करेंगे।
आकाश को समझ आ गया था कि कोई और सुनहरा मौका उसके हाथ लगने वाला है। उसके बारे में सोच सोचकर ही आकाश का लण्ड तनकर खड़ा हो चुका था।
15 मिनट बाद जब दरवाज़े पर किसी ने दस्तक दी तो निधि आकाश से कहने लगी: लीजिये सर आपका अगला शिकार आ गया है। मैं उसे साइड रूम में लेकर आ जाऊंगी। आप साइड रूम में चले जाइए।
आकाश निधि का इशारा समझकर साइड रूम में चला गया और वहाँ जाकर सोफे पर रिलैक्स करते हुए मोहिनी के आने की प्रतीक्षा करने लगा।
कुछ ही देर में साइड रूम का दरवाजा खिसकाकर निधि ने मोहिनी को साइड रूम के अंदर धकेल दिया और दरवाज़ा बंद करके खुद बाहर चली गयी।
मोहिनी को देखते ही आकाश एकदम चौंक गया।
इससे पहले कि आकाश कुछ बोलता, मोहिनी के मुंह से निकल पड़ा: आकाश तुम ...?
आकाश को सब कुछ याद था। मोहिनी बी कॉम में उसके साथ ही कालेज में पढ़ती थी। पढ़ाई में होशियार थी इसलिए उसे क्लास की हेड गर्ल भी बना दिया गया था। एक बार तो उसने आकाश को क्लास में सबके सामने इसलिए मुर्गा बना दिया था क्योंकि आकाश अपना होम वर्क पूरा करके नही लाया था। परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत नाजुक होने की वजह से मोहिनी बी कॉम के आगे पढ़ाई नही कर सकी थी और नौकरी करने लगी थी।
आकाश : तमीज़ से बात करो। लगता है तुम्हे बात करने की तमीज़ भी मुझे ही सिखानी पड़ेगी।
मोहिनी : सॉरी सर। मुझे माफ़ कर दीजिये।
आकाश आज मोहिनी से बदला लेने के मूड में था। हेड गर्ल रहते हुए मोहिनी ने आकाश को क्लास में अनेकों बार सज़ा देने के बहाने ज़लील किया था।
आज वही मोहिनी आकाश के सामने सर झुकाए घबराई और शरमाई सी खड़ी हुई थी। रवि ने लड़कियों के लिए आफिस की जो यूनिफार्म तय की थी, उसे पहने हुए मोहिनी की खूबसूरत फिगर एकदम साफ नजर आ रही थी।
आकाश ने सोफे पर बैठे बैठे अपनी जाँघों को थोड़ा फैलाकर पैंट में बन रहे टेंट पर हाथ फिराते हुए मोहिनी से कहा: अपने दोनों हाथ ऊपर उठाओ और फिर उस हेराफेरी के बारे में मुझे डिटेल में बताओ जिसकी सफाई देने तुम मेरे सामने पेश हुई हो।
मोहिनी बेहद डरी और घबराई हुई थी। उसने अपने दोनों हाथ ऊपर उठा लिए और बोलना शुरू किया: सर मैं यह कहना चाहती हूँ कि मैंने कोई हेराफेरी नही की है और मुझे इस मामले में झूठा फंसाया गया है। मैं पूरी तरह निर्दोष हूँ।
आकाश : हर अपराधी अपने आप को निर्दोष ही बताता है। वही तुम भी कर रही हो। अगर जल्द ही तुमने सब कुछ सच सच बताकर अपना गुनाह कबूल नही किया तो मज़बूरन मुझे पुलिस बुलानी पड़ेगी।
मोहिनी तो पहले ही बहुत डरी हुई थी। पुलिस का नाम सुनकर और ज्यादा डर गई और एकदम वह आकाश के पैरों को पकड़कर गिड़गिड़ाने लगी: नही सर। पुलिस को मत बुलाइये। आप जो सज़ा देंगे, वह मुझे मंजूर है।
आकाश मस्ती में आ चुका था: चल मेरी गोद मे आकर बैठ जा।
मोहिनी आकाश के पैरों के पास से उठकर उसकी गोद मे बैठ गयी। आकाश ने अब मोहिनी की जाँघों पर हाथ फेरते हुए टॉप में कसे हुए उसके मम्मे दबाने शुरू कर दिए।
आकाश की इन हरकतों से मोहिनी असहज होकर उसकी गोद मे कसमसाने लगी और बोली: नही सर, यह सब मत कीजिये। मेरी अगले महीने शादी होने वाली है।
आकाश ने मोहिनी के गालों पर एक एक चपत लगाते हुए उससे कहा: अगर तुम यह चाहती हो कि पुलिस इस मामले में न पड़े तो मुझे वह सब करने दे जो मैं चाहता हूँ। चल खड़ी हो जा और अपने सारे कपड़े उतारकर अपना सेक्सी बदन मुझे दिखा।
मोहिनी उसकी गोद से उठकर आकाश के सामने खड़ी हो गयी।
आकाश : अपना टॉप खोलो।
मोहिनी अपने टॉप के बटन खोलने लगी। अंदर उसकी सफ़ेद ब्रा नज़र आ रही थी।
आकाश : जल्दी जल्दी करो मेरी जान। मुझे और भी बहुत काम हैं। टॉप उतारकर फेंक दो और स्कर्ट भी खोलो।
मोहिनी ने स्कर्ट की बेल्ट को खींच दिया तो स्कर्ट भी नीचे ज़मीन पर खिसककर गिर गई।
अब मोहिनी सफेद रंग की ब्रा और पैंटी पहने आकाश के सामने खड़ी थी। शर्म की वजह से उसका चेहरा एकदम लाल पड़ गया था और वह अपने हाथों से अपने नंगे जिस्म को छिपाने का असफल प्रयास कर रही थी।
आकाश उससे मज़े लेते हुए बोला: तुझे हेड गर्ल बनकर लड़कों को सज़ा देने में बहुत मज़ा आता था न ? आज मैं तुझे बताऊंगा कि सज़ा कैसे दी जाती है। चल अपने कान पकड़कर 100 बार गिनती करते हुए उठक बैठक लगा।
मोहिनी बेबस थी। उसने कान पकड़कर काउंटिंग करते हुए उठक बैठक लगानी शुरू कर दीं।
आकाश बीच बीच मे उसकी जाँघों पर छड़ी मार मार कर बोल रहा था: ठीक से लगाओ उठक बैठक। नीचे तक बैठो और फिर उठो।
25 उठक बैठक लगाने के बाद मोहिनी एकदम थक गई और ज़मीन पर बैठते हुए बोली: बस सर अब और उठक बैठक मत लगवाओ। बहुत थकान हो रही है।
आकाश मस्ती करता हुआ बोला: चल अपनी ब्रा और पैंटी भी उतार और इधर आकर मेरी गोद मे बैठ जा। तेरी थकान दूर करने का इलाज मेरे पास है।
मोहिनी अपनी ब्रा और पैंटी उतारकर पूरी तरह निर्वस्त्र हो गयी और आगे बढ़कर आकाश की गोद मे बैठ गयी।
आकाश की गोद मे मोहिनी का मखमली बदन पूरी तरह से निर्वस्त्र अवस्था मे हलचल मचा रहा था। उसके हाथ मोहिनी के बदन को लगातार दबाने सहलाने में व्यस्त थे। मोहिनी पूरी तरह से बेबस होकर आकाश के हाथों में एक खिलौना बनकर रह गयी थी। आकाश अब उसे एक "सेक्स टॉय" की तरह इस्तेमाल कर रहा था।
मोहिनी के खूबसूरत चेहरे पर आकाश अपने चेहरे को रगड़ रगड़ कर उसके रसीले होंठों को चूस रहा था। मोहिनी उसकी किसी भी हरकत का विरोध नही कर रही थी। आकाश को अचानक शरारत सूझी और वह मोहिनी से बोला: अपना मुंह खोल कर दिखा।
मोहिनी ने अपना मुंह जैसे ही खोला, आकाश ने उसके मुंह मे थूकते हुए कहा: मेरे थूक को स्वाद लेकर निगल जा।
मोहिनी अब थोड़ा विरोध करते हुए आकाश की गिरफ्त में कसमसाने लगी: अब मुझे छोड़ दो। और कितना ज़लील करोगे मुझे?
आकाश ने मोहिनी के गालों पर हल्के हल्के दो चपत लगाते हुए कहा: चल अब कान पकड़कर मुर्गा बन जा जैसे तू हेड गर्ल थी तो लड़कों को बनाती थी। आज तेरी सारी अकड़ ढीली करूंगा।
मोहिनी आकाश की गोद से उतर आई औऱ ज़मीन पर कान पकड़कर मुर्गा बनकर खड़ी हो गई।
आकाश ने अपने हाथ मे छड़ी लेकर उसे जोर से मोहिनी के नितंबों पर मारते हुए कहा: मुर्गा बनकर खड़ी मत हो,चलकर दिखा
मोहिनी मुर्गा बने बने ही चलने की कोशिश करने लगी लेकिन उसे ऐसा करने में काफी तकलीफ हो रही थी। आकाश के आगे वह एकदम बेबस हो चुकी थी और उसकी हर नाज़ायज़ माँग को पूरा किये जा रही थी।
आकाश ने अचानक फोन करके निधि को भी अपने पास बुला लिया।
निधि अंदर आयी तो उसने यह नजारा देखा कि निर्वस्त्र मोहिनी मुर्गा बनकर खड़ी हुई है और आकाश ने अपने दोनों पैरों को मोहिनी की पीठ पर रखा हुआ है।
आकाश : इस लौंडिया के साथ अब मैं मौज़ मस्ती शुरू करने वाला हूँ। तुम ऐसा करो, इस सारी मौज़ मस्ती की वीडियो बनाती रहो ताकि इस चिकनी को हमेशा ब्लैकमेल करके अपने कब्जे में रखा जा सके।
निधि: सर इसकी जरूरत नही है। इस कमरे में सीक्रेट कैमरे लगे हुये हैं। अब तक जो कुछ भी हुआ है, उसकी वीडियो भी बन चुकी है और आगे जो कुछ होगा, उसकी रिकॉर्डिंग भी आटोमेटिक तरीके से खुद ही हो जाएगी। आप तो बस इस लौंडिया के साथ खूब मनमानी करके अपना मनोरंजन कीजिये।यह चिकनी आपको खुश करने के लिये ही पैदा हुई है।
आकाश ने अब मोहिनी से कहा: चल अब घुटनों के बल बैठकर मेरा लण्ड चूस।
निधि आकाश से बोली: सर, मैं आपकी मदद करती हूँ। यह साली आपका लण्ड ऐसे चूसेगी जिसे अपनी सारी जिंदगी याद रखेंगे।
निधि ने मोहिनी के नितम्बों पर जोर की छड़ी मारते हुए उसे हुक्म दिया: आकाश सर की टाँगों के बीच घुटनों के बल बैठकर उनकी पैंट में बन रहे उभार पर अपने हाथों को फिराते हुए पैंट की ज़िप को धीरे धीरे खोल।
मोहिनी अपने हाथों को आकाश की पैंट में बने टेंट पर फिराने लगी। आकाश को बहुत मज़ा आ रहा था। कुछ ही देर में मोहिनी ने आकाश के लण्ड को अपने मुंह मे ले लिया और उसे चूसने लगी।
निधि ने अपने हाथ मे पकड़ी छड़ी फिर से मोहिनी के नितम्बों पर लगाते हुए कहा: अब अपने दोनों हाथों को ऊपर एकदम सीधा उठाकर रख। जब तक मैं परमिशन न दूं, तेरे दोनो हाथ इसी पोजीशन में ऊपर ही रहने चाहिए।
मोहिनी ने अपने दोनों हाथ ऊपर कर लिए। उसके मुंह मे आकाश का लण्ड था जिसे वह चूसे जा रही थी।
मोहिनी के नितम्बों पर निधि ने एक और स्ट्रोक लगाते हुए कहा: आकाश सर के लण्ड पर अपनी जीभ को गोल गोल घुमाकर उसकी मालिश कर। सर को पूरा मज़ा आना चाहिये।
क्योंकि मोहिनी के हाथ ऊपर उठे हुए थे, इसलिए आकाश खुद मोहिनी के गालों पर चपत मार मार कर उसके मुंह मे बार बार अपना गीला लण्ड डाल रहा था: ठीक से करो मेरी सेक्स स्लेव मोहिनी।
आकाश को अचानक कुछ और शरारत सूझी और वह निधि की तरफ देखते हुए बोला: तुम भी अपने सारे कपड़े खोलो और एकदम नंगी हो जाओ।
निधि जो कुछ समय के लिए अपनी औकात भूल गयी थी, आकाश के इस हुक्म को सुनकर समझ गयी कि आकाश के लिए उसकी भी वही जगह है जो मोहिनी की या फिर किसी और लड़की की है।
आकाश के लण्ड में से वीर्य की धारा निकलकर मोहिनी के मुंह में जाने लगी तो आकाश एकदम मस्ती से झूमने लगा। मोहिनी को देखकर आकाश हंसते हुए पूछने लगा: क्यों साली, मेरे लण्ड का जूस कैसा लगा तुझे?
मोहिनी ने कोई जबाब नही दिया तो आकाश ने फिर से उसके गालों पर चपत लगते हुए कहा: जबाब दे मेरी सेक्स स्लेव मोहिनी, वरना तेरे गालों पर चपत लगते रहेंगे।
मोहिनी : जी सर बहुत बढ़िया लगा
आकाश : वेरी गुड। अब तुम ऐसा करो अपने दोनों हाथ ऊपर उठाकर मेरे सामने खड़ी हो जाओ। तब तक निधि मेरे इस गीले लन्ड को अपनी जीभ से चाट चाट कर साफ करेगी।
मोहिनी आकाश के सामने अपने दोनों हाथ ऊपर उठाकर खड़ी हो गई और निधि घुटनों के बल आकाश की टाँगों के बीच बैठकर अपनी जीभ से उसके लण्ड को चाट चाट कर साफ करने लगी।
निधि जब आकाश के लण्ड को अपनी जीभ से अच्छी तरह साफ
कर चुकी तो आकाश ने उससे कहा : अब तुम अपने कपड़े पहन सकती हो।
मोहिनी अभी भी निर्वस्त्र अवस्था मे अपने दोनों हाथ ऊपर उठाएं खड़ी हुई थी। आकाश ने उससे भी अपने कपड़े पहनने के लिये कहा और फिर निधि से बोला: अब मुझे कल की पार्टी के लिए तीन लड़कियाँ और चाहियें।
निधि : सर कल तो संडे है। कल आफिस बन्द रहेगा।
आकाश : कल संडे है लेकिन कल मैंने अपने दोस्तों के लिए यहां एक पार्टी रखी है। तुम दोनों के अलावा मुझे 3 और सेक्सी लड़कियाँ कल की पार्टी के लिए चाहियें। दफ़्तर में जितनी भी सेक्सी और हॉट लुकिंग लड़कियाँ हैं, उन सबकी मुझे फ़ोटो और लिस्ट चाहियें। चलो जल्दी करो।
निधि: सर मैं एच आर एग्जीक्यूटिव रवीना को फोन कर देती हूँ। उसके पास ही यह लिस्ट मिलेगी।
यह कहकर निधि ने रवीना को फोन लगाया और कड़क आवाज में उससे बोली: आफिस में जितनी भी सेक्सी लड़कियाँ हैं, उन सबकी लिस्ट फ़ोटो समेत लेकर जल्दी आकाश सर के कमरे में आओ।
कुछ ही देर में दरवाज़े पर किसी ने दस्तक दी और एक बेहद खूबसूरत और हॉट लड़की एक फ़ाइल लेकर आकाश के सामने हाज़िर हो गई: सर यह रही फ़ाइल। इसमें लड़कियों की लिस्ट और फ़ोटो दोनो हैं।
रवीना खुद भी बहुत सेक्सी लग रही थी। 22 साल की रवीना ने एक सफेद रंग की टाइट टी शर्ट और ब्लैक जीन्स पहन रखी थी जिसमे उसकी मस्त और सेक्सी फिगर साफ नजर आ रही थी।
रवीना फ़ाइल देकर कमरे के बाहर जाने लगी तो आकाश ने उसे रोकते हुए कहा: तुम्हे बिल्कुल भी मैनर्स नही है क्या ? मेरी परमिशन के बिना मेरे कमरे से बाहर कैसे जा रही हो ?
रवीना घबराकर आकाश से बोली: सॉरी सर !
आकाश : सॉरी कहने से काम नही चलेगा। अपने कान पकड़ो और 10 बार उठक बैठक लगाओ। यही तुम्हारी सज़ा है। चलो शुरू हो जाओ।
रवीना के काटो तो खून नही। उसे इस तरह की बदतमीजी की बिल्कुल भी उम्मीद नही थी।
उसने निधि और मोहिनी की तरफ देखते हुए अपने कान तो पकड़ लिए लेकिन टाइट जीन्स पहनने की वजह से वह उठक बैठक नही लगा सकी।
रवीना गिड़गिड़ाते हुए आकाश से कहने लगी: सर मेरी जीन्स बहुत टाइट है इसलिये मैं उठक बैठक नही लगा पा रही हूँ।
आकाश इसी मौके की तलाश में था। वह रवीना से बोला: जीन्स उतार दो और उठक बैठक लगाओ। जल्दी करो नही तो सारे कपड़े उतरवाकर उठक बैठक लगवाऊंगा।
रवीना अब बहुत घबरा गई थी। उसने अपनी जीन्स के बटन खोलने शुरू कर दिए लेकिन आकाश से लगातार कहती रही: मैंने आज तक किसी के सामने अपने कपड़े नही उतारे हैं। मुझे बहुत शर्म आ रही है।